30-07-2020, 02:10 PM
राजेश की इस तरह की बात सुन कर रेनू थोडा शर्मा गई. वो गिलास और स्नेक्स रख कर वापस जाने लगी. तब राजेश फिर बोला.
राजेश: अरे सिर्फ दो ही गिलास? तुम्हारा गिलास कहा हैं? अब ये न कहना की तुम नहीं पीती क्योंकि उस दिन पार्टी में तो तुमने खूब पी थी. पार्टी याद है न कि भूल गईं?
राजेश के मुह से पार्टी की बात सुन कर रेनू की आँखों के सामने राजेश और उसकी चुदाई का नज़ारा घूम गया. फिर भी अपने को संभालते हुए बोली
रेनू: जी मैं कभी कभार पार्टी वार्टी में पी लेती हूँ वरना नहीं.
राजेश: अरे तो आज भी तो पार्टी ही है. आ जाओ एक गिलास और लेकर.
रेनू: नहीं आज मन नहीं है. आप लोग पीजिये. मुझे थोडा किचन में काम है.
मैंने सोचा की एक तरफ तो रेनू राजेश के लिए साडी पहन कर मेकअप करके तैयार हुई लेकिन दूसरी तरफ साथ में बैठने से भी झिझक रही है. अभी ये तय नहीं कर पा रही है की इसे क्या करना है.
मनीष: अरे मन नहीं है तो मत पीना लेकिन हमारे साथ तो बैठो.
रेनू: जी अभी आई.
कह कर रेनू अन्दर चली गई लेकिन काफी देर तक वो बाहर नहीं आई. राजेश मैं दोनों हो सोच रहे थे की क्या हुआ.
राजेश: यार ये आई नहीं. लगता है की अभी तैयार नहीं है. मेरे आने पर नाराज़ हो रही थी क्या?
मनीष: नहीं भाई नाराज तो नहीं हुई बल्कि आपके खाने की चिंता कर रही थी. देखा नही ये मेकअप साडी आपके लिए ही तो है.
राजेश: अच्छा फिर तो काम हो गया समझो. मतलब तैयार है लेकिन शर्मा भी रही है. तुम एक काम करो थोड़ी देर के लिए अन्दर जाओ और किसी बहाने से उसे बाहर भेजो.
राजेश की बात मानकर मनीष अन्दर आया तो उसने देखा की रेनू बेडरूम में बैठी हुई है.
मनीष: अरे तुम अकेली यहाँ क्यों बैठी हो.
रेनू: बस ऐसे ही.
मनीष: अच्छा वो कबाब और हैं क्या?
रेनू: हाँ काफी सारे रखे है.
मनीष: तो तुम गरम करके बाहर दे दो. राजेश को बहुत अच्छे लग रहे है.
ये कह कर मनीष बाथरूम में घुस गया. रेनू प्लेट में कबाब लगाकर बाहर ले आई और टेबल पर रख दिए. टेबल पर रखते ही राजेश ने उसको खींच कर अपनी गोद में बिठा लिया. रेनू इस हमले से सकपका गई.
राजेश: क्यों जानेमन अब हमारी कोई बात नहीं मानोगी. साथ पीने को बोला तो मना कर दिया. साथ बैठने को कहा तो अंदर चली गई. अब साथ सोने को बोलूँगा तो मना मत करना.
रेनू: उफ़ छोडिये भी. मनीष आ रहा होगा.
राजेश: तो क्या हुआ? उसको तो पता है की तुम मुझसे चुदी हो.
रेनू: प्लीज् छोडिये न.
राजेश: एक किस दो तब छोडूंगा
रेनू को डर था की कहीं मनीष न आ जाये. उसने फ़ौरन राजेश के होठो पर एक किस कर दी
राजेश: अरे मैं कोई छोटा बच्चा हूँ क्या जो ऐसे किस कर रही हो
रेनू ने दुबारा राजेश के होठ अच्छी तरह से चूसे. फिर बोली...
