29-07-2020, 06:45 PM
“क्या हुआ क्यों बुलाया है मुझे.” विजय ने दृष्टि से पुछा
“क्या अभी भी शादी के कामों में उलझे है, अपना अधूरा काम पूरा नहीं करोगे क्या?” दृष्टि ने उसे आँख मार कर कहा . अपने गोल्डन लहंगे में वो काफी सेक्सी लग रही थी.
“पागल हो क्या ....इस वक़्त.” विजय के लंड में हालाँकि गुदगुदी हो गयी की एक कमसिन लड़की उसे इनविटेशन दे रही थी पर फिर भी वो संभल कर बोला.
“वक़्त तो सबसे बढ़िया है सब लोग नीचे है मेरे रूम में कोई नहीं है. मैं जा रही हूँ पांच मिनट में आ जाना.” कह कर दृष्टि मुड़ कर चल दी उसे पता था की वो जरूर आएगा.
पांच मिनट बाद विजय ने धीरे से दृष्टि की कमरे में दाखिल हो कर दरवाजा बंद कर दिया. वो अन्दर गया तो उसने देखा की दृष्टि अपने सुन्दर लहंगे में सोफे पर बैठी थी.
“साली का लहंगा उठा कर चोदने में मजा आ जायेगा.” विजय ने मन में सोचा और धीरे से उसके पास आया. उसने इस वक़्त काला सूट पहना हुआ. जैसे ही वो दृष्टि के पास आया दृष्टि उठ कर खड़ी हो गयी और विजय ने उसे बाँहों में भर लिया और उसे बेतहाशा किस करने लगा दृष्टि ने भी उसे किस करने की मस्त एक्टिंग की.
और जब उसने किस बंद किया तो दृष्टि घुटनों के बल बैठ गयी और जल्दी से उसने विजय की बेल्ट खोल दी. और फिर उसकी ज़िप खोल उसने उसकी पेंट को अंडरवियर सहित जूतों तक नीचे पहुंचा दिया. विजय का लंड तुरंत फनफना उठा . दृष्टि इस काम में ज्यादा समय वेस्ट नहीं करना चाहती थी इसलिए उसने बड़े प्यार से उसके लंड को अपने मुह में लिया और चूसने लगी. विजय मस्ती से सराबोर हो गया इस बात से अनजान की धर्मेश का बाप और रहेजा का साला उसकी इस लंड चुसाई की विडियो बना रहा था. जैसे ही दृष्टि को एहसास हुआ की विजय का काम तमाम होने वाला है उसने अपने मुह से उसके लंड को निकल दिया. विजय जैसे ही छूटने को हुआ उसने अपने लंड को दूसरी ओर कर लिया जिससे की दृष्टि की ड्रेस ख़राब न हो. लेकिन जब वापस घूमा तो उसका चेहरा पीला पड़ गया जब उसने कीर्ति के मामा को एक छोटे कैमरे के साथ वहाँ खड़ा देखा.
“अप अआप याहां.” विजय हकलाने लगा.
“अरे चिंता मत करो भाई तुमने भी तो हमारा विडियो बनाया है बस अपनी सेफ्टी के लिए हमने भी बना लिया कहीं तुम हमें ब्लैक मेल न करने लगो.”
“नहीं मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था.”
“लेकिन दृष्टि को करने का इरादा तो था न.”
“नहीं आप विश्वास रखिये मैं इसको कभी नहीं करूँगा.?”
“वो तो तुम अब कह रहे हो क्योंकि अब तुम्हे पता है की अगर ये लंड चुसाई का विडियो तुम्हारी बीवी के पास या तुम्ह्रारे बॉस के पास पहुँच गया तो तुम्हारी शादी शुदा जिंदगी और तुम्हारी नौकरी का क्या होगा.”
“नहीं प्लीज देखिये मैं आपका और दृष्टि का विडियो डिलीट कर देता हूँ आप मेरा कर दीजिये.”
“अरे घबराओ मत उसकी कोई जरूरत नहीं तुम चाहो तो उसे रख लो मैं तो ये रखूँगा ही. पता नहीं फ्यूचर में कब काम आजाये. वैसे अगर दृष्टि की कभी मर्जी हो और वो तुम्हे बुलाये तो जरूर आ जाना उसे परेशान मत करना.. समझे ..” आखिर में अपने शब्दों में कठोरता लाते हुए मामाजी ने बोला तो विजय ने जल्दी से सर हिलाया. उसे ध्यान आया की उसने तो अपनी पेंट भी ऊपर नहीं की है और उसका लंड पूरी तरह से मुरझा कर एक मरे हुए चूहे जैसा हो गया है. उसने जल्दी से पेंट ऊपर की तो देखा मामाजी कमरे के बाहर जा रहे है. चिंतित अवस्था में अपने हुलीये को ठीक करता विजय नीचे को ओर चल दिया. दृष्टि भी अपनी सहेली कृति की वरमाला होने से पहले उसके पास पहुचना चाहती थी, वो भी दौड़ पड़ी.
abhi aur aa rahaa hai.......
