05-03-2019, 12:50 AM
मैं ऋतु पिछले साल अपनी मौसी के घर घूमने गई थी. चूंकि मैं कहीं भी नहीं जाती हूँ तो मम्मी ने कहा कि तुम अपनी मौसी के घर घूम आओ.
मैंने कहा- ठीक है.
मम्मी ने मौसी को फोन किया और दो दिन बाद मेरी मौसी का बेटा मुझे लेने आ गया.
मैं उसे देखने लगी और उससे बात करने लगी. उसकी शादी को दो साल हो गए थे वो अब पहले से काफी बदल गया था. उसकी शादी में मम्मी गई थीं, मैं नहीं गई थी.
उसने मुझसे पहले तो इसी बात को लेकर उलाहना देते हुए कहा कि तुम शादी में क्यों नहीं आई थीं. फिर यूं ही बात होने लगी और वो मुझसे पूछने लगा कि कैसी हो ऋतु और तेरी पढ़ाई वगैरह कैसी चल रही है.
मैंने भी कहा- हाँ मैं ठीक हूँ और पढ़ाई की अभी कोई बात मत करो प्लीज़; अभी मुझे छुट्टियां एन्जॉय करने दो. तुम बताओ कि भाबी कैसी हैं और मौसी कैसी हैं.
मैं भी कितनी बुद्धू हूँ, मैंने अपने बारे में तो बताया ही नहीं कि मैं कैसी हूँ क्योंकि मुझे मालूम है कि अन्तर्वासना पर मेरी जवानी को जब तक आप लोग नहीं जानेंगे, आपका लंड ही खड़ा नहीं होगा और कहानी पढ़ने का मजा भी नहीं आएगा. तो मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अब 20 साल की जवान माल हो गई हूँ. मेरा साइज़ 34सी-30-32 का है.
मेरी मौसी के बेटे का नाम वीरू है. उसकी उम्र 28 साल की है और भाबी का नाम पिंकी है, उनकी उम्र 24 साल की है.
मैं और वीरू भैया अगले दिन उनकी कार से उनके घर के लिए चल दिए. उन्होंने रास्ते में मुझे बहुत सारी खाने की चीजें दिलाईं और हम 3 घंटे के बाद मौसी के घर पहुँच गए.
मौसी ने मुझे गले लगाया और भाबी ने भी गले लगाया. मुझे सब लोगों ने बहुत प्यार दिया और मेरी खातिरदारी शुरू हो गई. भाबी मेरे लिए कोल्डड्रिंक बिस्किट नमकीन और ना जाने बहुत सी चीजें लेकर आ गईं.
मैं बोली- मेरे को इतना क्यों खिला रही हो भाबी… मैं इतना नहीं खाती हूँ.
हम सब बैठ गए और आपस में बातें करने लगे.
मौसी ने मम्मी के बारे में पूछा, मैंने भी बताया कि सब ठीक हैं.
मैंने बड़े शिकायत वाले अंदाज में कहा कि मौसी और भाबी आप लोग हमारे घर पर क्यों नहीं आते हो?
तो मौसी हंस कर बोलीं कि अबकी बार चलूंगी.
फिर सब अपने अपने अपने काम में लग गए. मुझे मौसी वाले कमरे में सोना था भैया भाबी का कमरा साइड वाला था.
इस तरह 3 दिन निकल गए.
अगले दिन मैं सुबह जागी तो मौसी अपना सामान पैक कर रही थीं. मौसी के गांव में किसी तबियत खराब थी और मौसी को अर्जेंट जाना था.
एक घंटे बाद 9 बजे की ट्रेन थी… तो भैया मौसी को लेकर स्टेशन चल दिए.
मैंने मौसी से पूछा- कब आओगी?
तो मौसी बोलीं- मैं तो अब 15-20 दिन में ही आ पाऊंगी, मैंने तेरी मम्मी से बात कर ली है. अब तो वीरू तेरा यहीं एड्मिशन करवा देगा, अब तू यहीं रहेगी.
इतनी बात कहते हुए मौसी चल दीं.
मैं अब भाबी के बारे में बता दूँ. पिंकी भाबी की हाइट 5 फिट 3 इंच है. एकदम गोरी हैं, उनका साइज़ भी मेरा जैसा ही 34-30-32 का है. भाबी के बाल नीचे कमर तक आते हैं. उनकी काली आँखें बहुत नशीली हैं.