रेनू: अब तो छोडो
राजेश (रेनू को छोड़ते हुए): अब यही बैठना. तुम्ही को तो देखने आया हूँ जान.
जैसे ही रेनू उठ कर खड़ी हुई वैसे ही मनीष भी बाहर आ गया क्योंकि वो ये सब छुप कर देख रहा था.
अब रेनू वही बैठ गई और चुपचाप टीवी देखने लगी और राजेश और मैं वापस पीने में लग गए. कुछ ही देर मे हमने आधे से ज्यादा बोतल गटक ली. मुझे बढ़िया नशा हो गया था. राजेश को भी मजा आ रहा था. वो पीते पीते रेनू को ताड़ रहा था पर रेनू बोर हो रही थी.
रेनू: काफी देर हो गयी है. खाना लगा दूं?
राजेश: यार अब ये इतने सारे कबाब वगेरह खा लिए अब खाना कौन खायेगा?
मनीष: सच में यार अब बिलकुल भूख नहीं है. एक काम करो तुम खा लो.
रेनू: ठीक है मैं अब खाकर सोने जा रही हूँ पर तुम सारी रात न पीते रहना.
ये कह कर रेनू अंदर चली गई. हम दोनों ने थोड़ी देर में पूरी बोतल ख़तम कर दी. अब हमे अच्छा खासा नशा हो गया था.
राजेश: सुनो अब तुम एकदम बेहोशी का नाटक करना. मैं तुम्हे बेडरूम में ले चलूँगा. तुम बस मेरी हाँ में हाँ मिलते रहना.
अब मैं नशे की एक्टिंग करने लगा और राजेश मुझे सहारा देकर अंदर बेडरूम में ले गया. रेनू बेड पर लेटी थी. उसने साड़ी बदल कर नाईटी पहन ली थी. राजेश को देख कर वो उठ बैठी. राजेश ने मुझको बेड के एक किनारे लिटा दिया और फिर बोला
राजेश: कुछ नहीं थोड़ी ज्यादा हो गयी है. तुम लेट जाओ आराम से.
रेनू कुछ कहती इससे पहले ही राजेश ने रेनू को भी बेड पर लिटा दिया और खड़े होकर उसका हुस्न निहारने लगा. रेनू को बड़ा अजीब लग रहा था लेकिन वो वापस नहीं उठी.
राजेश: यार अब इतने नशे में कहाँ अकेला सोऊंगा. तुम कहो तो यही सो जाता हूँ.
उसकी ये बात सुनकर मनीष के लंड ने एक जोर का झटका मारा और उसके मुह से केवल इतना निकला "हाँ लेकिन जगह."
राजेश: जगह बहुत है.
राजेश ने रेनू को मनीष की तरफ धक्का दिया और रेनू कुनमुनाते हुए बेड के बीच में आ गयी और मनीष से चिपक गयी. राजेश ने अपनी टीशर्ट और लोअर उतार दिया और सिर्फ अंडरवियर में आ गया.
राजेश: यार कपड़े पहन कर मुझसे सोया ही नहीं जाता.
रेनू ने देखा की उसके अंडरवियर में एक बड़ा सा टेंट बना था. वो कुछ बोलती उससे पहले ही राजेश रेनू के बगल में लेट गया. अब रेनू बीच में और एक तरफ मैं और एक तरफ लगभग नंगा राजेश. रेनू को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की ये क्या हो रहा है. इसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी की ऐसा भी हो सकता है.
इधर राजेश ने लेटते ही रेनू की नाईटी जो पहले ही उसके घुटनों तक थी खीच कर जांघो तक कर दी और उसकी जांघो को चूमने लगा. राजेश की मूंछे रेनू की जांधो में चुभी तो वो अचानक मनीष से चिपक गयी और सिस्कारिया लेने लगी.
