29-07-2020, 01:29 PM
“हाँ अब आप पुरे इनके ऊपर चढ़ जाओ और सुरभि आप आँख खोल कर बोलो.” मुखर्जी ने अपने विशाल शरीर के नीचे सुरभि के कोमल बदन को दबोच कर उस पर कब्ज़ा कर लिया हालाँकि वो जानता था उसका बोझ सुरभि झेल नहीं सकेगी इसलिए उसने पूरी तरह से अपने शरीर को ढीला नहीं छोड़ा था.
“बाबा आप?? ये आप क्या कर रहे है आप जाईये बाबा आप नशे में है उफ्फ्फ उप्प्प.” सुरभि की आँखे फट गयी जब उसके मुह से निकलते बोल बंद हो गए या ये कहिये की मुखर्जी ने अपने होठों से उसके होठों को सील कर दिया और उसके होठ चूसने लगा. सुरभि को जब होश आया तो वो वाकई अपना सर हिला कर अपने होठों को उसके होठों की गिरफ्त से आजाद करने की कोशिश करने लगी पर मुखर्जी ने अपने हाथों से उसके सर को कस कर पकड़ रखा था और काफी देर तक उसके होठों को चूसता रहा. विनोद उनकी इस हॉट किस्सिंग को काफी क्लोज उप में शूट करता रहा. सुरभि ने जब अपने पैरों को बेतहाशा मारना शुरू किया तो विनोद ने कट बोल दिया. मुखर्जी ने कट बोलते ही उसके होठों को छोड़ दिया और सुरभि की गुस्से में जलती हुई आँखों को न देख कर मुह घुमा कर विनोद की तरफ देखना लगा. सुरभि गुस्से और इस जबरदस्त किस से उबर कर कुछ बोलने ही वाली थी की विनोद बोला
“wow सुरभि तुमने तो सुष्मिता से भी अच्छी एक्टिंग की है, पर अंकल ये आपको किस अभी नहीं करना था. आपको धीरे से पहले उसके माथे को चूमना था उसको प्यार से गालों को चूमना था उसके बाद होठों पर हल्का सा किस करना था पर आप तो.”
“सॉरी बेटा मुझे लगा अगर वो जाग गयी है तो उसे चुप कराने का यही एक रास्ता है.”
“हाँ वो तो सही है पर ये सुरभि की फर्स्ट मूवी है इसलिए उसे तो ये अजीब लगेगा न.”
“सॉरी विनोद... सॉरी सुरभि .” सुरभि पर चड़े हुए मुख़र्जी ने बोला तो बेचारी अपने होठों को चुसवा कर भी बस इतना बोल पायी
“इट्स ओके अंकल.”
“अब जबकि वो सीन शूट हो ही चुका है तो अंकल आप अब सुरभि को हलके हलके किस करते हुए जाँघों तक नीचे जाईये फिर ऊपर आइये और सुरभि आप उत्तेजित होने की एक्टिंग कीजिये और आँखें बंद रखिये जब तक की अंकल ऊपर आकर आपके होठों पर हलके से किस न करें उसके बाद आपको भी उनके सर पर हाथ रखना है और आपको भी प्यार में थोड़ी देर सहयोग करना है बस.” और बिना किसी से कुछ सुने उसने बोल दिया
“एक्शन!!!”
अंकल ने इस बार तमीज से स्टार्ट किया और वो हलके हलके सुरभि के माथे गाल गर्दन उसकी चूचियों के ऊपर हलके से चूमते हुए उसके नंगे पेट तक पहुचे उसके पेट पर हल्का सा चुम्बन देने के बाद उन्होंने फिर शरारत की और अपनी जीब उसकी गहरी नाभि में घुसा दी सुरभि ऑंखें बंद कर उत्तेजित होने की एक्टिंग कर रही थी पर अंकल की उस हरकत ने उसे वाकई उत्तेजित कर दिया. अपने उसी एक्ट को दोहराते हुए अंकल फिर सुरभि के ऊपर आये.