भाबी बोलीं- ऋतु जल्दी से नहा ले, मंदिर चलना है.
मैं भी झट से नहा कर आई. मैंने ब्लू कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनी और ब्राउन टॉप पहना, मेरा ये वाला टॉप एकदम फिटिंग का था, इसमें मेरे मम्मे बड़े फूले हुए दिखते हैं.
भाबी ने पर्पल कलर की साड़ी पहनी थी. जब भाबी तैयार होकर मेरे पास आईं तो बोलीं- क्या बात ननद रानी… किसपे बिजली गिरानी है… तू तो एकदम पटाखा माल लग रही हो.
मैं- भाबी आप भी कम नहीं लग रही हो.
खैर… हम मंदिर जाने लगे तो बाहर जितने भी लोग थे, बस हम दोनों को ही देख रहे थे. भाबी मुझसे काफ़ी मज़ाक करने लगीं और फिर हम दोनों एक दूसरे के क्लोज फ्रेंड हो गए.
घर आकर हम दोनों ने खाना खाया और गप्पें मारते हुए टीवी देखने लगे. शाम को भैया ऑफिस से आ गए और आज गर्मी कुछ ज्यादा थी तो भाबी ने एक नाइटी डाल ली थी, जबकि मैं उनके कपड़ों में थी.
भाबी भैया से बोलीं- कल मुझे मार्केट जाना है, आपकी बहन को कुछ कपड़े दिला दूँ… नहीं तो ये गर्मी में मर जाएगी.
भैया बोले- अभी चलो, कल मुझे आउट ऑफ स्टेशन जाना है, अभी चलो… जल्दी चलो.
भाबी झट से तैयार हो गईं और मैं भैया भाबी तीनों एक ही बाइक पर बैठ कर चल दिए. भैया हमको एक मॉल में ले जाने की कह कर चल दिए.
मॉल में आने के बाद हम लोग एक शोरूम में कपड़े देखने लगे.
भाबी ने दुकानदार से कहा- ब्रा पेंटी दिखा दो.
वो दिखाने लगा और भाबी मुझे दिखाने लगीं. मुझे भैया के सामने ब्रा पेंटी देखते हुए शर्म आ रही थी.
भाबी ने मुझे बहुत सारे कपड़े दिलाए और हम लोग घर आ गए. कुछ देर बाद खाना आदि खाया और सो गए.
सुबह भाबी ने एक टाइट सा टॉप निकाला और मुझे पहनने को दिया, मैंने पहन लिया… ये टॉप पूरा टाइट फिटिंग का था. इसमें मेरे मम्मे एकदम तोप की तरह तने हुए थे. मुझे खुद अन्दर से एक सेक्सी सा फील आ रहा था.
मैं उस लाल रंग के टॉप और मिनी स्कर्ट में थी.
जब शाम को भैया ऑफिस से घर पर आए तो भाबी ने मुझे पानी लेकर उनके सामने जाने को कहा. मुझे इतने हॉट लुक में भैया के सामने जाने में शर्म सी लग रही थी.
भाबी बोलीं- चली जा यार… तेरे भाई ही तो हैं.
मैं- भाबी वो बात नहीं… बस जरा शर्म आ रही है.
भाबी- मेरी ननद रानी, इतना क्यों शर्मा रही हो… कल से तुमको यही कपड़े पहने हैं. अब ये तेरा विलेज नहीं है… सिटी हे सिटी… समझी.
इसके बाद मेरी झिझक जैसे तैसे खत्म हुई और हम सब रात होने तक यूं ही बातें करते रहे.
फिर सब लोग सोने चल दिए. करीब 11 बजे मेरा कूलर खराब हो गया. मैंने भैया को जगाया तो भैया बोले कि तू हमारे वाले रूम में ही सो जा.
मैं भी भाबी के साथ उसी रूम में आ गई. एक तरफ भैया और बीच में भाबी, साइड में मैं थी. मैं उस टाइम लोवर टी-शर्ट में थी, भाबी नाइटी में थीं.
