29-07-2020, 01:01 PM
सच तो ये था की विजय ने जब पहली बार सुरभि को कॉल किया था तभी वो तीनों हडबडा के उठे थे और सुरभि ने जब फ़ोन पर विजय का नाम देखा तो वो एकदम घबरा गयी थी क्योंकि वो उस वक़्त दोनों नंगे पति पत्नी के बीच नंगी पड़ी हुई थी, और अगर विजय ने उसे कीर्ति के रूम में न पाया तो पता नहीं क्या सोचेगा.
उसकी हालत देख कर मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके होठों पर गुड मोर्निंग किस किया और फुर्ती से उठ कर उन्होंने अपना गाउन पहन लिया तभी विजय का एक बार और कॉल आ गया.
“डार्लिंग जा कर देखो न क्या प्रॉब्लम है इस गांडू की ... साले को निपटाओ जल्दी से हमारी सुरभि डार्लिंग को परेशान कर रहा है.” रहेजा ने अपने सख्त हो चुके लंड को सुरभि की गांड की दरार में सेट करते हुए उसके बूब्स के साथ खेलते हुए कहा. सुरभि को रहेजा का विजय को इस तरह से गांडू बोलना अच्छा नहीं लगा पर वो क्या बोलती. मिसेज रहेजा लेकिन तुरंत बाहर निकल गयी थी विजय को ‘निपटाने’.
जैसे ही मिसेज रहेजा बाहर गयी , रहेजा ने सुरभि को अपनी टांगों के नीचे दबोच लिया और पीछे से उसके बूब्स के साथ खेलने लगा. सुरभि को टॉयलेट आ रहा था पर रहेजा के खड़े लंड का उसकी गांड पर एहसास और उसका सुबह सुबह उसके बूब्स को मसलना उसे अच्छा लगने लगा इसलिए वो ऐसे ही पड़ी रही. थोड़ी देर ऐसे ही खेलने के बाद रहेजा ने उसे अपनी ओर घुमा लिया. सुरभि ने सर नीचे करते हुए उसकी घनी छाती में छुपा लिया. रहेजा ने उसकी गांड पर पहले हाथ फिराया फिर उसकी गांड पर प्रेशर डालते हुए उसे अपने आप से पूरी तरह सटा लिया. अब सुरभि को उसका खड़े लंड का एहसास अपनी चूत से नाभि तक होने लगा. रहेजा ने उसकी ठोड़ी पकड़ कर उसका सर उठाया और बोले
“सुरभि डार्लिंग इधर देखो मेरी तरफ.” सुरभि ने सर ऊपर किया और कातर नज़रों से डरते डरते रहेजा की आँखों में देखा. एक्चुअली उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी रहेजा से आँखें मिलाने की. पर रहेजा के जोर देने पर उसे उनकी आँखों में आँखें डालनी ही पड़ी.
“देखो डार्लिंग मैं और आपकी मिसेज रहेजा ने बहुत ऐश की लाइफ गुजारी है और जिसे हम प्यार करते हैं उसे हम बहुत प्यार करते है. तुम हम दोनों को बहुत पसंद आई हो, इसलिए अब तुम्हे किसी से डरने की ज़रुरत नहीं है. तुम्हे तुम्हारी मर्जी के बगेर कोई टच भी नहीं कर सकता. विजय भी नहीं.”
“लेकिन सर मैं विजय से प्यार करती हूँ.”
