18-07-2020, 10:22 PM
Update with a slight turn of events
अगले दिन विजय ने सुरभि को बताया की उसके बॉस की लड़की की मैरिज फिक्स हुई है और उन लोगों को उसके
बॉस के यहाँ शादी में जाना है. सुरभि ये बात सुनकर खुश हो गयी उसे शादियों में सज धज के जाना बहुत पसंद था जयपुर में वैसे भी शादियों में बहुत मजा आता था. और फिर तो ये विजय के अरबपति बॉस की लड़की की शादी थी. सुरभि जाने के लिए बेताब हो उठी. कुछ समय के लिए वो अपने चुदाई प्रकरण को भी भूल सी गयी. दो दिन रोहित भी किन्ही कामों में बिजी रहने के कारण सुरभि को कॉल नहीं कर पाया. और फिर वो दिन आया जिस दिन सुरभि को शादी में जाना था.
सुरभि ने जब आइने में अपने आप को देखा तो उसकी ख़ुद की आँखें नशीली हो गयी. यूँ तो विजय शादी के बाद अपने ऑफिस के ख़ास लोगों को घर पर दावत दे चुका था पर उस वक़्त उसके माँ बाप भी यही थे और सुरभि नयी नवेली दुल्हन थी इसलिए ज्यादा लोग उसके दीदार नहीं कर सके थे. आज विजय की ही फरमाइश पर उसने अपना ये सेक्सी रूप धारण किया था जिसमे उसने नेट वाली हलके गुलाबी रंग की साडी पहनी थी उस पर उसका डीप नैक डिज़ाइनर ब्लाउज उसके दूधिया बूब्स के तीन चौथाई दर्शन करवा रहा था. उसने बड़ी चंचलता से अपने पल्लू से ब्लाउज कवर किया पर नेट वाला भाग ऊपर आने से उसके बूब्स मदमस्त होकर झाँकने लगे. उसके गोरे रंग पर हलके मेकअप ने गजब ही ढा दिया था.
“अरे सुरभि तुम रेडी हुई की नहीं.....ओह wow..!!!” सुरभि पर नजर पड़ते ही विजय के होश फाख्ता हो गए.. उसे पीछे से उसको बाहों में भरते हुए कहा,
“आज बॉस को मारोगी लगता है.”
“क्यों ...सिर्फ बॉस ही होंगे क्या शादी में.”
“अरे होंगे तो बहुत से लोग लेकिन सबसे ज्यादा खतरा मुझे अपने बॉस से ही है.”
“अरे लड़की के बाप को कहाँ इतनी फुर्सत होगी की वो मुझे देखे” सुरभि इठलाती हुई बोली.
विजय को भी मानना पड़ा की उसका बॉस चाहे कितना भी लीचड़ हो पर आज के दिन तो उसे लड़की के बाप का फ़र्ज़ निभाना ही होगा.
थोड़ी देर बाद विजय की आल्टो बॉस के आलिशान मेन्शन में प्रवेश कर रही थी. सुरभि की तो आँखें फटी की फटी रह गयी इतना आलिशान कोठी देख कर. यूँ तो वो शहर की पड़ी लिखी थी और काफी मॉडर्न भी पर थी वो एक अपर मिडिल क्लास की युवती उसने फिल्मों में तो ऐसे भवन देखे थे पर आज पहली बार ख़ुद उसमे प्रवेश कर रही थी.
“wow विजय कितना सुन्दर बंगलो है.” विजय एक बार बॉस के साथ आया हुआ था इसलिए उसके लिए नयी बात नहीं थी.
