21-07-2020, 06:16 PM
थोड़ी देर चोदने के बाद राजेश उठा और रेनू को लेटे रहने का इशारा करके अन्दर चला गया. वो एक तकिया और एक जेली ट्यूब लेकर वापस आया. रेनू कुछ समझती उससे पहले ही उसने रेनू की टांगें सीधी कर दी और पैर आसमान की तरफ उठा लिए. राजेश ने रेनू की कमर के नीचे तकिया लगा कर गांड को ऊपर कर लिया.
राजेश ने अपने लंड पर उस जेली को अच्छी तरह लगाया और रेनू की गांड के छेद पर लगा दिया.
मनीष ने कभी रेनू की गांड नहीं मारी थी. रेनू पिछवाड़े से एकदम कुवारी थी. वो कुछ बोलती इससे पहले ही राजेश ने एक जोरदार शाट मारा और आधा लंड रेनू की गांड के पार हो गया.
रेनू जोर से चीखी: नहीईईईइ.....निकालोऊऊऊओ....मरर्रर्र गैईईईईईइ....
मनीष रेनू की चीख सुन कर परेशान हो गया पर राजेश पर कोई फरक नहीं पड़ा. उसने दूसरे शाट में अपना लंड थोडा और रेनू की गांड में घुसेड दिया.
रेनू दर्द से बेहाल थी पर राजेश ने रेनू की टांगों को कसकर पकड़ा और जोर जोर से रेनू की गांड चोदने लगे. राजेश के हर शाट से रेनू की चूंचिया हवा में उछल-कूद करती और रेनू ऊंची आवाज में चिल्लाने लगती. रेनू के चिल्लाने से राजेश का जोश और बढ़ जाता और वो और जोर से चोदने लगता.
रेनू छटपटाने लगी लेकिन वो उसके ऊपर से नहीं हटा. राजेश का लंड रेनू की गांड में उतरता चला गया.
धीरे-धीरे करके राजेश ने अपना पूरा लंड रेनू की गांड में उतार दिया. फिर वो अपनी कमर को हल्के-हल्के हिलाने लगा. उसका लंड रेनू की गांड में हरकत करने लगा और उसके छेद के अंदर-बाहर होते हुए उसकी गांड के छेद पर घर्षण करने लगा.
रेनू कराह रही थी. राजेश ने उसको अपने शरीर के नीचे दबाया हुआ था.
फिर उसने स्पीड एकदम से तेज कर दी और रेनू चीखने लगी.
लेकिन राजेश ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया. वो कुछ देर रुका और फिर उसने अपना हाथ उसके मुंह से हटा लिया. रेनू अब शांत हो गई थी. उसने दोबारा से उसकी गांड को चोदना शुरू किया. एक-दो बार तो रेनू को दर्द महसूस हुआ लेकिन फिर वो भी राजेश से अपनी गांड चुदाई का मजा लेने लगी.
अब रेनू के मुंह से फिर से सिसकारियां निकलने लगीं. राजेश ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और फिर दोनों ही गांड चुदाई का मजा लेने लगे. दोनों के मुंह से कामुक सिसकारियां निकल कर कमरे में गूंजने लगी. आह्ह … स्स्स … हय … ओह्ह … आह्ह … जान … तेरी गांड कितनी टाइट है. मैं तो तेरी गांड पर मर मिटा हूं. राजेश के मुंह से इस तरह के शब्द निकल रहे थे और मेरी बीवी रेनू अपनी गांड चुदवाने में मग्न हो गई थी.
दो मिनट के बाद ही मेरी बीवी अपनी गांड को ऊपर उठाने लगी. राजेश भी जोर से उसकी गांड में धक्के लगाने लगा. दोनों ही चुदाई का आनंद ले रहे थे.
काफी देर रेनू की गांड मारने के बाद राजेश ने अपना लंड रेनू गांड चूत से निकाला और रेनू को कुर्सी पर एक टांग मोड़कर खड़ी कर दिया और फिर पीछे से चूत में लंड पेल दिया.
राजेश पीछे से रेनू की चूत में लंड पेलने लगा और रेनू आगे पीछे होकर चुदाई का मजा लेने लगी. राजेश बहुत जोर जोर से रेनू की चूत चोद रहा था और रेनू की चूंचिया हवा में लहरा रही थी.
थोड़ी देर में राजेश ने लंड को चूत से निकाला और ऐसे ही पीछे से रेनू की गांड में ठूंस दिया. अब रेनू को कोई ख़ास तकलीफ नहीं हुई और राजेश जोर जोर से रेनू की गांड चोदने लगा. रेनू बडे़ मजे से आंखें बंद किए हुए चुद रही थी.
