06-08-2020, 12:08 PM
उसको चुत चाटने हुए 10 मिनट हुए होंगे कि मैने उसको लात से दूर किया और टेबल से लड़खड़ाते हुए नीचे उतरने लगी,
उसने फिर मुझे सहारा देकर खड़ा किया तो में बालकनी की तरफ जाने लगी ।
अमित भी मेरे पीछे पीछे आया हाथ पकड़ा और बोला,-- क्या कर रही हो ।
नीचे से लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे ।
में ,--मुझे बालकनी में चुदवाना है चल ।
अमित ,--पागल हुई है क्या नीचे रोड से लोग को दिखेगा।
मैं नशे में होने की एक्टिंग करते हुए ,--साले फट्टू ,बालकनी की लाइट बन्द करलो अंधरे में क्या घंटा दिखेगा चल।
फिर मेने उसका हाथ पकड़कर लाइट बंद की और रैलिंग पकड कर नीचे देखकर झुक गयी और अपनी गांड पीछे की और कर दी ।
अमित पीछे से आया और मेरी चुत में लण्ड लगाकर एक जोर से शॉट मारा ,जिससे मेरी चीख निकल गयी।
निचे रोड पर कुछ लोग थे जो इधर उधर जा रहे थे लेकिन किसी का ध्यान मेरी चीख पर नही गया ,में अब इतना ही जोर से सिसकिया ले रही थी कि अमित तक ही पहुंचे और नीचे देखते हुए चुद रही थी।
मुझे एक अलग तरह का रोमांस अपने मन मे महसूस हो रहा था कि कैसे बालकनी में खड़े होकर पीछे से चुद रही हूं।और अगर रोड के उस तरफ सामने वाली बिल्डिंग से कोई भी देखकर समझ सकता है कि सामने वाली बिल्डिंग में चुदाई हो रही हैं पर अंधेरे की वजह से पहचान नही सकता ।और अगर किसी को दिख भी रहा होगा तो वो दुआ कर रहा होगा कि काश लाइट जल जाए ताकि लाइव शो देखने को मिल जाये
अमित भी लगातार शॉट लगाए जा रहा था शायद उसने भी कभी नही सोचा होगा कि कभी इस तरह भी अपनी बीबी को चोदेगा ।
लगभग दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद मुझे झुके रहने से दर्द होने लगा तो में खड़ी हुई जिससे अमित का लण्ड बाहर निकल गया तो मैने उसका हाथ पकड़ा और गेस्ट रूम में लेकर आई ।
फिर उसको गेस्ट रूम में बेड पर धक्का देकर गिराया और उसके लण्ड पर बैठ गयी और बैठे बैठे चुदते हुए बोली ,-साले तूने वियाग्रा खाई है ना ,अब देखते है कोन पहले डाउन होता है ।
अमित भी नीचे से धक्का लगा रहा था और उसका हाथ मेरी उन्नत चुचियों पर था वो भी लगातार मेरी चुत को भोसड़ा बनाने में लगा था।
अमित ,--ओहो......साली तू दारू पीकर नशीली हो जाती है और पीने के बाद ज्यादा मज़ा देती है
में ,-आह ......अभी देखा कहाँ है तूने साले तेरी माँ चुदवा दूँगी देखना ।
दस मिनट चुदवाने के बाद मेने सोचा अब गेस्ट रूम का भी चुदाई से उदघाटन हो गया इसलिए अब दूसरा रूम जो बचा है उसमें भी चुदवा लिया जाए इसलिए अमित के लण्ड पर से खड़ी हुई और बोली चल आज घर के हर कोने में चुदना है इसलिए दूसरे बैडरूम में चल कर चोद ।
बाहर हाल में आई तो गला सूखने लगा इसलिए नंगी ही किचन में गयी और पानी की बोतल निकाल कर पूरी बॉटल पी गयी ,पीछे से अमित भी आ गया और बोला,--- एक राउंड किचन में हो जाय।
फिर उसने मुझे किचन में स्लैब पर बिठाया और खड़े खड़े चुत में लण्ड डालकर चोदने लगा ।आज पहली बार बैठ कर चुदवा रही थी जो चुत में अलग ही सेन्सेसन पैदा कर रहा था ।
