04-08-2020, 04:52 PM
में बाहर सोफे पर आकर बैठ गयी ।
तभी अमित भी बाहर सोफे पर आकर बैठ गया और कमला ने चाय लाकर दी तो वो पीने लगा।दोनों चुपचाप बैठे थे ,
थॉडी देर में कमला खाना बनाकर बोली ,-भाभी मेने खाना बना दिया है, में जा रही हूं
मेने मन मे सोचा कि साली का पूरा पानी निकल गया आज तभी आज बिना कोई बदमासी के चली गयी।
उसके जाते ही अमित बोला ,--क्या हुआ तुम रो क्यों रही थी
मैं ,--तो क्या करूँ ,तुम ने मुझे पता नही क्या समझ के रखा है ।
अमित ,--ऐसा क्या कर दिया मेने।
मैं,--तुम को नही पता क्या किया
अमित ,--यार बताओगी तब ना।
मैं ,-अमित मेने तुमको एन्जॉय कराने में कोई कमी रखी है क्या तुम्हारी खातिर उस हरामी बूढ़े से अपने बूब्स मसलवा लिए।
अमित ,--तो उसमें मज़ा भी दोनों को आया ना।
में ,--तो इसका मतलब तुम कहीं भी चालू हो जाओगे जब कि में कुछ बोलना चाहूं तो बोलने भी नही दो
अमित ,--पर मुझे क्या मालूम कमला अंदर है और तुम्हारे वाट्सएप की वजह से मेरा मूड दूसरा था
में,--तो मूड होने का मतलब क्या हुआ ,अब उस नोकरानी के सामने करो , क्या इज्जत रह गयी मेरी ऐसे ही उसको संभालना मुश्किल है।
अमित ,--तो उसने तुमको ही रखा है ना ।
में ,--तुम बोलो तो निकाल दूँ काम से ,पर उसकी वजह से भी कभी कभी मूड भी बन जाता है और तुमको भी उसे देखकर अच्छा लगता है।
अमित ,--सॉरी यार पर तुम ही उसके बारे में उकसाती रहती हो
में ,--देखो अमित मेने अपने बारे में तुमको सबकुछ बता दिया और अपनी तरफ से तुमको खुश करने की हर संभव कोशिश की है तुमको अच्छा लगता है इसलिए मज़ा लेने के लिये जो भी किया अकेले में किया पर इसका ये तो मतलब नही की तुम उसके सामने सेक्स करो ।
अमित ,-तो चलो सबसे पहले में तुम्हे आज अपने बारे मे सबकुछ बता देता हूँ लेकिन वादा करो कि तुम मुझे उसके लिए बाद में ताने नही मारोगी ।
में ,--जैसे तुम मेरे साथ मेरी कहानी सुनकर ट्रीट करते हो में भी वही करूँगी, प्रोमिस।
अमित ,--ठीक है फिर सुनो मुझे बच्पन से ही सेक्स का ज्ञान हो गया था और वो कराया गांव में पड़ोस वाली चंदा आंटी ने ,।
में एक बार में अपने दोस्त के साथ खेल रहा था तो खेल कुछ ऐसा था कि उसमें एक पत्थर को दूसरे पत्थर से मारना होता था अगर लग गया तो जितनी दूर वो पत्थर जाता उतनी दूर मारने वाले को पीठ पर लाद के ले जाना होता था ।
खेल खेल में हम जब पीठ पर होते तो अपना लण्ड निकाल कर दूसरे की पीठ पर चढ़ते थे ऐसा करने से मजा आता था ।
एक दिन चंदा आंटी ने हमें देख लिया और मुझे अपने घर मे बुलाया, मैं डर गया क्योंकि उसने मुझे लण्ड को उसकी हाफ पैंट पर रगडते देख लिया था।
उसने पहले तो मम्मी को बोलने की धमकी दी फिर जब उसको लगा कि में उसके वश में हूँ तो वो उसने मुझे सेक्स का संसार दिखाया ।
जिसमे सेक्सी कहानियों की किताब से लेकर मेरे चाचा की लड़की को चुदवाना औऱ अंकल से मैरी गाण्ड मरवाने तक पूरा ट्रेंड कर दिया वो खुद भी मुझसे चुदवाती थी लेकिन उसने मुझे गाँड मरवाने का आदि बना दिया ।
जो गाँव से लेकर पूना में कॉलेज तक चलता रहा कॉलेज में होस्टल में एक साल तक सीनियर लड़का जो मेरा रूम मेट था लगातार मेरी गाण्ड मारता था लेकिन एक साल बाद जब वो आगे की पढ़ाई के लिए निकल गया
