06-08-2020, 06:54 PM
अमित मुझे चोद रहा था और में उसकी गाँड में अंगुली डाल कर आगे पीछे कर रही थी मुश्किल से पांच मिनट भी नही हुए की उसके लण्ड ने अपने पानी की बौछार मेरी चुत में कर दी ।और उसका लण्ड छोटा होकर बाहर आ गया ।
और वो लंबी सांसे लेने लगा ।
अमित भले ही डाउन हो गया पर मेरी चुत अभी भी गर्म थी ऐसा लग रहा था जैसे पानी एक साथ कहीं जमा हो और निकलने के लिए तैयार था पर निकल नही रह था और उसको नही निकलने से मन मे बहुत बैचेन हो रही थी।
मेने उसका हाथ पकड़ा और बोली,-- अपनी अंगुली डाल ना मेरी चुत में मेरा पानी नही निकला वो अपनी अंगुली से मेरी चुत चोदने लगा ।
पर मुझे मज़ा नही आ रहा था इसलिए बोली ,--कुछ और डाल ना मोटा मुझे झड़ना है बहुत बैचेनी हो रही है एक काम कर वो मोमबत्ती घुसा कर चोद ।
उसने खिड़की से मोमबत्ती उठायी और चुत में डालकर आगे पीछे करने लगा पर उसके हाथ से मज़ा नही आ रहा था
इसलिए मैंने वो मोमबत्ती अपनी चुत में डालकर घिसते हुये बोली,- अहह....मेरी बूब्स को मसल और निप्पल को मुँह में लेकर चूस .
वो मेरे आदेश का पालन करने लगा पर लगातार दस पंद्रह मिनट तक भी पानी नही छूटा तो मैने उसके लण्ड को पकड़कर खड़ा करने की कोशिश करने लगी
पर उसका लण्ड फिर से खड़ा होने का नाम ही नही ले रहा था तो में उसको हाथ से हल्की चपत लगाते हुए कहा,--बहनचोद तूने दारू में क्या मिलाया था जो मेरा पानी नही छूट रहा
अमित,--कब।
में,-जब तू पेग बना रहा था तो मैने देखा था कि तू पुड़िया से सफेद पाउडर जैसा कुछ डाल रहा था।
अमित के चेहरे का रंग उड़ गया और वो हकलाते हुए बोला ,-व....ओ तो फीमेल वियाग्रा की टेबलेट थी जो मुझे किसी ने बताई थी कि अब यहां भी मिलती है इसलिए उसको पीस कर पाउडर बनाया था।
में,--साले हराम की औलाद अब किसी को बुला और मुझे ठंडा करवा नही तो में नंगी ही नीचे जाकर किसी से चुदवा कर आती हूँ।
अमित की हालत खराब थी वो कोशिश कर रहा था कि उसका लण्ड खड़ा हो जाये पर वो दो घंटे से चोदने के बाद पूरा ठंडा हो गया था ।वो कुछ बोल नही रहा था शर्म से सिर झुका कर बैठा था।
तभी में बोली ,--तू एक काम कर नीचे जा और सीमा से डिल्डो लेकर आ।
अमित ,-उसके पास है।
में ,--हां मेने पूछा था एक दिन।
अमित ,--पर इतना रात में।
मैं ,--तो तूने वियाग्रा तेरी बहन चुदवाने को खिलाई थी मेरी हालत खराब हो रही है और तुझे रात में डर लग रहा है ।
में लगातार मोमबती को आगे पीछे कर रही थी और चेहरे के एक्सप्रेशन से लग रहा था कि पानी नही छूटने से बहुत परेशान हूँ।
