27-07-2020, 05:51 PM
अमित मुझे चोद रहा था और में काफी देर से कुतिया बनकर चुदवा रही थी फिर उसने वापस मुझे मिसनरी स्टाइल में चोदना शुरू कर दिया और बोला ,-ये साली प्रिया तुझे अहसास ही नही होने दे रही थी कि तुमको रण्डी बनाकर लायी है वो तो तुम्हारे साथ ऐसा खेल खेल रही थी कि तुमको अपनी असली सुहागरात लगें
में ,-हमम... लेकिन वो अगर सिर्फ मेरे को ही इस्तेमाल करती तो में मान सकती थी पर वो खुद भी पूरा एन्जॉय कर रही थी उसने तो दो दिन में मुझे अपना वो रूप दिखाया जिसकी में कल्पना भी नही कर सकती थी
अमित ,--अहह .तुम कहानी का सस्पेंस खत्म मत करो ओर जहां से छोड़ी थी वही से शुरू करो
में ,ओह्ह....,अमित ये तुम्हारी बीबी सुहागसेज पर घूंघट निकाल कर बैठी थी और अपने ग्राहक का इंतजार कर रही थी कि मेरी चुत की उसने जो कीमत लगाई है वो उसे फाड़कर वसूल कर ले
अमित ,---आहह..साली तू शब्दो का चयन बहुत बढ़िया करती है तुम्हारी इसी बोलने की स्टाइल ने मुझे कल जल्दी जल्दी डाउन करवा दिया लगता है आज भी तू मुझे जल्द ही खल्लास कर देगी जबकि इससे पहले में ये टेबलेट खाकर रात भर डाउन नही हुआ था
में ,--मेरे को पता है तू बहुत बड़ी रण्डी की औलाद है
अमित ,--तू दारू पीकर पूरी आपे से बाहर हो गयी है
में ,- तो अपनी बहन रीता को चुदवाने के लिए पिलाई थी हराम के पिल्ले ,मेने बोला था ना तेरे को मत पिला
अमित ,--अब तो में तेरे को बिना पिलाये कभी चोदूंगा ही नही ,
में ,-देखना में एक दिन तेरी बहन रीता को इतनी बड़ी बेशर्म बनाउंगी की वो तेरे को बोलेगी भैया मेरे लिए लण्ड का इंतजाम कर दो नही तो में कोठे पर जाकर बैठ जाऊंगी
अमित ,--ठीक है साली बना देना उसको भी तो एक दिन किसी से चुदना ही है पर अभी तो अपने चुदने की कहानी सुना
में ,- ठीक है सुन ,में घूंघट में इंतजार कर रही थी तभी बाहर से कदमो की आहट हुई और राजेश मेरे पास आकर बैठ गया और धीरे से मेरा घूंघट उठाया और एक सोने का मंगलसूत्र मेरे गले मे पहना दिया मेरी नजरें झुकी हुई थी वो फिर मेरा ठुड्ड़ी उठाकर आंखों में देखते हुए बोला ,--रेखा ,में आगे बढ़ने से पहले तुमको एक बार जानना चाहता हूँ कि तुमको ये मंजूर है ना
मैंने स्वीकृति में गरदन हिलाई तो वो फिर बोला ,-मुझे मुंह से जवाब चाहिए ,
देखो में शादी सुदा हुँ और तुम को सिर्फ एंटरटेन करने तक सीमित हुँ क्योकि तुम अभी कुंवारी हो इसलिए सोच लो में सिर्फ तुमको जब तुम्हारी इच्छा होगी सेक्स करके छोड़ दूंगा
में ,-मुझे प्रिया ने सब बता दिया और में पूरी तरह से तैयार हूं मुझे कोई दिक्कत नही है बस मुझे किसी तरह की बदनामी नही चाहिए
राजेश ,- ठीक है अब दूसरी बात सुन लो यहां हम लोग 4 जने है और इस फार्म हाउस में जो कुछ होता है वो 5वे को पता नही चलेगा तुम भी किसी को नही बोलोगी
में ,-मुझे क्या मिलेगा बोलने से उल्टी मेरी ही बदनामी होगी
राजेश,-देखो हम ऑफीस में नार्मल तरीके से रहेंगे मेरी बीबी बहुत शक्की टाइप की औरत है और वो पियोंन वगेरह से पूछती रहती है एक बार मे फस भी चुका हूं लेकिन अब बहुत संभल कर चलता हूँ
मे मन मे हंस रही थी कि ये साला फट्टू है डरना मुझे चाहिये और डर वो रहा है दूसरा हरमीत है जिसको घरेलू लड़की में कोई इंटरेस्ट ही नही है
में ,- ठीक है चिंता मत करो
