31-07-2020, 08:22 AM
ऐसे तो कई लड़के थे जो मोना के दीवाने थे लेकिन ये पहला था जिसकी मोना दीवानी थी ,मैं आज उससे पहली बार मिलने वाला था,पता नही क्यो लेकिन मुझे थोड़ा नर्वस फील हो रहा था ...शाम को मोना आयी और तैयारी में लग गई,आज उसका चहरा बिल्कुल ही खिला खिला लग रहा था ,लेकिन फिर वो थोड़ी डर जाती शायद उसे इस बात का डर था की उसकी इतनी खुसी मुझे तकलीफ ना दे लेकिन मैंने फिर से उसे थोड़ा समझाया और वो अब खुल कर अपनी खुसी दिखा रही थी ..
वो वक्त आया जब रोहित हमारे घर पहली बार आया ..
लेकिन गेट के खुलते ही जैसा मैंने सोचा था उसका उल्टा हुआ ,वो मोना की ओर लपकने के बदले बेहद ही सादगी से पेश आया,शायद उसे इस बात का इल्म था की मोना अब शादी शुदा है और उसका पति भी घर में मौजूद है ..
वो बेहद ही सभयता से व्यवहार कर रहा था उल्टे मोना बेहद खुस थी और उसके पास बैठी हुई बिल्कुल किसी कालेज की लड़की जैसे व्यव्हार कर रही थी ,जैसे मैं हु ही नही ,लेकिन रोहित को मेरे होने का आभास था,जब कभी मोना अपना सर उसके कंधे पर रख देती वो मुझे देखता लेकिन मेरे तरफ से कोई खास रियेक्सन ना पाकर रिलेक्स को जाता ,मैं भी उसकी बातो का मजा ले रहा था,वो किसी बिछड़े दोस्तो की तरह एक दूजे के बातो और किस्सों में ही गुम हो गए थे,रोहित जरूर झेंप रहा था लेकिन धीरे धीरे उसकी वो झेंप गायब होने लगी लेकिन अब भी वो अपनी मर्यादा में ही था,वो सच में एक अच्छा दोस्त था जिसे अपने दोस्त की शादी शुदा जीवन के खराब होने का भी डर रहता है ..
हमने विस्की खोली ,अब मैं मोना एक ही सोफे में बैठे थे वही रोहित हमारे सामने था..
“ओहो सच में कितना बात कर रही हु,आपलोगो को तो बात करने का मौका ही नही मिला ..”
“तुम ऐसे भी किसी को कहा बोलने देती हु “रोहित की बात से मोना बस मुस्कुरा कर रहा गई
“अरे अब मैं क्या बात करू ,तुम दोनो सालो बाद मिले हो तो बाते करो “
“हमारी बाते तो कभी खत्म नही होंगी ,और तूने अभी तक शादी नही की कमीने..”
मोना उसे बड़े प्यार से कमीना कह रही थी ,उसे देखकर मुझे सच में रोहित के लिए जलन हो गई क्योकि मेरी उसके जैसी कोई दोस्त नही थी ,
“कोई मिली ही नही ,अब तू ही ढूढना मेरे लिए ..”
“बिल्कुल “
2-3 पैक में ही हम दोनो भी थोड़े घुल मिल गए ,वो भी मोना की ही तरह एक साफ्टवेयर कंपनी में काम करता था तो उनके काम की बाते तो मेरे दिमाग के पपरे थी लेकिन उसे मेरे काम का भी पता था और वो मुझसे बहुत इम्प्रेस दिखा,मुझे भी आदमी अच्छा लगा,वो कभी कभी मोना के हंसते हुए चहरे को बड़े प्यार से देखता और थोड़ी देर के लिए खो जाता,फिर झेंप का चहरा दूसरी ओर कर लेता,मैंने मोना को घूरते हुए बहुत से लड़को को देखा था लेकिन किसी की आंखों में मोना के लिए ऐसा प्यार कभी नही देखा था,उसकी आंखों में प्यार भी था तो कही कही कोई दुख कोई टीस सी भी थी ,जैसे जैसे दारू हमारे अंदर जा रही थी माहौल में कुछ अजीब सी उदासी छा रही थी ,ऐसा लग रहा था जैसे कोई आशिक अपना टूटा हुआ दिल ले के बैठा है,लेकिन कुछ कह नही पा रहा कुछ जता नही पा रहा,
“तुम्हे वो पार्टी याद है ,तुम्हारे भाई ने कैसे उस लड़की को प्रपोज किया था और फिर उसका झापड़ खाया था..”मोना की बात पर दोनो ही खिलखिला कर हँस पड़े और देखते ही देखते दोनो की आंखों में आंसू आ गया,दोनो ने ही खुद को सम्हाला
“एक्सक्यूज़ मि ..मैं थोड़ी देर में आयी ..”
मोना तुरंत ही उठाकर हमारे बेडरूम में चली गई ,रोहित भी बड़ी मुश्किल से अपने होठो पर झूठी हँसी ला पाया,ऐसे तो दारू का नशा ज्यादा था लेकिन फिर भी मैं उसके चहरे में आये हुए दुख के भाव को पहचान सकता था,
2 पैक और अंदर गए जो सिर्फ मैंने पिये,मोना आ चुकी थी और दोनो ही खामोश थे ,एक अजीब सी खामोशी फैल रही थी ,
“माफ करो यार रोहित लेकिन मुझे थोड़ी ज्यादा हो गई है ,तुम लोग खाना खा लो “
“आप भी ना चलो बिना कुछ खाय आपको सोने नही दूंगी “
मैं बड़ी ही मुश्किल में कुछ खा पाया और रोहित ने हमसे इजाजत मांगी,दोनो बिदा होते समय भी चुप ही थे,
“अच्छा लड़का है “
उसके जाने के बाद मैंने कहा
“हा बहुत अच्छा लड़का है ..”