मेने अपने हाथ उसकी छाती पर रखे और उसकी निप्पलों को जोर जोर से मसलने लगी पर उसके हाथ मेरी गाँड को पकड़े थे उसके हर बार घक्के से में पीछे हो जाती थी जिससे वो अपने दोनों हाथों को गाँड से पकड़ कर वापस आगे ला रहा था,।
वो चोदते समय मेरी आँखों मे देख रहा था में भी उसकी आंखो में देखकर चुदवा रही थी पूरी बेशर्मी के साथ ।
तभी मेने अपना एक हाथ उसकी गोटियों पर रखा और बोली,--- साले देखती हूँ तेरी इन गोटियों में कितनी देर तक पानी रुकता है अभी सारा पानी एक साथ निकलने वाला है।
जब रसोई में काफी देर चुदाई हो गयी तो वो बोला,-- चल अब दूसरे बेडरूम में तुझे कुतिया बनाकर चोदता हूँ।
में भी नशे में एक्टिंग करते बोली ,--बना ले कुत्ते चल देखती हूँ तू कितना बड़ा कुत्ता है
में उसके साथ दूसरे रूम की और चलने लगी तभी मुझे लगा एक बार टॉयलेट जाना पड़ेगा तो में थोड़ा लड़खड़ाने लगी । जिससे अमित ने मुझे पकड़ लिया ।
तो मैने कहा,-- पहले मुझे टॉयलेट लेकर चल वो मुझे सु सु करनी है ।वो मेरा हाथ पकड़कर बाथरूम में लाया तो मेने कहा,-- तूने किसी को औरत को मूतते हुए देखा है क्या।
अमित ने ना में सिर हिलाया तो मैने कहा,-- चल देख कैसे एक औरत की चुत से मूत्र निकलता है ।
फिर उसका हाथ पकड़ के सामने बैठने को कहा और सामने में खड़ी होकर अपनी चुत को दोनों हाथों से चोडा करके उसको बोली,-- देख इधर मेने अपने दोनों हाथ से चुत को पूरा खोल कर लाल रंग दिखाया ।
तभी मूत्र की धार निकली और मूत्र की धार सीधी उसके मुंह पर गिरी क्योकि मेने पहले शराब पी ली थी फिर खाने के बाद पानी पी लिया और फिर पूरी पानी की बोतल खाली कर दी थी इसलिए टंकी फुल थी।
मुत्त कि धार भी बहुत दूर तक गयी जौ उसके मुंह के अलावा पूरे चेहरे को भिगो दिया वो भी चुत को देखने के चक्कर मे वही बैठा रहा जब तक मेरी टंकी खाली नही हुई और जब तक टंकी खाली होती वो पूरा मेरे मूत्र से भीग गया।
मेने मन मे सोचा साला को मुत्त पिला दिया तभी अमित खड़ा हुआ और शॉवर चालू किया और मुझे भी अपने साथ पानी के नीचे छींच लिया दोनों पानी मे नहाने लगे ।
उसका लण्ड पूरा सीधा खड़ा था शायद उसने आज कुछ दूसरा टेबलेट खाया था तभी डाउन नही हो रहा था तभी मेने उसका लण्ड अपनी चुत में लेने के लिए अपनी चुत को लण्ड पर दबाया वो समझ गया और पानी के नीचे ही लण्ड को चुत में डालकर खड़े खड़े चोदने लगा।
दोनों के शरीर चिपक गए थे इसलिए पानी बीच मे से होता हुआ लण्ड पर गिरकर चुत में जाने लगा जिस से चुदने का मज़ा बढ़ गया ।
जब दोनों खड़े खड़े चुदाई से थक गए और अलग होकर तोलिये से शरीर को पोंछा और फिर बैडरूम में पंहुच गए ।
बैडरूम में बेड पा गिरकर अमित ने मेरी टांगों को मोड़ दिया जिसे मेने अपने हाथ मे पकड़ लिया और फिर अमित ने अपना खूंटा मेरी चुत में गाड़ दिया और गाड़ी चलाने लगा ।
थॉडी देर बाद उसने पोजीशन बदली और वापस मिसनरी स्टाइल के चोदने लगा ।मेने भी अपना हाथ उसकी गाँड पर लेजाकर अपनी एक अंगुली उसकी गाँड में घुसा दी। अमित के मुँह से कामुक सिसकारी निकल गयी ....