राजेश ,-अब हरमीत को एक बार कॉन्फिडेंस में लेना है उसको ये विस्वास दिलाना है कि तुम बोल्ड लड़की हो और इसा कुछ करो कि वो प्रिया पर टूट पड़े और उसका पूरा दिन खराब हुआ है उसका मज़ा उसको मिल जाये
में ,-ऐसा क्या करूँ में
राजेश ,-वो कभी भी तुमको टच नही करेगा मुझे पता है इसलिए सोचो फिर बता देना
फिर उसने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और मेरे कपड़े उतारने लगा में भी उसके शर्ट के बटन खोलने लगी
कपड़े खोलते खोलते मेरे शरीर पर इम्पोर्टेड ब्रा पेंटी रह गयी और वो फ्रेंची में आ गया तो में बोली,-
मुझे हरमीत को धन्यवाद बोलना चाहिए कि उसने इतने बड़े फार्म में सुहागरात मनाने को दिया
राजेश ,-ठीक है सुबह बोल देना
में ,-में अभी की बात कर रही हूं
राजेश ,--पर ये तो तुमको कपड़े खोलने से पहले करना चहिये
में ,-में इन्ही कपड़ो में बोलना चाहती हूं
राजेश ,-पर इन कपड़ों में सब कुछ दिख रहा है और वो दोनों तो अब तक एक राउंड पूरा कर लिए होंगे
में ,-एक बार देख लो दूसरे रूम में यहां से दिखता है
फिर दोनों उठे और पर्दा उठाया पर दूसरा रूम खाली था तो वो बोला ,चलो वो शायद हॉल में ही लग गया है
दोनों रूम से बाहर आये तो देखा दोनों हॉल में बैठे थे प्रिया उसकी गोद मे बैठी थी ब्रा पेंटी में और हरमीत पूरा नंगा लग रहा था क्योंकि निचे कुछ पहना है या नही प्रिया के गोद मे बैठे होने से दिख नही रहा था प्रिया के हाथ मे सिगरेट थी और वो हरमीत के मुँह से लगा कर पिला रही थी और खुद भी उसी सिगरेट को पी रही थी
हम उनके पास गए तो दोनों चोंक गए और दोनों अलग होकर बैठ गए फिर प्रिया बोली ,-अरे तुम दोनों यहां क्या हुआ
राजेश ,-कुछ नही रेखा को कुछ बोलना है
हरमीत ,-जल्दी बोलो, बीच मे डिस्टर्ब कर दिया
हरमीत ने भी फ्रेंची पहन रखी थी उसका लोडा पूरा तना हुआ था और उसने सिर्फ एक बार मुझे ऊपर से नीचे देखकर सिगरेट पीने में लग गया था
में आगे बढ़कर उसके पास गई और उसके होठो को किस करके बोली ,--थैंक यू आप ने मेरी सुहाग रात के लिए अपना फार्म हाउस को यूज़ करने के लिये दिया
फिर प्रिया के होठो को किस किया और बोली ,-अपनी बहन को आशिर्वाद नही दोगी और उसके पैरों को छूने लगी तो उसने मुझे खड़े होकर पकड़ लिया और बोली ,-जा बहन जी ले अपनी जिंदगी
फिर राजेश को बोली ,-मेरी बहन को आराम से और प्यार से नथ उतारना
फिर में राजेश का हाथ पकड़कर उसके सामने खड़ी हुई और उसके सीने पर किश किया और फिर उसका सर पकड़कर अपनी छाती पर झुकाने लगी और दूसरे हाथ से ब्रा नीचे करके निपल उसके मुह में दे दी एक निप्पल को एक मिनट चुसवा कर दूसरी निपल को चूसने को दी और सोफे की तरफ देखा तो दोनों की नजर मेरी निप्पल पर थी
फिर प्रिया और हरमीत को बोली , आप दोनों का धन्यवाद और राजेश का हाथ पकड़कर अपनी सुहागसेज पर आ गयी
वहां आकर में राजेश को फ्रेंच किश करने लगी और एक हाथ से उसका लण्ड पकड़ लिया राजेश ने भी मेरे पीछे हाथ लेजाकर मुझे ब्रा से आज़ाद कर दिया और फिर दोनों हाथों से ब्रा उछाल कर मेरे बूब्स को पकड़कर मसलने लगा औऱ किश तोड़कर बोला ,--रेखा ये तुम्हारे बूब्स पर पहला हाथ मेरा ही लगा है ना
में भी उसके हाथों से बूब्स को मसलने पर सिसकते हुए हाँ मेरे साजन ये मेरे बूब्स पर किसी पुरुष का पहला स्पर्श है चुम लो इन कुँवारे बूब्स को अहह.....
