29-07-2020, 12:37 PM
बाथरूम इतना आलिशान था की उसकी आँखें फट गयी उसने ऐसे बाथ रूम इंग्लिश फिल्मो में ही देखे थे. उसका मन कर आया की वहां मौजूद टब में घुस कर एक दो घंटे पड़ी रहे पर वो ऐसा नहीं कर सकती थी उसने अपनी कीमती साड़ी उतारी और बड़े सलीके से तह कर के साइड में वार्डरोब में हेंगर में लटका दिया फिर उसने अपना पेटीकोट भी रख दिया. बाथरूम में एक साइड पूरी दिवार पर ग्लास था जिसमे अपनी पूरी नंगी इमेज देख कर सुरभि शर्मा गयी. उसने जब गाउन पहना तो वो एक स्लीवेलेस दो पतली सी डोरिओं के सहारे शोर्ट गाउन था जो की केवल उसकी जांघ तक ही आ रहा था कंधे पर केवल पतली सी डोरियाँ थी, उसका गला इतना बड़ा था की उसके बूब्स पूरी तरह से बाहर निकलने को बेताब हो रहे थे. उसके निप्पल्स गाउन के झीने कपडे से साफ़ नजर आ रहे थे. शराब का नशा और अपना ख़ुद का ये सेक्सी बदन उसने ख़ुद ही अपने को देखक कर हलकी सीटी बजायी और बोली
“wow सुरभि मस्त माल है तू तो .” वो मुस्कुरायी.
कुल मिलाकर वो नंगी होती तो इतनी सेक्सी नहीं लगती जितनी उस गाउन में लग रही थी. वो सोचने लगी की कैसे वो इस रूम से अपने रूम पर जाएगी और सुबह उठेगी तो वो भी सुष्मिता की तरह सबको अपनी चूत के दर्शन करवाएगी. खैर इस बात को मिसेज रहेज से पूछेगी ये सोच कर वो बाहर आई. उसे टेंशन ये थी की कही मिस्टर रहेजा जाग न जाए.
“मैडम ये तो बहुत छोटा गाउन है मैं कैसे अपने रूम में जाऊं.”
“हम्म सेक्सी लग रही हो. पता है मैं ये गाउन तभी पहनती हूँ जब मुझे सेक्स करने की इच्छा होती है.” मिसेज रहेजा ने आँख मारी
“मत मतलब.”
“मतलब क्या डार्लिंग .. इस गाउन में देख कर कोई भी मर्द रुक सकता है क्या. हे हे हे. और सुनो तुम्हे कही नहीं जाना इधर आ जाओ आज तुम मेरे साथ मेरे बेड पर सो जाओ.” मैं कीर्ति को बता देती हूँ. उसने कीर्ति को इण्टरकॉम पर कॉल किया और बात दिया.
कीर्ति ने जब दृष्टि को बताया तो वो भी खुश हो गयी.
“क्यों बड़ी खुश हो रही है मामाजी से ठुकवाने का मूड है लगता है.” उसने आँख मारी, वो लोग आपस ऐसे ही बातें करती थी
“अरे तुम्हारे मामाजी कबसे मेरी गांड के पीछे पडे है देखो whatsapp पर कितने मेसेज कर डाले कब आओगी वेटिंग एंड आल that .”
“तो बुला ले यहाँ .”
“अरे यहाँ बुलाया तो इस बिच के पीछे पड़ जायेंगे तुम्हारे मामा.” दृष्टि ने बेसुध सोयी सुष्मिता की ओर इशारा करते हुए कहा.
“हाँ वो तो है.. किसी डौगी से कम नहीं है मामा. ठीक है तू जाकर आ कुछ होगा तो मैं तुझे कॉल करुँगी.” दृष्टि ख़ुशी ख़ुशी निकली और बगल वाले रूम में जाकर नॉक करने ही वाली थी की दरवाजा खुला और मामाजी ने उसे अन्दर खींच लिया वो पूरी तरह नंगा और लंड खड़ा करके उसका वेट कर रहा था दोनों फ्रेंच किस करते हुए अन्दर गए और दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया. विजय बेड के एक कोने पर सोया हुआ था दोनों बेसब्री से किस करते हुए काउच पर ही बैठ गए और मामाजी दृष्टि को नंगा करने लगे.
सुरभि मिसेज रहेजा की बगल में लेटी हुई थी. आज जिंदगी में पहली बार वो एक वाटर बेड पर लेती थी जिसका एहसास उसे मदमस्त कर रहा था. अपनी नग्नता को छिपाने के लिए उसने लिहाफ गले तक खींच रखा था. मिसेज रहेजा ने एक शर्ट नुमा टॉप पहने हुआ था और लिहाफ ओड़ रखा था. सुरभि के लेटने के बाद मिसेज रहेजा ने अपना काम बंद कर दिया और वो आपस में बातें करने लगी.
“सुरभि सच में तुम से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई... एक्चुअली तुम मुझे अपनी जवानी की याद दिलाती हो.”
“सच में .. हाँ रहेजा सर भी कुछ ऐसे ही बोल रहे थे..”
“अच्छा और क्या बोले वो..” अब सुरभि क्या बताती उनको की रहेजा उसको चोदने की बात कर रहा था.
“बस वोही की मैं आपके जैसे सु सुन्दर दिखती हूँ.”