अमित ,--पर में उसको क्या बोलूंगा।
में ,--साला गांडू ,चल मेरा फोन दे इधर ।
फिर मेने सीमा को फोन किया तो उसने एक बार नही उठाया दुबारा रीडायल किया तो उसने दो रिंग के बाद उठा लिया ।
मेने अमित को नीचे जाने का इशारा किया तो वो तुरन्त बरमूडा पहनकर बनियान पहना और नीचे की तरफ भागा।
फोन पर सीमा नींद में ,--हेलो।
में ,--सॉरी यार सीमा रात में डिस्टर्ब करने के लिए ,मुझे वो स्ट्रेपलेस डिल्डो चाहिए।
सीमा ,--अभी ।
मैं ,--हां ,अमित की गाँड मारनी है प्लीइस।
सीमा ,--पर अभी कैसे देने आऊं।
मैं ,--अमित नीचे खड़ा होगा गेट पर तुम्हारे।
सीमा ,--पर उसको दूँगी तो वो क्या सोचेगा।
में ,-अरे यार पेपर में लपेट कर पकड़ा दो बस कुछ बोलने की जरूरत नही है।
सीमा ,--ठीक है देती हूँ , कस के मारना उसकी गाँड की सारी गर्मी निकल जाए उसको दूसरों के बारे में बोलने में बहुत मज़ा आता है।
में ,--तू देगी तब ना।
सीमा ,--अरे मेने पेपर में लपेट भी दिया बस गेट खोलकर देना बाकी है।
मैं,--थैंक्स सीमा और सॉरी इतने रात में डिस्टर्ब किया और फिर इतना बोलकर मेने फोन काट दिया।
एक मिनट भी नही हुआ कि अमित दौड़कर रूम में आया और जल्दी से पेपर को खोलकर स्ट्रीप लेस डिल्डो को बाहर निकाला और उसे देखने लगा ।
मेने उसको कहा,--क्या देख रहा है जल्दी दे इधर ,
उसने मुझे दिया तो में लेकर बोली ,--साली से सीमा भी पूरी चुड़कड रांड है ।
ये तो गाँड मारने वाला है इसका ये क्या करती होगी और फिर उसको अपनी चुत में घुसा लिया और उसके ऊपर लगे बटन को पुश किया तो वो कम्पन्न करने लगा जिसे अमित देख रहा था ।
मेरी सिसकारी निकलने लगी ।
और वो लंबी सांसे लेने लगा ।
अमित भले ही डाउन हो गया पर मेरी चुत अभी भी गर्म थी ऐसा लग रहा था जैसे पानी एक साथ कहीं जमा हो और निकलने के लिए तैयार था पर निकल नही रह था और उसको नही निकलने से मन मे बहुत बैचेन हो रही थी।
मेने उसका हाथ पकड़ा और बोली,-- अपनी अंगुली डाल ना मेरी चुत में मेरा पानी नही निकला वो अपनी अंगुली से मेरी चुत चोदने लगा ।
पर मुझे मज़ा नही आ रहा था इसलिए बोली ,--कुछ और डाल ना मोटा मुझे झड़ना है बहुत बैचेनी हो रही है एक काम कर वो मोमबत्ती घुसा कर चोद ।
उसने खिड़की से मोमबत्ती उठायी और चुत में डालकर आगे पीछे करने लगा पर उसके हाथ से मज़ा नही आ रहा था
इसलिए मैंने वो मोमबत्ती अपनी चुत में डालकर घिसते हुये बोली,- अहह....मेरी बूब्स को मसल और निप्पल को मुँह में लेकर चूस .
