29-07-2020, 12:27 PM
उसकी बदकिस्मती ये थी की उसने आज netted पल्लू वाली साड़ी पहनी थी इसलिए उसके नंगे बूब्स बड़े ही सेक्सी अंदाज में झाँकने लगे. मिसेज रहेजा ने थोडा जोर देकर सुरभि को फिर से थिरकने पर मजबूर कर दिया और वो ब्लाउज दर्शकों की तरफ लहरा कर अपने पति रहेजा की ओर उछाल दिया सभी ने ये एक्ट देख कर जोर से ताली बजाई. दोनों युवकों को लगा की उनका बदला पूरा हो चुका है इसलिए वो लोग भी रहेजा के साथ नीचे उतर गए सुरभि के चेहरे पर मायूसी देख कर मिसेज रहेजा ने डीजे वाले को गाना ख़तम करने का इशारा कर दिया और इस तरह वो प्रोग्राम अचानक ही समाप्त हो गया. सुरभि ओर मिसेज रहेजा महिलाओं के ग्रुप के तरफ चल रही थी तब मिसेज रहेजा ने सुरभि से कहा.
“सुरभि तुम्हे मायूस होने की जरूरत नहीं तुमने बहुत अच्छा किया है. और ब्लाउज के फटने का गम न करो इस वक़्त बिना ब्लाउज के तुम ज्यादा चिक और सेक्सी लग रही हो बस अपना पल्लू मत हटाना नहीं तो एक दो बेहोश हो जायेंगे.”
सुरभि सुन कर शर्मा दी एक्चुअली मिसेज रहेजा ने उसे बड़े ही डिसेंट स्टाइल में कवर कर दिया था पर उसकी नंगी पीठ और झांकते बूब्स उसको और सेक्सी बना रहे थे.
“सॉरी शायद हम लोग जीत न पायें .” सुरभि बोली.
“अरे कोई बात नहीं, मिसेज मुख़र्जी से हमारा बरसो का चल रहा है कभी वो आगे तो कभी मैं. एक्चुअली सुबह तक तो मुझे कोई पार्टनर ही नहीं था पर विजय ने ही बोला की तुम बहुत अच्छा नाचती हो.”
“अच्छा विजय ने पर उसने मुझे तो कुछ नहीं कहा.” ये सुरभि के लिए न्यूज़ थी अगर विजय ने पहले बताया होता तो वो शायद थोडा prepare रहती.
“वो मैंने ही मना किया था की कहीं तुम यहाँ आने से ही मना न कर दो.”
सब लेडीज ने उनका ताली बजा कर स्वागत किया वे लोग अपनी जगह पर बैठ गए. तभी रूचि ने रिजल्ट सुनाया और उसमें मिसेज मुख़र्जी की टीम प्रथम और मिसेज रहेजा की टीम द्वितीय घोषित हुई. सभी ने जोर से ताली बजायी और मिसेज रहेजा और सुरभि ने मिसेज मुख़र्जी और सुष्मिता को बधाई दी. रूचि ने सभी को खाने के लिए डाइनिंग हॉल में आमंत्रित किया. सुरभि ने एक बार फिर से मिसेज रहेजा को सॉरी बोला पर वो उसे एक कोने में ले गयी और बोली.
“देखो तुम टेंशन मत लो मैं आज के प्रोग्राम से बहुत खुश हूँ और कृति के पापा भी, पर उनकी एक हसरत अभी बाकी है इसलिए तुमसे रिक्वेस्ट है की..........”
“अरे मैडम रिक्वेस्ट कैसे आप आदेश कीजिये.” सुरभि उनके मृदु व्यवहार की इतनी कायल हो चुकी थी की वो तुरंत बोली.
“देखो बुरा मत मानना पर कृति के पापा ने तुम्हारी पेंटी और ब्लाउज के लिए नोट उडाये थे उन्हें ब्लाउज तो मिल गया पर वो पेंटी नहीं ले जा पाए. इसलिए अगर तुम अपनी पेंटी निकाल कर दे दो तो उनकी आज की शाम कम्पलीट हो जाये.” सुरभि की सुन कर आँखें फट गयी पर वो मिसेज रहेजा को कुछ न बोल सकी. मिसेज रहेजा फिर से बोली
“प्लीज...”
