29-07-2020, 01:06 PM
सुरभि अपनी इस नंग धडंग अवस्था से काफी शर्मिंदा थी. उसे बहुत आश्चर्य हो रहा था की मिसेज रहेजा कितना नार्मल बीहेव कर रही थी. मिसेज रहेजा रूम से बाहर निकल गयी. रहेजा अभी भी सुरभि के ऊपर पड़ा हुआ था सुरभि को अब उसका वजन ज्यादा महसूस होने लगा था. उसने कसमसा कर उसे हिलाने की कोशिश की तो वो धीरे से उसके एक ओर लुडक गया. सुरभि आज़ाद हुई तो उसने उठने की कोशिश की पर रहेजा का हाथ उसकी गांड को सहलाने लगा. उसने रहेजा की तरफ देखा तो उसने उसे आँख मार दी. सुरभि शर्मा कर बोली
“अब मैं जाती हूँ सब लोग उठ चुके है.” रहेजा सीधा हो कर लेट गया और सुरभि की बाहें पकड़ कर उसने उसे अपने ऊपर डाल लिया सुरभि अब उसकी छाती पर लेती हुई थी. उसकी ठोस चूचियां रहेजा की छाती में छेद कर रही थे . रहेजा को बहुत मस्त एहसास हो रहा था. उसने सुरभि के चेहरे को अपने पास ला कर उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया. सुरभि फिर से उसकी बाँहों में कसमसाने लगी. तभी उसका फ़ोन आ गया और वो घबरा गई. रहेजा के पीछे पडे फ़ोन को उसने उठाया तो वो उसके पति विजय का था. वो शायद घर से उसके कपड़ों के बारे में पूछना चाहता था. सुरभि ने फ़ोन ले कर उठने की कोशिश की पर रहेजा की बाहों के घेरे ने उसे उठने ना दिया. उसने रहेजा की तरफ नाराजगी भरे अंदाज़ में देखा तो रहेजा ने उसे फिर से आँख मार दी. गहरी सांस ले कर उसने कॉल अटेंड किया.
“अरे सुरभि कितनी देर लगा दी फ़ोन उठाने में.”
“अरे वो मैं बाथरूम जा रही थी बाथ लेने.”
“लेकिन अभी तुम्हारे कपडे तो है नहीं, ओह मिसेज रहेजा ने दिए होंगे.
“हां.” सुरभि बोली और उसने महसूस किया की रहेजा के दोनों हाथ अब उसकी गांड से खेल रहे थे. जबकि वो धीरे धीरे उसकी गर्दन के आस पास चूम रहा था. सुरभि की चूत में फिर से हलचल होने लगी.
“ये बताओ कौन सी साड़ी लानी में तुम्हारे लिए.”
“हम्म हां वो मेरी ब्लैक शिफॉन वाली साड़ी और उसका पूरा सेट एक प्लास्टिक के केस में है वो ले आना.”
“वो जानू उसमे तो तुम्हारा ब्लाउज पूरा बेक लेस है वो.. तो.. वो तो....”
“हाँ पर कल तुम्हारी वजह से मैं पूरी रात ब्लाउज के बगेर घूमी थी न तब क्या हुआ था.”
सुरभि ने उसे टीज़ किया तो रहेजा को भी मजा आ गया उसने अपनी बीच की ऊँगली आधी उसकी गांड में पेल दी.
“आःह “ सुरभि ना चाहते हुए भी कराह उठी.
“क्या हुआ अभी भी दर्द हो रहा है क्या.”
“वो कभी कभी.. किसी किसी पोजीशन पर हो जाता है.” सुरभि रहेजा की ओर आँख निकालते हुए बोली. रहेजा ने मुस्कुराते हुए थोडा और प्रेशर दिया ओर उसकी ऊँगली थोड़ी और उसकी गांड में प्रवेश कर गयी. सुरभि को उसकी गांड में रहेजा की ऊँगली का एहसास बहुत मजे दे रहा था. पर फ़ोन पर उसका पति था इसलिए उसका मादक आवाजें निकालना खतरनाक था.
“मैं ने कहा था ना की दवाई लगा लेना पर तुम मेरी सुनती ही कहाँ हो.” विजय ने टिपिकल पति के तरह कहा
“ठीक है बाबा लगा लुंगी तुम वो साड़ी ले आना और आफ्टर नून के लिए मेरी पर्पल साड़ी है कपबर्ड में लक्ष्मी साड़ी के पैक में रखी है वो ले आना और उसके साथ मैचिंग पेटीकोट ब्लाउज भी ले आना.”