राजेश मेरे बूब्स को धीरे धीरे प्यार से मसल रहा था और मेरी चुत मचल रही थी
तभी राजेश बोला ,- चल अब तुझे जन्नत में लिए चलता हूँ और मुझे लिटाकर मेरी पेंटी निकाल दी फिर मेरी कुंवारी चुत को चुम्मा लिया और बोला ,--वाह यार क्या मस्त चुत है ये तो पूरी भीगी हुई है रस से औऱ मेरी चुत का रस चाटने लगा
मुझे लग रहा था जैसे वास्तव में जन्नत में पहुंच गई उसके सर को दबाकर बोली ,--ओह्ह मेरे राजा तू ने तो मुझे जन्नत का अहसास करवा दिया फिर उसने अपनी फ्रेंची उतारी और अपने लण्ड को मेरी चुत के मुँह पर रगड़ने लगा ।
में छटपटाने लगी और बोली अब डाल दो अंदर पर वो मुझे ऐसे ही तड़पाने लगा तो में नीचे से अपनी गांड उछालने लगी तो वो बोला ,-अब बोल की क्या डालू और कहां डालूं
में पूरी गरम हो चुकी थी इसलिए बोली -आह..…प्लीज अपना लण्ड डाल दो मेरी कुँवारी चुत में इसको अब अपने शादी सुदा लण्ड से सुहागन बना दो ,
फिर राजेश ने एक करारा शॉट अपने लण्ड से चुत में मारा ओर मेरा मुँह अपने हाथ से बंद कर दिया।
ओह्ह..…..अमित तुम्हारी बीबी की चुत को उसने एक ही झटके में फाड़ कर उसका कुँवारापन उतार दिया
अमित ,- अहह....…… साली तेरी चुत फट गई और मेरा भी लण्ड फट गया और उसने मेरी चुत को वीर्य से भर दिया उसके साथ मे भी झड़ गयी और लम्बी सांस लेने लगी
अमित ने मेरे गाल पर किस किया और बोला सच मे तुम रेखा तुम एक मस्त औरत हो और मुझे इसी तरह मज़ा कराती रहना
फिर थॉडी देर ऐसे ही मेरे ऊपर पड़ा रहा और फिर उठकर बाथरूम चला गया मेरे को नींद आ रही थी इसलिए सोचा अब थोड़ी देर सोने के बाद अमित को कुछ करने को कहूंगी
में ,-हमम... लेकिन वो अगर सिर्फ मेरे को ही इस्तेमाल करती तो में मान सकती थी पर वो खुद भी पूरा एन्जॉय कर रही थी उसने तो दो दिन में मुझे अपना वो रूप दिखाया जिसकी में कल्पना भी नही कर सकती थी
अमित ,--अहह .तुम कहानी का सस्पेंस खत्म मत करो ओर जहां से छोड़ी थी वही से शुरू करो
में ,ओह्ह....,अमित ये तुम्हारी बीबी सुहागसेज पर घूंघट निकाल कर बैठी थी और अपने ग्राहक का इंतजार कर रही थी कि मेरी चुत की उसने जो कीमत लगाई है वो उसे फाड़कर वसूल कर ले
अमित ,---आहह..साली तू शब्दो का चयन बहुत बढ़िया करती है तुम्हारी इसी बोलने की स्टाइल ने मुझे कल जल्दी जल्दी डाउन करवा दिया लगता है आज भी तू मुझे जल्द ही खल्लास कर देगी जबकि इससे पहले में ये टेबलेट खाकर रात भर डाउन नही हुआ था
में ,--मेरे को पता है तू बहुत बड़ी रण्डी की औलाद है
अमित ,--तू दारू पीकर पूरी आपे से बाहर हो गयी है
में ,- तो अपनी बहन रीता को चुदवाने के लिए पिलाई थी हराम के पिल्ले ,मेने बोला था ना तेरे को मत पिला
अमित ,--अब तो में तेरे को बिना पिलाये कभी चोदूंगा ही नही ,
में ,-देखना में एक दिन तेरी बहन रीता को इतनी बड़ी बेशर्म बनाउंगी की वो तेरे को बोलेगी भैया मेरे लिए लण्ड का इंतजाम कर दो नही तो में कोठे पर जाकर बैठ जाऊंगी
अमित ,--ठीक है साली बना देना उसको भी तो एक दिन किसी से चुदना ही है पर अभी तो अपने चुदने की कहानी सुना
