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Adultery बीवी के गुलाम आशिक़
#15
मेरी हालत रोने वाली हो गई थी ..मेरे आंखों से आंसू झर रहे थे ,और इस हालत में भी साला मंत्री मुस्कुरा रहा था जैसे उसे अब भी यकीन था की मैं उसे कुछ नही कर पाऊंगा ..
“अभी प्लीज् इनकी बात मान लो ये बहुत ही पावरफुल है ,देखो अब्दुल को मारा तो मार दिया,इसे वो सम्हाल लेंगे ,लेकिन समझो मेरी बात को ..”वो मेरे पास आ रही थी 
“चुप कर मादरचोद रंडी “
मैंने उसके गालो में एक जोरदार झापड़ लगाया और दूर जा गिरी..
“तुझे कितना प्यार किया था मैंने,तुझे अपनी जान समझा,और तू ...मेरे मारने से भी तुझे कोई फर्क नही पड़ता ना ,क्या ऐसी जरूरतें है तेरी जो मैंने पूरा नही किया…”
मैं गुस्से से कांप रहा था और मेरे आंखों से पानी की धार बह रही थी ,
“मेरी बात सुनो अभी “
इससे पहले की वो कुछ कहती …’धाय धाय धाय…’
तीन गोली उसके सीने में जा धंसी ,खून के फुहारे फूटने लगे और…..और मैं दहाड़ मारकर रोने लगा,लेकिन थोड़ी ही देर में मैंने फिर से गन मंत्री के ऊपर ठिका दिया ,
अब वो भी डर से कांप रहा था ...पहली बार उसके चहरे में इतना डर आया था ..
“तुम मुझे नही मार सकते ..”
इस बार मैं हंसा लेकिन उस हँसी में बेहद ही तकलीफ भी मौजूद थी ..
“मेरे पास अब रखा ही क्या है जो मैं खुद को बचाऊंगा,तुमने इतने निर्दोष लोगो को मरवा दिया ,मेरी बीवी जिसे मैं जान से ज्यादा प्यार करता था उसे तुम्हारे वजह से मैंने अपने इसी हाथो से मार दिया,तुम अब कितना जीने की आशा कर रहे हो ……..”
वो डर से कांपने लगा था ..
“एक ही चारा है तुम्हारे पास ,ये लॉकर खोलो और खुद को पुलिस के हवाले कर दो ,वरना जान से जाओ,मेरे पास कुछ खोने को नही है की मैं तुम्हे जिंदा छोड़ दूंगा …”
वो कांपता हुआ भागा और फाइल निकाल कर मेरे हाथो में दे दिया ,मैं उसे पलट कर देखने लगा,इतना सबूत उसे फांसी में चढ़ाने को काफी था,फांसी नही तो उम्रकैद तो हो ही जाएगी …
“बाय बाय मंत्री जी “
मैंने गन उसके ऊपर टिकाई और ‘कट कट ‘
दो गोलियां चलाई लेकिन गन में गोली नही थी लेकिन उस कट कट की आवाज सुनकर मंत्री जी के पेंट में पेशाब जरूर हो गया …………….

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“चेयर ...यार अभी तुमने तो कमाल कर दिया ..”
SP साहब का चहरा खिला हुआ था,हम उन्ही के बंगले में बैठे थे..
“ससपेंड होने के बाद भी इतने खुश हो रहे हो सर “
हम दोनो ही हँस पड़े ..इस केस के ओपन होते ही मीडिया में धूम मच गई ,मंत्री जी तो तुरंत ही मंत्रिमंडल और पार्टी से निकाल दिया गया,लेकिन मीडिया से ये जरूर छुपाया गया था की ये केस आखिर सॉल्व कैसे हुआ,लेकिन फिर भी जांच अधिकारी के तौर पर मेरा नाम मीडिया में कुछ दिनों तक छाया रहा ,वही मेरा साथ देने के लिए SP साहब को भी वाहवाही मिली ,लेकिन डिपार्टमेंट ने हमारे ऊपर अनुशासनात्मक कारवाही कर दी और हम दोनो को ही एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया,ये सब विभाग ने बस खानापूर्ति की तरह किया था वरना सभी बड़े अधिकारीयो ने मेरे काम की खूब सराहना की थी …
“ऐसे बधाई की पात्र तो मोना भी है “
SP साहब ने एक नजर मोना की ओर देखा ,जो हम दोनो को देखकर मुस्कुरा रही थी ,
“नही सर इनके प्लान के बिना ये सब कहा हो पाता ..”
“लेकिन अगर तुम इसका साथ देने की हिम्मत नही दिखती तो ये सब कैसे मुमकिन हो पाता ..”
“ये तो सही बात है मोना तुम्हारे सपोर्ट के बिना ये सब संभव नही था “मोना बस जवाब में मुस्कुरा 
गई ..
“यार अभी लेकिन मुझे एक बात का डर है ,मंत्री को रास्ते से हटाकर कही हमने अब्दुल को शह तो नही दे दी ,उसके रास्ते का सबसे बड़ा काटा तो अब हट गया..”
“सर कांटे को कांटा ही निकालता है,हमारे बीच यही डील थी की वो मंत्री का वफादार बनकर उस फाइल के बारे में पता लगाएगा और उस फाइल को पाने में हमारी मदद करेगा बदले में उसके ऊपर लगे इल्जाम हटा दिए जाएंगे,जिसकी कारवाही मैं कर रहा था,और वो फिर से अपने पिता जैसा वर्चस्व कायम कर पायेगा ,अब मंत्री नही तो उसे किसी के सामने झुकना नही पड़ेगा,उसने सही फैसला किया,एक महीने की गुलामी के बदले फिर से पूरा साम्राज्य …”
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RE: बीवी के गुलाम आशिक़ - by Deadman2 - 26-07-2020, 05:02 PM



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