“हा हा .. मैं जानती हूँ उसको, वो कभी सुन्दर नहीं बोलता... बल्कि सेक्सी बोला होगा है न?”
सुरभि ने शर्मा कर हाँ में सर हिलाया.
“इधर पास आओ हनी .” मिसेज रहेजा ने उसे पास बुलाया. तो सुरभि धीरे से उनकी तरफ खिसक गयी. मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके गाल पर हाथ रखा फिर उसकी नंगी बाँहों को सहलाने लगी ऐसा करने से उसका लिहाफ उसके गले से उतर कर उसके बूब्स के नीचे तक आ गया और उसके सेक्सी बूब्स के दर्शन मिसेज रहेजा को हो गए.
“wow सुरभि मस्त माल है तू तो .” वो मुस्कुरायी.
कुल मिलाकर वो नंगी होती तो इतनी सेक्सी नहीं लगती जितनी उस गाउन में लग रही थी. वो सोचने लगी की कैसे वो इस रूम से अपने रूम पर जाएगी और सुबह उठेगी तो वो भी सुष्मिता की तरह सबको अपनी चूत के दर्शन करवाएगी. खैर इस बात को मिसेज रहेज से पूछेगी ये सोच कर वो बाहर आई. उसे टेंशन ये थी की कही मिस्टर रहेजा जाग न जाए.
“मैडम ये तो बहुत छोटा गाउन है मैं कैसे अपने रूम में जाऊं.”
“हम्म सेक्सी लग रही हो. पता है मैं ये गाउन तभी पहनती हूँ जब मुझे सेक्स करने की इच्छा होती है.” मिसेज रहेजा ने आँख मारी
“मत मतलब.”
“मतलब क्या डार्लिंग .. इस गाउन में देख कर कोई भी मर्द रुक सकता है क्या. हे हे हे. और सुनो तुम्हे कही नहीं जाना इधर आ जाओ आज तुम मेरे साथ मेरे बेड पर सो जाओ.” मैं कीर्ति को बता देती हूँ. उसने कीर्ति को इण्टरकॉम पर कॉल किया और बात दिया.
कीर्ति ने जब दृष्टि को बताया तो वो भी खुश हो गयी.
“क्यों बड़ी खुश हो रही है मामाजी से ठुकवाने का मूड है लगता है.” उसने आँख मारी, वो लोग आपस ऐसे ही बातें करती थी
“अरे तुम्हारे मामाजी कबसे मेरी गांड के पीछे पडे है देखो whatsapp पर कितने मेसेज कर डाले कब आओगी वेटिंग एंड आल that .”
“तो बुला ले यहाँ .”
“अरे यहाँ बुलाया तो इस बिच के पीछे पड़ जायेंगे तुम्हारे मामा.” दृष्टि ने बेसुध सोयी सुष्मिता की ओर इशारा करते हुए कहा.
“हाँ वो तो है.. किसी डौगी से कम नहीं है मामा. ठीक है तू जाकर आ कुछ होगा तो मैं तुझे कॉल करुँगी.” दृष्टि ख़ुशी ख़ुशी निकली और बगल वाले रूम में जाकर नॉक करने ही वाली थी की दरवाजा खुला और मामाजी ने उसे अन्दर खींच लिया वो पूरी तरह नंगा और लंड खड़ा करके उसका वेट कर रहा था दोनों फ्रेंच किस करते हुए अन्दर गए और दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया. विजय बेड के एक कोने पर सोया हुआ था दोनों बेसब्री से किस करते हुए काउच पर ही बैठ गए और मामाजी दृष्टि को नंगा करने लगे.
सुरभि मिसेज रहेजा की बगल में लेटी हुई थी. आज जिंदगी में पहली बार वो एक वाटर बेड पर लेती थी जिसका एहसास उसे मदमस्त कर रहा था. अपनी नग्नता को छिपाने के लिए उसने लिहाफ गले तक खींच रखा था. मिसेज रहेजा ने एक शर्ट नुमा टॉप पहने हुआ था और लिहाफ ओड़ रखा था. सुरभि के लेटने के बाद मिसेज रहेजा ने अपना काम बंद कर दिया और वो आपस में बातें करने लगी.
“सुरभि सच में तुम से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई... एक्चुअली तुम मुझे अपनी जवानी की याद दिलाती हो.”
“सच में .. हाँ रहेजा सर भी कुछ ऐसे ही बोल रहे थे..”
“अच्छा और क्या बोले वो..” अब सुरभि क्या बताती उनको की रहेजा उसको चोदने की बात कर रहा था.
“बस वोही की मैं आपके जैसे सु सुन्दर दिखती हूँ.”
“हा हा .. मैं जानती हूँ उसको, वो कभी सुन्दर नहीं बोलता... बल्कि सेक्सी बोला होगा है न?”
सुरभि ने शर्मा कर हाँ में सर हिलाया.
“इधर पास आओ हनी .” मिसेज रहेजा ने उसे पास बुलाया. तो सुरभि धीरे से उनकी तरफ खिसक गयी. मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके गाल पर हाथ रखा फिर उसकी नंगी बाँहों को सहलाने लगी ऐसा करने से उसका लिहाफ उसके गले से उतर कर उसके बूब्स के नीचे तक आ गया और उसके सेक्सी बूब्स के दर्शन मिसेज रहेजा को हो गए.