में ,- ठीक है सुन ,में घूंघट में इंतजार कर रही थी तभी बाहर से कदमो की आहट हुई और राजेश मेरे पास आकर बैठ गया और धीरे से मेरा घूंघट उठाया और एक सोने का मंगलसूत्र मेरे गले मे पहना दिया मेरी नजरें झुकी हुई थी वो फिर मेरा ठुड्ड़ी उठाकर आंखों में देखते हुए बोला ,--रेखा ,में आगे बढ़ने से पहले तुमको एक बार जानना चाहता हूँ कि तुमको ये मंजूर है ना
मैंने स्वीकृति में गरदन हिलाई तो वो फिर बोला ,-मुझे मुंह से जवाब चाहिए ,
देखो में शादी सुदा हुँ और तुम को सिर्फ एंटरटेन करने तक सीमित हुँ क्योकि तुम अभी कुंवारी हो इसलिए सोच लो में सिर्फ तुमको जब तुम्हारी इच्छा होगी सेक्स करके छोड़ दूंगा
में ,-मुझे प्रिया ने सब बता दिया और में पूरी तरह से तैयार हूं मुझे कोई दिक्कत नही है बस मुझे किसी तरह की बदनामी नही चाहिए
राजेश ,- ठीक है अब दूसरी बात सुन लो यहां हम लोग 4 जने है और इस फार्म हाउस में जो कुछ होता है वो 5वे को पता नही चलेगा तुम भी किसी को नही बोलोगी
में ,-मुझे क्या मिलेगा बोलने से उल्टी मेरी ही बदनामी होगी
राजेश,-देखो हम ऑफीस में नार्मल तरीके से रहेंगे मेरी बीबी बहुत शक्की टाइप की औरत है और वो पियोंन वगेरह से पूछती रहती है एक बार मे फस भी चुका हूं लेकिन अब बहुत संभल कर चलता हूँ
मे मन मे हंस रही थी कि ये साला फट्टू है डरना मुझे चाहिये और डर वो रहा है दूसरा हरमीत है जिसको घरेलू लड़की में कोई इंटरेस्ट ही नही है
में ,- ठीक है चिंता मत करो
राजेश ,-अब हरमीत को एक बार कॉन्फिडेंस में लेना है उसको ये विस्वास दिलाना है कि तुम बोल्ड लड़की हो और इसा कुछ करो कि वो प्रिया पर टूट पड़े और उसका पूरा दिन खराब हुआ है उसका मज़ा उसको मिल जाये
में ,-ऐसा क्या करूँ में
राजेश ,-वो कभी भी तुमको टच नही करेगा मुझे पता है इसलिए सोचो फिर बता देना
फिर उसने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और मेरे कपड़े उतारने लगा में भी उसके शर्ट के बटन खोलने लगी
कपड़े खोलते खोलते मेरे शरीर पर इम्पोर्टेड ब्रा पेंटी रह गयी और वो फ्रेंची में आ गया तो में बोली,-
मुझे हरमीत को धन्यवाद बोलना चाहिए कि उसने इतने बड़े फार्म में सुहागरात मनाने को दिया
राजेश ,-ठीक है सुबह बोल देना
में ,-में अभी की बात कर रही हूं
राजेश ,--पर ये तो तुमको कपड़े खोलने से पहले करना चहिये
में ,-में इन्ही कपड़ो में बोलना चाहती हूं
राजेश ,-पर इन कपड़ों में सब कुछ दिख रहा है और वो दोनों तो अब तक एक राउंड पूरा कर लिए होंगे
में ,-एक बार देख लो दूसरे रूम में यहां से दिखता है
फिर दोनों उठे और पर्दा उठाया पर दूसरा रूम खाली था तो वो बोला ,चलो वो शायद हॉल में ही लग गया है
दोनों रूम से बाहर आये तो देखा दोनों हॉल में बैठे थे प्रिया उसकी गोद मे बैठी थी ब्रा पेंटी में और हरमीत पूरा नंगा लग रहा था क्योंकि निचे कुछ पहना है या नही प्रिया के गोद मे बैठे होने से दिख नही रहा था प्रिया के हाथ मे सिगरेट थी और वो हरमीत के मुँह से लगा कर पिला रही थी और खुद भी उसी सिगरेट को पी रही थी
हम उनके पास गए तो दोनों चोंक गए और दोनों अलग होकर बैठ गए फिर प्रिया बोली ,-अरे तुम दोनों यहां क्या हुआ
राजेश ,-कुछ नही रेखा को कुछ बोलना है
हरमीत ,-जल्दी बोलो, बीच मे डिस्टर्ब कर दिया