तब मेरी दोस्ती लता से हुई और दो साल कॉलेज टाइम में मैने उसको बहुत बार चोदा फिर उसकी शादी हो गयी ओर में पोर्न का आदि हो गया ।
मुझे पोर्न देखकर मूठ मारने के अलावा गाण्ड में भी अंगुली डालने से मज़ा आने लगा बाद में मोमबत्ती डालकर पोर्न स्टोरी पढ़ने लगा ,एक ही तरह की कहानी से बोर होने से वक्त के साथ मुझे कहानियों में भी अलग अलग तरह के बदलाव अच्छे लगने लगे और इन्सेन्ट ,स्वैप ,कूकहोल्ड ,BDSM,सब तरह की कहानियों पढ़ने लगा ।
जो तुम से शादी के पहले तक जारी था ।
पर तुम ने मुझे एक नई दुनिया मे पहुंचा दिया जहां मुझे असली सेक्स का आनंद का पत्ता चला।
इतना बोलकर वो चुप हो गया ,
में तब उठकर रसोई में गयी और खाना निकाल कर दोनों खाने लगे ।
तो में बोली ,--ठीक है मुझे तुमसे इस बात की कोई शिकायत नही है की तुमने पहले क्या किया । पर में भी एक घरेलू लड़की हूँ और तुम ने मुझे एक वेश्या कि तरह ट्रीट करना चालू कर दिया ।
अब में तुम्हारी बोवी हूँ और तुम को जो चाहिए वो तुम बोल भी सकते हो लेकिन तुम खाली मुझे ही बोलो की कहानी सुनाओ तुम भी अपनी चॉइस बता सकते हो कल रीता से बात करके मुझे बहुत अपराध बोध हुआ कि मैने गलत काम किया ,आज दिन में भी कई बार मन मे आया कि मुझे रीता के बारे में तुमको नही बताना चाहिए था।
अमित ,--ठीक है आज के बाद जो भी मुझे अच्छा लगेगा में खुद तुमको बोलूंगा और तुम्हारी इमेज भी बनी रहे उसका ध्यान रखूंगा ठीक है ।
में अमित की कहानी सुनकर मन मे खुश थी कि चलो पता तो चला कि क्या हुआ था पर अमित पर दबाव बनाने का भी क्लू मिल गया कि आगे कैसे ये मेरा गुलाम बनकर रहेगा।
खाना खाकर में किचन में गयी और बरतन धो कर जब बैडरूम में गयी तो अमित उदास बैठा था।
मेने मन मे सोचा कि अब आएगा मज़ा जब तक ये खुद किसी सब्जेक्ट पर अपने मुहँ से नही बोलेगा में अपनी तरफ से पहल नही करूँगी।
मेने बैडरूम में जाकर अपने कपड़े खोले और सिर्फ ब्रा पेंटी में जाकर उसको किश किया और बोला ,--सरप्राइज नही पूछोगे ,।
अमित के चेहरे से उदासी की जगह मुस्कान आ गयी वो मेरी ब्रा खोलने के लिए उठा
मैने उसकी कैप हटा दी दोनों निप्पल बाहर आ गयी फिर पैंटी की कैप खोलकर बोली ,--लो मे नंगी हो गयी अब तुम भी बर्थ सूट में आ जाओ ।
अमित ,--वाओ मस्त ब्रा पेंटी लाई हो खरीद कर ,अब खुल के बोलो ना कि अपनी मोम की चुत से जैसे निकले थे वैसे हो जाओ।
वो तुरंत नंगा हो गया और मेरी चुत को चाटने लगा।
मेने उसको कहा चाट ले इसको बहुत रस भरी है ये।
इसका रस पीने वाले तुम दूसरे मर्द हो और गरम सिसकिया लेने लगी ।
लगभग पंद्रह मिनट तक चुत चाटने के बाद अमित बोला ,--अब सरप्राइज तो बता दो ।
तो मैने कहा कि रीता की सील पैक है तुमको चिंता करने की जरूरत नही है ।
अमित बोला ,--तुम को किसने बताया ।
में ,--रीता ने खुद बताया फिर उसको बिस्तर पर गिराया और बोली अब चोद दो मुझे।
अमित ,--एक शर्त पर ।
में ,-बोलो ।
अमित ,-- मुझे आज भी रीता की बातें सुननी है ।
में ,-बहनचोद है तू ।
अमित ,--हां एक बहन तो चोद चुका हूं और कई बार रीता को सोचकर मूठ मारी है।