मोना वँहा से सीधे ही बाथरूम में चली गई
वो वक्त आया जब रोहित हमारे घर पहली बार आया ..
लेकिन गेट के खुलते ही जैसा मैंने सोचा था उसका उल्टा हुआ ,वो मोना की ओर लपकने के बदले बेहद ही सादगी से पेश आया,शायद उसे इस बात का इल्म था की मोना अब शादी शुदा है और उसका पति भी घर में मौजूद है ..
वो बेहद ही सभयता से व्यवहार कर रहा था उल्टे मोना बेहद खुस थी और उसके पास बैठी हुई बिल्कुल किसी कालेज की लड़की जैसे व्यव्हार कर रही थी ,जैसे मैं हु ही नही ,लेकिन रोहित को मेरे होने का आभास था,जब कभी मोना अपना सर उसके कंधे पर रख देती वो मुझे देखता लेकिन मेरे तरफ से कोई खास रियेक्सन ना पाकर रिलेक्स को जाता ,मैं भी उसकी बातो का मजा ले रहा था,वो किसी बिछड़े दोस्तो की तरह एक दूजे के बातो और किस्सों में ही गुम हो गए थे,रोहित जरूर झेंप रहा था लेकिन धीरे धीरे उसकी वो झेंप गायब होने लगी लेकिन अब भी वो अपनी मर्यादा में ही था,वो सच में एक अच्छा दोस्त था जिसे अपने दोस्त की शादी शुदा जीवन के खराब होने का भी डर रहता है ..
हमने विस्की खोली ,अब मैं मोना एक ही सोफे में बैठे थे वही रोहित हमारे सामने था..
“ओहो सच में कितना बात कर रही हु,आपलोगो को तो बात करने का मौका ही नही मिला ..”
“तुम ऐसे भी किसी को कहा बोलने देती हु “रोहित की बात से मोना बस मुस्कुरा कर रहा गई
“अरे अब मैं क्या बात करू ,तुम दोनो सालो बाद मिले हो तो बाते करो “
“हमारी बाते तो कभी खत्म नही होंगी ,और तूने अभी तक शादी नही की कमीने..”
मोना उसे बड़े प्यार से कमीना कह रही थी ,उसे देखकर मुझे सच में रोहित के लिए जलन हो गई क्योकि मेरी उसके जैसी कोई दोस्त नही थी ,
“कोई मिली ही नही ,अब तू ही ढूढना मेरे लिए ..”
“बिल्कुल “
2-3 पैक में ही हम दोनो भी थोड़े घुल मिल गए ,वो भी मोना की ही तरह एक साफ्टवेयर कंपनी में काम करता था तो उनके काम की बाते तो मेरे दिमाग के पपरे थी लेकिन उसे मेरे काम का भी पता था और वो मुझसे बहुत इम्प्रेस दिखा,मुझे भी आदमी अच्छा लगा,वो कभी कभी मोना के हंसते हुए चहरे को बड़े प्यार से देखता और थोड़ी देर के लिए खो जाता,फिर झेंप का चहरा दूसरी ओर कर लेता,मैंने मोना को घूरते हुए बहुत से लड़को को देखा था लेकिन किसी की आंखों में मोना के लिए ऐसा प्यार कभी नही देखा था,उसकी आंखों में प्यार भी था तो कही कही कोई दुख कोई टीस सी भी थी ,जैसे जैसे दारू हमारे अंदर जा रही थी माहौल में कुछ अजीब सी उदासी छा रही थी ,ऐसा लग रहा था जैसे कोई आशिक अपना टूटा हुआ दिल ले के बैठा है,लेकिन कुछ कह नही पा रहा कुछ जता नही पा रहा,
“तुम्हे वो पार्टी याद है ,तुम्हारे भाई ने कैसे उस लड़की को प्रपोज किया था और फिर उसका झापड़ खाया था..”मोना की बात पर दोनो ही खिलखिला कर हँस पड़े और देखते ही देखते दोनो की आंखों में आंसू आ गया,दोनो ने ही खुद को सम्हाला
“एक्सक्यूज़ मि ..मैं थोड़ी देर में आयी ..”
मोना तुरंत ही उठाकर हमारे बेडरूम में चली गई ,रोहित भी बड़ी मुश्किल से अपने होठो पर झूठी हँसी ला पाया,ऐसे तो दारू का नशा ज्यादा था लेकिन फिर भी मैं उसके चहरे में आये हुए दुख के भाव को पहचान सकता था,
2 पैक और अंदर गए जो सिर्फ मैंने पिये,मोना आ चुकी थी और दोनो ही खामोश थे ,एक अजीब सी खामोशी फैल रही थी ,
“माफ करो यार रोहित लेकिन मुझे थोड़ी ज्यादा हो गई है ,तुम लोग खाना खा लो “
“आप भी ना चलो बिना कुछ खाय आपको सोने नही दूंगी “
मैं बड़ी ही मुश्किल में कुछ खा पाया और रोहित ने हमसे इजाजत मांगी,दोनो बिदा होते समय भी चुप ही थे,
“अच्छा लड़का है “
उसके जाने के बाद मैंने कहा
“हा बहुत अच्छा लड़का है ..”
मोना वँहा से सीधे ही बाथरूम में चली गई