04-03-2019, 07:40 PM
सगे भैया ने मुझे भाभी समझ चौदा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
|
« Next Oldest | Next Newest »
|