29-07-2020, 06:49 PM
“और बताओ सुरभि आपको शादी में कोई परेशानी तो नहीं हुई?”
“नहीं कोई नहीं.” सुरभि इतना ही कह पाई क्योंकि जितना मजा उसने इस शादी में लिया है अपनी शादी में भी नहीं लिया होगा. रहेजा को भी याद आया की कैसे उसने इस शरीफ पत्नी को जम के अपने बिस्तर पर चोदा था. याद करके उसका लंड अकड़ने लगा उसने बिना ज्यादा हरकत किये अपने लंड को ठीक किया. तभी उसके मोबाइल पर whatsapp मेसेज आया उसने खोल कर देखा तो मिसेज रहेजा ने कीर्ति के वो ड्रेस पहने हुए कई सारे पिक्स भेजे थे.
“हाँ पिक्स आ गए ये जब कीर्ति ने ट्रायल दिया था तब के है.” रहेजा बोला लेकिन उसने मोबाइल अपने हाथ में ही रखा और अपना हाथ सुरभि की तरफ बिलकुल भी नहीं बढाया. हार कर सुरभि को ही रहेजा की तरफ खिसकना पड़ा जब वो उसकी तरफ खिसकी तो रहेजा भी सुरभि की तरफ खिसक गया और अब दोनों की जांघें एक दुसरे से सट गयी. मिरर में विजय ने उन लोगों को खिसकते तो देखा पर वो उसे नेचुरल लगा पर वो नीचे उनकी जुडी हुई जांघे नहीं देख पाया. सुरभि के रोंगटे एक बार फिर खड़े हो गये लेकिन वो अपना ध्यान बंटाते हुए रहेजा के मोबाइल पर ड्रेस की पिक्स देखने लगी.
“काफी सुन्दर ड्रेस है.” सुरभि इम्प्रेस हुए बिना नहीं रह सकी.
“हाँ मिसेज रहेजा की चॉइस है .”
“हाँ आज वरमाला वाला लहंगा भी काफी यूनिक था.”
“मिसेज रहेजा किसी भी चीज को आसानी से पसंद नहीं करती. अब सोच लो सुरभि तुम भी कितनी यूनिक होगी जो की पहली बार में ही उनको पसंद आ गयी.” रहेजा ने बड़े आराम से सुरभि के पति के सामने ही अपने मन की बात कह दी जिसे सुन कर सुरभि शर्मा गयी. और बोली
“आप भी न सर कहा की बात को कहा ले गए.”
“अरे मैं सच कह रहा हूँ, क्यों विजय तुम बताओ मिसेज रहेजा इतनी आसानी से किसी को पसंद करती है क्या.”
“नहीं सर कभी नहीं.” विजय अपने चिर परिचित चापलूसी वाले अंदाज में अपने बॉस से बोला.
“ये देखो ये उसके मैचिंग ओर्नामेंट्स है जो तुम वहीँ से सेलेक्ट कर लेना.”
“हम्म लवली है.” बोलते ही सुरभि घबरा गयी जब एक सांप की भाँती मिस्टर रहेजा का एक हाथ उसकी कमर के पीछे घुस गया और उसे अपनी ओर और जोर से कस लिया. रहेजा जानता था की मिरर से उसके चेहरे के एक्सप्रेशन विजय को दिख सकते है इसलिए वो ऐसे ही प्रकट कर रहा था जैसे केवल उसका इंटरेस्ट सुरभि को फोट दिखाने में ही हो जबकि उसके एक हाथ ने सुरभि की नंगी कमर को सहला कर उसे उत्तेजित करना शुरू कर दिया था. सुरभि ने एक बार रहेजा की तरफ देख कर आँखों ही आँखों में उससे ये सब बंद करने की गुजारिश की जिसका उस पर कोई असर नहीं हुआ. बल्कि उसका हाथ सुरभि की कमर के नीचे उसकी गदरायी गांड तक को सहलाने लगा मसलने लगा. हालाँकि रहेजा को एक ही हाथ से मोबाइल पकड़ कर फोटोज स्वाइप करना मुश्किल हो रहा था पर वो करता रहा. एक क्लोज अप फोटो में कीर्ति बहुत ही खूबसूरत लग रही था जिसे देख कर सुरभि “wow” कर बैठी
“बहुत ही सुन्दर लग रही है कीर्ति इसमें.”