“हाँ सुरभि. और अन्दर का इंटीरियर तो और भी शानदार है.” सुरभि वाकई काफी इम्प्रेस हो गयी थी
जैसे ही वो लोग मेन गेट पर पहुचे बॉस सामने ही मिल गए. विजय के बॉस मिस्टर राजीव रहेजा पचास वर्ष की उम्र का लम्बा चौडा प्रभावशाली व्यक्तित्व का स्वामी था. वो पहली बार सुरभि को देख रहा था और जैसा की उसका नेचर था इतनी सेक्सी युवती को देख कर तुरंत उसके लंड में हलचल होने लगी पर तुरंत उसने अपना ध्यान विजय की ओर किया और गर्मजोशी से उससे हाथ मिलाया और बोला
”इतना काम है तुम्हारे भरोसे और तुम लोग अब आ रहे हो.”
विजय अपने बॉस की इस गर्मजोशी से बहुत प्रसन्न हो गया और तुरन एक टिपिकल स्टाफ की तरह बोला
“हाँ बॉस बताइए क्या काम है.”
“अरे अपनी भाभी के पास जाओ वो ही बताएगी.. पर पहले हमे अपनी ब्यूटीफुल वाइफ से नहीं मिलवाओगे?”
“ओह्ह हाँ सुरभि ... ये मेरे बॉस है और बॉस ये है सुरभि.” सुरभि पहले ही बॉस की शानोशौकत से प्रभावित हो चुकी थी उस पर बॉस का उसे ब्यूटीफुल वाइफ संबोधित करना. उसने शर्मा कर हाथ जोड़ने की कोशिश की पर उससे पहले ही बॉस ने उसके दोनों हाथ थाम लिए
“वाकई सुरभि आज तुमसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई.. आज यहाँ आ कर तुमने आज के फंक्शन में चार चाँद लगा दिए.”
बॉस के इस तरह हाथ पकडे जाने से सुरभि के रोंये खड़े हो गये पर वो कुछ न कह कर सिर्फ मुस्कुरा ही सकी.
“चलो तुम दोनों अन्दर जायो और भाभी से मिलो.” कहकर जाते जाते भी बॉस ने सुरभि की नंगी पीठ पर हाथ रखना मिस नहीं किया. सुरभि के रोंगटे फिर से खड़े हो गये. ‘बॉस वाकई में बहुत बड़ा फ़्लर्ट है ‘ सुरभि ने मन में सोचा. अन्दर घुसते ही मिसेज रहेजा ने उनका स्वागत किया . वो विजय को जानती थी पर सुरभि से वो भी बड़ी गर्म जोशी से मिली. सुरभि ने देखा की वो करीब 45 वर्ष की आकर्षक महिला थी जिन्होंने काफी मेहेंगी सफ़ेद रंग की साड़ी और मैचिंग ब्लाउज पहना था सुरभि अपने क्लीवेज को छुपाने की कोशिश में लगी थी और यहाँ मिसेज रहेजा ने उसे भी डीप गला पहना था जिसके अन्दर उनका मंगल सूत्र गोते लगा रहा था. वो अपनी उस दूधिया घाटी को छुपाने की बिलकुल भी कोशिश नहीं कर रही थी.
“विजय .. वो मिस्टर सक्सेना उधर है तुम उनके साथ सारे arrangements चेक कर लो. और सुरभि तुम मेरे साथ आओ.” कहकर उन्होंने सुरभि का हाथ पकड़ा और अपने साथ खींच ले चली. सुरभि ने जाते जाते एक बार विजय की ओर देखना चाहा पर तब तक विजय दूसरी तरफ मुड चुका था. सुरभि को लग रहा था की वो लोग मेहमान बन कर आये है फंक्शन अटेंड करेंगे और निकल लेंगे पर यहाँ तो ऐसा लग रहा है की शादी के सारे कामो में उन्हें हाथ बटाना पड़ेगा. आखिर बॉस की लड़की की शादी थी. बॉस की लड़की कृति रहेजा एक बेहद मॉडर्न लड़की थी जिसकी शादी उसके बचपन के दोस्त अजित के साथ होने वाली थी जो की उसके पिता रहेजा के दोस्त खुराना का बेटा था.