“वो ठीक है वो तुम्हारा हस्बैंड है.. पर तुम्हारी मर्जी के बगेर वो कुछ नहीं करेगा. तुम अब मिस्टर एंड मिसेज रहेजा की प्रॉपर्टी हो.” कहते हुए मिस्टर रहेजा ने उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर शिथिल पडे रहने और अपने होठों को बेदर्दी से चुस्वाने के बाद सुरभि भी उत्तेजित होने लगी और उस मोर्निंग किस में वो भी पूरी तरह रहेजा का साथ देने लगी. वो भी अपनी तरफ से रहेजा को होठों को चूसने लगी उसकी जीभ रहेजा की जीभ से कुश्ती लड़ने लगी दोनों के हाथ बेतहाशा एक दुसरे के शरीर पर फिरने लगे और दोनों अपनी अपनी गांड एक दुसरे की तरफ प्रेस करते हुए सूखी चुदाई सी करने लगे. काफी देर बाद जब रहेजा ने उसके होठों को छोड़ा तब वो बड़ी मुश्किल से बोल पायी
“मुझे वाशरूम जाना है.”
“ओके डार्लिंग मैं ले कर चालू.” रहेजा ने आँख मार कर पुछा .
“नो थैंक्स.” सुरभि मुस्कुरा कर बोली तो रहेजा ने मस्त हो कर उसकी गांड को दबोच दिया और फिर हलकी थपकी दे कर बोला,
“ जाओ और जल्दी आओ .. फिर मैं बिजी हो जाऊंगा.” सुरभि नंगी ही टॉयलेट की तरफ चली गयी, अब छुपाने के लिए था ही क्या?
जब टॉयलेट से आई तो उसने देखा की रहेजा बिस्तर पर सीधा लेटा हुआ है और उसका लंड छत की तरफ मुह करके सीधा खड़ा है और वो बड़े प्यार से उसे सहला रहा है. सुरभि को समझ नहीं आया की वो साइड टेबल पर पड़ा अपना गाउन पहने या नंगी बिस्तर पर रहेजा की बगल में लेटे . रहेजा ने उसका असमंजस दूर कर दिया जब वो बोला.
“अरे सुरभि देर क्यों कर रही हो यार ये तुम्हारा ही वेट कर रहा है चलो चूसो इसे जल्दी से फिर तुम्हारी चुदाई भी करनी है रात को साली कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला.” अब सुरभि धीरे से बिस्तर पर चडी और रहेजा की कमर के पास बैठ कर उसके लंड से खेलने लगी. उसे लगा की जल्दी से इससे मुह में नहीं लिया तो कही रहेजा सर गुस्सा न हो जाए .. ये ध्यान में आते ही उसने उनके सुपाडे को अपने होठों के बीच लिया और चूसने लगी.
उसकी हालत देख कर मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके होठों पर गुड मोर्निंग किस किया और फुर्ती से उठ कर उन्होंने अपना गाउन पहन लिया तभी विजय का एक बार और कॉल आ गया.
“डार्लिंग जा कर देखो न क्या प्रॉब्लम है इस गांडू की ... साले को निपटाओ जल्दी से हमारी सुरभि डार्लिंग को परेशान कर रहा है.” रहेजा ने अपने सख्त हो चुके लंड को सुरभि की गांड की दरार में सेट करते हुए उसके बूब्स के साथ खेलते हुए कहा. सुरभि को रहेजा का विजय को इस तरह से गांडू बोलना अच्छा नहीं लगा पर वो क्या बोलती. मिसेज रहेजा लेकिन तुरंत बाहर निकल गयी थी विजय को ‘निपटाने’.
जैसे ही मिसेज रहेजा बाहर गयी , रहेजा ने सुरभि को अपनी टांगों के नीचे दबोच लिया और पीछे से उसके बूब्स के साथ खेलने लगा. सुरभि को टॉयलेट आ रहा था पर रहेजा के खड़े लंड का उसकी गांड पर एहसास और उसका सुबह सुबह उसके बूब्स को मसलना उसे अच्छा लगने लगा इसलिए वो ऐसे ही पड़ी रही. थोड़ी देर ऐसे ही खेलने के बाद रहेजा ने उसे अपनी ओर घुमा लिया. सुरभि ने सर नीचे करते हुए उसकी घनी छाती में छुपा लिया. रहेजा ने उसकी गांड पर पहले हाथ फिराया फिर उसकी गांड पर प्रेशर डालते हुए उसे अपने आप से पूरी तरह सटा लिया. अब सुरभि को उसका खड़े लंड का एहसास अपनी चूत से नाभि तक होने लगा. रहेजा ने उसकी ठोड़ी पकड़ कर उसका सर उठाया और बोले
“सुरभि डार्लिंग इधर देखो मेरी तरफ.” सुरभि ने सर ऊपर किया और कातर नज़रों से डरते डरते रहेजा की आँखों में देखा. एक्चुअली उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी रहेजा से आँखें मिलाने की. पर रहेजा के जोर देने पर उसे उनकी आँखों में आँखें डालनी ही पड़ी.