To be continue.....
उसने फिर मुझे सहारा देकर खड़ा किया तो में बालकनी की तरफ जाने लगी ।
अमित भी मेरे पीछे पीछे आया हाथ पकड़ा और बोला,-- क्या कर रही हो ।
नीचे से लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे ।
में ,--मुझे बालकनी में चुदवाना है चल ।
अमित ,--पागल हुई है क्या नीचे रोड से लोग को दिखेगा।
मैं नशे में होने की एक्टिंग करते हुए ,--साले फट्टू ,बालकनी की लाइट बन्द करलो अंधरे में क्या घंटा दिखेगा चल।
फिर मेने उसका हाथ पकड़कर लाइट बंद की और रैलिंग पकड कर नीचे देखकर झुक गयी और अपनी गांड पीछे की और कर दी ।
अमित पीछे से आया और मेरी चुत में लण्ड लगाकर एक जोर से शॉट मारा ,जिससे मेरी चीख निकल गयी।
निचे रोड पर कुछ लोग थे जो इधर उधर जा रहे थे लेकिन किसी का ध्यान मेरी चीख पर नही गया ,में अब इतना ही जोर से सिसकिया ले रही थी कि अमित तक ही पहुंचे और नीचे देखते हुए चुद रही थी।
मुझे एक अलग तरह का रोमांस अपने मन मे महसूस हो रहा था कि कैसे बालकनी में खड़े होकर पीछे से चुद रही हूं।और अगर रोड के उस तरफ सामने वाली बिल्डिंग से कोई भी देखकर समझ सकता है कि सामने वाली बिल्डिंग में चुदाई हो रही हैं पर अंधेरे की वजह से पहचान नही सकता ।और अगर किसी को दिख भी रहा होगा तो वो दुआ कर रहा होगा कि काश लाइट जल जाए ताकि लाइव शो देखने को मिल जाये
अमित भी लगातार शॉट लगाए जा रहा था शायद उसने भी कभी नही सोचा होगा कि कभी इस तरह भी अपनी बीबी को चोदेगा ।
लगभग दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद मुझे झुके रहने से दर्द होने लगा तो में खड़ी हुई जिससे अमित का लण्ड बाहर निकल गया तो मैने उसका हाथ पकड़ा और गेस्ट रूम में लेकर आई ।
फिर उसको गेस्ट रूम में बेड पर धक्का देकर गिराया और उसके लण्ड पर बैठ गयी और बैठे बैठे चुदते हुए बोली ,-साले तूने वियाग्रा खाई है ना ,अब देखते है कोन पहले डाउन होता है ।
अमित भी नीचे से धक्का लगा रहा था और उसका हाथ मेरी उन्नत चुचियों पर था वो भी लगातार मेरी चुत को भोसड़ा बनाने में लगा था।
अमित ,--ओहो......साली तू दारू पीकर नशीली हो जाती है और पीने के बाद ज्यादा मज़ा देती है
में ,-आह ......अभी देखा कहाँ है तूने साले तेरी माँ चुदवा दूँगी देखना ।
दस मिनट चुदवाने के बाद मेने सोचा अब गेस्ट रूम का भी चुदाई से उदघाटन हो गया इसलिए अब दूसरा रूम जो बचा है उसमें भी चुदवा लिया जाए इसलिए अमित के लण्ड पर से खड़ी हुई और बोली चल आज घर के हर कोने में चुदना है इसलिए दूसरे बैडरूम में चल कर चोद ।
बाहर हाल में आई तो गला सूखने लगा इसलिए नंगी ही किचन में गयी और पानी की बोतल निकाल कर पूरी बॉटल पी गयी ,पीछे से अमित भी आ गया और बोला,--- एक राउंड किचन में हो जाय।
फिर उसने मुझे किचन में स्लैब पर बिठाया और खड़े खड़े चुत में लण्ड डालकर चोदने लगा ।आज पहली बार बैठ कर चुदवा रही थी जो चुत में अलग ही सेन्सेसन पैदा कर रहा था ।
