अमित मेरे ऊपर गिरकर मेरे होठो को चूम रहा था में भी उसको प्यार से जवाब दे रही थी कुछ देर चूमकर जब वो साइड में सो गया
तो मैने उस से कहा ,-सॉरी जानू ,
अमित मेरी आँखों मे देखते हुए ,--किसलिए।
में ,--मुझे रीता से ऐसे बात नही करनी चाहिए थी।
अमित ,--क्यो ,अब बात खत्म हो गयी तो सॉरी बोलने से फ़ायदा।
मैं ,--यार वो तुम्हारी बहन है।
अमित ,--तो तुम किसी की बहन नही थी क्या ।
में ,--पर में तो तुम्हारी बीबी हूँ।
अमित ,--में अभी की बात नही कर रहा शादी से पहले की बात कर रहा हूँ जब एक शादी सुदा मर्द से संबंध बनाए थे।
में ,--पर मेरी बात दुसरीं थी वो अभी नादान है।
अमित ,--क्या यार अभी तुम ने ही सुनवाया की वो किसी के साथ सब कुछ कर चुकी हैं तो जिसने किया होगा उसने सब कुछ सीखा दिया होगा ,बस तुम उसको समझा देना की प्रीकोसन का ध्यान रखे ।
मैं ,--कैसे भाई हो तुम।
अमित ,--तो क्या करूँ ये तो तुम्हारी वजह से मुझे पता चल गया वरना मुझे कैसे पता होता वो क्या गुल खिला रही है ।
मैं ,--तो उसकी शादी करवा दो फिर।
अमित ,--यार वो सब के लिए मोम डेड है उनको समझाना मेरे बस की बात नही है अभी वो उसको कोई सरकारी नोकरी के लिए पढ़ा रहे हैं।
मैं ,--पर अब तो तुम सब जान गए।
अमित ,--तो क्या करूं अब डेड को कैसे बोलू की वो यार बना कर चुद चुकी है ।
में ,--पर कुछ तो करना पड़ेगा।
अमित ,-अब मोम को ही समझाने की कोशिश करूंगा कि जल्द शादी करवा दो।
मैं ,--मुझे यार बहुत गिल्टी फील हो रहा है।
अमित ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और कलीवेज पर किस करके बोला ,--चुदाई और लड़ाई में सब जायज है ।
में ,--पर
इस से आगे में कुछ बोलती अमित ने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और
फिर बोला ,--तुम ये बोलना चाहती हो कि वो मेरी बहन है तुमको मालूम है में अपनी एक बहन को चोद चुका हूँ अब वो भी बहन ही थी कजिन हुई तो क्या हुआ ,
अब तुम उसको इतना समझा दो की वो किसी गलत आदमी की संगत में ना पडे
में ,--पर यार मेने उसको पोर्न साइट का लिंक दे दिया।
अमित ,--तो क्या उसको मालूम नही होगा तुम नही देती तो कोई और देता ,
मुझे तो इस बात की खुशी है कि तुम ने उसको अपनी बहन या सहेली जैसा बना लिया है ,मुझे तो उल्टा तुम्हारा सुक्रगुजार होना चाहिए कि तुम भी कम से कम सेक्स में मेरे जैसी सोच रखती हो।
में ,--तुम को बुरा तो नही लगा ।
अमित ,--यार जो चीज तुमको मालूम है औऱ तुमने देख भी लिया अब क्या पूछ रही हो,उसके बारे में ,अब सो जाओ सुबह जल्दी उठना है।
में मन मे सोचने लगी साला अपनी बहन को चोदने को मरा जा रहा है गांडू ।
और फिर दोनों एक दूसरे को बाहों में ही सो गए
सुबह अमित के ऑफिस जाने के पहले मेने उससे
कुछ पैसे मांगे की मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है तो उसने अपना क्रेडिट कार्ड थमा दिया और बोला कि इनमें एक लाख रुपये है तुमको जितने चाहिए उतने निकाल लेना मेने उसको एक लंबा किस देकर विदा किया,
बाद मेने कमला को फोन कर दिया कि में बाज़ार जा रही हूं इसलिए वो दोपहर बाद आये और फिर नहाने के लिए घुस गई ।
आज पहली बार घर मे अकेली थी इसलिए सोचा कि नहाने के बाद थॉडी देर नंगी ही रहा जाए क्योंकि अमित के सामने संस्कार दिखाने के चक्कर मे पूरी साड़ी पहनकर घूमना पड़ता है ।