“अरे मैडम आप प्लीज न बोलिए मैं अभी आती हूँ.” सुरभि बोली और टॉयलेट के तरफ चल पड़ी. मिसेज रहेजा के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कराहट आ गयी. वो चाहती तो सुरभि को हुक्म भी दे सकती थी पर लोगो को काबू में करने का उसका अपना तरीका था और वो उसमें कभी फेल नहीं हुई थी. थोड़ी ही देर में सुरभि उनके पास आई और चुपके से अपनी पर्पल पेंटी उनके हाथ में सरका दी. वो कुछ बोलती उससे पहले ही उनको अलग कोने में देख कर रहेजा वहां पहुँच गया और बोला
“अरे सुरभि ब्यूटीफुल.... इट्स पिटी की आज तुम जीत न सके .”
“कोई बात नहीं अंकल.”
“अंकल... गॉड फोर्बिड तुम मुझे सर बोलो भाई अंकल सुन कर बुढ़ापे का एहसास हो जायेगा वैसे तुम्हे तो पता चल गया होगा की अभी इतना भी......... यू नो .” रहेजा ने उसे आँख मारी . सुरभि के चेहरे पर लाली आ गयी जब उसे याद आया की स्टेज पर उसने रहेजा के लंड को पजामे के ऊपर से ही सही पर चूसा तो था.
“हनी सुरभि इस अ वैरी गुड गर्ल देखो ये तुम्हारे लिए क्या लायी है”. मिसेज रहेजा ने अपनी मुट्ठी खोली तो रहेजा की आँखें फट गयी.
उसने तुरंत वो पेंटी अपने हाथ में ली और बड़ी बेशर्मी से उसे सुरभि के सामने ही अपनी नाक से लगा लिया
“आह्ह सुरभि इट्स आ वंडरफुल गिफ्ट ऑफ़ tonite .” सुरभि तो जमीन में गड़े जा रही थी और वो इधर उधर भी देख रही थी की कहीं कोई देख तो नहीं रहा है. तभी उसे विजय उनकी ओर ही आता हुआ दिखा और उसके मुह से बस इतना ही निकल पड़ा,
“विजय..”
रहेजा ने बड़े आराम से उसकी चड्डी को अपने कुर्ते की जेब में रख दिया और जोर से बोला,
“अरे चलो तुम लोग भी डिनर कर लो किसका इन्तजार कर रहे हो. अरे आओ विजय आई मस्ट टेल यु की बहुत लकी हो तुम इतनी सुन्दर और टेलेंटेड वाइफ है तुम्हारी.”
“हे हे... थैंक यु सर..” विजय खींसे निपोरता हुआ बोला. उसे लग रहा था आज सुरभि उसे छोड़ने वाली नहीं है वो पहले ही घबराया हुआ था. वो सभी लोग डाइनिंग हॉल की तरफ बड चले.
“सुरभि तुम्हे मायूस होने की जरूरत नहीं तुमने बहुत अच्छा किया है. और ब्लाउज के फटने का गम न करो इस वक़्त बिना ब्लाउज के तुम ज्यादा चिक और सेक्सी लग रही हो बस अपना पल्लू मत हटाना नहीं तो एक दो बेहोश हो जायेंगे.”
सुरभि सुन कर शर्मा दी एक्चुअली मिसेज रहेजा ने उसे बड़े ही डिसेंट स्टाइल में कवर कर दिया था पर उसकी नंगी पीठ और झांकते बूब्स उसको और सेक्सी बना रहे थे.
“सॉरी शायद हम लोग जीत न पायें .” सुरभि बोली.
“अरे कोई बात नहीं, मिसेज मुख़र्जी से हमारा बरसो का चल रहा है कभी वो आगे तो कभी मैं. एक्चुअली सुबह तक तो मुझे कोई पार्टनर ही नहीं था पर विजय ने ही बोला की तुम बहुत अच्छा नाचती हो.”
“अच्छा विजय ने पर उसने मुझे तो कुछ नहीं कहा.” ये सुरभि के लिए न्यूज़ थी अगर विजय ने पहले बताया होता तो वो शायद थोडा prepare रहती.
“वो मैंने ही मना किया था की कहीं तुम यहाँ आने से ही मना न कर दो.”