अब उनके बरमूडा में उनका लंड तन्तानाने लगा था. जब वो पूरी तरह से सुरभि के ऊपर सेट हुए तो उनका नुकीला लंड उसकी चूत पर दस्तक मारने लगा सुरभि हैरत में आँखें खोलना चाहती थी पर उसे निर्देश थे की जब अंकल उसके होठों को चूमे तभी उसे आँखें खोलनी है.. अंकल ने उसके माथे गर्दन और गाल को जल्दी जल्दी बारी बारी से चूमना जारी रखा पर उसके होठों को छुआ भी नहीं. थोड़ी देर वो उसे इसी तरह टीज करते रहे . विनोद का कैमरा उन दोनों के चेहरे का क्लोज अप ले रहा था. बंद ऑंखें करके सुरभि उनके चुब्ते हुए लंड और उनकी चूमा चाटी से इतनी बेताब हो चुकी थी की उसके होठों ने अपने आप ही चुम्बन की शकल बना कर उनके चुम्बन का इन्तजार कर रहे थे और हालत ये हो गयी की एक बार जब अंकल के होठ उसके होठों से जरा सा छुए तो सुरभि ने स्वयं ही उनके होठों को अपने होठों से जकड लिया. जबकि ये अंकल की तरफ से हल्का सा चुम्बन होना था पर सुरभि ने एकदम भूखी शेरनी की तरह उनके होठ चूसने शुरू कर दिए. मुख़र्जी तो सातवें आसमान पर पहुच गया था और विनोद को भी सुरभि का ये वह्शी रूप रिकॉर्ड करने में मजा आ गया था. सुरभि के हाथ मुखर्जी के सर को पकड़ कर अपनी ओर खींच रहे थे और ऐसी अवस्था में मुख़र्जी का उत्तेजित होना एकदम स्वाभाविक था और उसने इसी उत्तेजना में सुरभि के दोनों बूब्स को जोर से भींच दिया. उनका हमला इतना करारा था की सुरभि को उसने होश में ला दिया
“आःह्ह्ह क्या करते हो अंकल.”
“कट कट”
“क्या कट कट तुम देख नहीं रहे अंकल ने क्या किया.” सुरभि ने शिकायती स्वर में कहा, हालाँकि उसने अंकल को अपने ऊपर से हटाने की तनिक भी कोशिश ना की.
“मैं तो ये देख रहा था की आप क्या कर रही है. सुरभि आप स्क्रिप्ट से बाहर चली गयी थी. अगर आप किसी को ऐसे चुमोगी तो वो बेचारा अगर एक मर्द होगा तो क्या करेगा.”
सुरभि ने सुना तो शर्म से उसका चेहरा लाल हो गया.
“वो ओह वो एक्चुअली म्मम्म आई एम् सॉरी .”
“सॉरी की बात नहीं सुरभि शॉट वाकई बहुत ही सेक्सी आया है मूवी बहुत ही हॉट बनेगी.”
उधर धर्मेश हालाँकि बाहर बैठा था पर उसके कानों में इअर फ़ोन से आ रही आवाज ने उत्तेजित कर वो बेखयाली में सोफे पर बैठा हुआ अपना लंड मसलने लगा उसका लंड उसकी पेंट फाड़ कर निकलने को बेताब था उसे ख्याल भी नहीं था की सेक्सी सुष्मिता उससे थोड़ी दूरी पर ही बैठी थी. यू तो सुष्मिता भी उस सेक्सी शूट की बात सुन कर एक्साइट हो चुकी थी पर उसका दिल एक्चुअल में तब धड़का जब उसने धर्मेश को अपने लंड को सहलाते हुए देखा. जब धर्मेश ने उसकी तरफ देखा और उसे अपनी ओर देखते हुए देखा तो वो हडबडा गया
“मिस्टर तुम्हे पता नहीं की मैं भी यहाँ हूँ.” धर्मेश की शकल देखने लायक थी वो हडबडा कर अपने लंड को दबाने की कोशिश करने लगा पर उसका लंड स्प्रिंग की तरह उठ उठ कर तन रहा था. उसकी वो हरकत देख कर सुष्मिता खिलखिला कर हस पड़ी जिससे धर्मेश की जान में जान आई. वो बोल्ड हो कर बोला
“आपके बाबा तो बहुत चालू निकले.” सुष्मिता क्या कहती , वो भी तो यही सोच रही थी. वो सिर्फ मुस्कुरा दी.