बाथरूम से नहाकर नंगी ही किचन में आई और नास्ता खाने लग गयी ।आज जिंदगी में पहली बार हुआ था कि में अकेली थी और नंगी होकर इस तरह से नास्ता कर रही थी ,
इससे पहले राजेश के साथ दिन भर नंगी रही थी पर सिर्फ एक रूम में पर आज पूरे घर मे नंगी होने का मज़ा ही कुछ और था फिर नास्ता करके पूरे घर के काम नंगे ही रहकर किया दूसरे रूम की बेडशीट बदली ,फिर गेस्ट रूम में भी थोड़ा बहुत समान जो अस्त व्यस्त था उसको ठीक किया
और फिर ड्रेसिंग के सामने खड़ी होकर खुद को देखने लगी आज भी जब बूब्स पर नजर गयी तो पहले से बड़े लगे और फिर मन में सोचा कि कमला को बोलकर क्यों नही दिनुकाका जैसे मसाज करवाई जाए अगर थोड़े से बूब्स बड़े हो जाएंगे तो सेक्सी लगेंगे
मेंने सोचा अब बाजार जाने के लिए तैयार हुआ जाए पर फिर बाजार में होने वाली एकसाइटमेंट को सोच कर पेशाब लगने लगी तो नंगी ही बाथरूम में जाने लगी ।
तभी कुछ नया करने का विचार आया और बाहर बालकोनी की तरफ चल दी जो रोड की तरफ खुलती थी जो सिर्फ कपड़े सुखाने के काम आती थी पहले तो डर लगा कि किसी ने देख लिया तो क्या होगा पर फिर सोचा जो होगा देखा जायेगा ।
और बालकनी में खड़े होकर नीचे देखा रोड पर लोग तो कई थे पर ऊपर देखने का कोन सोचता कि ऊपर कोई मस्त हसीना नंगी खड़ी होगी ।
फिर कोने में जाकर बैठ के पिशाब किया और आराम से चलकर बैडरूम में आई और कपड़े पहनने लगी साड़ी को इस तरह से पहना जैसे कोई कामवाली बाई पहनती है शरीर का कोई भी अंग नही दिख रहा था फिर ढेर सारा सिंदूर लगाया जैसे दुनिया की सबसे पतिव्रता नारी मेरे जैसी दुसरीं नही है
फिर ठुड्डी के नीचे एक बड़ा सा काला तिल बनाया और क्रीम पाउडर की जगह सरसो का तेल मुँह पर लगाया जिससे रंग थोड़ा कम गोरा लगे ।
उसके बाद क्रेडिट कार्ड और कुछ पैसे ब्रा में रखे और एक बार खुद को आईने में निहारा बिल्कुल काम वाली जैसी लग रही थी बाहर आकर गेट को ताला लगाया और लिफ्ट में चल दी ।
जब नीचे पंहुची तो गेट पर एक आदमी बैठा था और उसके बगल में दिनु काका उस से कुछ बात कर रहा था में जांनबुझकर उनके पास गई और मॉल के बारे में पूछा तो उन्होंने अंगुली के इशारे से बताया कि वो सामने है
मॉल मुश्किल से सो मीटर की दूरी पर होगा , दिनु काका ने मुझे पहचान लिया था पर इस तरह से ट्रीट किया जैसे मुझे पहली बार देखा हो।
मुझे भी अच्छा लगा कि चलो कम से कम ये तो ठीक हुआ में आगे बढ़ी तभी पीछे से उस गार्ड ने दिनुकाका को पूछा कि ये बाई को पहली बार देखा किसके यहां काम करती है तो दिनु काका बोला कि तू अपनी नोकरी का ध्यान रख नही तो एक बार किसी ने शिकायत कर दी तो ऐजेंसी वाले पूरी मुंबई में काम नही दिलवाएगी ।
मेरी तो हंसी छूट गयी दोनों की बात सुनकर ।फिर पेदल ही मॉल में पहुंच गई और सोधे लिफ्ट में चढ़कर 6th फ्लोर का बटन दबाया ।
छटे माले पर ज्यादा भीड़ नही थी सुबह का टाइम था इसलिए और मुझे लिंगरी स्टोर ढूंढने में ज्यादा दिक्कत नही हुई जब उसके सामने गयी तो बाहर सिर्फ ब्रा पेंटी ही टँगी नजर आयी में सीधे काउंटर पर गयी जहां एक लड़का और लड़की खाली बैठे दिखे,शायद बाकी लो ग देर से आते होंगे क्योंकि शॉप काफी बड़ी थी औऱ शॉप के मालिक के काउंटर पर भी कोई नही था।