“हाँ ठीक है और तुम्हारे अंडर गारमेंट्स?” सुन कर सुरभि का चेहरा लाल हो गया. हालाँकि वो अपने पति के बॉस की छाती पर नंगी पड़ी थी. रहेजा से चुदवा चुकी थी रहेजा की आधी से ज्यादा ऊँगली उसकी गांड में फंसी थी पर अंडर गारमेंट्स के जिक्र पर वो ऐसे शर्मा रही थी जैसे वो कोई कुंवारी लड़की हो और पहली बार कोई लड़का उससे ये बात पूछ रहा हो रहा हो. फ़ोन से हलकी हलकी आवाज बाहर भी आ रही थी और रहेजा को पता चल रहा था की विजय दूसरी तरफ से क्या बात कर रहा है, इसलिए जब उसने अंडर गारमेंट की बात सुनी और सुरभि को शर्माते हुए देखा तो उसने उसकी गांड में घुसी हुई ऊँगली को मादक अंदाज में ट्विस्ट किया और सुरभि को इशारा किया की अंडर गारमेंट्स के लिए मना कर दे. सुरभि पहले तो उसकी ओर देखते रही और फिर उत्तेजित होते हुए उसने बोल दिया
“वो रहने दो वैसे भी कपडे इतने झीने है की उन्हें पहनना ठीक नहीं रहेगा ब्लाउज भी डीप कट है और रात वाले में तो जरूरत ही नहीं है.
“हम्म ओके ठीक है. मैं यही फ्रेश हो कर अपना सूट और तुम्हारे कपडे के कर आता हूँ.”
“ओके.”
“ओके बाय.” विजय के फ़ोन डिसकनेक्ट करते ही रहेजा ने फिर से उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया सुरभि ने अपनी गांड को मादक अंदाज में थिरकाते हुए उसकी ऊँगली से अपनी गांड को आजाद किया और फिर जैसे ही रहेजा ने किस ख़तम किया वो हांफती हई बोली
“प्लीज सर अब मुझे जाने दीजिये.” रहेजा ने उसकी गांड को जोर से मसला और फिर हलकी सी चपत लगा कर कहा
“ओके डार्लिंग अभी जाओ पर मुझे जब भी मौका लगेगा तुम्हे बुला लूँगा.” सुरभि शर्मा गयी कुछ नाह बोली जल्दी से उठी और बाथरूम में घुस गयी. बाथरूम में घुसते ही उसने राहत की सांस ली जब उसने देखा की मिसेज रहेजा ने उसके लिए एक कैप्री और टी शर्ट छोड़ी हुई थी. वो जल्दी जल्दी फ्रेश होने में लग गयी रहेजा ने पहले तो सोचा था की वो भी बाथरूम में सुरभि के साथ ही नहा सकता है पर फिर उसने सोचा की साला आज बेटी की शादी न होती तो ऐसा ही करता. फिर उसने सोचा की अगर बेटी की शादी न होती तो इतनी हॉट आइटम उसे चोदने को कैसे मिलती. पर वो संतुष्ट था की उसके प्लान के मुताबिक़ सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा उसने सोचा था. अब सुरभि को वो कभी भी चोद सकता था इसलिए उसे जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी. पर साली है ही ऐसी की ये लंड साला फिर से खड़ा हो रहा है. उसने अपने तन्तानाते लंड को सहलाते हुए सोचा. कुछ घंटे बाद सभी लोग डाइनिंग हॉल में ब्रेकफास्ट कर रहे थे.
“अब मैं जाती हूँ सब लोग उठ चुके है.” रहेजा सीधा हो कर लेट गया और सुरभि की बाहें पकड़ कर उसने उसे अपने ऊपर डाल लिया सुरभि अब उसकी छाती पर लेती हुई थी. उसकी ठोस चूचियां रहेजा की छाती में छेद कर रही थे . रहेजा को बहुत मस्त एहसास हो रहा था. उसने सुरभि के चेहरे को अपने पास ला कर उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया. सुरभि फिर से उसकी बाँहों में कसमसाने लगी. तभी उसका फ़ोन आ गया और वो घबरा गई. रहेजा के पीछे पडे फ़ोन को उसने उठाया तो वो उसके पति विजय का था. वो शायद घर से उसके कपड़ों के बारे में पूछना चाहता था. सुरभि ने फ़ोन ले कर उठने की कोशिश की पर रहेजा की बाहों के घेरे ने उसे उठने ना दिया. उसने रहेजा की तरफ नाराजगी भरे अंदाज़ में देखा तो रहेजा ने उसे फिर से आँख मार दी. गहरी सांस ले कर उसने कॉल अटेंड किया.
“अरे सुरभि कितनी देर लगा दी फ़ोन उठाने में.”
“अरे वो मैं बाथरूम जा रही थी बाथ लेने.”
“लेकिन अभी तुम्हारे कपडे तो है नहीं, ओह मिसेज रहेजा ने दिए होंगे.
“हां.” सुरभि बोली और उसने महसूस किया की रहेजा के दोनों हाथ अब उसकी गांड से खेल रहे थे. जबकि वो धीरे धीरे उसकी गर्दन के आस पास चूम रहा था. सुरभि की चूत में फिर से हलचल होने लगी.
“ये बताओ कौन सी साड़ी लानी में तुम्हारे लिए.”
“हम्म हां वो मेरी ब्लैक शिफॉन वाली साड़ी और उसका पूरा सेट एक प्लास्टिक के केस में है वो ले आना.”
“वो जानू उसमे तो तुम्हारा ब्लाउज पूरा बेक लेस है वो.. तो.. वो तो....”