सुरभि मिसेज रहेजा के साथ लगभग दौड़ती हुई बंगले के पीछे के हिस्से में पहुची जहाँ एक स्विमिंग पूल और उससे लगता हुआ बड़ा सा गार्डन था इतने बड़े हिस्से में लोग आजकल मैरिज हॉल बनवा लेते है. गार्डन में काफी सारी महिलाये एकत्रित थी और एक यंग सी लड़की सबको डायरेक्शन दे रही थी. सुरभि को पता चला की वो इवेंट मैनेजमेंट कंपनी से आई थी और शादी के सारे फंक्शन करने का जिम्मा उसका था. सुरभि ने राहत की सांस ली चलो इतनी सुन्दर साड़ी पहेन कर यहाँ काम तो नहीं करना पड़ेगा.
“ये लो मेरी पार्टनर आ गयी” मिसेज रहेजा ने announce किया जो की सुरभि के भी समझ नहीं आया.
“wow आंटी योर पार्टनर इज वैरी सेक्सी.” वो लड़की जिसका नाम रूचि था बोली. सुरभि एकदम से अपने बारे में सेक्सी सुनकर शर्मा गयी.
“किसलिए पार्टनर “? सुरभि को कुछ समझ नहीं आया तो वो बोली.
“अरे अभी हमारा डांस का प्रोग्राम होगा न उसमे तुम मेरी पार्टनर होगी.
“डांस ओह माय गॉड, लेकिन मैंने तो कोई प्रिपरेशन नहीं की.” सुरभि एक शानदार डांसर थी पर किसी भी स्टेज पर डांस करने से पहले प्रिपरेशन तो ज़रूरी होती है.
“चिंता मत करो अभी रूचि हमें prepare करवा देगी. प्रोग्राम एक घंटे के बाद है.”
“एक घंटा ... पर...”
“अरे चलो हम लोग उस तरफ चल कर प्रैक्टिस करते है.” रूचि ने उन दोनों को बुलाया.
सुरभि देख रही थी की और भी कई हाई प्रोफाइल लगने वाली महिलाएं उसे जलन भरी नज़रो से देख रही थी.
वे लोग गार्डन के एक कोने पर आ गए जहाँ आस पास कोई नहीं था. रूचि के हाथ में एक ब्लूटूथ स्पीकर था जिस पर वो अपने मोबाइल से सोंग बजने वाली थी.
“देखो आंटी आप इस सोंग में हीरो हैं और सुरभि दी आपकी हीरोइन बनेगी.” सुरभि को अच्छा लगा जब रूचि ने उसे ‘दी’ संबोधित किया न की आंटी
“मतलब मुझे हीरो की ड्रेस में चेंज करना होगा.”
“हाँ मैंने बैग में ड्रेस रखी है.”
“पर मैं तो कोई ड्रेस नहीं लायी.” सुरभि टेंशन में बोली.. वो सोच रही थी की कहाँ फंस गयी वो.
“आपको ड्रेस नहीं चेंज करनी है “ सुरभि ने शान्ति की साँस ली पर फिर उसकी सांस ऊपर की ऊपर रह गयी जब उसने देखा की मिसेज रहेजा ने बड़ी फुर्ती से अपनी महंगी साड़ी बिना किसी परवाह के उतार कर रूचि को दे दी और रूचि उसे तह कर ही रही थी की उन्होंने अपना पेटीकोट भी उतार दिया. अब वो ब्लाउज और पर्पल कलर की पेंटी में बेशर्मी से खड़ी थी. उनकी गोरी मखमली टाँगे एक जवान कन्या की तरह चमक रही थी उन्हें कोई भी परवाह नहीं थी पर सुरभि इधर उधर देख रही थी की कही कोई देख तो नहीं रहा है. थैंक गॉड उन्होंने अपनी पेंटी नहीं उतारी और रूचि द्वारा दी हुई एक ब्लैक कैपरी पहेन ली फिर उन्होंने अपना ब्लाउज उतर दिया और पर्पल ब्रा में उनके दूधिया मखमली बूब्स सुरभि के सामने थे. मिसेज रहेजा ने सुरभि को आँखें फाड़े अपने बूब्स की ओर देखते हुए देखा तो उन्होंने शरारती लहजे में उसे आँख मार दी . सुरभि शर्मा कर इधर उधर देखने लगी. रूचि ने मिसेज रहेजा को एक ढीली सी शर्ट दी जो उन्होंने पहन कर उसकी बाहें फोल्ड कर ली.
