07-08-2020, 03:09 PM
(This post was last modified: 07-08-2020, 03:13 PM by @Raviraaj. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
आंठवे में में साजन ओर तुम सजनी जितनी रगड़ाई तुम करोगे ना सांत जनम में मेरी
आंठवे में एक जनम में ही तेरी उतनी कर दूंगी
इन शब्दों पर जान न्योछावर है कोमल जी
लाजवाब लिख दिया है उफ़्फ़ क्या प्यार का वर्णन करती हो कोई मुकाबला नहीं
आंठवे में एक जनम में ही तेरी उतनी कर दूंगी
इन शब्दों पर जान न्योछावर है कोमल जी
लाजवाब लिख दिया है उफ़्फ़ क्या प्यार का वर्णन करती हो कोई मुकाबला नहीं