अब मनीष धीरे से उठा और रेनू को अलग करके अपने कपडे भी उतार दिए. राजेश ने एक नज़र मनीष की तरफ देखा और हलके से मुस्कुराया और उसने रेनू की पेंटी को खीच कर नीचे कर दिया और धीरे से उसके पैरों से निकाल कर उतार दिया और सूंघने लगा. रेनू शर्म से लाल हो गयी. रेनू हर हफ्ते ही झाटे शेव करती थी और उसने आज सुबह ही शेव की थी और उसकी चिकनी गुलाबी चूत राजेश की आँखों के सामने थी.
मनीष वापस रेनू के बगल में लेट गया और उसकी नाईटी कंधे से नीचे करके उसकी एक चूंची बाहर निकाल कर चूसने लगा. अब रेनू भी काफी गर्म हो गयी थी. उधर राजेश ने भी अपना अंडरवियर उतार दिया और पूरा नंगा हो कर रेनू की चूत को चूसने लगा. रेनू मस्ती से तड़प उठी. मनीष ने रेनू की चूची छोड़ कर देखा की राजेश का लंड एकदम लाल था और उसके लंड से बड़ा और ज्यादा मोटा भी था. उस पर एक भी बाल नहीं था और वो झटके मार रहा था.
अब राजेश ने रेनू की चूत छोड़ी और उपर आकर उसकी चूंची चूसने लगा. मनीष ने रेनू का हाथ उठाकर राजेश के लंड पर रख दिया. रेनू उत्तेजना से राजेश का लंड मुठीयाने लगी. अब मनीष ने अपनी बीवी की चूत का रुख किया. रेनू की चूत एकदम पनिया गयी थी. मनीष ने जोरो से उसकी चूत चूसना शुरू किया. रेनू के मुह से एक तेज़ सीत्कार निकली लेकिन राजेश ने उसका मुह अपने होठो से बंद कर दिया. अब राजेश ने रेनू को धीरे से उठाया और उसकी नाईटी को उतार कर एक तरफ फेंक दिया. अब मनीष की बीवी भी राजेश और मनीष की तरह पूरी नंगी हो गयी.
राजेश: अरे सिर्फ दो ही गिलास? तुम्हारा गिलास कहा हैं? अब ये न कहना की तुम नहीं पीती क्योंकि उस दिन पार्टी में तो तुमने खूब पी थी. पार्टी याद है न कि भूल गईं?
राजेश के मुह से पार्टी की बात सुन कर रेनू की आँखों के सामने राजेश और उसकी चुदाई का नज़ारा घूम गया. फिर भी अपने को संभालते हुए बोली
रेनू: जी मैं कभी कभार पार्टी वार्टी में पी लेती हूँ वरना नहीं.
राजेश: अरे तो आज भी तो पार्टी ही है. आ जाओ एक गिलास और लेकर.
रेनू: नहीं आज मन नहीं है. आप लोग पीजिये. मुझे थोडा किचन में काम है.
मैंने सोचा की एक तरफ तो रेनू राजेश के लिए साडी पहन कर मेकअप करके तैयार हुई लेकिन दूसरी तरफ साथ में बैठने से भी झिझक रही है. अभी ये तय नहीं कर पा रही है की इसे क्या करना है.
मनीष: अरे मन नहीं है तो मत पीना लेकिन हमारे साथ तो बैठो.
रेनू: जी अभी आई.
कह कर रेनू अन्दर चली गई लेकिन काफी देर तक वो बाहर नहीं आई. राजेश मैं दोनों हो सोच रहे थे की क्या हुआ.
राजेश: यार ये आई नहीं. लगता है की अभी तैयार नहीं है. मेरे आने पर नाराज़ हो रही थी क्या?
मनीष: नहीं भाई नाराज तो नहीं हुई बल्कि आपके खाने की चिंता कर रही थी. देखा नही ये मेकअप साडी आपके लिए ही तो है.