“किस गाने पर डांस करना है.” सुरभि ने रूचि से पुछा .
“वो एक भोजपुरी गाना है.”
“भोजपुरी ..... वो तो एकदम चीप गाने “
“बोल मत देना वो इंडिया के लोकगीत है.. हाँ डबल मीनिंग होते है पर इंडिया के हर स्टेट में ऐसे गाने बजते है. एक्चुअली सभी को अपनी नेटिव भाषा से अलग भाषा का लोकगीत गाना है, मैडम चूँकि पंजाबी है इसलिए उन्होंने भोजपुरी चुना.”
“पर कौन सा गाना है.”
“गाना सुनोगी तो कान के बाल जल जायेगे तुम्हारे.” रूचि शरारती मुस्कराहट के साथ बोली.
“कौन सा ?’
“छेदा में लबेदा जब जायेगा.”
“मतलब?”
“मतलब से क्या लेना तुम्हे दी, बस बीट्स पकड़नी है और वल्गर मूवमेंट के साथ डांस करना है... वल्गर नहीं हुआ तो प्राइज नहीं मिलेगा.” रूचि आँख मारती है और मिसेज रहेजा खिलखिला कर हंसती है.” सुरभि के कुछ समझ नहीं आ रहा था . रूचि इसी गाने को उसे यु ट्यूब पर दिखाती है. गाना बहुत सेक्सी और वल्गर मूवमेंट वाला था पर सुरभि को एक बात से तसल्ली हुई की उसे किसी मर्द के साथ नहीं बल्कि मिसेज रहेजा के साथ ये डांस करना है क्योंकि उसमें हीरो कई बार दर्शको की मांग पर हीरोइन के बूब्स दबा रहा था और कई बार हीरोइन अपने आप को झुका कर अपने बूब्स के दर्शन करवा रही थी. सुरभि सोच रही थी की आज ही उसने इतने डीप गले का ब्लाउज पहने है जरा सा झुकते ही दोनों बूब्स बाहर न आ जाये.
“वैसे ये लेडीज का ही प्रोग्राम होगा ना.” सुरभि अपने को तसल्ली देने के अंदाज में पूछती है.
“अरे पागल हो क्या सारे मर्द वहां स्टेज के पास चीप अंदाज में इन डांस को देखेंगे और जो डांस ज्यादा पसंद आएगा वो उन पर रूपये भी लुटाएंगे. ज्यादा पसंद आया तो ब्लाउज में नोट ठूस देंगे फिर और ज्यादा पसंद आया तो पेंटी में हे हे हे . ऐसा इवेंट है जो तुमने सोचा भी नहीं होगा. बड़े बड़े बिजनेसमैन, ऑफिसर्स, प्रोफेसर्स ऐसे बर्ताव करेंगे जैसे देहाती गाँव के लुख्खे करते है.”
“पर वो विजय भी वहां होगा तो वो देखेगा तो क्या बोलेगा.”
“अरे विजय को तो पूरी थीम पता है उसने ही तो सारे मेहमानों के देहाती लगने वाले कपड़ो का इंतजाम किया है. कपडे सारे टॉप क्वालिटी है बस पहनावा देहाती होगा जब प्रोग्राम शुरू होगा तो ऐसा लगेगा ही नहीं की ये कोई हाई क्लास सोसाइटी की शादी है. ऐसा लगेगा जैसे किसी ठेट देहात में किसी सरपंच की बेटी की शादी है.” मिसेज रहेजा ने उसे बताया और आँख मारी. और फिर बोली
“चलो रिहर्सल करते हैं.”