मेने अपने हाथ उसकी छाती पर रखे और उसकी निप्पलों को जोर जोर से मसलने लगी पर उसके हाथ मेरी गाँड को पकड़े थे उसके हर बार घक्के से में पीछे हो जाती थी जिससे वो अपने दोनों हाथों को गाँड से पकड़ कर वापस आगे ला रहा था,।
वो चोदते समय मेरी आँखों मे देख रहा था में भी उसकी आंखो में देखकर चुदवा रही थी पूरी बेशर्मी के साथ ।
तभी मेने अपना एक हाथ उसकी गोटियों पर रखा और बोली,--- साले देखती हूँ तेरी इन गोटियों में कितनी देर तक पानी रुकता है अभी सारा पानी एक साथ निकलने वाला है।
जब रसोई में काफी देर चुदाई हो गयी तो वो बोला,-- चल अब दूसरे बेडरूम में तुझे कुतिया बनाकर चोदता हूँ।
में भी नशे में एक्टिंग करते बोली ,--बना ले कुत्ते चल देखती हूँ तू कितना बड़ा कुत्ता है
में उसके साथ दूसरे रूम की और चलने लगी तभी मुझे लगा एक बार टॉयलेट जाना पड़ेगा तो में थोड़ा लड़खड़ाने लगी । जिससे अमित ने मुझे पकड़ लिया ।
तो मैने कहा,-- पहले मुझे टॉयलेट लेकर चल वो मुझे सु सु करनी है ।वो मेरा हाथ पकड़कर बाथरूम में लाया तो मेने कहा,-- तूने किसी को औरत को मूतते हुए देखा है क्या।
अमित ने ना में सिर हिलाया तो मैने कहा,-- चल देख कैसे एक औरत की चुत से मूत्र निकलता है ।
फिर उसका हाथ पकड़ के सामने बैठने को कहा और सामने में खड़ी होकर अपनी चुत को दोनों हाथों से चोडा करके उसको बोली,-- देख इधर मेने अपने दोनों हाथ से चुत को पूरा खोल कर लाल रंग दिखाया ।
तभी मूत्र की धार निकली और मूत्र की धार सीधी उसके मुंह पर गिरी क्योकि मेने पहले शराब पी ली थी फिर खाने के बाद पानी पी लिया और फिर पूरी पानी की बोतल खाली कर दी थी इसलिए टंकी फुल थी।
मुत्त कि धार भी बहुत दूर तक गयी जौ उसके मुंह के अलावा पूरे चेहरे को भिगो दिया वो भी चुत को देखने के चक्कर मे वही बैठा रहा जब तक मेरी टंकी खाली नही हुई और जब तक टंकी खाली होती वो पूरा मेरे मूत्र से भीग गया।
मेने मन मे सोचा साला को मुत्त पिला दिया तभी अमित खड़ा हुआ और शॉवर चालू किया और मुझे भी अपने साथ पानी के नीचे छींच लिया दोनों पानी मे नहाने लगे ।
उसका लण्ड पूरा सीधा खड़ा था शायद उसने आज कुछ दूसरा टेबलेट खाया था तभी डाउन नही हो रहा था तभी मेने उसका लण्ड अपनी चुत में लेने के लिए अपनी चुत को लण्ड पर दबाया वो समझ गया और पानी के नीचे ही लण्ड को चुत में डालकर खड़े खड़े चोदने लगा।
दोनों के शरीर चिपक गए थे इसलिए पानी बीच मे से होता हुआ लण्ड पर गिरकर चुत में जाने लगा जिस से चुदने का मज़ा बढ़ गया ।
जब दोनों खड़े खड़े चुदाई से थक गए और अलग होकर तोलिये से शरीर को पोंछा और फिर बैडरूम में पंहुच गए ।
बैडरूम में बेड पा गिरकर अमित ने मेरी टांगों को मोड़ दिया जिसे मेने अपने हाथ मे पकड़ लिया और फिर अमित ने अपना खूंटा मेरी चुत में गाड़ दिया और गाड़ी चलाने लगा ।
थॉडी देर बाद उसने पोजीशन बदली और वापस मिसनरी स्टाइल के चोदने लगा ।मेने भी अपना हाथ उसकी गाँड पर लेजाकर अपनी एक अंगुली उसकी गाँड में घुसा दी। अमित के मुँह से कामुक सिसकारी निकल गयी ....
To be continue.....