राजेश: अच्छा फिर तो काम हो गया समझो. मतलब तैयार है लेकिन शर्मा भी रही है. तुम एक काम करो थोड़ी देर के लिए अन्दर जाओ और किसी बहाने से उसे बाहर भेजो.
राजेश की बात मानकर मनीष अन्दर आया तो उसने देखा की रेनू बेडरूम में बैठी हुई है.
मनीष: अरे तुम अकेली यहाँ क्यों बैठी हो.
रेनू: बस ऐसे ही.
मनीष: अच्छा वो कबाब और हैं क्या?
रेनू: हाँ काफी सारे रखे है.
मनीष: तो तुम गरम करके बाहर दे दो. राजेश को बहुत अच्छे लग रहे है.
ये कह कर मनीष बाथरूम में घुस गया. रेनू प्लेट में कबाब लगाकर बाहर ले आई और टेबल पर रख दिए. टेबल पर रखते ही राजेश ने उसको खींच कर अपनी गोद में बिठा लिया. रेनू इस हमले से सकपका गई.
राजेश: क्यों जानेमन अब हमारी कोई बात नहीं मानोगी. साथ पीने को बोला तो मना कर दिया. साथ बैठने को कहा तो अंदर चली गई. अब साथ सोने को बोलूँगा तो मना मत करना.
रेनू: उफ़ छोडिये भी. मनीष आ रहा होगा.
राजेश: तो क्या हुआ? उसको तो पता है की तुम मुझसे चुदी हो.
रेनू: प्लीज् छोडिये न.
राजेश: एक किस दो तब छोडूंगा
रेनू को डर था की कहीं मनीष न आ जाये. उसने फ़ौरन राजेश के होठो पर एक किस कर दी
राजेश: अरे मैं कोई छोटा बच्चा हूँ क्या जो ऐसे किस कर रही हो
रेनू ने दुबारा राजेश के होठ अच्छी तरह से चूसे. फिर बोली...
रेनू: अब तो छोडो
राजेश (रेनू को छोड़ते हुए): अब यही बैठना. तुम्ही को तो देखने आया हूँ जान.
जैसे ही रेनू उठ कर खड़ी हुई वैसे ही मनीष भी बाहर आ गया क्योंकि वो ये सब छुप कर देख रहा था.
अब रेनू वही बैठ गई और चुपचाप टीवी देखने लगी और राजेश और मैं वापस पीने में लग गए. कुछ ही देर मे हमने आधे से ज्यादा बोतल गटक ली. मुझे बढ़िया नशा हो गया था. राजेश को भी मजा आ रहा था. वो पीते पीते रेनू को ताड़ रहा था पर रेनू बोर हो रही थी.
रेनू: काफी देर हो गयी है. खाना लगा दूं?
राजेश: यार अब ये इतने सारे कबाब वगेरह खा लिए अब खाना कौन खायेगा?
मनीष: सच में यार अब बिलकुल भूख नहीं है. एक काम करो तुम खा लो.
रेनू: ठीक है मैं अब खाकर सोने जा रही हूँ पर तुम सारी रात न पीते रहना.
ये कह कर रेनू अंदर चली गई. हम दोनों ने थोड़ी देर में पूरी बोतल ख़तम कर दी. अब हमे अच्छा खासा नशा हो गया था.
राजेश: सुनो अब तुम एकदम बेहोशी का नाटक करना. मैं तुम्हे बेडरूम में ले चलूँगा. तुम बस मेरी हाँ में हाँ मिलते रहना.
अब मैं नशे की एक्टिंग करने लगा और राजेश मुझे सहारा देकर अंदर बेडरूम में ले गया. रेनू बेड पर लेटी थी. उसने साड़ी बदल कर नाईटी पहन ली थी. राजेश को देख कर वो उठ बैठी. राजेश ने मुझको बेड के एक किनारे लिटा दिया और फिर बोला
राजेश: कुछ नहीं थोड़ी ज्यादा हो गयी है. तुम लेट जाओ आराम से.