अगले दिन विजय ने सुरभि को बताया की उसके बॉस की लड़की की मैरिज फिक्स हुई है और उन लोगों को उसके
बॉस के यहाँ शादी में जाना है. सुरभि ये बात सुनकर खुश हो गयी उसे शादियों में सज धज के जाना बहुत पसंद था जयपुर में वैसे भी शादियों में बहुत मजा आता था. और फिर तो ये विजय के अरबपति बॉस की लड़की की शादी थी. सुरभि जाने के लिए बेताब हो उठी. कुछ समय के लिए वो अपने चुदाई प्रकरण को भी भूल सी गयी. दो दिन रोहित भी किन्ही कामों में बिजी रहने के कारण सुरभि को कॉल नहीं कर पाया. और फिर वो दिन आया जिस दिन सुरभि को शादी में जाना था.
सुरभि ने जब आइने में अपने आप को देखा तो उसकी ख़ुद की आँखें नशीली हो गयी. यूँ तो विजय शादी के बाद अपने ऑफिस के ख़ास लोगों को घर पर दावत दे चुका था पर उस वक़्त उसके माँ बाप भी यही थे और सुरभि नयी नवेली दुल्हन थी इसलिए ज्यादा लोग उसके दीदार नहीं कर सके थे. आज विजय की ही फरमाइश पर उसने अपना ये सेक्सी रूप धारण किया था जिसमे उसने नेट वाली हलके गुलाबी रंग की साडी पहनी थी उस पर उसका डीप नैक डिज़ाइनर ब्लाउज उसके दूधिया बूब्स के तीन चौथाई दर्शन करवा रहा था. उसने बड़ी चंचलता से अपने पल्लू से ब्लाउज कवर किया पर नेट वाला भाग ऊपर आने से उसके बूब्स मदमस्त होकर झाँकने लगे. उसके गोरे रंग पर हलके मेकअप ने गजब ही ढा दिया था.
“अरे सुरभि तुम रेडी हुई की नहीं.....ओह wow..!!!” सुरभि पर नजर पड़ते ही विजय के होश फाख्ता हो गए.. उसे पीछे से उसको बाहों में भरते हुए कहा,
“आज बॉस को मारोगी लगता है.”
“क्यों ...सिर्फ बॉस ही होंगे क्या शादी में.”
“अरे होंगे तो बहुत से लोग लेकिन सबसे ज्यादा खतरा मुझे अपने बॉस से ही है.”
“अरे लड़की के बाप को कहाँ इतनी फुर्सत होगी की वो मुझे देखे” सुरभि इठलाती हुई बोली.
विजय को भी मानना पड़ा की उसका बॉस चाहे कितना भी लीचड़ हो पर आज के दिन तो उसे लड़की के बाप का फ़र्ज़ निभाना ही होगा.
थोड़ी देर बाद विजय की आल्टो बॉस के आलिशान मेन्शन में प्रवेश कर रही थी. सुरभि की तो आँखें फटी की फटी रह गयी इतना आलिशान कोठी देख कर. यूँ तो वो शहर की पड़ी लिखी थी और काफी मॉडर्न भी पर थी वो एक अपर मिडिल क्लास की युवती उसने फिल्मों में तो ऐसे भवन देखे थे पर आज पहली बार ख़ुद उसमे प्रवेश कर रही थी.
“wow विजय कितना सुन्दर बंगलो है.” विजय एक बार बॉस के साथ आया हुआ था इसलिए उसके लिए नयी बात नहीं थी.
