30-07-2020, 05:34 PM
तभी दिनु काका मेरे पास आकर खड़ा हो गया और बोला बहुरानी में आपको जो बोलू वो आप करती जाना क्योकि मेरी आँखों पर पट्टी बंधी है नही तो मेरा हाथ इधर उधर गलत जगह पर लग जायेगा।
आप मुझे अपना एक हाथ इधर दीजिये और फिर वो घुटने के बल बैठ जाता है और मेरे हाथ को अपने कंधे पर रख लेता हैं और जहाँ से ब्लाउज खत्म होता उसके आगे से हथेली की तरफ दबाने लगता है कुछ देर दबाकर मेरी कोहनी को मोड़कर अपनी अंगुली को बीच में रखकर दबाता है जिससे कोहनी से आवाज आती है तो वो संतुष्ट होकर हाथ की अंगुलियों को एक एक करके खिंचता है जब तक कि एक एक अंगुली से चटकने की आवाज नही आती वो उस अंगुली को छोड़ता नही है जब सब अंगुलियों से चटकने की आवाज निकल जाती है तो
वो संतुष्ट होकर मेरे नाजुक हथेली को एक हाथ से पकड़ता है ओर बड़े ही सेंसिटिव अंदाज में दूसरे हाथ की अंगुलियों को फिराता है जिस से मुझे गुदगुदी के होती है और साथ ही उसका असर चुत पर भी होता है जिसके साथ मेरा दूसरा हाथ अपने आप चुत पर चला जाता है
अमित जब देखता है कि मेरा हाथ चुत पर है तो वो खड़ा होता है और अपनी पेंट और फ्रेंची दोनों निकल कर नंगा हो जाता है और मेरे पास आकर मेरे होटों को एक किश करता है और बैडरूम में चला जाता है
मेरी तो ये देखकर हालात खराब हो जाती है कि एक तरफ मेरी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी मेरी हथेलियों को सेक्सी तरीके से पकड़ रखा है और दूसरी तरफ मेरा पति जिसके साथ मेने अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए है वो नीचे से नंगा होकर मेरे होठो को चूम रहा है
जिसका लण्ड पूरा तना हुआ है जब वो मुझे किस कर रहा था तो मेरा दूसरा हाथ उसके लण्ड से टच हो जाता है जिससे उसके लण्ड से एक बूँद बाहर निकल कर मेरे हाथ मे लग जाती है जब वो अंदर चला जाता हैं तो में उस बूंद को मुँह में लेकर चाट जाती हूँ ।
तभी बूढा बोलता है ,- बहुरानी आपके हाथ बहुत नाजुक है ऐसा लग रहा है जैसे नाजुक फूल है जो थोड़ा सा मोड़ते ही टूट जाएंगे
बूढा जब से मेरी मसाज का अमित से सुना तब से एक बार भी मुझे बेटी नही बोला था बल्कि बहुरानी या मेमसाहब ही बुला रहा है तो मुझे भी उसकी नियत का पता चल चुका था कि ये भी कुछ दिन बाद मेरी चुत का पराग पीने वालों की लिस्ट में शामिल होने वाला है।
तभी अमित रूम से वापस आया और आकर वापस सोफे पर बेठ गया वो एक तौलिया और मोमबत्ती लेकर आया था और नीचे से अभी नंगा ही था उसने दोनों पैर टी टेबल पर फैला दिए और तोलिये और मोमबत्ती को साइड में रख दिया मोमबत्ती की मोटाई किसी लण्ड से कम नही थी तौलिया शायद इसलिए लाया था कि जरूरत पड़ने पर तुरंत अपने आप को ढक ले तभी मेरी नजर उसकी गांड पर गयी जो पूरी खुली हुई थी और काफी बड़ी लग रही थी ।
तभी दिनु काका ने कहा ,--बहुरानी मुझे दूसरा हाथ पकड़ाइये ।तो मैने सोचा कि अगर दूसरा हाथ पकड़ा दिया तो अमित को लाइव शो देखने मे दिक्कत होगी इसलिए बोली ,--काका आप इस तरफ आ जाये में आप को पकड़ कर बैठा देती हूं,