“क्या अभी भी शादी के कामों में उलझे है, अपना अधूरा काम पूरा नहीं करोगे क्या?” दृष्टि ने उसे आँख मार कर कहा . अपने गोल्डन लहंगे में वो काफी सेक्सी लग रही थी.
“पागल हो क्या ....इस वक़्त.” विजय के लंड में हालाँकि गुदगुदी हो गयी की एक कमसिन लड़की उसे इनविटेशन दे रही थी पर फिर भी वो संभल कर बोला.
“वक़्त तो सबसे बढ़िया है सब लोग नीचे है मेरे रूम में कोई नहीं है. मैं जा रही हूँ पांच मिनट में आ जाना.” कह कर दृष्टि मुड़ कर चल दी उसे पता था की वो जरूर आएगा.
पांच मिनट बाद विजय ने धीरे से दृष्टि की कमरे में दाखिल हो कर दरवाजा बंद कर दिया. वो अन्दर गया तो उसने देखा की दृष्टि अपने सुन्दर लहंगे में सोफे पर बैठी थी.
“साली का लहंगा उठा कर चोदने में मजा आ जायेगा.” विजय ने मन में सोचा और धीरे से उसके पास आया. उसने इस वक़्त काला सूट पहना हुआ. जैसे ही वो दृष्टि के पास आया दृष्टि उठ कर खड़ी हो गयी और विजय ने उसे बाँहों में भर लिया और उसे बेतहाशा किस करने लगा दृष्टि ने भी उसे किस करने की मस्त एक्टिंग की.
और जब उसने किस बंद किया तो दृष्टि घुटनों के बल बैठ गयी और जल्दी से उसने विजय की बेल्ट खोल दी. और फिर उसकी ज़िप खोल उसने उसकी पेंट को अंडरवियर सहित जूतों तक नीचे पहुंचा दिया. विजय का लंड तुरंत फनफना उठा . दृष्टि इस काम में ज्यादा समय वेस्ट नहीं करना चाहती थी इसलिए उसने बड़े प्यार से उसके लंड को अपने मुह में लिया और चूसने लगी. विजय मस्ती से सराबोर हो गया इस बात से अनजान की धर्मेश का बाप और रहेजा का साला उसकी इस लंड चुसाई की विडियो बना रहा था. जैसे ही दृष्टि को एहसास हुआ की विजय का काम तमाम होने वाला है उसने अपने मुह से उसके लंड को निकल दिया. विजय जैसे ही छूटने को हुआ उसने अपने लंड को दूसरी ओर कर लिया जिससे की दृष्टि की ड्रेस ख़राब न हो. लेकिन जब वापस घूमा तो उसका चेहरा पीला पड़ गया जब उसने कीर्ति के मामा को एक छोटे कैमरे के साथ वहाँ खड़ा देखा.
“अप अआप याहां.” विजय हकलाने लगा.
“अरे चिंता मत करो भाई तुमने भी तो हमारा विडियो बनाया है बस अपनी सेफ्टी के लिए हमने भी बना लिया कहीं तुम हमें ब्लैक मेल न करने लगो.”
“नहीं मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था.”
“लेकिन दृष्टि को करने का इरादा तो था न.”
“नहीं आप विश्वास रखिये मैं इसको कभी नहीं करूँगा.?”
“वो तो तुम अब कह रहे हो क्योंकि अब तुम्हे पता है की अगर ये लंड चुसाई का विडियो तुम्हारी बीवी के पास या तुम्ह्रारे बॉस के पास पहुँच गया तो तुम्हारी शादी शुदा जिंदगी और तुम्हारी नौकरी का क्या होगा.”
“नहीं प्लीज देखिये मैं आपका और दृष्टि का विडियो डिलीट कर देता हूँ आप मेरा कर दीजिये.”
“अरे घबराओ मत उसकी कोई जरूरत नहीं तुम चाहो तो उसे रख लो मैं तो ये रखूँगा ही. पता नहीं फ्यूचर में कब काम आजाये. वैसे अगर दृष्टि की कभी मर्जी हो और वो तुम्हे बुलाये तो जरूर आ जाना उसे परेशान मत करना.. समझे ..” आखिर में अपने शब्दों में कठोरता लाते हुए मामाजी ने बोला तो विजय ने जल्दी से सर हिलाया. उसे ध्यान आया की उसने तो अपनी पेंट भी ऊपर नहीं की है और उसका लंड पूरी तरह से मुरझा कर एक मरे हुए चूहे जैसा हो गया है. उसने जल्दी से पेंट ऊपर की तो देखा मामाजी कमरे के बाहर जा रहे है. चिंतित अवस्था में अपने हुलीये को ठीक करता विजय नीचे को ओर चल दिया. दृष्टि भी अपनी सहेली कृति की वरमाला होने से पहले उसके पास पहुचना चाहती थी, वो भी दौड़ पड़ी.
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