“हाँ सुरभि. और अन्दर का इंटीरियर तो और भी शानदार है.” सुरभि वाकई काफी इम्प्रेस हो गयी थी
जैसे ही वो लोग मेन गेट पर पहुचे बॉस सामने ही मिल गए. विजय के बॉस मिस्टर राजीव रहेजा पचास वर्ष की उम्र का लम्बा चौडा प्रभावशाली व्यक्तित्व का स्वामी था. वो पहली बार सुरभि को देख रहा था और जैसा की उसका नेचर था इतनी सेक्सी युवती को देख कर तुरंत उसके लंड में हलचल होने लगी पर तुरंत उसने अपना ध्यान विजय की ओर किया और गर्मजोशी से उससे हाथ मिलाया और बोला
”इतना काम है तुम्हारे भरोसे और तुम लोग अब आ रहे हो.”
विजय अपने बॉस की इस गर्मजोशी से बहुत प्रसन्न हो गया और तुरन एक टिपिकल स्टाफ की तरह बोला
“हाँ बॉस बताइए क्या काम है.”
“अरे अपनी भाभी के पास जाओ वो ही बताएगी.. पर पहले हमे अपनी ब्यूटीफुल वाइफ से नहीं मिलवाओगे?”
“ओह्ह हाँ सुरभि ... ये मेरे बॉस है और बॉस ये है सुरभि.” सुरभि पहले ही बॉस की शानोशौकत से प्रभावित हो चुकी थी उस पर बॉस का उसे ब्यूटीफुल वाइफ संबोधित करना. उसने शर्मा कर हाथ जोड़ने की कोशिश की पर उससे पहले ही बॉस ने उसके दोनों हाथ थाम लिए
“वाकई सुरभि आज तुमसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई.. आज यहाँ आ कर तुमने आज के फंक्शन में चार चाँद लगा दिए.”
बॉस के इस तरह हाथ पकडे जाने से सुरभि के रोंये खड़े हो गये पर वो कुछ न कह कर सिर्फ मुस्कुरा ही सकी.
“चलो तुम दोनों अन्दर जायो और भाभी से मिलो.” कहकर जाते जाते भी बॉस ने सुरभि की नंगी पीठ पर हाथ रखना मिस नहीं किया. सुरभि के रोंगटे फिर से खड़े हो गये. ‘बॉस वाकई में बहुत बड़ा फ़्लर्ट है ‘ सुरभि ने मन में सोचा. अन्दर घुसते ही मिसेज रहेजा ने उनका स्वागत किया . वो विजय को जानती थी पर सुरभि से वो भी बड़ी गर्म जोशी से मिली. सुरभि ने देखा की वो करीब 45 वर्ष की आकर्षक महिला थी जिन्होंने काफी मेहेंगी सफ़ेद रंग की साड़ी और मैचिंग ब्लाउज पहना था सुरभि अपने क्लीवेज को छुपाने की कोशिश में लगी थी और यहाँ मिसेज रहेजा ने उसे भी डीप गला पहना था जिसके अन्दर उनका मंगल सूत्र गोते लगा रहा था. वो अपनी उस दूधिया घाटी को छुपाने की बिलकुल भी कोशिश नहीं कर रही थी.
“विजय .. वो मिस्टर सक्सेना उधर है तुम उनके साथ सारे arrangements चेक कर लो. और सुरभि तुम मेरे साथ आओ.” कहकर उन्होंने सुरभि का हाथ पकड़ा और अपने साथ खींच ले चली. सुरभि ने जाते जाते एक बार विजय की ओर देखना चाहा पर तब तक विजय दूसरी तरफ मुड चुका था. सुरभि को लग रहा था की वो लोग मेहमान बन कर आये है फंक्शन अटेंड करेंगे और निकल लेंगे पर यहाँ तो ऐसा लग रहा है की शादी के सारे कामो में उन्हें हाथ बटाना पड़ेगा. आखिर बॉस की लड़की की शादी थी. बॉस की लड़की कृति रहेजा एक बेहद मॉडर्न लड़की थी जिसकी शादी उसके बचपन के दोस्त अजित के साथ होने वाली थी जो की उसके पिता रहेजा के दोस्त खुराना का बेटा था.
