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Incest मेरी बहन-मेरी पत्नी
#13
थोड़ी देर के बाद वो उठी और शरारतभरी मुस्कुराहट के साथ मेरी आँखों में आँखें डाल कर बोली- "क्या हाल चाल है भईया? कैसा लगा? मजा आया?"
मैंने कहा- "मजा तो मै तुझे अभी चखाता हूँ | मुझे जरा सामान रखने दे फिर देख मजा क्या होता है? अभी बिस्तर पर डालता हूँ तुझे और बताता हूँ मजा क्या होता है ? "

अमृता ने फिर से शरारत भरे अंदाज में (लिप्स-टू-लिप्स करते हुए और हाथ से लंड सहलाते हुए ) कहा- "अच्छा...................सच में? ”और मै बिना उसे बाहों में भरे ही लिप्स-टू-लिप्स करने लगा |
मैंने सारा सामान रखने के बाद अमृता को बाहों में भरा और एक बहुत जोर से लिप्स-टू-लिप्स करते हुए कहा-
"अपनी जिंदगी का पहला हनीमून मुबारक हो मेरी जान"
अमृता ने भी मेरे लंड को हाथ से सहलाते हुए मुझे लिप्स-टू-लिप्स किया और कहा-
"आपको भी भईया "
अमृता जानती थी कि मुझे सबसे ज्यादा पागलपन तब चड़ता है जब वो मेरा लंड हाथ ले लेकर (या सेक्स करते समय) बहुत प्यार से मुझे भईया बुलाती है |
अमृता के मुहे से इस समय भईया सुनकर (जब वो मेरा लंड हाथ में लेकर सहला रही थी) मै उतावला हो गया और उसी समय उसे नंगा करके उसकी चूत मारने के लिए उसके ऊपर भूखे भेडिये कि तरह टूट पड़ा |मगर अमृता ने मुझे रूक दिया और कहा-
"भईया हमे पंद्रह दिन साथ रहना है और मै चाहती हूँ कि ये पंद्रह दिन हमारे जीवन के सबसे ज्यादा यादगार दिन रहे | हम दोनों इंटरकोर्से (अथार्त सम्भोग ) तो रोज ही करते है, इन पन्दरह दिनों में ज्यादा से ज्यादा प्यार करे | इसलिए अपने पर थोडा सा नियंत्रण रखो और अभी से उतावलापन मत दिखाओ | मै तो आपकी ही हूँ जब चाहो टांग उठा लेना (और ये कहते हुए थोडा सा शरमा भी गयी) मगर मै चाहती हूँ कि हम दोनों ज्यादा से ज्यादा समय तक एक दुसरे को किस्स करें, एक दुसरे के बदन के साथ खेलें, एक दुसरे को बाहों में भर के प्यार करें और ज्यादा से ज्यादा समय एक दुसरे की बाहों में बिताएं | इसलिए अभी से मुझे बिस्तर पर मत ले जाना | "
मुझे भी अमृता का सुझाव अच्छा लगा और मैंने भी अमृता से कहा तो फिर तुझे भी मेरी एक शर्त माननी पड़ेगी- तू भी मेरे लंड से इतनी छेड़-छाड़ नहीं करेगी कि मै झड जाऊं | तू मेरे लंड से खेल ले मगर इसे इतना मत सह्लाइयो कि ये पानी छोड़ दे | तभी मै मेरे बदन से सारा दिन खेल सकूँगा (वैसे तो रात होने में सिर्फ कुछ ही घंटे बाकी थे)|
अमृता ने भी वादा किया कि वो भी मेरे लंड को सिर्फ इतना ही सहलाएगी कि सिर्फ सुरूर बना रहे , इतना नहीं कि मै झड जाऊं |
मैंने अमृता को फिर से बाहों में भर कर किस्स करना शुरू कर दिया | कभी मै उसके होंठ पीता तो कभी उसके बूब्स दबाता | कभी मै अमृता के गालों को चूमता तो कभी उसकी टी-शर्ट के अंदर हाथ डाल कर उसकी नंगी कमर का एहसास लेता|
अमृता भी मेरे बदन के साथ खेल रही थी- वो भी कभी मेरे होंठ पीती तो कभी मेरा लंड सहलाने लगती और कभी मेरे ऊपर आ जाती तो कभी मेरे नीचे |

मैंने अमृता को नंगा करना चाहा मगर अमृता ने कपडे उतरवाने से मन कर दिया और बोली कि अगर मैंने उसके कपडे उतर दिए तो मै फिर से बेकाबू हो जाऊंगा और उसकी चूत मार कर ठंडा हो कर लेट जाऊँगा जबकि वो अभी और प्यार करना चाहती है |

अमृता कि चूत मारते हुए तो मुझे दो साल होने वाले थे इसलिए मुझे भी उसकी चूत मारने की कोई जल्दी नहीं थी और साथ ही मुझे पता था कि अब पंद्रह दिनों तक तो और कुछ होना भी नहीं है सिवाए चूत मारने के| इसलिए मैंने भी सोचा कि आज थोडा सा मजा सिर्फ किस्स करने का और उसे सहलाने का ही ले लिया जाए |इस तरह से अमृता भी खुश हो जायेगी और मुझे भी मजा तो मिल ही रहा था |
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: मेरी बहन-मेरी पत्नी - by neerathemall - 05-08-2020, 02:49 PM



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