रेनू कुछ कहती इससे पहले ही राजेश ने रेनू को भी बेड पर लिटा दिया और खड़े होकर उसका हुस्न निहारने लगा. रेनू को बड़ा अजीब लग रहा था लेकिन वो वापस नहीं उठी.
राजेश: यार अब इतने नशे में कहाँ अकेला सोऊंगा. तुम कहो तो यही सो जाता हूँ.
उसकी ये बात सुनकर मनीष के लंड ने एक जोर का झटका मारा और उसके मुह से केवल इतना निकला "हाँ लेकिन जगह."
राजेश: जगह बहुत है.
राजेश ने रेनू को मनीष की तरफ धक्का दिया और रेनू कुनमुनाते हुए बेड के बीच में आ गयी और मनीष से चिपक गयी. राजेश ने अपनी टीशर्ट और लोअर उतार दिया और सिर्फ अंडरवियर में आ गया.
राजेश: यार कपड़े पहन कर मुझसे सोया ही नहीं जाता.
रेनू ने देखा की उसके अंडरवियर में एक बड़ा सा टेंट बना था. वो कुछ बोलती उससे पहले ही राजेश रेनू के बगल में लेट गया. अब रेनू बीच में और एक तरफ मैं और एक तरफ लगभग नंगा राजेश. रेनू को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की ये क्या हो रहा है. इसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी की ऐसा भी हो सकता है.
इधर राजेश ने लेटते ही रेनू की नाईटी जो पहले ही उसके घुटनों तक थी खीच कर जांघो तक कर दी और उसकी जांघो को चूमने लगा. राजेश की मूंछे रेनू की जांधो में चुभी तो वो अचानक मनीष से चिपक गयी और सिस्कारिया लेने लगी.
अब मनीष धीरे से उठा और रेनू को अलग करके अपने कपडे भी उतार दिए. राजेश ने एक नज़र मनीष की तरफ देखा और हलके से मुस्कुराया और उसने रेनू की पेंटी को खीच कर नीचे कर दिया और धीरे से उसके पैरों से निकाल कर उतार दिया और सूंघने लगा. रेनू शर्म से लाल हो गयी. रेनू हर हफ्ते ही झाटे शेव करती थी और उसने आज सुबह ही शेव की थी और उसकी चिकनी गुलाबी चूत राजेश की आँखों के सामने थी.
मनीष वापस रेनू के बगल में लेट गया और उसकी नाईटी कंधे से नीचे करके उसकी एक चूंची बाहर निकाल कर चूसने लगा. अब रेनू भी काफी गर्म हो गयी थी. उधर राजेश ने भी अपना अंडरवियर उतार दिया और पूरा नंगा हो कर रेनू की चूत को चूसने लगा. रेनू मस्ती से तड़प उठी. मनीष ने रेनू की चूची छोड़ कर देखा की राजेश का लंड एकदम लाल था और उसके लंड से बड़ा और ज्यादा मोटा भी था. उस पर एक भी बाल नहीं था और वो झटके मार रहा था.
अब राजेश ने रेनू की चूत छोड़ी और उपर आकर उसकी चूंची चूसने लगा. मनीष ने रेनू का हाथ उठाकर राजेश के लंड पर रख दिया. रेनू उत्तेजना से राजेश का लंड मुठीयाने लगी. अब मनीष ने अपनी बीवी की चूत का रुख किया. रेनू की चूत एकदम पनिया गयी थी. मनीष ने जोरो से उसकी चूत चूसना शुरू किया. रेनू के मुह से एक तेज़ सीत्कार निकली लेकिन राजेश ने उसका मुह अपने होठो से बंद कर दिया. अब राजेश ने रेनू को धीरे से उठाया और उसकी नाईटी को उतार कर एक तरफ फेंक दिया. अब मनीष की बीवी भी राजेश और मनीष की तरह पूरी नंगी हो गयी.