सुरभि मिसेज रहेजा के साथ लगभग दौड़ती हुई बंगले के पीछे के हिस्से में पहुची जहाँ एक स्विमिंग पूल और उससे लगता हुआ बड़ा सा गार्डन था इतने बड़े हिस्से में लोग आजकल मैरिज हॉल बनवा लेते है. गार्डन में काफी सारी महिलाये एकत्रित थी और एक यंग सी लड़की सबको डायरेक्शन दे रही थी. सुरभि को पता चला की वो इवेंट मैनेजमेंट कंपनी से आई थी और शादी के सारे फंक्शन करने का जिम्मा उसका था. सुरभि ने राहत की सांस ली चलो इतनी सुन्दर साड़ी पहेन कर यहाँ काम तो नहीं करना पड़ेगा.
“ये लो मेरी पार्टनर आ गयी” मिसेज रहेजा ने announce किया जो की सुरभि के भी समझ नहीं आया.
“wow आंटी योर पार्टनर इज वैरी सेक्सी.” वो लड़की जिसका नाम रूचि था बोली. सुरभि एकदम से अपने बारे में सेक्सी सुनकर शर्मा गयी.
“किसलिए पार्टनर “? सुरभि को कुछ समझ नहीं आया तो वो बोली.
“अरे अभी हमारा डांस का प्रोग्राम होगा न उसमे तुम मेरी पार्टनर होगी.
“डांस ओह माय गॉड, लेकिन मैंने तो कोई प्रिपरेशन नहीं की.” सुरभि एक शानदार डांसर थी पर किसी भी स्टेज पर डांस करने से पहले प्रिपरेशन तो ज़रूरी होती है.
“चिंता मत करो अभी रूचि हमें prepare करवा देगी. प्रोग्राम एक घंटे के बाद है.”
“एक घंटा ... पर...”
“अरे चलो हम लोग उस तरफ चल कर प्रैक्टिस करते है.” रूचि ने उन दोनों को बुलाया.
सुरभि देख रही थी की और भी कई हाई प्रोफाइल लगने वाली महिलाएं उसे जलन भरी नज़रो से देख रही थी.
वे लोग गार्डन के एक कोने पर आ गए जहाँ आस पास कोई नहीं था. रूचि के हाथ में एक ब्लूटूथ स्पीकर था जिस पर वो अपने मोबाइल से सोंग बजने वाली थी.
“देखो आंटी आप इस सोंग में हीरो हैं और सुरभि दी आपकी हीरोइन बनेगी.” सुरभि को अच्छा लगा जब रूचि ने उसे ‘दी’ संबोधित किया न की आंटी
“मतलब मुझे हीरो की ड्रेस में चेंज करना होगा.”
“हाँ मैंने बैग में ड्रेस रखी है.”
“पर मैं तो कोई ड्रेस नहीं लायी.” सुरभि टेंशन में बोली.. वो सोच रही थी की कहाँ फंस गयी वो.
“आपको ड्रेस नहीं चेंज करनी है “ सुरभि ने शान्ति की साँस ली पर फिर उसकी सांस ऊपर की ऊपर रह गयी जब उसने देखा की मिसेज रहेजा ने बड़ी फुर्ती से अपनी महंगी साड़ी बिना किसी परवाह के उतार कर रूचि को दे दी और रूचि उसे तह कर ही रही थी की उन्होंने अपना पेटीकोट भी उतार दिया. अब वो ब्लाउज और पर्पल कलर की पेंटी में बेशर्मी से खड़ी थी. उनकी गोरी मखमली टाँगे एक जवान कन्या की तरह चमक रही थी उन्हें कोई भी परवाह नहीं थी पर सुरभि इधर उधर देख रही थी की कही कोई देख तो नहीं रहा है. थैंक गॉड उन्होंने अपनी पेंटी नहीं उतारी और रूचि द्वारा दी हुई एक ब्लैक कैपरी पहेन ली फिर उन्होंने अपना ब्लाउज उतर दिया और पर्पल ब्रा में उनके दूधिया मखमली बूब्स सुरभि के सामने थे. मिसेज रहेजा ने सुरभि को आँखें फाड़े अपने बूब्स की ओर देखते हुए देखा तो उन्होंने शरारती लहजे में उसे आँख मार दी . सुरभि शर्मा कर इधर उधर देखने लगी. रूचि ने मिसेज रहेजा को एक ढीली सी शर्ट दी जो उन्होंने पहन कर उसकी बाहें फोल्ड कर ली.
