29-07-2020, 06:33 PM
उसकी उभरी हुई कंचन काया सी छरहरी गांड देख कर धर्मेश से रहा न गया और उसने एक तमाचा उसकी गांड पर लगा ही दिया. सुष्मिता की गांड चटाक की आवाज के साथ थिरक उठी उसने गुस्से से पीछे देखा तब तक धर्मेश अपने ऊपर वो पर्दा डाल रहा था और साथ ही अपने लंड से उसकी चूत का सुराख ढूँढ रहा था. जैसे ही उसकी चूत से उसके लंड का सुपाडा टकराया सुष्मिता सब कुछ भूल गयी और उसने लंड को अन्दर लेने के लिए अपनी गांड को थोडा सा ऊपर को कर लिया.
विनोद ने सब कुछ सेट देखा तो फिर से एक्शन बोल दिया और परदे के नीचे धर्मेश ने धीरे धीरे धक्के मारते हुए अपना लंड सुष्मिता की चूत में प्रवेश कर दिया. धर्मेश ने अपने दोनों हाथ आगे ला कर सुष्मिता की चुचियों पर फिर से कब्जा कर लिया और फिर उसने अपनी स्पीड बढ़ाते हुए उसको दनादन चोदना शुरू कर दिया. इस पोजीशन में सुष्मिता को कुछ भी नहीं करना था बस आनंद से उसके लंड को अपने अन्दर लेना था और वो वोही कर रही थी आँख बंद करके वो इस नए पोज में चुदाई का नया अनुभव ले रही धर्मेश के धक्के जब उसकी गांड पर पड़ रहे थे तो थप थप की आवाज पुरे कमरे को गुंजायमान कर रही थी. विनोद ने कुछ देर ऐसे ही शूट करने के बाद अब उनके ऊपर से परदे को पूरी तरह हटा दिया और अपने रिकॉर्ड के लिए उनकी नंगी चुदाई रिकॉर्ड करने लगा धर्मेश के गांड के पास ले जा कर वो क्लोज उप में उसके लंड की सुष्मिता की चूत में यात्रा का पूरा विवरण रिकॉर्ड करने लगा फिर सामने आ कर उसने आँख बंद करके मदमस्त लेटी हुई सुष्मिता के चेहरे के प्राइस लेस एक्सप्रेशन को भी रिकॉर्ड किया.
जब धर्मेश को लगने लगा की उसका क्लाइमेक्स होने वाला है तो उसकी स्पीड द्रुत गति से चल पड़ी सुष्मिता का एक क्लाइमेक्स तो इस पोज में आते ही हो गया था, पर जब धर्मेश की स्पीड बड़ी तो उसके अन्दर भी उत्तेजना का प्रवाह बड़ने लगा और धर्मेश के हाथों का उसकी चुचियों पर दबाव इस कदर बड गया था की उसको मस्ती के साथ दर्द भी होने लगा और ये भी महसूस हो गया की अब उनकी ये शूट कुछ ही सेकंड्स की मेहमान है. थोड़ी देर में धर्मेश अपने स्पर्म की आखरी बूँद सुष की चूत में छोड़ने के बाद हांफता हुआ उसकी पीठ पर पड़ा था. सुष्मिता अपने जीवन की सबसे शानदार चुदाई करवा कर आँख पडे नंगी पड़ी थी.
“सुष फाइनल सीन के लिए एक बार पीछे मुद कर देखो?” सुष्मिता थोड़ी देर ऐसे ही पडे रहना चाहती थी पर विनोद के कहने पर उसने न चाहते हुए भी मुस्कुराने की एक्टिंग करते हुए पीछे देखा , धर्मेश ने उसके होठों पर हल्का सा किस किया और विनोद ने ‘कट’ बोल दिया. सुष्मिता फिरस से मुह छिपा कर आँख बंद करके लेट गयी.