हरमीत ने भी फ्रेंची पहन रखी थी उसका लोडा पूरा तना हुआ था और उसने सिर्फ एक बार मुझे ऊपर से नीचे देखकर सिगरेट पीने में लग गया था
में आगे बढ़कर उसके पास गई और उसके होठो को किस करके बोली ,--थैंक यू आप ने मेरी सुहाग रात के लिए अपना फार्म हाउस को यूज़ करने के लिये दिया
फिर प्रिया के होठो को किस किया और बोली ,-अपनी बहन को आशिर्वाद नही दोगी और उसके पैरों को छूने लगी तो उसने मुझे खड़े होकर पकड़ लिया और बोली ,-जा बहन जी ले अपनी जिंदगी
फिर राजेश को बोली ,-मेरी बहन को आराम से और प्यार से नथ उतारना
फिर में राजेश का हाथ पकड़कर उसके सामने खड़ी हुई और उसके सीने पर किश किया और फिर उसका सर पकड़कर अपनी छाती पर झुकाने लगी और दूसरे हाथ से ब्रा नीचे करके निपल उसके मुह में दे दी एक निप्पल को एक मिनट चुसवा कर दूसरी निपल को चूसने को दी और सोफे की तरफ देखा तो दोनों की नजर मेरी निप्पल पर थी
फिर प्रिया और हरमीत को बोली , आप दोनों का धन्यवाद और राजेश का हाथ पकड़कर अपनी सुहागसेज पर आ गयी
वहां आकर में राजेश को फ्रेंच किश करने लगी और एक हाथ से उसका लण्ड पकड़ लिया राजेश ने भी मेरे पीछे हाथ लेजाकर मुझे ब्रा से आज़ाद कर दिया और फिर दोनों हाथों से ब्रा उछाल कर मेरे बूब्स को पकड़कर मसलने लगा औऱ किश तोड़कर बोला ,--रेखा ये तुम्हारे बूब्स पर पहला हाथ मेरा ही लगा है ना
में भी उसके हाथों से बूब्स को मसलने पर सिसकते हुए हाँ मेरे साजन ये मेरे बूब्स पर किसी पुरुष का पहला स्पर्श है चुम लो इन कुँवारे बूब्स को अहह.....
राजेश मेरे बूब्स को धीरे धीरे प्यार से मसल रहा था और मेरी चुत मचल रही थी
तभी राजेश बोला ,- चल अब तुझे जन्नत में लिए चलता हूँ और मुझे लिटाकर मेरी पेंटी निकाल दी फिर मेरी कुंवारी चुत को चुम्मा लिया और बोला ,--वाह यार क्या मस्त चुत है ये तो पूरी भीगी हुई है रस से औऱ मेरी चुत का रस चाटने लगा
मुझे लग रहा था जैसे वास्तव में जन्नत में पहुंच गई उसके सर को दबाकर बोली ,--ओह्ह मेरे राजा तू ने तो मुझे जन्नत का अहसास करवा दिया फिर उसने अपनी फ्रेंची उतारी और अपने लण्ड को मेरी चुत के मुँह पर रगड़ने लगा ।
में छटपटाने लगी और बोली अब डाल दो अंदर पर वो मुझे ऐसे ही तड़पाने लगा तो में नीचे से अपनी गांड उछालने लगी तो वो बोला ,-अब बोल की क्या डालू और कहां डालूं
में पूरी गरम हो चुकी थी इसलिए बोली -आह..…प्लीज अपना लण्ड डाल दो मेरी कुँवारी चुत में इसको अब अपने शादी सुदा लण्ड से सुहागन बना दो ,
फिर राजेश ने एक करारा शॉट अपने लण्ड से चुत में मारा ओर मेरा मुँह अपने हाथ से बंद कर दिया।
ओह्ह..…..अमित तुम्हारी बीबी की चुत को उसने एक ही झटके में फाड़ कर उसका कुँवारापन उतार दिया
अमित ,- अहह....…… साली तेरी चुत फट गई और मेरा भी लण्ड फट गया और उसने मेरी चुत को वीर्य से भर दिया उसके साथ मे भी झड़ गयी और लम्बी सांस लेने लगी
अमित ने मेरे गाल पर किस किया और बोला सच मे तुम रेखा तुम एक मस्त औरत हो और मुझे इसी तरह मज़ा कराती रहना
फिर थॉडी देर ऐसे ही मेरे ऊपर पड़ा रहा और फिर उठकर बाथरूम चला गया मेरे को नींद आ रही थी इसलिए सोचा अब थोड़ी देर सोने के बाद अमित को कुछ करने को कहूंगी