काफी देर तक बालकनी में रेनू की चूत और गांड मारने के बाद अब राजेश वापस रेनू को लेकर बेड पर आ गया और उसकी कमर पकड़ कर दरवाजे की तरफ रेनू का मूह करके उसे अपने लंड पर बिठाने लगा. वो जानता था की मनीष वापस अपनी बीवी की चुदाई देखने आयेगा और ऐसा ही हुआ.
मनीष वापस दौड़ कर दरवाजे पर आ गया और राजेश ने जैसे रेनू को बिठाया था मनीष को दरवाजे से उसकी बीवी का मुह साफ़ दिखाई दे. रेनू भी चुदाई की आग में जल भुन रही थी तो उसने खुद ही राजेश का लंड पकड़ कर अपनी चूत के मूह पर सेट कर दिया.
अभी रेनू ने राजेश का लंड अपनी चूत के मूह पर रखा ही था कि राजेश ने एक ज़ोरदार झटका मारा और आधा लंड रेनू की चूत में घप्प्प से घुस गया.. रेनू की टांगे काँप गयी. दर्द से रेनू पूरी की पूरी काँप रही थी.
इस पोज़िशन में रेनू को ऐसा लग रहा था जैसे कोई उसकी चूत के रास्ते से ज़बरदस्ती अंदर घुस रहा हो.
अभी रेनू संभाल भी नहीं पाई थी की राजेश ने एक और ज़ोर दार झटका मारा और लंड सीधा रेनू की बच्चेदानी पर लगा. रेनू काँपते हुए झड गयी.. रेनू के झड़ते ही रेनू की चूत एक बार फिर से अंदर तक चिकनी और गीली हो गयी.
बस अब और क्या चाहिए था राजेश को. राजेश नीचे से ताबड तोड़ धक्के मारने लगा अभी फिर से कोई मुश्किल से 1.30 मिनिट ही गुज़रा होगा कि रेनू का पूरा बदन फिर से अकड़ने लगा और रेनू अपनी कमर हिलाते हुए झडने लगी.
रेनू करीबन 20-25 सेकेंड तक झड़ती रही अब राजेश एक बार फिर से बिना रेनू को संभालने का मोका दिए पूरी ताक़त से धक्का मार रहा था. राजेश का हर धक्का रेनू की बच्चेदानी को ठोक रहा था.
रेनू को यकीन नहीं हो पा रहा था कि वो राजेश की ऐसी चुदाई बर्दाश्त कर पा रही है और किसी में ऐसा स्टॅमिना हो सकता है. पिछले कई घंटो से राजेश उसकी बिना रुके चुदाई कर रहा था जिसमे वो ना जाने कितनी बार झड चुकी थी. अब तो रेनू की चूत में जलन हो रही थी. और राजेश था कि रुकने का नाम भी नहीं ले रहा था.
अभी फिर से मुश्किल से 2.30 या 3 मिनिट ही हुए थे कि रेनू पूरी तरह से काँप जाती है और फिर एक झटके से अपनी कमर उपर उठा देती है.. काफ़ी देर तक रेनू झड़ती रहती है.
इतनी बार झड़ने के कारण रेनू के शरीर में काफ़ी कमज़ोरी आ गयी थी. रेनू की चूत बुरी तरह से सूज गयी थी.
इतनी चुदाई के बाद अब राजेश का लंड भी हल्की-हल्की जलन करने लग गया था. अब राजेश भी अपना माल छोड़ना चाहता था.. अब राजेश ने रेनू को बिस्तर पर उल्टा पटक कर पीछे से उसकी चूत में ताबड तोड़ झटके मारने लगा ..
करीब 2-3 मिनिट बाद रेनू फिर से झड रही थी लेकिन राजेश ने उसके झड़ते हुए भी चुदाई नहीं रोकी. अब राजेश खुद भी अपने अंतिम चरम सुख की ओर बढ़ रहा था. देखते ही देखते राजेश ने पूरे ज़ोर से अपनी कमर का झटका दिया और राजेश का लंड रेनू की बच्चे दानी के मूह से भिड़ कर अपना माल खाली करने लगा. इतना ज़्यादा माल कि रेनू की चूत पूरी तरह से भर गयी और इतना गाढ़ा माल कि वो आसानी से बहते हुए बाहर भी नहीं आ रहा था. राजेश ने 3-4 धक्के और मार कर अपना पूरा लंड रेनू की चूत में खाली कर दिया.