“बाबा आप?? ये आप क्या कर रहे है आप जाईये बाबा आप नशे में है उफ्फ्फ उप्प्प.” सुरभि की आँखे फट गयी जब उसके मुह से निकलते बोल बंद हो गए या ये कहिये की मुखर्जी ने अपने होठों से उसके होठों को सील कर दिया और उसके होठ चूसने लगा. सुरभि को जब होश आया तो वो वाकई अपना सर हिला कर अपने होठों को उसके होठों की गिरफ्त से आजाद करने की कोशिश करने लगी पर मुखर्जी ने अपने हाथों से उसके सर को कस कर पकड़ रखा था और काफी देर तक उसके होठों को चूसता रहा. विनोद उनकी इस हॉट किस्सिंग को काफी क्लोज उप में शूट करता रहा. सुरभि ने जब अपने पैरों को बेतहाशा मारना शुरू किया तो विनोद ने कट बोल दिया. मुखर्जी ने कट बोलते ही उसके होठों को छोड़ दिया और सुरभि की गुस्से में जलती हुई आँखों को न देख कर मुह घुमा कर विनोद की तरफ देखना लगा. सुरभि गुस्से और इस जबरदस्त किस से उबर कर कुछ बोलने ही वाली थी की विनोद बोला
“wow सुरभि तुमने तो सुष्मिता से भी अच्छी एक्टिंग की है, पर अंकल ये आपको किस अभी नहीं करना था. आपको धीरे से पहले उसके माथे को चूमना था उसको प्यार से गालों को चूमना था उसके बाद होठों पर हल्का सा किस करना था पर आप तो.”
“सॉरी बेटा मुझे लगा अगर वो जाग गयी है तो उसे चुप कराने का यही एक रास्ता है.”
“हाँ वो तो सही है पर ये सुरभि की फर्स्ट मूवी है इसलिए उसे तो ये अजीब लगेगा न.”
“सॉरी विनोद... सॉरी सुरभि .” सुरभि पर चड़े हुए मुख़र्जी ने बोला तो बेचारी अपने होठों को चुसवा कर भी बस इतना बोल पायी
“इट्स ओके अंकल.”
“अब जबकि वो सीन शूट हो ही चुका है तो अंकल आप अब सुरभि को हलके हलके किस करते हुए जाँघों तक नीचे जाईये फिर ऊपर आइये और सुरभि आप उत्तेजित होने की एक्टिंग कीजिये और आँखें बंद रखिये जब तक की अंकल ऊपर आकर आपके होठों पर हलके से किस न करें उसके बाद आपको भी उनके सर पर हाथ रखना है और आपको भी प्यार में थोड़ी देर सहयोग करना है बस.” और बिना किसी से कुछ सुने उसने बोल दिया
“एक्शन!!!”
अंकल ने इस बार तमीज से स्टार्ट किया और वो हलके हलके सुरभि के माथे गाल गर्दन उसकी चूचियों के ऊपर हलके से चूमते हुए उसके नंगे पेट तक पहुचे उसके पेट पर हल्का सा चुम्बन देने के बाद उन्होंने फिर शरारत की और अपनी जीब उसकी गहरी नाभि में घुसा दी सुरभि ऑंखें बंद कर उत्तेजित होने की एक्टिंग कर रही थी पर अंकल की उस हरकत ने उसे वाकई उत्तेजित कर दिया. अपने उसी एक्ट को दोहराते हुए अंकल फिर सुरभि के ऊपर आये.