वो मेरे आदेश का पालन करने लगा पर लगातार दस पंद्रह मिनट तक भी पानी नही छूटा तो मैने उसके लण्ड को पकड़कर खड़ा करने की कोशिश करने लगी
पर उसका लण्ड फिर से खड़ा होने का नाम ही नही ले रहा था तो में उसको हाथ से हल्की चपत लगाते हुए कहा,--बहनचोद तूने दारू में क्या मिलाया था जो मेरा पानी नही छूट रहा
अमित,--कब।
में,-जब तू पेग बना रहा था तो मैने देखा था कि तू पुड़िया से सफेद पाउडर जैसा कुछ डाल रहा था।
अमित के चेहरे का रंग उड़ गया और वो हकलाते हुए बोला ,-व....ओ तो फीमेल वियाग्रा की टेबलेट थी जो मुझे किसी ने बताई थी कि अब यहां भी मिलती है इसलिए उसको पीस कर पाउडर बनाया था।
में,--साले हराम की औलाद अब किसी को बुला और मुझे ठंडा करवा नही तो में नंगी ही नीचे जाकर किसी से चुदवा कर आती हूँ।
अमित की हालत खराब थी वो कोशिश कर रहा था कि उसका लण्ड खड़ा हो जाये पर वो दो घंटे से चोदने के बाद पूरा ठंडा हो गया था ।वो कुछ बोल नही रहा था शर्म से सिर झुका कर बैठा था।
तभी में बोली ,--तू एक काम कर नीचे जा और सीमा से डिल्डो लेकर आ।
अमित ,-उसके पास है।
में ,--हां मेने पूछा था एक दिन।
अमित ,--पर इतना रात में।
मैं ,--तो तूने वियाग्रा तेरी बहन चुदवाने को खिलाई थी मेरी हालत खराब हो रही है और तुझे रात में डर लग रहा है ।
में लगातार मोमबती को आगे पीछे कर रही थी और चेहरे के एक्सप्रेशन से लग रहा था कि पानी नही छूटने से बहुत परेशान हूँ।
अमित ,--पर में उसको क्या बोलूंगा।
में ,--साला गांडू ,चल मेरा फोन दे इधर ।
फिर मेने सीमा को फोन किया तो उसने एक बार नही उठाया दुबारा रीडायल किया तो उसने दो रिंग के बाद उठा लिया ।
मेने अमित को नीचे जाने का इशारा किया तो वो तुरन्त बरमूडा पहनकर बनियान पहना और नीचे की तरफ भागा।
फोन पर सीमा नींद में ,--हेलो।
में ,--सॉरी यार सीमा रात में डिस्टर्ब करने के लिए ,मुझे वो स्ट्रेपलेस डिल्डो चाहिए।
सीमा ,--अभी ।
मैं ,--हां ,अमित की गाँड मारनी है प्लीइस।
सीमा ,--पर अभी कैसे देने आऊं।
मैं ,--अमित नीचे खड़ा होगा गेट पर तुम्हारे।
सीमा ,--पर उसको दूँगी तो वो क्या सोचेगा।
में ,-अरे यार पेपर में लपेट कर पकड़ा दो बस कुछ बोलने की जरूरत नही है।
सीमा ,--ठीक है देती हूँ , कस के मारना उसकी गाँड की सारी गर्मी निकल जाए उसको दूसरों के बारे में बोलने में बहुत मज़ा आता है।
में ,--तू देगी तब ना।
सीमा ,--अरे मेने पेपर में लपेट भी दिया बस गेट खोलकर देना बाकी है।
मैं,--थैंक्स सीमा और सॉरी इतने रात में डिस्टर्ब किया और फिर इतना बोलकर मेने फोन काट दिया।
एक मिनट भी नही हुआ कि अमित दौड़कर रूम में आया और जल्दी से पेपर को खोलकर स्ट्रीप लेस डिल्डो को बाहर निकाला और उसे देखने लगा ।
मेने उसको कहा,--क्या देख रहा है जल्दी दे इधर ,
उसने मुझे दिया तो में लेकर बोली ,--साली से सीमा भी पूरी चुड़कड रांड है ।
ये तो गाँड मारने वाला है इसका ये क्या करती होगी और फिर उसको अपनी चुत में घुसा लिया और उसके ऊपर लगे बटन को पुश किया तो वो कम्पन्न करने लगा जिसे अमित देख रहा था ।
मेरी सिसकारी निकलने लगी ।