“हाँ .. लो विजय को भी दिखाओ ये फोटो.” उसने सुरभि को मोबाइल पकडाते हुए कहा .. फिर विजय से बोला
“देखो विजय कितनी सुन्दर लग रही है कीर्ति इस ड्रेस में. ध्यान से देखना ड्राइव करते हुए.” अब सुरभि को मोबाइल पर पिक दिखाने के लिए उठना पड़ा और आगे की सीट पर विजय को मोबाइल पर पिक दिखाने लगी. रहेजा को वो पिक विजय को घंटा दिखानी थी उसे तो इस बहाने सुरभि को उठाना था और उसकी गांड पर अपना अधिकार ज़माना था. जैसे ही सुरभि की मदमस्त कमर और उसके नीचे उसकी गांड सामने आई रहेजा ने अपने बायें हाथ की हथेली से उसकी गांड का मान मर्दन करना शुरू कर दिया. अचानक हुए इस हमले से सुरभि हलकी सी चिहुंकी पर उसने विजय को इसका हल्का सा भी आभास नहीं होने दिया. रहेजा ने जब उसकी गांड को फील किया तो उसका लौड़ा गनगना उठा ये जानकार की सुरभि ने अभी भी कोई पेंटी नहीं पहनी है. उसने अपनी बीच की ऊँगली उसकी गांड में घुसा कर साड़ी के ऊपर से ही उसकी चूत को स्पर्श करके छोड़ दिया इतने में ही सुरभि विजय को फोटो दिखा कर वापस अपनी जगह पर बैठ गयी.
“बहुत अच्छी लग रही है कीर्ति बेबी इसमें.”
“हाँ .. अरे विजय तुम्हारी ये सुरभि कीर्ति से बड़ी है पर फिर भी अगर ऐसी ड्रेस में सुरभि का फोटो निकाले तो सुरभि इससे भी कही ज्यादा अच्छी दिखेगी.” रहेजा ने कोई झूठी तारीफ नहीं की थी.. सुरभि के सामने कीर्ति कुछ भी नहीं थी.
“अरे सर इतनी शानदार ड्रेस के तो हम लोग सपने ही देख सकते है.”
“नहीं कोई नहीं.” सुरभि इतना ही कह पाई क्योंकि जितना मजा उसने इस शादी में लिया है अपनी शादी में भी नहीं लिया होगा. रहेजा को भी याद आया की कैसे उसने इस शरीफ पत्नी को जम के अपने बिस्तर पर चोदा था. याद करके उसका लंड अकड़ने लगा उसने बिना ज्यादा हरकत किये अपने लंड को ठीक किया. तभी उसके मोबाइल पर whatsapp मेसेज आया उसने खोल कर देखा तो मिसेज रहेजा ने कीर्ति के वो ड्रेस पहने हुए कई सारे पिक्स भेजे थे.
“हाँ पिक्स आ गए ये जब कीर्ति ने ट्रायल दिया था तब के है.” रहेजा बोला लेकिन उसने मोबाइल अपने हाथ में ही रखा और अपना हाथ सुरभि की तरफ बिलकुल भी नहीं बढाया. हार कर सुरभि को ही रहेजा की तरफ खिसकना पड़ा जब वो उसकी तरफ खिसकी तो रहेजा भी सुरभि की तरफ खिसक गया और अब दोनों की जांघें एक दुसरे से सट गयी. मिरर में विजय ने उन लोगों को खिसकते तो देखा पर वो उसे नेचुरल लगा पर वो नीचे उनकी जुडी हुई जांघे नहीं देख पाया. सुरभि के रोंगटे एक बार फिर खड़े हो गये लेकिन वो अपना ध्यान बंटाते हुए रहेजा के मोबाइल पर ड्रेस की पिक्स देखने लगी.
“काफी सुन्दर ड्रेस है.” सुरभि इम्प्रेस हुए बिना नहीं रह सकी.
“हाँ मिसेज रहेजा की चॉइस है .”
“हाँ आज वरमाला वाला लहंगा भी काफी यूनिक था.”