मनीष राजेश की ऐसी चुदाई देख कर दंग रह गया. उसको भी यकीन नहीं हो रहा था कि राजेश ने अच्छे-अच्छे जवान लोंडो को कहीं पीछे छोड़ दिया था. ऐसी चुदाई तो कोई रंडियों की भी नहीं करता जैसी राजेश ने उसकी बीवी की की थी.
राजेश ने अपने लंड पर उस जेली को अच्छी तरह लगाया और रेनू की गांड के छेद पर लगा दिया.
मनीष ने कभी रेनू की गांड नहीं मारी थी. रेनू पिछवाड़े से एकदम कुवारी थी. वो कुछ बोलती इससे पहले ही राजेश ने एक जोरदार शाट मारा और आधा लंड रेनू की गांड के पार हो गया.
रेनू जोर से चीखी: नहीईईईइ.....निकालोऊऊऊओ....मरर्रर्र गैईईईईईइ....
मनीष रेनू की चीख सुन कर परेशान हो गया पर राजेश पर कोई फरक नहीं पड़ा. उसने दूसरे शाट में अपना लंड थोडा और रेनू की गांड में घुसेड दिया.
रेनू दर्द से बेहाल थी पर राजेश ने रेनू की टांगों को कसकर पकड़ा और जोर जोर से रेनू की गांड चोदने लगे. राजेश के हर शाट से रेनू की चूंचिया हवा में उछल-कूद करती और रेनू ऊंची आवाज में चिल्लाने लगती. रेनू के चिल्लाने से राजेश का जोश और बढ़ जाता और वो और जोर से चोदने लगता.
रेनू छटपटाने लगी लेकिन वो उसके ऊपर से नहीं हटा. राजेश का लंड रेनू की गांड में उतरता चला गया.
धीरे-धीरे करके राजेश ने अपना पूरा लंड रेनू की गांड में उतार दिया. फिर वो अपनी कमर को हल्के-हल्के हिलाने लगा. उसका लंड रेनू की गांड में हरकत करने लगा और उसके छेद के अंदर-बाहर होते हुए उसकी गांड के छेद पर घर्षण करने लगा.
रेनू कराह रही थी. राजेश ने उसको अपने शरीर के नीचे दबाया हुआ था.
फिर उसने स्पीड एकदम से तेज कर दी और रेनू चीखने लगी.
लेकिन राजेश ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया. वो कुछ देर रुका और फिर उसने अपना हाथ उसके मुंह से हटा लिया. रेनू अब शांत हो गई थी. उसने दोबारा से उसकी गांड को चोदना शुरू किया. एक-दो बार तो रेनू को दर्द महसूस हुआ लेकिन फिर वो भी राजेश से अपनी गांड चुदाई का मजा लेने लगी.
अब रेनू के मुंह से फिर से सिसकारियां निकलने लगीं. राजेश ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और फिर दोनों ही गांड चुदाई का मजा लेने लगे. दोनों के मुंह से कामुक सिसकारियां निकल कर कमरे में गूंजने लगी. आह्ह … स्स्स … हय … ओह्ह … आह्ह … जान … तेरी गांड कितनी टाइट है. मैं तो तेरी गांड पर मर मिटा हूं. राजेश के मुंह से इस तरह के शब्द निकल रहे थे और मेरी बीवी रेनू अपनी गांड चुदवाने में मग्न हो गई थी.
दो मिनट के बाद ही मेरी बीवी अपनी गांड को ऊपर उठाने लगी. राजेश भी जोर से उसकी गांड में धक्के लगाने लगा. दोनों ही चुदाई का आनंद ले रहे थे.
काफी देर रेनू की गांड मारने के बाद राजेश ने अपना लंड रेनू गांड चूत से निकाला और रेनू को कुर्सी पर एक टांग मोड़कर खड़ी कर दिया और फिर पीछे से चूत में लंड पेल दिया.
राजेश पीछे से रेनू की चूत में लंड पेलने लगा और रेनू आगे पीछे होकर चुदाई का मजा लेने लगी. राजेश बहुत जोर जोर से रेनू की चूत चोद रहा था और रेनू की चूंचिया हवा में लहरा रही थी.
थोड़ी देर में राजेश ने लंड को चूत से निकाला और ऐसे ही पीछे से रेनू की गांड में ठूंस दिया. अब रेनू को कोई ख़ास तकलीफ नहीं हुई और राजेश जोर जोर से रेनू की गांड चोदने लगा. रेनू बडे़ मजे से आंखें बंद किए हुए चुद रही थी.
