04-08-2020, 01:11 PM
में उन्ही के घर चला गया उन्होंने मुझे बाल पोछने के लिये टॉवल दिया मैंने बाल पोछे और वो कपड़े बदलने अंदर चली गयी। जब वो आयी में उसे देखता ही राह गया उसने बादामी कलर की खुले गले वाली नाइटी पहनी थी, वो बोली रुको में चाय बनाती हु। उन्होंने चाय बना कर लायी में टैब तक टीवी देख रहा था। वो जैसे ही चाय देने झुकी उसके बूब्स का नजारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। उन्होंने अंदर कुछ नही पहना था उनके काले कालर के निप्पल साफ दिख रहे थे, उन्होंने मेरी नजर पढ़ ली में लगातार उसे ही देखे जा रहा था। उन्होंने जैसे ही मुझे कहा कि ऐसे ही देखते रहोंगे तो चाय ठंडी हो जाएंगी। मेरा ध्यान टूटा और में बोला कि अब चाय नही दूध पीने का मन है। उन्होंने कहा कि वो बाद में पहले चाय पिलो। मैंने चाय का कप उठाया और चाय पीने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