फिर मेने दिनु काका का हाथ पकड़कर दूसरी तरफ ले जाने लगी तभी अमित ने मुझे कुछ इशारा किया जब मैने इशारे का मतलब समझकर नीचे देखा तो मेरे होश उड़ गए बूढे की धोती में टेंट बना हुआ था उसका लण्ड बहुत बड़ा लग रहा था
अमित मुझे इशारे से बोला कि इसको चुत में डलवा लो तो मैने भी इशारे से कहा कि अपनी गांड में मोमबत्ती की जगह ये डलवा लो और दोनों मुस्कराने लगे ।तब तक बूढा मेरा हाथ अपने कंधे पर रख चुका था और पहले हाथ की तरह मालिश करने लगा
जब उसने दूसरे हाथ की मालिश खत्म कर ली तो वो बोला ,-- बहुरानी अब आप साड़ी खोल दीजिये में आपके सिर और गले की मालिश कर देता हूँ
मेने कहा ,--ठीक है काका और उठकर अमित के पास आई और उसके कान में फुसफुसाकर कहा ,--लो गांडू अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों से खेलने के लिए साड़ी उतार दो और फिर देखकर मुठ मारो ।
अमित ने जब ये सुना तो उसके लण्ड से प्री कम की बूंद बाहर आ गयी और वो खड़ा होकर पहले मेरी कंधे से पिन निकाला फिर नीचे से पिन निकाल कर मेरी साड़ी खोल दिया अब में ब्लाउज पेटिकोट में जाकर स्टूल पर बैठ गयी
तभी दिनु काका बोला ,--बहुरानी अगर साड़ी खुल गयी तो मुझे अपने पीछे खड़ा कर दो मेने अमित को कहा,-- प्लीज अमित काका को बता दो कहाँ खड़ा होना है और मेरा सिर कहाँ है
अमित तौलिया लपेट कर खडा हुआ और काका का हाथ पकड़कर खड़ा किया और मेरे सिर हाथ रखवाकर बोला ,--काका ये है रेखा का सिर
दिनु काका ,--थैंक यू अमित बाबू ,बहुरानी की शर्म की वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ रही है।और फिर अमित वापस तौलिया खोलकर सोफे पर बैठ गया ।
दिनु काका ने पुर माथे पर हाथ फिराया फिर मेरे ललाट को पीछे से पकड़कर दोनों हाथों की दो दो अंगुलियों दे चुटकी में अलग अलग जगह से पकड़कर खींच खींच कर छोड़ने लगा जिससे मेरी त्वचा में हल्का दर्द होने लगा फिर वैसा ही कान के पास किया तो सिर में हल्कापन मुझे महसूस हुआ जिस तरीके से उन्होंने मेरे सिर को पीछे झुकाकर पकड़ा था अगर उनकी आंख पर पट्टी नही होती तो वो मेरे पूरे पहाड़ी क्ष्रेत्र का निरीक्षण कर लेता पर पट्टी की वजह से ऐसा नही कर पाया
फिर उसने मुझे आँखें बंद करने को बोला और मेरी पुतलियों को भो वैसे ही चुटकी से मसाज किया तब उसने मेरे सिर को छोड़ दिया और दोनों हाथों को कंधे पर रख दिया और उनको दबाने लगा थॉडी देर दबाने के बाद वो अपना हाथ मेरी क्लीवेज पर लाया और मेरे क्लीवेज से ब्लाउज के बीच का एरिया पर अपना खुरदरा हाथ फिराया
जिससे मेरी कामुक सिसकारी निकल गयी सामने देखा तो अमित भी अपने एक हाथ से लंड मुठिया रहा था और दूसरे हाथ की अंगुली को अपने गांड के छेद पर ले गया और मोमबत्ती घुसाने के लिए ढीला करने लगा तो मैने इशारे से मोमबत्ती डालने को बोला तो वो इशारे में बोला कि तुम्हारा ब्लाउज उतार के घुसाउगा
मेरे मन मे आया कि साला ये अपनी पत्नी के बोबे एक बूढ़े से मसलवा ते देख कर ये अपनी गांड में मोमबत्ती डालेगा और अपनी गांड खुद ही मारेगा ,इस गांडू को तो बहुत जल्द में अपने यारों के लण्ड चुसवा कर इसके सामने चुत मरवाऊंगी और ये साला मेरी चुदाई देखकर मुठ मारेगा