अब उनके बरमूडा में उनका लंड तन्तानाने लगा था. जब वो पूरी तरह से सुरभि के ऊपर सेट हुए तो उनका नुकीला लंड उसकी चूत पर दस्तक मारने लगा सुरभि हैरत में आँखें खोलना चाहती थी पर उसे निर्देश थे की जब अंकल उसके होठों को चूमे तभी उसे आँखें खोलनी है.. अंकल ने उसके माथे गर्दन और गाल को जल्दी जल्दी बारी बारी से चूमना जारी रखा पर उसके होठों को छुआ भी नहीं. थोड़ी देर वो उसे इसी तरह टीज करते रहे . विनोद का कैमरा उन दोनों के चेहरे का क्लोज अप ले रहा था. बंद ऑंखें करके सुरभि उनके चुब्ते हुए लंड और उनकी चूमा चाटी से इतनी बेताब हो चुकी थी की उसके होठों ने अपने आप ही चुम्बन की शकल बना कर उनके चुम्बन का इन्तजार कर रहे थे और हालत ये हो गयी की एक बार जब अंकल के होठ उसके होठों से जरा सा छुए तो सुरभि ने स्वयं ही उनके होठों को अपने होठों से जकड लिया. जबकि ये अंकल की तरफ से हल्का सा चुम्बन होना था पर सुरभि ने एकदम भूखी शेरनी की तरह उनके होठ चूसने शुरू कर दिए. मुख़र्जी तो सातवें आसमान पर पहुच गया था और विनोद को भी सुरभि का ये वह्शी रूप रिकॉर्ड करने में मजा आ गया था. सुरभि के हाथ मुखर्जी के सर को पकड़ कर अपनी ओर खींच रहे थे और ऐसी अवस्था में मुख़र्जी का उत्तेजित होना एकदम स्वाभाविक था और उसने इसी उत्तेजना में सुरभि के दोनों बूब्स को जोर से भींच दिया. उनका हमला इतना करारा था की सुरभि को उसने होश में ला दिया
“आःह्ह्ह क्या करते हो अंकल.”
“कट कट”
“क्या कट कट तुम देख नहीं रहे अंकल ने क्या किया.” सुरभि ने शिकायती स्वर में कहा, हालाँकि उसने अंकल को अपने ऊपर से हटाने की तनिक भी कोशिश ना की.
“मैं तो ये देख रहा था की आप क्या कर रही है. सुरभि आप स्क्रिप्ट से बाहर चली गयी थी. अगर आप किसी को ऐसे चुमोगी तो वो बेचारा अगर एक मर्द होगा तो क्या करेगा.”
सुरभि ने सुना तो शर्म से उसका चेहरा लाल हो गया.
“वो ओह वो एक्चुअली म्मम्म आई एम् सॉरी .”
“सॉरी की बात नहीं सुरभि शॉट वाकई बहुत ही सेक्सी आया है मूवी बहुत ही हॉट बनेगी.”
उधर धर्मेश हालाँकि बाहर बैठा था पर उसके कानों में इअर फ़ोन से आ रही आवाज ने उत्तेजित कर वो बेखयाली में सोफे पर बैठा हुआ अपना लंड मसलने लगा उसका लंड उसकी पेंट फाड़ कर निकलने को बेताब था उसे ख्याल भी नहीं था की सेक्सी सुष्मिता उससे थोड़ी दूरी पर ही बैठी थी. यू तो सुष्मिता भी उस सेक्सी शूट की बात सुन कर एक्साइट हो चुकी थी पर उसका दिल एक्चुअल में तब धड़का जब उसने धर्मेश को अपने लंड को सहलाते हुए देखा. जब धर्मेश ने उसकी तरफ देखा और उसे अपनी ओर देखते हुए देखा तो वो हडबडा गया
“मिस्टर तुम्हे पता नहीं की मैं भी यहाँ हूँ.” धर्मेश की शकल देखने लायक थी वो हडबडा कर अपने लंड को दबाने की कोशिश करने लगा पर उसका लंड स्प्रिंग की तरह उठ उठ कर तन रहा था. उसकी वो हरकत देख कर सुष्मिता खिलखिला कर हस पड़ी जिससे धर्मेश की जान में जान आई. वो बोल्ड हो कर बोला
“आपके बाबा तो बहुत चालू निकले.” सुष्मिता क्या कहती , वो भी तो यही सोच रही थी. वो सिर्फ मुस्कुरा दी.