तो मैने उस से कहा ,-सॉरी जानू ,
अमित मेरी आँखों मे देखते हुए ,--किसलिए।
में ,--मुझे रीता से ऐसे बात नही करनी चाहिए थी।
अमित ,--क्यो ,अब बात खत्म हो गयी तो सॉरी बोलने से फ़ायदा।
मैं ,--यार वो तुम्हारी बहन है।
अमित ,--तो तुम किसी की बहन नही थी क्या ।
में ,--पर में तो तुम्हारी बीबी हूँ।
अमित ,--में अभी की बात नही कर रहा शादी से पहले की बात कर रहा हूँ जब एक शादी सुदा मर्द से संबंध बनाए थे।
में ,--पर मेरी बात दुसरीं थी वो अभी नादान है।
अमित ,--क्या यार अभी तुम ने ही सुनवाया की वो किसी के साथ सब कुछ कर चुकी हैं तो जिसने किया होगा उसने सब कुछ सीखा दिया होगा ,बस तुम उसको समझा देना की प्रीकोसन का ध्यान रखे ।
मैं ,--कैसे भाई हो तुम।
अमित ,--तो क्या करूँ ये तो तुम्हारी वजह से मुझे पता चल गया वरना मुझे कैसे पता होता वो क्या गुल खिला रही है ।
मैं ,--तो उसकी शादी करवा दो फिर।
अमित ,--यार वो सब के लिए मोम डेड है उनको समझाना मेरे बस की बात नही है अभी वो उसको कोई सरकारी नोकरी के लिए पढ़ा रहे हैं।
मैं ,--पर अब तो तुम सब जान गए।
अमित ,--तो क्या करूं अब डेड को कैसे बोलू की वो यार बना कर चुद चुकी है ।
में ,--पर कुछ तो करना पड़ेगा।
अमित ,-अब मोम को ही समझाने की कोशिश करूंगा कि जल्द शादी करवा दो।
मैं ,--मुझे यार बहुत गिल्टी फील हो रहा है।
अमित ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और कलीवेज पर किस करके बोला ,--चुदाई और लड़ाई में सब जायज है ।
में ,--पर
इस से आगे में कुछ बोलती अमित ने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और
फिर बोला ,--तुम ये बोलना चाहती हो कि वो मेरी बहन है तुमको मालूम है में अपनी एक बहन को चोद चुका हूँ अब वो भी बहन ही थी कजिन हुई तो क्या हुआ ,
अब तुम उसको इतना समझा दो की वो किसी गलत आदमी की संगत में ना पडे
में ,--पर यार मेने उसको पोर्न साइट का लिंक दे दिया।
अमित ,--तो क्या उसको मालूम नही होगा तुम नही देती तो कोई और देता ,
मुझे तो इस बात की खुशी है कि तुम ने उसको अपनी बहन या सहेली जैसा बना लिया है ,मुझे तो उल्टा तुम्हारा सुक्रगुजार होना चाहिए कि तुम भी कम से कम सेक्स में मेरे जैसी सोच रखती हो।
में ,--तुम को बुरा तो नही लगा ।
अमित ,--यार जो चीज तुमको मालूम है औऱ तुमने देख भी लिया अब क्या पूछ रही हो,उसके बारे में ,अब सो जाओ सुबह जल्दी उठना है।
में मन मे सोचने लगी साला अपनी बहन को चोदने को मरा जा रहा है गांडू ।
और फिर दोनों एक दूसरे को बाहों में ही सो गए
सुबह अमित के ऑफिस जाने के पहले मेने उससे
कुछ पैसे मांगे की मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है तो उसने अपना क्रेडिट कार्ड थमा दिया और बोला कि इनमें एक लाख रुपये है तुमको जितने चाहिए उतने निकाल लेना मेने उसको एक लंबा किस देकर विदा किया,
बाद मेने कमला को फोन कर दिया कि में बाज़ार जा रही हूं इसलिए वो दोपहर बाद आये और फिर नहाने के लिए घुस गई ।
आज पहली बार घर मे अकेली थी इसलिए सोचा कि नहाने के बाद थॉडी देर नंगी ही रहा जाए क्योंकि अमित के सामने संस्कार दिखाने के चक्कर मे पूरी साड़ी पहनकर घूमना पड़ता है ।
