29-07-2020, 01:28 PM
सुरभि जो की अब अंकल की बहु थी को विनोद ने बेड पर लेटने के लिए कहा छोटी सी शोर्ट में पहले ही बम लग रही थी उसकी टी शर्ट भी बहुत सेक्सी थी जिसमे से उसके निप्पल्स नजर आ रहे था. विओद ने उसे सीधे लेकिन सेक्सी अंदाज में लेटने के लिए कहा. सुरभि ने एक हाथ अपने सर के पीछे लगया और अपना एक घुटना मोड़ कर सेक्सी अंदाज में लेट गयी. विनोद ने अपना विडियो कैमरा उठाया और उसकी बॉडी पर फोकस किया सुरभि की टी शर्ट उसकी कमर से ऊपर उठ गयी थी और उसकी शोर्ट कमर पर काफी नीचे बंधी हुई थी उसकी सेक्सी नंगी कमर और गहरी नाभि देख कर उसका लंड हिलकोरे मारने लगा. बाकी तीनो लोगों को विनोद ने रूम के बाहर भेज दिया था. सुरभि भी उनके जाने से थोडा रिलैक्स हो गयी थी. विनोद धीरे से अपने हेड फ़ोन पर फुसफुसाया. नाइस सुरभि इट्स वैरी नाइस बस एक काम करो आपकी शोर्ट का ऊपर वाला बटन खोल दो इससे आप बहुत सेक्सी नजर आयोगी.” सुरभि के साथ साथ बाहर खड़े तीनों भी ये सुन सकते थे. धर्मेश और अंकल ने अपने लंड को सहलाया. सुरभि जानती थी उसने शोर्ट के नीचे पेंटी नहीं पहनी है पर ये बात वो विनोद को नहीं बता सकती थी. इसलिए उसने शोर्ट का बटन धीरे से खोल दिया. चूँकि वो लेटी हुई थी इसलिए ज्यादा फरक नहीं पड़ा. tripod पर रखा कैमरा ऑन हो चुका था और लगातार बेड की मूवी बना रहा था विनोद ने अपने कैमरे से सुरभि को हर एंगल से शूट किया फिर उसके बाद उसने कहा.
“आप ऐसे ही रहना मैं अंकल को शूट करता हूँ.” कहकर वो बाहर आया और अंकल से बोला
“अंकल रेडी?” अंकल ने माथे का पसीना पोछते हुए हाँ में सर हिलाया.
जैसा मैंने समझाया था वैसे ही करना हिया. ओके.... एक्शन.” मुख़र्जी को नशे की एक्टिंग करने की ज्यादा जरूरत नहीं थी क्योंकि वो रोज शराब पी कर ही सोता था अलबत्ता आज उसने नहीं पी थी. वो लडखडाने की एक्टिंग करता हुआ वोही गाना गुनगुनाने लगा जो विनोद ने समझाया था.
“मुझ को यारों माफ़ करना मैं नशे में हूँ “ वो दरवाजे पर वहीँ खड़ा हुआ जहाँ बाद में सुष्मिता को खड़ा होना था. विनोद अन्दर से उनके चेहरे पर फोकस कर रहा था, सुरभि को देख कर उसके मुह से लार पहले ही टपक रही थी लिहाजा उसके चेहरे पर हवस के भाव बिलकुल सही आ रहे थे.
“मस्त अंकल बहुत बढ़िया एक्सप्रेशंस देखिये अपनी सेक्सी बहु को कैसे मस्त लग रही है. कितने दिनों से आपकी नजर है इस पर आज मत छोड़ना इसे. इधर आईये आगे राईट राईट बिलकुल पलंग के पास ओके कट.”
“आप ऐसे ही रहिये.” फिर उसने माइक पर कहा
“सुष्मिता आप अब अपनी जगह पर पोजीशन ले लीजिये मैं आपके फेसिअल एक्सप्रेशंस को थोड़ी देर शूट करूँगा उसके बाद आप रेस्ट कीजियेगा आपका और धर्मेश का शूट अलग से हम उसी बेड पर करेंगे जिस पर अभी अंकल और सुरभि कर रहे है बाद में दोनों सीन एक साथ मिक्स कर देंगे जैसे साथ में ही हो रहे है.
सुष्मिता दरवाजे पर आ गयी और अन्दर का सीन देखने की एक्टिंग करने लगी.
“हाँ पहले आप शॉक के एक्सप्रेशन दीजिये हाँ ऐसे ही और धीरे धीरे आप भी इस सीन को देख कर मस्त होने की एक्टिंग करों हम्म हाँ और थोडा वाइल्ड आप चाहे तो अपनी बॉडी पर हाथ फिरा सकती है. हाँ ऐसे” सुष्मिता अच्छी एक्टिंग की चाह में मदमस्त हो कर अपनी बॉडी पर हाथ फिरा रही थी विनोद अपने लंड की संभाले उसको शूट कर रहा था स्कर्ट में वैसे ही वो कातिलाना लग रही थी और जब उसने एक हाथ अपने बूब्स पर और दूसरा अपनी टांगों के बीच रखा तो विनोद को लगा वो कोई मस्त साउथ इंडियन सेक्सी हेरोइन है.