“मिसेज रहेजा किसी भी चीज को आसानी से पसंद नहीं करती. अब सोच लो सुरभि तुम भी कितनी यूनिक होगी जो की पहली बार में ही उनको पसंद आ गयी.” रहेजा ने बड़े आराम से सुरभि के पति के सामने ही अपने मन की बात कह दी जिसे सुन कर सुरभि शर्मा गयी. और बोली
“आप भी न सर कहा की बात को कहा ले गए.”
“अरे मैं सच कह रहा हूँ, क्यों विजय तुम बताओ मिसेज रहेजा इतनी आसानी से किसी को पसंद करती है क्या.”
“नहीं सर कभी नहीं.” विजय अपने चिर परिचित चापलूसी वाले अंदाज में अपने बॉस से बोला.
“ये देखो ये उसके मैचिंग ओर्नामेंट्स है जो तुम वहीँ से सेलेक्ट कर लेना.”
“हम्म लवली है.” बोलते ही सुरभि घबरा गयी जब एक सांप की भाँती मिस्टर रहेजा का एक हाथ उसकी कमर के पीछे घुस गया और उसे अपनी ओर और जोर से कस लिया. रहेजा जानता था की मिरर से उसके चेहरे के एक्सप्रेशन विजय को दिख सकते है इसलिए वो ऐसे ही प्रकट कर रहा था जैसे केवल उसका इंटरेस्ट सुरभि को फोट दिखाने में ही हो जबकि उसके एक हाथ ने सुरभि की नंगी कमर को सहला कर उसे उत्तेजित करना शुरू कर दिया था. सुरभि ने एक बार रहेजा की तरफ देख कर आँखों ही आँखों में उससे ये सब बंद करने की गुजारिश की जिसका उस पर कोई असर नहीं हुआ. बल्कि उसका हाथ सुरभि की कमर के नीचे उसकी गदरायी गांड तक को सहलाने लगा मसलने लगा. हालाँकि रहेजा को एक ही हाथ से मोबाइल पकड़ कर फोटोज स्वाइप करना मुश्किल हो रहा था पर वो करता रहा. एक क्लोज अप फोटो में कीर्ति बहुत ही खूबसूरत लग रही था जिसे देख कर सुरभि “wow” कर बैठी
“बहुत ही सुन्दर लग रही है कीर्ति इसमें.”
“हाँ .. लो विजय को भी दिखाओ ये फोटो.” उसने सुरभि को मोबाइल पकडाते हुए कहा .. फिर विजय से बोला
“देखो विजय कितनी सुन्दर लग रही है कीर्ति इस ड्रेस में. ध्यान से देखना ड्राइव करते हुए.” अब सुरभि को मोबाइल पर पिक दिखाने के लिए उठना पड़ा और आगे की सीट पर विजय को मोबाइल पर पिक दिखाने लगी. रहेजा को वो पिक विजय को घंटा दिखानी थी उसे तो इस बहाने सुरभि को उठाना था और उसकी गांड पर अपना अधिकार ज़माना था. जैसे ही सुरभि की मदमस्त कमर और उसके नीचे उसकी गांड सामने आई रहेजा ने अपने बायें हाथ की हथेली से उसकी गांड का मान मर्दन करना शुरू कर दिया. अचानक हुए इस हमले से सुरभि हलकी सी चिहुंकी पर उसने विजय को इसका हल्का सा भी आभास नहीं होने दिया. रहेजा ने जब उसकी गांड को फील किया तो उसका लौड़ा गनगना उठा ये जानकार की सुरभि ने अभी भी कोई पेंटी नहीं पहनी है. उसने अपनी बीच की ऊँगली उसकी गांड में घुसा कर साड़ी के ऊपर से ही उसकी चूत को स्पर्श करके छोड़ दिया इतने में ही सुरभि विजय को फोटो दिखा कर वापस अपनी जगह पर बैठ गयी.
“बहुत अच्छी लग रही है कीर्ति बेबी इसमें.”
“हाँ .. अरे विजय तुम्हारी ये सुरभि कीर्ति से बड़ी है पर फिर भी अगर ऐसी ड्रेस में सुरभि का फोटो निकाले तो सुरभि इससे भी कही ज्यादा अच्छी दिखेगी.” रहेजा ने कोई झूठी तारीफ नहीं की थी.. सुरभि के सामने कीर्ति कुछ भी नहीं थी.
“अरे सर इतनी शानदार ड्रेस के तो हम लोग सपने ही देख सकते है.”