“हाँ पर कल तुम्हारी वजह से मैं पूरी रात ब्लाउज के बगेर घूमी थी न तब क्या हुआ था.”
सुरभि ने उसे टीज़ किया तो रहेजा को भी मजा आ गया उसने अपनी बीच की ऊँगली आधी उसकी गांड में पेल दी.
“आःह “ सुरभि ना चाहते हुए भी कराह उठी.
“क्या हुआ अभी भी दर्द हो रहा है क्या.”
“वो कभी कभी.. किसी किसी पोजीशन पर हो जाता है.” सुरभि रहेजा की ओर आँख निकालते हुए बोली. रहेजा ने मुस्कुराते हुए थोडा और प्रेशर दिया ओर उसकी ऊँगली थोड़ी और उसकी गांड में प्रवेश कर गयी. सुरभि को उसकी गांड में रहेजा की ऊँगली का एहसास बहुत मजे दे रहा था. पर फ़ोन पर उसका पति था इसलिए उसका मादक आवाजें निकालना खतरनाक था.
“मैं ने कहा था ना की दवाई लगा लेना पर तुम मेरी सुनती ही कहाँ हो.” विजय ने टिपिकल पति के तरह कहा
“ठीक है बाबा लगा लुंगी तुम वो साड़ी ले आना और आफ्टर नून के लिए मेरी पर्पल साड़ी है कपबर्ड में लक्ष्मी साड़ी के पैक में रखी है वो ले आना और उसके साथ मैचिंग पेटीकोट ब्लाउज भी ले आना.”
“हाँ ठीक है और तुम्हारे अंडर गारमेंट्स?” सुन कर सुरभि का चेहरा लाल हो गया. हालाँकि वो अपने पति के बॉस की छाती पर नंगी पड़ी थी. रहेजा से चुदवा चुकी थी रहेजा की आधी से ज्यादा ऊँगली उसकी गांड में फंसी थी पर अंडर गारमेंट्स के जिक्र पर वो ऐसे शर्मा रही थी जैसे वो कोई कुंवारी लड़की हो और पहली बार कोई लड़का उससे ये बात पूछ रहा हो रहा हो. फ़ोन से हलकी हलकी आवाज बाहर भी आ रही थी और रहेजा को पता चल रहा था की विजय दूसरी तरफ से क्या बात कर रहा है, इसलिए जब उसने अंडर गारमेंट की बात सुनी और सुरभि को शर्माते हुए देखा तो उसने उसकी गांड में घुसी हुई ऊँगली को मादक अंदाज में ट्विस्ट किया और सुरभि को इशारा किया की अंडर गारमेंट्स के लिए मना कर दे. सुरभि पहले तो उसकी ओर देखते रही और फिर उत्तेजित होते हुए उसने बोल दिया
“वो रहने दो वैसे भी कपडे इतने झीने है की उन्हें पहनना ठीक नहीं रहेगा ब्लाउज भी डीप कट है और रात वाले में तो जरूरत ही नहीं है.
“हम्म ओके ठीक है. मैं यही फ्रेश हो कर अपना सूट और तुम्हारे कपडे के कर आता हूँ.”
“ओके.”
“ओके बाय.” विजय के फ़ोन डिसकनेक्ट करते ही रहेजा ने फिर से उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया सुरभि ने अपनी गांड को मादक अंदाज में थिरकाते हुए उसकी ऊँगली से अपनी गांड को आजाद किया और फिर जैसे ही रहेजा ने किस ख़तम किया वो हांफती हई बोली
“प्लीज सर अब मुझे जाने दीजिये.” रहेजा ने उसकी गांड को जोर से मसला और फिर हलकी सी चपत लगा कर कहा
“ओके डार्लिंग अभी जाओ पर मुझे जब भी मौका लगेगा तुम्हे बुला लूँगा.” सुरभि शर्मा गयी कुछ नाह बोली जल्दी से उठी और बाथरूम में घुस गयी. बाथरूम में घुसते ही उसने राहत की सांस ली जब उसने देखा की मिसेज रहेजा ने उसके लिए एक कैप्री और टी शर्ट छोड़ी हुई थी. वो जल्दी जल्दी फ्रेश होने में लग गयी रहेजा ने पहले तो सोचा था की वो भी बाथरूम में सुरभि के साथ ही नहा सकता है पर फिर उसने सोचा की साला आज बेटी की शादी न होती तो ऐसा ही करता. फिर उसने सोचा की अगर बेटी की शादी न होती तो इतनी हॉट आइटम उसे चोदने को कैसे मिलती. पर वो संतुष्ट था की उसके प्लान के मुताबिक़ सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा उसने सोचा था. अब सुरभि को वो कभी भी चोद सकता था इसलिए उसे जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी. पर साली है ही ऐसी की ये लंड साला फिर से खड़ा हो रहा है. उसने अपने तन्तानाते लंड को सहलाते हुए सोचा. कुछ घंटे बाद सभी लोग डाइनिंग हॉल में ब्रेकफास्ट कर रहे थे.