“वाह भाभी एक्सक्ट्ली... मुझे नहीं लगा था आप इतना अच्छा करोगे wow सुशिमता इट्स कूल.” अपनी तारीफ़ सुन कर वो और इरोटिक एक्सप्रेशन देने लगी और कभी कभी अपनी चूचियों को भी बेशर्मों की तरह दबाने लगी. एक्टिंग में वो भूल चुकी थी की थोड़ी दूर बिस्तर के पास उसके ससुर उसकी इन मादक अदाओं को मस्त हो कर देख रहे थे. कुछ मिनट और उससे एक्टिंग कराने के बाद उसने सुष्मिता और धर्मेश को वेट करने के लिए कहा और फिर से सुरभि और मुख़र्जी के पास चला गया सुरभि भी इतनी देर से सुष्मिता की एक्टिंग देख रही थी और विनोद द्वारा उसकी तारीफ सुन कर उसने भी सोच लिया था की वो भी अच्छी एक्टिंग करेगी.
हाँ सुरभि आप अगेन अपनी पोजीशन ले लो सुरभि फिर से उसी पोजीशन में लेट गयी. उसकी शोर्ट का एक बटन खुला था उसका मस्त चिकना पेट और टांगें देख कर मुखर्जी बहुत देर से बेताब हो रहा था.
“अंकल आप सुरभि की टांगों पर पेट पर हाथ फिराते हुए इनके ऊपर लेट जाओ. ओके एक्शन.”
अंकल के अपने ऊपर लेटने की बात सुनकर ही सुरभि का रोयाँ रोयाँ खड़ा हो चुका था. मुख़र्जी धीरे धीरे उसकी चिकनी टांगों पर हाथ फिराने लगा. ये ऐसी एक्टिंग थी जिसके लिए उसको किसी के निर्देश की आवश्यकता नहीं थी. उसके हाथ जैसे ही सुरभि के शरीर को छुए सुरभि का शरीर कांपते हुए उन्होंने साफ़ महसूस किया. वो बड़े ही एक्सपर्ट अंदाज में अपने हाथ उसकी टांगों पर सहलाते हुए उसकी जांघो तक ले गए जिससे सुरभि की हालत खराब होने लगी और वो अपनी दोनों टांगों को भीचना चाहती थी की विनोद की आवाज उसके कानों में पड़ी
”नहीं सुरभि अभी तुम्हे कुछ रियेक्ट नहीं करना है तुम अभी भी नींद में हो कोशिश करके स्थिर पडे रहो , आई नो इट इस डिफिकल्ट. पर यही तो एक्टिंग है. अंकल आप तो एक्सपर्ट है आप करते रहिये जो ऐसी सिचुएशन में आपको करना चाहिए.” मुखर्जी चाहता तो ये था की सुरभि की खुली शोर्ट में अन्दर हाथ डाल कर उसकी चूत को मुट्ठी में भर ले. पर वो जानता था इसमें जल्दबाजी ठीक नहीं है. इसलिए उसने धीरे से सुरभि की नाभि को चूमा और उसके नंगे पेट पर हाथ फिराता हुआ ऊपर की ओर बड़ा. विनोद इस वक़्त सुरभि के चेहरे को फोकस नहीं कर रहा था क्योंकि उसके चेहरे पर इस वक़्त उत्तेजना साफ़ नजर आ रही थी जो की उसकी सिचुएशन से मेल नहीं खा रही थी जिसमें उसे नींद में बताया गया था.
“आप ऐसे ही रहना मैं अंकल को शूट करता हूँ.” कहकर वो बाहर आया और अंकल से बोला
“अंकल रेडी?” अंकल ने माथे का पसीना पोछते हुए हाँ में सर हिलाया.
जैसा मैंने समझाया था वैसे ही करना हिया. ओके.... एक्शन.” मुख़र्जी को नशे की एक्टिंग करने की ज्यादा जरूरत नहीं थी क्योंकि वो रोज शराब पी कर ही सोता था अलबत्ता आज उसने नहीं पी थी. वो लडखडाने की एक्टिंग करता हुआ वोही गाना गुनगुनाने लगा जो विनोद ने समझाया था.
“मुझ को यारों माफ़ करना मैं नशे में हूँ “ वो दरवाजे पर वहीँ खड़ा हुआ जहाँ बाद में सुष्मिता को खड़ा होना था. विनोद अन्दर से उनके चेहरे पर फोकस कर रहा था, सुरभि को देख कर उसके मुह से लार पहले ही टपक रही थी लिहाजा उसके चेहरे पर हवस के भाव बिलकुल सही आ रहे थे.
“मस्त अंकल बहुत बढ़िया एक्सप्रेशंस देखिये अपनी सेक्सी बहु को कैसे मस्त लग रही है. कितने दिनों से आपकी नजर है इस पर आज मत छोड़ना इसे. इधर आईये आगे राईट राईट बिलकुल पलंग के पास ओके कट.”