आप मुझे अपना एक हाथ इधर दीजिये और फिर वो घुटने के बल बैठ जाता है और मेरे हाथ को अपने कंधे पर रख लेता हैं और जहाँ से ब्लाउज खत्म होता उसके आगे से हथेली की तरफ दबाने लगता है कुछ देर दबाकर मेरी कोहनी को मोड़कर अपनी अंगुली को बीच में रखकर दबाता है जिससे कोहनी से आवाज आती है तो वो संतुष्ट होकर हाथ की अंगुलियों को एक एक करके खिंचता है जब तक कि एक एक अंगुली से चटकने की आवाज नही आती वो उस अंगुली को छोड़ता नही है जब सब अंगुलियों से चटकने की आवाज निकल जाती है तो
वो संतुष्ट होकर मेरे नाजुक हथेली को एक हाथ से पकड़ता है ओर बड़े ही सेंसिटिव अंदाज में दूसरे हाथ की अंगुलियों को फिराता है जिस से मुझे गुदगुदी के होती है और साथ ही उसका असर चुत पर भी होता है जिसके साथ मेरा दूसरा हाथ अपने आप चुत पर चला जाता है
अमित जब देखता है कि मेरा हाथ चुत पर है तो वो खड़ा होता है और अपनी पेंट और फ्रेंची दोनों निकल कर नंगा हो जाता है और मेरे पास आकर मेरे होटों को एक किश करता है और बैडरूम में चला जाता है
मेरी तो ये देखकर हालात खराब हो जाती है कि एक तरफ मेरी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी मेरी हथेलियों को सेक्सी तरीके से पकड़ रखा है और दूसरी तरफ मेरा पति जिसके साथ मेने अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए है वो नीचे से नंगा होकर मेरे होठो को चूम रहा है
जिसका लण्ड पूरा तना हुआ है जब वो मुझे किस कर रहा था तो मेरा दूसरा हाथ उसके लण्ड से टच हो जाता है जिससे उसके लण्ड से एक बूँद बाहर निकल कर मेरे हाथ मे लग जाती है जब वो अंदर चला जाता हैं तो में उस बूंद को मुँह में लेकर चाट जाती हूँ ।
तभी बूढा बोलता है ,- बहुरानी आपके हाथ बहुत नाजुक है ऐसा लग रहा है जैसे नाजुक फूल है जो थोड़ा सा मोड़ते ही टूट जाएंगे
बूढा जब से मेरी मसाज का अमित से सुना तब से एक बार भी मुझे बेटी नही बोला था बल्कि बहुरानी या मेमसाहब ही बुला रहा है तो मुझे भी उसकी नियत का पता चल चुका था कि ये भी कुछ दिन बाद मेरी चुत का पराग पीने वालों की लिस्ट में शामिल होने वाला है।
तभी अमित रूम से वापस आया और आकर वापस सोफे पर बेठ गया वो एक तौलिया और मोमबत्ती लेकर आया था और नीचे से अभी नंगा ही था उसने दोनों पैर टी टेबल पर फैला दिए और तोलिये और मोमबत्ती को साइड में रख दिया मोमबत्ती की मोटाई किसी लण्ड से कम नही थी तौलिया शायद इसलिए लाया था कि जरूरत पड़ने पर तुरंत अपने आप को ढक ले तभी मेरी नजर उसकी गांड पर गयी जो पूरी खुली हुई थी और काफी बड़ी लग रही थी ।
तभी दिनु काका ने कहा ,--बहुरानी मुझे दूसरा हाथ पकड़ाइये ।तो मैने सोचा कि अगर दूसरा हाथ पकड़ा दिया तो अमित को लाइव शो देखने मे दिक्कत होगी इसलिए बोली ,--काका आप इस तरफ आ जाये में आप को पकड़ कर बैठा देती हूं,