विनोद ने टाइम देखा और जल्दी से अपने कैमरे को पैक कर दिया और उस रूम की बाकी चीजों को व्यवस्तित करके वो बैग लेकर बाहर चला गया सुरभि बाहर बड़ी बेचैनी से घडी देख रही थी उसने इयर फ़ोन भी निकाल दिया था उसे अब घबराहट ये हो रही थी की कहीं उसका पति विजय वहां न आ जाए. विनोद आया तो उसने घडी की ओर इशारा किया क्योंकि काउच पर खराटे मार रहे मुख़र्जी को वो जगाना नहीं चाह रही थी. विनोद बोला
“ बस भाभी शूट पूरी हो गयी उन लोगों को थोड़ी देर लगेगी रिलैक्स होने में.” बोल कर विनोद ने सुरभि को आँख मार दी जिसे देख कर सुरभि मुस्कुरा दी. बैग अपना काउच के पीछे छिपा कर विनोद फिर से रूम के अन्दर चला गया. उसने देखा की धर्मेश सुष्मिता के ऊपर से उठ चुका था, विनोद ने उसे घडी दिखा कर इशारा किया तो धर्मेश ने जल्दी से अपने कपडे पहन लिए. सुष्मिता भयंकर चुदाई की खुमारी में ऐसी ही नंगी पड़ी थी. शायद उसकी आँख भी लग गयी थी विनोद ने देखा की वो नींद में भी मुस्कुरा रही थी. विनोद उसकी बगल में बैठ गया और उसकी गांड पर हाथ फिराने लगा. ‘साली नंगी पड़ी है फिर भी चोद नहीं सकता क्या किस्मत है’, विनोद ने सोचा. फिर उसने सुष्मिता को हिला कर जगाया. अपनी हालत देख कर सुष्मिता एक दम शर्मा गयी और अपने को ढकने के लिए पर्दा ढूँढने लगी जो की विनोद ने पहले ही अपनी जगह पर पंहुचा दिया था. वो उठ कर बैठ गयी तो विनोद ने उसकी नंगी कमर पर हाथ डाल कर कहा
“अरे भाभी हमसे क्या शर्माना .. पर अब आपको शादी के लिए तैयार होना है इसलिए जल्दी कीजिये और अपने ये कपडे पहेन लीजिये. विनोद ने उसे कपडे दिए और उठ कर बाहर चला गया. शर्म के मारे जमीन में गड़ी जा रही सुष्मिता धीरे धीरे कपडे पहनने लगी.
Sorry bhailog kabhi kabhi bilkul time nahi mil paata , par jab bhi milega post jaroor karunga.....
aap log bas saath bane rahiye aur comments karte rahiye..
thanks..!!
विनोद ने सब कुछ सेट देखा तो फिर से एक्शन बोल दिया और परदे के नीचे धर्मेश ने धीरे धीरे धक्के मारते हुए अपना लंड सुष्मिता की चूत में प्रवेश कर दिया. धर्मेश ने अपने दोनों हाथ आगे ला कर सुष्मिता की चुचियों पर फिर से कब्जा कर लिया और फिर उसने अपनी स्पीड बढ़ाते हुए उसको दनादन चोदना शुरू कर दिया. इस पोजीशन में सुष्मिता को कुछ भी नहीं करना था बस आनंद से उसके लंड को अपने अन्दर लेना था और वो वोही कर रही थी आँख बंद करके वो इस नए पोज में चुदाई का नया अनुभव ले रही धर्मेश के धक्के जब उसकी गांड पर पड़ रहे थे तो थप थप की आवाज पुरे कमरे को गुंजायमान कर रही थी. विनोद ने कुछ देर ऐसे ही शूट करने के बाद अब उनके ऊपर से परदे को पूरी तरह हटा दिया और अपने रिकॉर्ड के लिए उनकी नंगी चुदाई रिकॉर्ड करने लगा धर्मेश के गांड के पास ले जा कर वो क्लोज उप में उसके लंड की सुष्मिता की चूत में यात्रा का पूरा विवरण रिकॉर्ड करने लगा फिर सामने आ कर उसने आँख बंद करके मदमस्त लेटी हुई सुष्मिता के चेहरे के प्राइस लेस एक्सप्रेशन को भी रिकॉर्ड किया.