और फिर वो मेरे ऊपर आकर लण्ड की चुत में डाल दिया
तभी अमित भी बाहर सोफे पर आकर बैठ गया और कमला ने चाय लाकर दी तो वो पीने लगा।दोनों चुपचाप बैठे थे ,
थॉडी देर में कमला खाना बनाकर बोली ,-भाभी मेने खाना बना दिया है, में जा रही हूं
मेने मन मे सोचा कि साली का पूरा पानी निकल गया आज तभी आज बिना कोई बदमासी के चली गयी।
उसके जाते ही अमित बोला ,--क्या हुआ तुम रो क्यों रही थी
मैं ,--तो क्या करूँ ,तुम ने मुझे पता नही क्या समझ के रखा है ।
अमित ,--ऐसा क्या कर दिया मेने।
मैं,--तुम को नही पता क्या किया
अमित ,--यार बताओगी तब ना।
मैं ,-अमित मेने तुमको एन्जॉय कराने में कोई कमी रखी है क्या तुम्हारी खातिर उस हरामी बूढ़े से अपने बूब्स मसलवा लिए।
अमित ,--तो उसमें मज़ा भी दोनों को आया ना।
में ,--तो इसका मतलब तुम कहीं भी चालू हो जाओगे जब कि में कुछ बोलना चाहूं तो बोलने भी नही दो
अमित ,--पर मुझे क्या मालूम कमला अंदर है और तुम्हारे वाट्सएप की वजह से मेरा मूड दूसरा था
में,--तो मूड होने का मतलब क्या हुआ ,अब उस नोकरानी के सामने करो , क्या इज्जत रह गयी मेरी ऐसे ही उसको संभालना मुश्किल है।
अमित ,--तो उसने तुमको ही रखा है ना ।
में ,--तुम बोलो तो निकाल दूँ काम से ,पर उसकी वजह से भी कभी कभी मूड भी बन जाता है और तुमको भी उसे देखकर अच्छा लगता है।
अमित ,--सॉरी यार पर तुम ही उसके बारे में उकसाती रहती हो
में ,--देखो अमित मेने अपने बारे में तुमको सबकुछ बता दिया और अपनी तरफ से तुमको खुश करने की हर संभव कोशिश की है तुमको अच्छा लगता है इसलिए मज़ा लेने के लिये जो भी किया अकेले में किया पर इसका ये तो मतलब नही की तुम उसके सामने सेक्स करो ।
अमित ,-तो चलो सबसे पहले में तुम्हे आज अपने बारे मे सबकुछ बता देता हूँ लेकिन वादा करो कि तुम मुझे उसके लिए बाद में ताने नही मारोगी ।
में ,--जैसे तुम मेरे साथ मेरी कहानी सुनकर ट्रीट करते हो में भी वही करूँगी, प्रोमिस।
अमित ,--ठीक है फिर सुनो मुझे बच्पन से ही सेक्स का ज्ञान हो गया था और वो कराया गांव में पड़ोस वाली चंदा आंटी ने ,।
में एक बार में अपने दोस्त के साथ खेल रहा था तो खेल कुछ ऐसा था कि उसमें एक पत्थर को दूसरे पत्थर से मारना होता था अगर लग गया तो जितनी दूर वो पत्थर जाता उतनी दूर मारने वाले को पीठ पर लाद के ले जाना होता था ।
खेल खेल में हम जब पीठ पर होते तो अपना लण्ड निकाल कर दूसरे की पीठ पर चढ़ते थे ऐसा करने से मजा आता था ।
एक दिन चंदा आंटी ने हमें देख लिया और मुझे अपने घर मे बुलाया, मैं डर गया क्योंकि उसने मुझे लण्ड को उसकी हाफ पैंट पर रगडते देख लिया था।
उसने पहले तो मम्मी को बोलने की धमकी दी फिर जब उसको लगा कि में उसके वश में हूँ तो वो उसने मुझे सेक्स का संसार दिखाया ।
जिसमे सेक्सी कहानियों की किताब से लेकर मेरे चाचा की लड़की को चुदवाना औऱ अंकल से मैरी गाण्ड मरवाने तक पूरा ट्रेंड कर दिया वो खुद भी मुझसे चुदवाती थी लेकिन उसने मुझे गाँड मरवाने का आदि बना दिया ।
जो गाँव से लेकर पूना में कॉलेज तक चलता रहा कॉलेज में होस्टल में एक साल तक सीनियर लड़का जो मेरा रूम मेट था लगातार मेरी गाण्ड मारता था लेकिन एक साल बाद जब वो आगे की पढ़ाई के लिए निकल गया