“देखो डार्लिंग मैं और आपकी मिसेज रहेजा ने बहुत ऐश की लाइफ गुजारी है और जिसे हम प्यार करते हैं उसे हम बहुत प्यार करते है. तुम हम दोनों को बहुत पसंद आई हो, इसलिए अब तुम्हे किसी से डरने की ज़रुरत नहीं है. तुम्हे तुम्हारी मर्जी के बगेर कोई टच भी नहीं कर सकता. विजय भी नहीं.”
“लेकिन सर मैं विजय से प्यार करती हूँ.”
“वो ठीक है वो तुम्हारा हस्बैंड है.. पर तुम्हारी मर्जी के बगेर वो कुछ नहीं करेगा. तुम अब मिस्टर एंड मिसेज रहेजा की प्रॉपर्टी हो.” कहते हुए मिस्टर रहेजा ने उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर शिथिल पडे रहने और अपने होठों को बेदर्दी से चुस्वाने के बाद सुरभि भी उत्तेजित होने लगी और उस मोर्निंग किस में वो भी पूरी तरह रहेजा का साथ देने लगी. वो भी अपनी तरफ से रहेजा को होठों को चूसने लगी उसकी जीभ रहेजा की जीभ से कुश्ती लड़ने लगी दोनों के हाथ बेतहाशा एक दुसरे के शरीर पर फिरने लगे और दोनों अपनी अपनी गांड एक दुसरे की तरफ प्रेस करते हुए सूखी चुदाई सी करने लगे. काफी देर बाद जब रहेजा ने उसके होठों को छोड़ा तब वो बड़ी मुश्किल से बोल पायी
“मुझे वाशरूम जाना है.”
“ओके डार्लिंग मैं ले कर चालू.” रहेजा ने आँख मार कर पुछा .
“नो थैंक्स.” सुरभि मुस्कुरा कर बोली तो रहेजा ने मस्त हो कर उसकी गांड को दबोच दिया और फिर हलकी थपकी दे कर बोला,
“ जाओ और जल्दी आओ .. फिर मैं बिजी हो जाऊंगा.” सुरभि नंगी ही टॉयलेट की तरफ चली गयी, अब छुपाने के लिए था ही क्या?
जब टॉयलेट से आई तो उसने देखा की रहेजा बिस्तर पर सीधा लेटा हुआ है और उसका लंड छत की तरफ मुह करके सीधा खड़ा है और वो बड़े प्यार से उसे सहला रहा है. सुरभि को समझ नहीं आया की वो साइड टेबल पर पड़ा अपना गाउन पहने या नंगी बिस्तर पर रहेजा की बगल में लेटे . रहेजा ने उसका असमंजस दूर कर दिया जब वो बोला.
“अरे सुरभि देर क्यों कर रही हो यार ये तुम्हारा ही वेट कर रहा है चलो चूसो इसे जल्दी से फिर तुम्हारी चुदाई भी करनी है रात को साली कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला.” अब सुरभि धीरे से बिस्तर पर चडी और रहेजा की कमर के पास बैठ कर उसके लंड से खेलने लगी. उसे लगा की जल्दी से इससे मुह में नहीं लिया तो कही रहेजा सर गुस्सा न हो जाए .. ये ध्यान में आते ही उसने उनके सुपाडे को अपने होठों के बीच लिया और चूसने लगी.