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पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
अब मैं अपने लंड के टोपे को दीदी के गांड में डाल रहा था। दीदी की कमर को पकड़कर मैंने दीदी के गांड में एक जोरदार झटका मारा तो मेरे लंड का आगे का हिस्सा दीदी के गांड में जाकर अटक गया। फिर मैंने लंड को निकाला और इस बार ज्यादा थूक लगाया और अपने लंड पर और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड दीदी की गांड को चीरता हुआ उनके गांड में समाता जा रहा था। दीदी सिहर-सिहर कर मेरे 9 इंच के लंड को अपने गांड में ले रही थी। फिर दूसरी बार के झटके में मैंने अपना पूरा लंड दीदी के गांड में पेल दिया। दीदी थोड़ा ऐठ गई थी और मैं समझ गया था कि जीजा का लंड छोटा होगा और मेरा हथियार बड़ा है, हालांकि जीजा ने बताया था 8 इंच का है तो मैं समझ गया कि थोड़ा सा मेरा मोटा और बड़ा है, इसलिए दीदी शायद मेरे लंड को पहचान नहीं पाई थी। अब मैं दीदी की गांड में अपने को चोद रहा था और दीदी चीख चीख कर मेरा लंड ले रही थी। वाकई दीदी के गांड बहुत जबरदस्त थी। मुझे जन्नत का मजा मिल रहा था और लगातार 15 मिनट दीदी के गांड में भूचाल के बाद मैंने लंड निकाला और दीदी के मुंह में पेल दिया, दीदी मेरा लंड लेकर चूसने लगी और फिर मुझे इशारा किया .
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 04-03-2019, 07:31 PM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM



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