काफी देर तक बालकनी में रेनू की चूत और गांड मारने के बाद अब राजेश वापस रेनू को लेकर बेड पर आ गया और उसकी कमर पकड़ कर दरवाजे की तरफ रेनू का मूह करके उसे अपने लंड पर बिठाने लगा. वो जानता था की मनीष वापस अपनी बीवी की चुदाई देखने आयेगा और ऐसा ही हुआ.
मनीष वापस दौड़ कर दरवाजे पर आ गया और राजेश ने जैसे रेनू को बिठाया था मनीष को दरवाजे से उसकी बीवी का मुह साफ़ दिखाई दे. रेनू भी चुदाई की आग में जल भुन रही थी तो उसने खुद ही राजेश का लंड पकड़ कर अपनी चूत के मूह पर सेट कर दिया.
अभी रेनू ने राजेश का लंड अपनी चूत के मूह पर रखा ही था कि राजेश ने एक ज़ोरदार झटका मारा और आधा लंड रेनू की चूत में घप्प्प से घुस गया.. रेनू की टांगे काँप गयी. दर्द से रेनू पूरी की पूरी काँप रही थी.
इस पोज़िशन में रेनू को ऐसा लग रहा था जैसे कोई उसकी चूत के रास्ते से ज़बरदस्ती अंदर घुस रहा हो.
अभी रेनू संभाल भी नहीं पाई थी की राजेश ने एक और ज़ोर दार झटका मारा और लंड सीधा रेनू की बच्चेदानी पर लगा. रेनू काँपते हुए झड गयी.. रेनू के झड़ते ही रेनू की चूत एक बार फिर से अंदर तक चिकनी और गीली हो गयी.
बस अब और क्या चाहिए था राजेश को. राजेश नीचे से ताबड तोड़ धक्के मारने लगा अभी फिर से कोई मुश्किल से 1.30 मिनिट ही गुज़रा होगा कि रेनू का पूरा बदन फिर से अकड़ने लगा और रेनू अपनी कमर हिलाते हुए झडने लगी.
रेनू करीबन 20-25 सेकेंड तक झड़ती रही अब राजेश एक बार फिर से बिना रेनू को संभालने का मोका दिए पूरी ताक़त से धक्का मार रहा था. राजेश का हर धक्का रेनू की बच्चेदानी को ठोक रहा था.
रेनू को यकीन नहीं हो पा रहा था कि वो राजेश की ऐसी चुदाई बर्दाश्त कर पा रही है और किसी में ऐसा स्टॅमिना हो सकता है. पिछले कई घंटो से राजेश उसकी बिना रुके चुदाई कर रहा था जिसमे वो ना जाने कितनी बार झड चुकी थी. अब तो रेनू की चूत में जलन हो रही थी. और राजेश था कि रुकने का नाम भी नहीं ले रहा था.
अभी फिर से मुश्किल से 2.30 या 3 मिनिट ही हुए थे कि रेनू पूरी तरह से काँप जाती है और फिर एक झटके से अपनी कमर उपर उठा देती है.. काफ़ी देर तक रेनू झड़ती रहती है.
इतनी बार झड़ने के कारण रेनू के शरीर में काफ़ी कमज़ोरी आ गयी थी. रेनू की चूत बुरी तरह से सूज गयी थी.
इतनी चुदाई के बाद अब राजेश का लंड भी हल्की-हल्की जलन करने लग गया था. अब राजेश भी अपना माल छोड़ना चाहता था.. अब राजेश ने रेनू को बिस्तर पर उल्टा पटक कर पीछे से उसकी चूत में ताबड तोड़ झटके मारने लगा ..
करीब 2-3 मिनिट बाद रेनू फिर से झड रही थी लेकिन राजेश ने उसके झड़ते हुए भी चुदाई नहीं रोकी. अब राजेश खुद भी अपने अंतिम चरम सुख की ओर बढ़ रहा था. देखते ही देखते राजेश ने पूरे ज़ोर से अपनी कमर का झटका दिया और राजेश का लंड रेनू की बच्चे दानी के मूह से भिड़ कर अपना माल खाली करने लगा. इतना ज़्यादा माल कि रेनू की चूत पूरी तरह से भर गयी और इतना गाढ़ा माल कि वो आसानी से बहते हुए बाहर भी नहीं आ रहा था. राजेश ने 3-4 धक्के और मार कर अपना पूरा लंड रेनू की चूत में खाली कर दिया.
मनीष राजेश की ऐसी चुदाई देख कर दंग रह गया. उसको भी यकीन नहीं हो रहा था कि राजेश ने अच्छे-अच्छे जवान लोंडो को कहीं पीछे छोड़ दिया था. ऐसी चुदाई तो कोई रंडियों की भी नहीं करता जैसी राजेश ने उसकी बीवी की की थी.