तब मेरी दोस्ती लता से हुई और दो साल कॉलेज टाइम में मैने उसको बहुत बार चोदा फिर उसकी शादी हो गयी ओर में पोर्न का आदि हो गया ।
मुझे पोर्न देखकर मूठ मारने के अलावा गाण्ड में भी अंगुली डालने से मज़ा आने लगा बाद में मोमबत्ती डालकर पोर्न स्टोरी पढ़ने लगा ,एक ही तरह की कहानी से बोर होने से वक्त के साथ मुझे कहानियों में भी अलग अलग तरह के बदलाव अच्छे लगने लगे और इन्सेन्ट ,स्वैप ,कूकहोल्ड ,BDSM,सब तरह की कहानियों पढ़ने लगा ।
जो तुम से शादी के पहले तक जारी था ।
पर तुम ने मुझे एक नई दुनिया मे पहुंचा दिया जहां मुझे असली सेक्स का आनंद का पत्ता चला।
इतना बोलकर वो चुप हो गया ,
में तब उठकर रसोई में गयी और खाना निकाल कर दोनों खाने लगे ।
तो में बोली ,--ठीक है मुझे तुमसे इस बात की कोई शिकायत नही है की तुमने पहले क्या किया । पर में भी एक घरेलू लड़की हूँ और तुम ने मुझे एक वेश्या कि तरह ट्रीट करना चालू कर दिया ।
अब में तुम्हारी बोवी हूँ और तुम को जो चाहिए वो तुम बोल भी सकते हो लेकिन तुम खाली मुझे ही बोलो की कहानी सुनाओ तुम भी अपनी चॉइस बता सकते हो कल रीता से बात करके मुझे बहुत अपराध बोध हुआ कि मैने गलत काम किया ,आज दिन में भी कई बार मन मे आया कि मुझे रीता के बारे में तुमको नही बताना चाहिए था।
अमित ,--ठीक है आज के बाद जो भी मुझे अच्छा लगेगा में खुद तुमको बोलूंगा और तुम्हारी इमेज भी बनी रहे उसका ध्यान रखूंगा ठीक है ।
में अमित की कहानी सुनकर मन मे खुश थी कि चलो पता तो चला कि क्या हुआ था पर अमित पर दबाव बनाने का भी क्लू मिल गया कि आगे कैसे ये मेरा गुलाम बनकर रहेगा।
खाना खाकर में किचन में गयी और बरतन धो कर जब बैडरूम में गयी तो अमित उदास बैठा था।
मेने मन मे सोचा कि अब आएगा मज़ा जब तक ये खुद किसी सब्जेक्ट पर अपने मुहँ से नही बोलेगा में अपनी तरफ से पहल नही करूँगी।
मेने बैडरूम में जाकर अपने कपड़े खोले और सिर्फ ब्रा पेंटी में जाकर उसको किश किया और बोला ,--सरप्राइज नही पूछोगे ,।
अमित के चेहरे से उदासी की जगह मुस्कान आ गयी वो मेरी ब्रा खोलने के लिए उठा
मैने उसकी कैप हटा दी दोनों निप्पल बाहर आ गयी फिर पैंटी की कैप खोलकर बोली ,--लो मे नंगी हो गयी अब तुम भी बर्थ सूट में आ जाओ ।
अमित ,--वाओ मस्त ब्रा पेंटी लाई हो खरीद कर ,अब खुल के बोलो ना कि अपनी मोम की चुत से जैसे निकले थे वैसे हो जाओ।
वो तुरंत नंगा हो गया और मेरी चुत को चाटने लगा।
मेने उसको कहा चाट ले इसको बहुत रस भरी है ये।
इसका रस पीने वाले तुम दूसरे मर्द हो और गरम सिसकिया लेने लगी ।
लगभग पंद्रह मिनट तक चुत चाटने के बाद अमित बोला ,--अब सरप्राइज तो बता दो ।
तो मैने कहा कि रीता की सील पैक है तुमको चिंता करने की जरूरत नही है ।
अमित बोला ,--तुम को किसने बताया ।
में ,--रीता ने खुद बताया फिर उसको बिस्तर पर गिराया और बोली अब चोद दो मुझे।
अमित ,--एक शर्त पर ।
में ,-बोलो ।
अमित ,-- मुझे आज भी रीता की बातें सुननी है ।
में ,-बहनचोद है तू ।
अमित ,--हां एक बहन तो चोद चुका हूं और कई बार रीता को सोचकर मूठ मारी है।
और फिर वो मेरे ऊपर आकर लण्ड की चुत में डाल दिया