थोड़ी देर बाद उनको को लगा कि मैं सो गई हूँ तो वे दोनों आपस में मस्ती करने लगे. मुझे उनकी छेड़खानी से बहुत शर्म आ रही थी.
मैंने कहा- ठीक है.
मम्मी ने मौसी को फोन किया और दो दिन बाद मेरी मौसी का बेटा मुझे लेने आ गया.
मैं उसे देखने लगी और उससे बात करने लगी. उसकी शादी को दो साल हो गए थे वो अब पहले से काफी बदल गया था. उसकी शादी में मम्मी गई थीं, मैं नहीं गई थी.
उसने मुझसे पहले तो इसी बात को लेकर उलाहना देते हुए कहा कि तुम शादी में क्यों नहीं आई थीं. फिर यूं ही बात होने लगी और वो मुझसे पूछने लगा कि कैसी हो ऋतु और तेरी पढ़ाई वगैरह कैसी चल रही है.
मैंने भी कहा- हाँ मैं ठीक हूँ और पढ़ाई की अभी कोई बात मत करो प्लीज़; अभी मुझे छुट्टियां एन्जॉय करने दो. तुम बताओ कि भाबी कैसी हैं और मौसी कैसी हैं.
मैं भी कितनी बुद्धू हूँ, मैंने अपने बारे में तो बताया ही नहीं कि मैं कैसी हूँ क्योंकि मुझे मालूम है कि अन्तर्वासना पर मेरी जवानी को जब तक आप लोग नहीं जानेंगे, आपका लंड ही खड़ा नहीं होगा और कहानी पढ़ने का मजा भी नहीं आएगा. तो मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अब 20 साल की जवान माल हो गई हूँ. मेरा साइज़ 34सी-30-32 का है.
मेरी मौसी के बेटे का नाम वीरू है. उसकी उम्र 28 साल की है और भाबी का नाम पिंकी है, उनकी उम्र 24 साल की है.
मैं और वीरू भैया अगले दिन उनकी कार से उनके घर के लिए चल दिए. उन्होंने रास्ते में मुझे बहुत सारी खाने की चीजें दिलाईं और हम 3 घंटे के बाद मौसी के घर पहुँच गए.
मौसी ने मुझे गले लगाया और भाबी ने भी गले लगाया. मुझे सब लोगों ने बहुत प्यार दिया और मेरी खातिरदारी शुरू हो गई. भाबी मेरे लिए कोल्डड्रिंक बिस्किट नमकीन और ना जाने बहुत सी चीजें लेकर आ गईं.
मैं बोली- मेरे को इतना क्यों खिला रही हो भाबी… मैं इतना नहीं खाती हूँ.
हम सब बैठ गए और आपस में बातें करने लगे.
मौसी ने मम्मी के बारे में पूछा, मैंने भी बताया कि सब ठीक हैं.
मैंने बड़े शिकायत वाले अंदाज में कहा कि मौसी और भाबी आप लोग हमारे घर पर क्यों नहीं आते हो?
तो मौसी हंस कर बोलीं कि अबकी बार चलूंगी.
फिर सब अपने अपने अपने काम में लग गए. मुझे मौसी वाले कमरे में सोना था भैया भाबी का कमरा साइड वाला था.
इस तरह 3 दिन निकल गए.
अगले दिन मैं सुबह जागी तो मौसी अपना सामान पैक कर रही थीं. मौसी के गांव में किसी तबियत खराब थी और मौसी को अर्जेंट जाना था.
एक घंटे बाद 9 बजे की ट्रेन थी… तो भैया मौसी को लेकर स्टेशन चल दिए.
मैंने मौसी से पूछा- कब आओगी?
तो मौसी बोलीं- मैं तो अब 15-20 दिन में ही आ पाऊंगी, मैंने तेरी मम्मी से बात कर ली है. अब तो वीरू तेरा यहीं एड्मिशन करवा देगा, अब तू यहीं रहेगी.
इतनी बात कहते हुए मौसी चल दीं.
मैं अब भाबी के बारे में बता दूँ. पिंकी भाबी की हाइट 5 फिट 3 इंच है. एकदम गोरी हैं, उनका साइज़ भी मेरा जैसा ही 34-30-32 का है. भाबी के बाल नीचे कमर तक आते हैं. उनकी काली आँखें बहुत नशीली हैं.