जब धर्मेश को लगने लगा की उसका क्लाइमेक्स होने वाला है तो उसकी स्पीड द्रुत गति से चल पड़ी सुष्मिता का एक क्लाइमेक्स तो इस पोज में आते ही हो गया था, पर जब धर्मेश की स्पीड बड़ी तो उसके अन्दर भी उत्तेजना का प्रवाह बड़ने लगा और धर्मेश के हाथों का उसकी चुचियों पर दबाव इस कदर बड गया था की उसको मस्ती के साथ दर्द भी होने लगा और ये भी महसूस हो गया की अब उनकी ये शूट कुछ ही सेकंड्स की मेहमान है. थोड़ी देर में धर्मेश अपने स्पर्म की आखरी बूँद सुष की चूत में छोड़ने के बाद हांफता हुआ उसकी पीठ पर पड़ा था. सुष्मिता अपने जीवन की सबसे शानदार चुदाई करवा कर आँख पडे नंगी पड़ी थी.
“सुष फाइनल सीन के लिए एक बार पीछे मुद कर देखो?” सुष्मिता थोड़ी देर ऐसे ही पडे रहना चाहती थी पर विनोद के कहने पर उसने न चाहते हुए भी मुस्कुराने की एक्टिंग करते हुए पीछे देखा , धर्मेश ने उसके होठों पर हल्का सा किस किया और विनोद ने ‘कट’ बोल दिया. सुष्मिता फिरस से मुह छिपा कर आँख बंद करके लेट गयी.
विनोद ने टाइम देखा और जल्दी से अपने कैमरे को पैक कर दिया और उस रूम की बाकी चीजों को व्यवस्तित करके वो बैग लेकर बाहर चला गया सुरभि बाहर बड़ी बेचैनी से घडी देख रही थी उसने इयर फ़ोन भी निकाल दिया था उसे अब घबराहट ये हो रही थी की कहीं उसका पति विजय वहां न आ जाए. विनोद आया तो उसने घडी की ओर इशारा किया क्योंकि काउच पर खराटे मार रहे मुख़र्जी को वो जगाना नहीं चाह रही थी. विनोद बोला
“ बस भाभी शूट पूरी हो गयी उन लोगों को थोड़ी देर लगेगी रिलैक्स होने में.” बोल कर विनोद ने सुरभि को आँख मार दी जिसे देख कर सुरभि मुस्कुरा दी. बैग अपना काउच के पीछे छिपा कर विनोद फिर से रूम के अन्दर चला गया. उसने देखा की धर्मेश सुष्मिता के ऊपर से उठ चुका था, विनोद ने उसे घडी दिखा कर इशारा किया तो धर्मेश ने जल्दी से अपने कपडे पहन लिए. सुष्मिता भयंकर चुदाई की खुमारी में ऐसी ही नंगी पड़ी थी. शायद उसकी आँख भी लग गयी थी विनोद ने देखा की वो नींद में भी मुस्कुरा रही थी. विनोद उसकी बगल में बैठ गया और उसकी गांड पर हाथ फिराने लगा. ‘साली नंगी पड़ी है फिर भी चोद नहीं सकता क्या किस्मत है’, विनोद ने सोचा. फिर उसने सुष्मिता को हिला कर जगाया. अपनी हालत देख कर सुष्मिता एक दम शर्मा गयी और अपने को ढकने के लिए पर्दा ढूँढने लगी जो की विनोद ने पहले ही अपनी जगह पर पंहुचा दिया था. वो उठ कर बैठ गयी तो विनोद ने उसकी नंगी कमर पर हाथ डाल कर कहा
“अरे भाभी हमसे क्या शर्माना .. पर अब आपको शादी के लिए तैयार होना है इसलिए जल्दी कीजिये और अपने ये कपडे पहेन लीजिये. विनोद ने उसे कपडे दिए और उठ कर बाहर चला गया. शर्म के मारे जमीन में गड़ी जा रही सुष्मिता धीरे धीरे कपडे पहनने लगी.
Sorry bhailog kabhi kabhi bilkul time nahi mil paata , par jab bhi milega post jaroor karunga.....
aap log bas saath bane rahiye aur comments karte rahiye..
thanks..!!