फिर मेने दिनु काका का हाथ पकड़कर दूसरी तरफ ले जाने लगी तभी अमित ने मुझे कुछ इशारा किया जब मैने इशारे का मतलब समझकर नीचे देखा तो मेरे होश उड़ गए बूढे की धोती में टेंट बना हुआ था उसका लण्ड बहुत बड़ा लग रहा था
अमित मुझे इशारे से बोला कि इसको चुत में डलवा लो तो मैने भी इशारे से कहा कि अपनी गांड में मोमबत्ती की जगह ये डलवा लो और दोनों मुस्कराने लगे ।तब तक बूढा मेरा हाथ अपने कंधे पर रख चुका था और पहले हाथ की तरह मालिश करने लगा
जब उसने दूसरे हाथ की मालिश खत्म कर ली तो वो बोला ,-- बहुरानी अब आप साड़ी खोल दीजिये में आपके सिर और गले की मालिश कर देता हूँ
मेने कहा ,--ठीक है काका और उठकर अमित के पास आई और उसके कान में फुसफुसाकर कहा ,--लो गांडू अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों से खेलने के लिए साड़ी उतार दो और फिर देखकर मुठ मारो ।
अमित ने जब ये सुना तो उसके लण्ड से प्री कम की बूंद बाहर आ गयी और वो खड़ा होकर पहले मेरी कंधे से पिन निकाला फिर नीचे से पिन निकाल कर मेरी साड़ी खोल दिया अब में ब्लाउज पेटिकोट में जाकर स्टूल पर बैठ गयी
तभी दिनु काका बोला ,--बहुरानी अगर साड़ी खुल गयी तो मुझे अपने पीछे खड़ा कर दो मेने अमित को कहा,-- प्लीज अमित काका को बता दो कहाँ खड़ा होना है और मेरा सिर कहाँ है
अमित तौलिया लपेट कर खडा हुआ और काका का हाथ पकड़कर खड़ा किया और मेरे सिर हाथ रखवाकर बोला ,--काका ये है रेखा का सिर
दिनु काका ,--थैंक यू अमित बाबू ,बहुरानी की शर्म की वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ रही है।और फिर अमित वापस तौलिया खोलकर सोफे पर बैठ गया ।
दिनु काका ने पुर माथे पर हाथ फिराया फिर मेरे ललाट को पीछे से पकड़कर दोनों हाथों की दो दो अंगुलियों दे चुटकी में अलग अलग जगह से पकड़कर खींच खींच कर छोड़ने लगा जिससे मेरी त्वचा में हल्का दर्द होने लगा फिर वैसा ही कान के पास किया तो सिर में हल्कापन मुझे महसूस हुआ जिस तरीके से उन्होंने मेरे सिर को पीछे झुकाकर पकड़ा था अगर उनकी आंख पर पट्टी नही होती तो वो मेरे पूरे पहाड़ी क्ष्रेत्र का निरीक्षण कर लेता पर पट्टी की वजह से ऐसा नही कर पाया
फिर उसने मुझे आँखें बंद करने को बोला और मेरी पुतलियों को भो वैसे ही चुटकी से मसाज किया तब उसने मेरे सिर को छोड़ दिया और दोनों हाथों को कंधे पर रख दिया और उनको दबाने लगा थॉडी देर दबाने के बाद वो अपना हाथ मेरी क्लीवेज पर लाया और मेरे क्लीवेज से ब्लाउज के बीच का एरिया पर अपना खुरदरा हाथ फिराया
जिससे मेरी कामुक सिसकारी निकल गयी सामने देखा तो अमित भी अपने एक हाथ से लंड मुठिया रहा था और दूसरे हाथ की अंगुली को अपने गांड के छेद पर ले गया और मोमबत्ती घुसाने के लिए ढीला करने लगा तो मैने इशारे से मोमबत्ती डालने को बोला तो वो इशारे में बोला कि तुम्हारा ब्लाउज उतार के घुसाउगा
मेरे मन मे आया कि साला ये अपनी पत्नी के बोबे एक बूढ़े से मसलवा ते देख कर ये अपनी गांड में मोमबत्ती डालेगा और अपनी गांड खुद ही मारेगा ,इस गांडू को तो बहुत जल्द में अपने यारों के लण्ड चुसवा कर इसके सामने चुत मरवाऊंगी और ये साला मेरी चुदाई देखकर मुठ मारेगा