भाबी बोलीं- ऋतु जल्दी से नहा ले, मंदिर चलना है.
मैं भी झट से नहा कर आई. मैंने ब्लू कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनी और ब्राउन टॉप पहना, मेरा ये वाला टॉप एकदम फिटिंग का था, इसमें मेरे मम्मे बड़े फूले हुए दिखते हैं.
भाबी ने पर्पल कलर की साड़ी पहनी थी. जब भाबी तैयार होकर मेरे पास आईं तो बोलीं- क्या बात ननद रानी… किसपे बिजली गिरानी है… तू तो एकदम पटाखा माल लग रही हो.
मैं- भाबी आप भी कम नहीं लग रही हो.
खैर… हम मंदिर जाने लगे तो बाहर जितने भी लोग थे, बस हम दोनों को ही देख रहे थे. भाबी मुझसे काफ़ी मज़ाक करने लगीं और फिर हम दोनों एक दूसरे के क्लोज फ्रेंड हो गए.
घर आकर हम दोनों ने खाना खाया और गप्पें मारते हुए टीवी देखने लगे. शाम को भैया ऑफिस से आ गए और आज गर्मी कुछ ज्यादा थी तो भाबी ने एक नाइटी डाल ली थी, जबकि मैं उनके कपड़ों में थी.
भाबी भैया से बोलीं- कल मुझे मार्केट जाना है, आपकी बहन को कुछ कपड़े दिला दूँ… नहीं तो ये गर्मी में मर जाएगी.
भैया बोले- अभी चलो, कल मुझे आउट ऑफ स्टेशन जाना है, अभी चलो… जल्दी चलो.
भाबी झट से तैयार हो गईं और मैं भैया भाबी तीनों एक ही बाइक पर बैठ कर चल दिए. भैया हमको एक मॉल में ले जाने की कह कर चल दिए.
मॉल में आने के बाद हम लोग एक शोरूम में कपड़े देखने लगे.
भाबी ने दुकानदार से कहा- ब्रा पेंटी दिखा दो.
वो दिखाने लगा और भाबी मुझे दिखाने लगीं. मुझे भैया के सामने ब्रा पेंटी देखते हुए शर्म आ रही थी.
भाबी ने मुझे बहुत सारे कपड़े दिलाए और हम लोग घर आ गए. कुछ देर बाद खाना आदि खाया और सो गए.
सुबह भाबी ने एक टाइट सा टॉप निकाला और मुझे पहनने को दिया, मैंने पहन लिया… ये टॉप पूरा टाइट फिटिंग का था. इसमें मेरे मम्मे एकदम तोप की तरह तने हुए थे. मुझे खुद अन्दर से एक सेक्सी सा फील आ रहा था.
मैं उस लाल रंग के टॉप और मिनी स्कर्ट में थी.
जब शाम को भैया ऑफिस से घर पर आए तो भाबी ने मुझे पानी लेकर उनके सामने जाने को कहा. मुझे इतने हॉट लुक में भैया के सामने जाने में शर्म सी लग रही थी.
भाबी बोलीं- चली जा यार… तेरे भाई ही तो हैं.
मैं- भाबी वो बात नहीं… बस जरा शर्म आ रही है.
भाबी- मेरी ननद रानी, इतना क्यों शर्मा रही हो… कल से तुमको यही कपड़े पहने हैं. अब ये तेरा विलेज नहीं है… सिटी हे सिटी… समझी.
इसके बाद मेरी झिझक जैसे तैसे खत्म हुई और हम सब रात होने तक यूं ही बातें करते रहे.
फिर सब लोग सोने चल दिए. करीब 11 बजे मेरा कूलर खराब हो गया. मैंने भैया को जगाया तो भैया बोले कि तू हमारे वाले रूम में ही सो जा.
मैं भी भाबी के साथ उसी रूम में आ गई. एक तरफ भैया और बीच में भाबी, साइड में मैं थी. मैं उस टाइम लोवर टी-शर्ट में थी, भाबी नाइटी में थीं.
थोड़ी देर बाद उनको को लगा कि मैं सो गई हूँ तो वे दोनों आपस में मस्ती करने लगे. मुझे उनकी छेड़खानी से बहुत शर्म आ रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.