“किस गाने पर डांस करना है.” सुरभि ने रूचि से पुछा .
“वो एक भोजपुरी गाना है.”
“भोजपुरी ..... वो तो एकदम चीप गाने “
“बोल मत देना वो इंडिया के लोकगीत है.. हाँ डबल मीनिंग होते है पर इंडिया के हर स्टेट में ऐसे गाने बजते है. एक्चुअली सभी को अपनी नेटिव भाषा से अलग भाषा का लोकगीत गाना है, मैडम चूँकि पंजाबी है इसलिए उन्होंने भोजपुरी चुना.”
“पर कौन सा गाना है.”
“गाना सुनोगी तो कान के बाल जल जायेगे तुम्हारे.” रूचि शरारती मुस्कराहट के साथ बोली.
“कौन सा ?’
“छेदा में लबेदा जब जायेगा.”
“मतलब?”
“मतलब से क्या लेना तुम्हे दी, बस बीट्स पकड़नी है और वल्गर मूवमेंट के साथ डांस करना है... वल्गर नहीं हुआ तो प्राइज नहीं मिलेगा.” रूचि आँख मारती है और मिसेज रहेजा खिलखिला कर हंसती है.” सुरभि के कुछ समझ नहीं आ रहा था . रूचि इसी गाने को उसे यु ट्यूब पर दिखाती है. गाना बहुत सेक्सी और वल्गर मूवमेंट वाला था पर सुरभि को एक बात से तसल्ली हुई की उसे किसी मर्द के साथ नहीं बल्कि मिसेज रहेजा के साथ ये डांस करना है क्योंकि उसमें हीरो कई बार दर्शको की मांग पर हीरोइन के बूब्स दबा रहा था और कई बार हीरोइन अपने आप को झुका कर अपने बूब्स के दर्शन करवा रही थी. सुरभि सोच रही थी की आज ही उसने इतने डीप गले का ब्लाउज पहने है जरा सा झुकते ही दोनों बूब्स बाहर न आ जाये.
“वैसे ये लेडीज का ही प्रोग्राम होगा ना.” सुरभि अपने को तसल्ली देने के अंदाज में पूछती है.
“अरे पागल हो क्या सारे मर्द वहां स्टेज के पास चीप अंदाज में इन डांस को देखेंगे और जो डांस ज्यादा पसंद आएगा वो उन पर रूपये भी लुटाएंगे. ज्यादा पसंद आया तो ब्लाउज में नोट ठूस देंगे फिर और ज्यादा पसंद आया तो पेंटी में हे हे हे . ऐसा इवेंट है जो तुमने सोचा भी नहीं होगा. बड़े बड़े बिजनेसमैन, ऑफिसर्स, प्रोफेसर्स ऐसे बर्ताव करेंगे जैसे देहाती गाँव के लुख्खे करते है.”
“पर वो विजय भी वहां होगा तो वो देखेगा तो क्या बोलेगा.”
“अरे विजय को तो पूरी थीम पता है उसने ही तो सारे मेहमानों के देहाती लगने वाले कपड़ो का इंतजाम किया है. कपडे सारे टॉप क्वालिटी है बस पहनावा देहाती होगा जब प्रोग्राम शुरू होगा तो ऐसा लगेगा ही नहीं की ये कोई हाई क्लास सोसाइटी की शादी है. ऐसा लगेगा जैसे किसी ठेट देहात में किसी सरपंच की बेटी की शादी है.” मिसेज रहेजा ने उसे बताया और आँख मारी. और फिर बोली
“चलो रिहर्सल करते हैं.”