बाथरूम से नहाकर नंगी ही किचन में आई और नास्ता खाने लग गयी ।आज जिंदगी में पहली बार हुआ था कि में अकेली थी और नंगी होकर इस तरह से नास्ता कर रही थी ,
इससे पहले राजेश के साथ दिन भर नंगी रही थी पर सिर्फ एक रूम में पर आज पूरे घर मे नंगी होने का मज़ा ही कुछ और था फिर नास्ता करके पूरे घर के काम नंगे ही रहकर किया दूसरे रूम की बेडशीट बदली ,फिर गेस्ट रूम में भी थोड़ा बहुत समान जो अस्त व्यस्त था उसको ठीक किया
और फिर ड्रेसिंग के सामने खड़ी होकर खुद को देखने लगी आज भी जब बूब्स पर नजर गयी तो पहले से बड़े लगे और फिर मन में सोचा कि कमला को बोलकर क्यों नही दिनुकाका जैसे मसाज करवाई जाए अगर थोड़े से बूब्स बड़े हो जाएंगे तो सेक्सी लगेंगे
मेंने सोचा अब बाजार जाने के लिए तैयार हुआ जाए पर फिर बाजार में होने वाली एकसाइटमेंट को सोच कर पेशाब लगने लगी तो नंगी ही बाथरूम में जाने लगी ।
तभी कुछ नया करने का विचार आया और बाहर बालकोनी की तरफ चल दी जो रोड की तरफ खुलती थी जो सिर्फ कपड़े सुखाने के काम आती थी पहले तो डर लगा कि किसी ने देख लिया तो क्या होगा पर फिर सोचा जो होगा देखा जायेगा ।
और बालकनी में खड़े होकर नीचे देखा रोड पर लोग तो कई थे पर ऊपर देखने का कोन सोचता कि ऊपर कोई मस्त हसीना नंगी खड़ी होगी ।
फिर कोने में जाकर बैठ के पिशाब किया और आराम से चलकर बैडरूम में आई और कपड़े पहनने लगी साड़ी को इस तरह से पहना जैसे कोई कामवाली बाई पहनती है शरीर का कोई भी अंग नही दिख रहा था फिर ढेर सारा सिंदूर लगाया जैसे दुनिया की सबसे पतिव्रता नारी मेरे जैसी दुसरीं नही है
फिर ठुड्डी के नीचे एक बड़ा सा काला तिल बनाया और क्रीम पाउडर की जगह सरसो का तेल मुँह पर लगाया जिससे रंग थोड़ा कम गोरा लगे ।
उसके बाद क्रेडिट कार्ड और कुछ पैसे ब्रा में रखे और एक बार खुद को आईने में निहारा बिल्कुल काम वाली जैसी लग रही थी बाहर आकर गेट को ताला लगाया और लिफ्ट में चल दी ।
जब नीचे पंहुची तो गेट पर एक आदमी बैठा था और उसके बगल में दिनु काका उस से कुछ बात कर रहा था में जांनबुझकर उनके पास गई और मॉल के बारे में पूछा तो उन्होंने अंगुली के इशारे से बताया कि वो सामने है
मॉल मुश्किल से सो मीटर की दूरी पर होगा , दिनु काका ने मुझे पहचान लिया था पर इस तरह से ट्रीट किया जैसे मुझे पहली बार देखा हो।
मुझे भी अच्छा लगा कि चलो कम से कम ये तो ठीक हुआ में आगे बढ़ी तभी पीछे से उस गार्ड ने दिनुकाका को पूछा कि ये बाई को पहली बार देखा किसके यहां काम करती है तो दिनु काका बोला कि तू अपनी नोकरी का ध्यान रख नही तो एक बार किसी ने शिकायत कर दी तो ऐजेंसी वाले पूरी मुंबई में काम नही दिलवाएगी ।
मेरी तो हंसी छूट गयी दोनों की बात सुनकर ।फिर पेदल ही मॉल में पहुंच गई और सोधे लिफ्ट में चढ़कर 6th फ्लोर का बटन दबाया ।
छटे माले पर ज्यादा भीड़ नही थी सुबह का टाइम था इसलिए और मुझे लिंगरी स्टोर ढूंढने में ज्यादा दिक्कत नही हुई जब उसके सामने गयी तो बाहर सिर्फ ब्रा पेंटी ही टँगी नजर आयी में सीधे काउंटर पर गयी जहां एक लड़का और लड़की खाली बैठे दिखे,शायद बाकी लो ग देर से आते होंगे क्योंकि शॉप काफी बड़ी थी औऱ शॉप के मालिक के काउंटर पर भी कोई नही था।