सब लेडीज ने उनका ताली बजा कर स्वागत किया वे लोग अपनी जगह पर बैठ गए. तभी रूचि ने रिजल्ट सुनाया और उसमें मिसेज मुख़र्जी की टीम प्रथम और मिसेज रहेजा की टीम द्वितीय घोषित हुई. सभी ने जोर से ताली बजायी और मिसेज रहेजा और सुरभि ने मिसेज मुख़र्जी और सुष्मिता को बधाई दी. रूचि ने सभी को खाने के लिए डाइनिंग हॉल में आमंत्रित किया. सुरभि ने एक बार फिर से मिसेज रहेजा को सॉरी बोला पर वो उसे एक कोने में ले गयी और बोली.
“देखो तुम टेंशन मत लो मैं आज के प्रोग्राम से बहुत खुश हूँ और कृति के पापा भी, पर उनकी एक हसरत अभी बाकी है इसलिए तुमसे रिक्वेस्ट है की..........”
“अरे मैडम रिक्वेस्ट कैसे आप आदेश कीजिये.” सुरभि उनके मृदु व्यवहार की इतनी कायल हो चुकी थी की वो तुरंत बोली.
“देखो बुरा मत मानना पर कृति के पापा ने तुम्हारी पेंटी और ब्लाउज के लिए नोट उडाये थे उन्हें ब्लाउज तो मिल गया पर वो पेंटी नहीं ले जा पाए. इसलिए अगर तुम अपनी पेंटी निकाल कर दे दो तो उनकी आज की शाम कम्पलीट हो जाये.” सुरभि की सुन कर आँखें फट गयी पर वो मिसेज रहेजा को कुछ न बोल सकी. मिसेज रहेजा फिर से बोली
“प्लीज...”
“अरे मैडम आप प्लीज न बोलिए मैं अभी आती हूँ.” सुरभि बोली और टॉयलेट के तरफ चल पड़ी. मिसेज रहेजा के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कराहट आ गयी. वो चाहती तो सुरभि को हुक्म भी दे सकती थी पर लोगो को काबू में करने का उसका अपना तरीका था और वो उसमें कभी फेल नहीं हुई थी. थोड़ी ही देर में सुरभि उनके पास आई और चुपके से अपनी पर्पल पेंटी उनके हाथ में सरका दी. वो कुछ बोलती उससे पहले ही उनको अलग कोने में देख कर रहेजा वहां पहुँच गया और बोला
“अरे सुरभि ब्यूटीफुल.... इट्स पिटी की आज तुम जीत न सके .”
“कोई बात नहीं अंकल.”
“अंकल... गॉड फोर्बिड तुम मुझे सर बोलो भाई अंकल सुन कर बुढ़ापे का एहसास हो जायेगा वैसे तुम्हे तो पता चल गया होगा की अभी इतना भी......... यू नो .” रहेजा ने उसे आँख मारी . सुरभि के चेहरे पर लाली आ गयी जब उसे याद आया की स्टेज पर उसने रहेजा के लंड को पजामे के ऊपर से ही सही पर चूसा तो था.
“हनी सुरभि इस अ वैरी गुड गर्ल देखो ये तुम्हारे लिए क्या लायी है”. मिसेज रहेजा ने अपनी मुट्ठी खोली तो रहेजा की आँखें फट गयी.
उसने तुरंत वो पेंटी अपने हाथ में ली और बड़ी बेशर्मी से उसे सुरभि के सामने ही अपनी नाक से लगा लिया
“आह्ह सुरभि इट्स आ वंडरफुल गिफ्ट ऑफ़ tonite .” सुरभि तो जमीन में गड़े जा रही थी और वो इधर उधर भी देख रही थी की कहीं कोई देख तो नहीं रहा है. तभी उसे विजय उनकी ओर ही आता हुआ दिखा और उसके मुह से बस इतना ही निकल पड़ा,
“विजय..”
रहेजा ने बड़े आराम से उसकी चड्डी को अपने कुर्ते की जेब में रख दिया और जोर से बोला,
“अरे चलो तुम लोग भी डिनर कर लो किसका इन्तजार कर रहे हो. अरे आओ विजय आई मस्ट टेल यु की बहुत लकी हो तुम इतनी सुन्दर और टेलेंटेड वाइफ है तुम्हारी.”
“हे हे... थैंक यु सर..” विजय खींसे निपोरता हुआ बोला. उसे लग रहा था आज सुरभि उसे छोड़ने वाली नहीं है वो पहले ही घबराया हुआ था. वो सभी लोग डाइनिंग हॉल की तरफ बड चले.