04-03-2019, 12:32 PM
पापा बहुत खुश थे मेरे साथ इतने समय बाद सफर कर रहे थे... मैं उनसे बातें कर रहा था और वह मुझसे... इन बातों के सिलसिला के दौरान पापा ने मुझसे एक सवाल पूछ लिया..
पापा:::: मुकेश मैं यह पूछना चाहता हूं कि तुम्हारे पास इतना पैसा कैसे आया... कहीं तुमने कोई गलत काम तो नहीं किया
मैं::: नहीं पापा मैंने कोई गलत काम नहीं किया
पापा::: तो फिर... क्योंकि तुम इतने पढ़े लिखे तो हो नहीं.. मुझे सब सच सच बताओ
मैं::: पापा कि आपको मुझ पर भरोसा नहीं
पापा::: नहीं बेटा ऐसी बात नहीं मुझे तुम पर बहुत भरोसा है बस मैं अपनी मन की शांति के लिए पूछना चाहता हूं.. पर मुझे यकीन है मेरा बेटा कोई भी गलत काम नहीं कर सकता वह अपने बाप का सर कभी नहीं झुकने देगा
मैंने अपनी गाड़ी इस दौरान रोड के साइड में खड़ी करके पापा से बात करने लगा
उन्हें मैंने सारी घटना बताई जो मेरे साथ इंडिया से घटित हुई थी कैसे में प्रिया और ममता से मिला मैं अपने दुख को अपने पापा के सामने निकालने लगा उन्हें बताने लगा मेरे दिल में जो चोट लगी है उसका गहरा निशान अभी तक मुझे मेरे दिल को खरौद रहा है मुझे वह पीड़ा हम महसूस हो रही है
जब कोई आपके दिल में खंजर ठोक देता है और ठोक तो ही रहता है वह और कोई नहीं आपका प्यार हो तो आप इतना दर्द महसूस करते हो कि आपको जिंदा जला दिया हो... ...
..... दिल का दर्द जो मैं दिल में ही दफन किए हुए था अपने पापा के सामने जाहिर करने लगा.. उन्हें बताने लगा कि मेरे साथ क्या क्या हुआ पापा को बताते बताते हैं मेरी आंखों से पानी गिरने लगा... मैंने बस बताता रहा और वह सुनते रहे... जब मैंने अपनी सारी दास्तां उनको सुना दी... मुझे पापा ने मुझे गले लगा लिया.. और मैं उनके गले लगने के बाद फूट-फूट कर रोने लगा... मुझे आज बहुत ही सुकून महसूस हो रहा था...
...... ऐसे ही कुछ समय गले लगे रहने के बाद हम अलग हुए और घर की तरफ चल दिए....
घर पहुंचने के बाद मा ने मेरा बहुत ही लाड प्यार से स्वागत किया... और नई कार के बारे में पूछा कि यह कार किसकी है तो पापा अौर मैंने हस्ती हुई कहां यह गाड़ी हमारी है यह जानकर मम्मी बहुत ही खुश हुई और इसी तरह की बातें चलती रही उन्होंने मेरा हाल चाल पूछा और इसी दौरान पड़ोस की आंटी भी घर से बाहर निकल आए और बातों का सिलसिला मेल मिलना चलता रहा कि पता ही नहीं चला कब पूरा दिन बीत गया....
पापा:::: मुकेश मैं यह पूछना चाहता हूं कि तुम्हारे पास इतना पैसा कैसे आया... कहीं तुमने कोई गलत काम तो नहीं किया
मैं::: नहीं पापा मैंने कोई गलत काम नहीं किया
पापा::: तो फिर... क्योंकि तुम इतने पढ़े लिखे तो हो नहीं.. मुझे सब सच सच बताओ
मैं::: पापा कि आपको मुझ पर भरोसा नहीं
पापा::: नहीं बेटा ऐसी बात नहीं मुझे तुम पर बहुत भरोसा है बस मैं अपनी मन की शांति के लिए पूछना चाहता हूं.. पर मुझे यकीन है मेरा बेटा कोई भी गलत काम नहीं कर सकता वह अपने बाप का सर कभी नहीं झुकने देगा
मैंने अपनी गाड़ी इस दौरान रोड के साइड में खड़ी करके पापा से बात करने लगा
उन्हें मैंने सारी घटना बताई जो मेरे साथ इंडिया से घटित हुई थी कैसे में प्रिया और ममता से मिला मैं अपने दुख को अपने पापा के सामने निकालने लगा उन्हें बताने लगा मेरे दिल में जो चोट लगी है उसका गहरा निशान अभी तक मुझे मेरे दिल को खरौद रहा है मुझे वह पीड़ा हम महसूस हो रही है
जब कोई आपके दिल में खंजर ठोक देता है और ठोक तो ही रहता है वह और कोई नहीं आपका प्यार हो तो आप इतना दर्द महसूस करते हो कि आपको जिंदा जला दिया हो... ...
..... दिल का दर्द जो मैं दिल में ही दफन किए हुए था अपने पापा के सामने जाहिर करने लगा.. उन्हें बताने लगा कि मेरे साथ क्या क्या हुआ पापा को बताते बताते हैं मेरी आंखों से पानी गिरने लगा... मैंने बस बताता रहा और वह सुनते रहे... जब मैंने अपनी सारी दास्तां उनको सुना दी... मुझे पापा ने मुझे गले लगा लिया.. और मैं उनके गले लगने के बाद फूट-फूट कर रोने लगा... मुझे आज बहुत ही सुकून महसूस हो रहा था...
...... ऐसे ही कुछ समय गले लगे रहने के बाद हम अलग हुए और घर की तरफ चल दिए....
घर पहुंचने के बाद मा ने मेरा बहुत ही लाड प्यार से स्वागत किया... और नई कार के बारे में पूछा कि यह कार किसकी है तो पापा अौर मैंने हस्ती हुई कहां यह गाड़ी हमारी है यह जानकर मम्मी बहुत ही खुश हुई और इसी तरह की बातें चलती रही उन्होंने मेरा हाल चाल पूछा और इसी दौरान पड़ोस की आंटी भी घर से बाहर निकल आए और बातों का सिलसिला मेल मिलना चलता रहा कि पता ही नहीं चला कब पूरा दिन बीत गया....
Mk