“आप ऐसे ही रहिये.” फिर उसने माइक पर कहा
“सुष्मिता आप अब अपनी जगह पर पोजीशन ले लीजिये मैं आपके फेसिअल एक्सप्रेशंस को थोड़ी देर शूट करूँगा उसके बाद आप रेस्ट कीजियेगा आपका और धर्मेश का शूट अलग से हम उसी बेड पर करेंगे जिस पर अभी अंकल और सुरभि कर रहे है बाद में दोनों सीन एक साथ मिक्स कर देंगे जैसे साथ में ही हो रहे है.
सुष्मिता दरवाजे पर आ गयी और अन्दर का सीन देखने की एक्टिंग करने लगी.
“हाँ पहले आप शॉक के एक्सप्रेशन दीजिये हाँ ऐसे ही और धीरे धीरे आप भी इस सीन को देख कर मस्त होने की एक्टिंग करों हम्म हाँ और थोडा वाइल्ड आप चाहे तो अपनी बॉडी पर हाथ फिरा सकती है. हाँ ऐसे” सुष्मिता अच्छी एक्टिंग की चाह में मदमस्त हो कर अपनी बॉडी पर हाथ फिरा रही थी विनोद अपने लंड की संभाले उसको शूट कर रहा था स्कर्ट में वैसे ही वो कातिलाना लग रही थी और जब उसने एक हाथ अपने बूब्स पर और दूसरा अपनी टांगों के बीच रखा तो विनोद को लगा वो कोई मस्त साउथ इंडियन सेक्सी हेरोइन है.
“वाह भाभी एक्सक्ट्ली... मुझे नहीं लगा था आप इतना अच्छा करोगे wow सुशिमता इट्स कूल.” अपनी तारीफ़ सुन कर वो और इरोटिक एक्सप्रेशन देने लगी और कभी कभी अपनी चूचियों को भी बेशर्मों की तरह दबाने लगी. एक्टिंग में वो भूल चुकी थी की थोड़ी दूर बिस्तर के पास उसके ससुर उसकी इन मादक अदाओं को मस्त हो कर देख रहे थे. कुछ मिनट और उससे एक्टिंग कराने के बाद उसने सुष्मिता और धर्मेश को वेट करने के लिए कहा और फिर से सुरभि और मुख़र्जी के पास चला गया सुरभि भी इतनी देर से सुष्मिता की एक्टिंग देख रही थी और विनोद द्वारा उसकी तारीफ सुन कर उसने भी सोच लिया था की वो भी अच्छी एक्टिंग करेगी.
हाँ सुरभि आप अगेन अपनी पोजीशन ले लो सुरभि फिर से उसी पोजीशन में लेट गयी. उसकी शोर्ट का एक बटन खुला था उसका मस्त चिकना पेट और टांगें देख कर मुखर्जी बहुत देर से बेताब हो रहा था.
“अंकल आप सुरभि की टांगों पर पेट पर हाथ फिराते हुए इनके ऊपर लेट जाओ. ओके एक्शन.”
अंकल के अपने ऊपर लेटने की बात सुनकर ही सुरभि का रोयाँ रोयाँ खड़ा हो चुका था. मुख़र्जी धीरे धीरे उसकी चिकनी टांगों पर हाथ फिराने लगा. ये ऐसी एक्टिंग थी जिसके लिए उसको किसी के निर्देश की आवश्यकता नहीं थी. उसके हाथ जैसे ही सुरभि के शरीर को छुए सुरभि का शरीर कांपते हुए उन्होंने साफ़ महसूस किया. वो बड़े ही एक्सपर्ट अंदाज में अपने हाथ उसकी टांगों पर सहलाते हुए उसकी जांघो तक ले गए जिससे सुरभि की हालत खराब होने लगी और वो अपनी दोनों टांगों को भीचना चाहती थी की विनोद की आवाज उसके कानों में पड़ी
”नहीं सुरभि अभी तुम्हे कुछ रियेक्ट नहीं करना है तुम अभी भी नींद में हो कोशिश करके स्थिर पडे रहो , आई नो इट इस डिफिकल्ट. पर यही तो एक्टिंग है. अंकल आप तो एक्सपर्ट है आप करते रहिये जो ऐसी सिचुएशन में आपको करना चाहिए.” मुखर्जी चाहता तो ये था की सुरभि की खुली शोर्ट में अन्दर हाथ डाल कर उसकी चूत को मुट्ठी में भर ले. पर वो जानता था इसमें जल्दबाजी ठीक नहीं है. इसलिए उसने धीरे से सुरभि की नाभि को चूमा और उसके नंगे पेट पर हाथ फिराता हुआ ऊपर की ओर बड़ा. विनोद इस वक़्त सुरभि के चेहरे को फोकस नहीं कर रहा था क्योंकि उसके चेहरे पर इस वक़्त उत्तेजना साफ़ नजर आ रही थी जो की उसकी सिचुएशन से मेल नहीं खा रही थी जिसमें उसे नींद में बताया गया था.