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Adultery बीवी के गुलाम आशिक़
#22
रोहित जा चुका था और मोना अभी भी बाथरूम से नही निकली थी,शराब के नशे में मेरी आंखे बंद हो रही थी,और बिस्तर में लेटने से नींद और भी जोरो से पकड़ रही थी लेकिन दिमाग काम कर रहा था,मोना का मोबाइल अभी भी बिस्तर में पड़ा हुआ था जिसपर अभी अभी कोई मेसेज आया था,अब वो नंबर सेव हो चुका था,रोहित के नाम से ,उत्सुकता तो बहुत हुई की उसका मेसेज पढू लेकिन फिर दिमाग ने कहा की कोई ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर दे जो मेसेज का बेकप रखे और तू सोजा...मैंने मोना के मोबाइल में कुछ सेटिंग की और आराम से सो गया,अब उसके हर मेसेज डिलीट होने के बाद भी मेरे मोबाइल में एक इनक्रिप्टेड फॉर्म में सेव हो जाएगा,वही मैंने उसके कॉल्स को भी रेकॉर्ड करने की सोची , जिसे मुझे लेपटॉप के मदद से देखना होगा,जो मेसेज वो डिलीट नही करेगी वो तो मैं अपने मोबाइल से ही देख सकता था,जासूसी दिमाग अब तेजी से दौड़ रहा था ..
मोना बाहर आयी और मुझे सोया हुआ देख कर अपना मोबाइल उठाकर देखने लगी ,कमरे में अंधेरा हो चुका था और उसके मोबाइल की रोशनी से कमरे में थोड़ी प्रकाश दिखाई दे ही थी ..
सुबह मैंने फिर से उसी मोना को पाया,जो मेरी बीवी थी हंसती हुई खिलखिलाती हुई..मेरे उठाने तक वो तैयार हो चुकी थी ..
“आपको सच में काम की जरूरत है ,देखो कितने आलसी हो गए हो ..”
मैंने अपनी काफी उठाई और उससे जा सटा ,वो खाना बना रही थी ,मेरा खड़ा हुआ लिंग उसके कूल्हे में जा धंसा ..
“अरे सुबह सुबह शुरू हो जाते हो जाओ ना तैयार हो जाओ “
“ये तो तैयार है मेरी जान “
“चुप रहो चलो जाओ जल्दी “मैं भी हंसते हुए अपने बाथरूम में चला गया..

******
मोना के जाने के बाद मैंने जब अपना मोबाइल देखा तो पाया की सभी मेसेज डिलीट कर दिए गए थे,मेरे होठो में एक अजीब सी जानी पहचानी मुस्कान खिल गई,ये मुस्कान मेरे होठो में तब आती है जब कोई मुजरिम अपने जुर्म को छिपाने के लिए सुबूत मिटाता है और मुझे वो सुबूत मिल जाती है..
मैंने इंक्रप्टेड फाइल्स को अपने लेपि में डाला और उसे एक जगह सेव कर लिया,साथ ही कुछ कॉल्स की रिकार्डिंग भी थे,मैंने मेसेज को सॉफ्टवेयर के जरिये खोला जो की अब टेक्स्ट फाइल के रूप में मेरे सामने थे,रोहित से मोना ने रात में ही चैट की थी जो कुछ ऐसा था …
“मुझे यकीन नही था की तुम्हे भी उस रात की बात याद होगी ,तुम्हारे आंखों में आये हुए आंसू ने सब बता दिया ..”
“वो बात अब पुरानी हो चुकी है रोहित,अब मैं शादी शुदा हु ..”
“हा जानता हु लेकिन तुम्हारे दिल में मेरे लिए प्यार अब भी है …”
मोना ने इसका कोई रिप्लाई नही दिया 
“क्या हुआ ..मैं अब समझ सकता हु की प्यार तो तब भी था लेकिन तुमने कभी उजागर ही होने नही दिया ..”
“रोहित ये सब बाते छोड़ो ना अब इन सबसे क्या मिलेगा..”
“अभी कहा है ..”
“सो रहे है ..”
“मैं तुम्हे काल कर रहा हु ..”
“नही रोहित सुनो..”
इसके बाद से कोई मेसेज नही था मलतब साफ था की रोहित ने मोना को काल किया होगा..
मैं रेकॉर्डिंग को देखने लगा,रात की एक काल रिकार्डिंग थी ,मैं वो सुनने लगा..
“तुम पागल हो गए हो क्या ,कमरे से बाहर आकर बात करना पड़ रहा है ..”
मोना की आवाज में चिंता तो थी लेकिन वो थोड़ी रूवासी जरूर थी ,वो हल्के हल्के सिसक रही थी ,
“हा तुम ही कहती हो ना की मैं पागल हु ,इतने दिनों के बाद तुम्हे देखकर कोई पागल नही होगा ..”
रोहित की आवाज में नशे वाला भारीपन तो था लेकिन बेहद ही गमगीन आवाज थी,
थोड़ी देर तक कोई कुछ नही बोला
“याद है मोना वो रात जब हम दोनो एक हो गए थे..”
मोना ने कुछ भी नही कहा,वही सुनकर मेरी हालत खराब हो गई थी ,ये बात मोना ने मुझसे हमेशा से ही छिपाई थी ,
“रोहित प्लीज् वो एक गलती थी ,शायद हम शराब के नशे में थे ..”
“नशा तो था मोना लेकिन तुमने सच ही कहा था उसदिन की तुम मुझसे प्यार करती हो ..”
“रोहित तुम्हे आजतक कभी इस बात को नही छेड़ा तो अब क्यो,मैं तो तैयार थी ना तुमसे शादी करने के लिए,लेकिन परिवार की जिम्मेदारी तो तुम्हे उठानी थी,अब मैं अपने पति से प्यार करती हु,बेहद प्यार ...आज तक तुम मेरे जीवन में दखल नही दिया लेकिन आज ….”
वो सिसकने लगी 
“मोना मुझे माफ कर दो ,मैं आज भी तुम्हारे जीवन में दखल नही देना चाहता ..लेकिन मैं बस उस बात से बहक गया था,मैं नही चाहता की अभी को हमारे बारे में पता चले,लेकिन मैं आज भी तुम्हे बेहद प्यार करता हु मोना,और मैं जानता हु की दिल के किसी कोने में तुम भी मुझसे मोहोब्बत करती हो …”
मोना थोड़ी देर तक चुप ही रही..
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RE: बीवी के गुलाम आशिक़ - by Deadman2 - 31-07-2020, 08:22 AM



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