15-07-2020, 01:49 PM
रेनू राजेश के मूह से सीधे सीधे लफ़्ज़ों मे अपने साथ होने वाले अगले पलो के बारे मे सुनकर शरमा जाती है. मज़े की बात ये ही थी कि अभी तक रेनू राजेश के खड़े हथियार के दर्शन नहीं कर पाई. लेकिन अब उसके मन मे भी राजेश के हथियार को देखने की लालसा आ चुकी थी दरअसल अब रेनू चाहती थी कि उसकी ताबडतोड़ चुदाई हो. लेकिन वो अब भी खुल कर बोलने मे शरमा रही थी.
राजेश मन मे सोचता है की ये तो अब भी शरमा रही है अच्छा है. शर्म तो औरत का गहना होती है. तू शरमाती रहना और मैं तेरी मारता रहूँगा. धीरे-धीरे राजेश रेनू के बदन के उपर जाने लगता है एक बार फिर से रेनू राजेश के लंड को नहीं देख पाती वो चुपके चुपके कोशिश तो कर रही थी लेकिन राजेश उसे दिखा नहीं रहा था. तभी राजेश रेनू की गर्दन को किस करते हुए.
राजेश: मेरी जान अब तेरी बारी है मुझे प्यार करने की. मेरे हथियार को खड़ा करने की. ताकि ये तुझे बेपनाह प्यार कर सके और तेरी चूत की कुटाई करके तेरे बदन को ठंडा कर सके.
रेनू राजेश की ये बात सुन कर बिल्कुल शरमा जाती है लेकिन अगले ही पल राजेश रेनू को बिस्तर पर बिठा देता है और खुद उसके सामने खड़ा हो जाता है. रेनू की आँखों के सामने राजेश का मोटा तगड़ा लंड था जिसे देख कर रेनू शॉक में आ जाती है और उसका दिल दुगुनी स्पीड से दौड़ने लगता है.
इतना भयानक हथियार रेनू ने पहले कभी नहीं देखा था. ना ही उसके पति के पास ऐसा हथियार था और न ही उसके शादी के पहले के बॉय फ्रेंड के पास. उन दोनों का लंड भी आम लोगो की तरह 5 या 5.5 इंच का रहा होगा लेकिन राजेश अपने 8-8.5 इंच के लंड को लेकर खड़ा था.
रेनू अपनी आँखों के सामने भयानक दिख रहे राजेश के लंड को देख कर शॉक रह जाती है. रेनू अभी अपने ख्यालों मे ही गुम थी कि राजेश की आवाज़ रेनू को उसके ख्यालों से बाहर निकाल लाती है..
राजेश: पसंद आया तुम्हे
राजेश रेनू से ऐसे पूछते हुए अपने लंड को अपने हाथों से मसल्ने लगता है..
रेनू राजेश की आवाज़ ठीक से सुन नहीं पाई वो तो बस राजेश की अचानक आवाज़ सुन कर अपने ख्यालों से बाहर निकली थी. रेनू राजेश को अपना लंड मसल्ते देख रही थी.
राजेश एक बार फिर से रेनू से सवाल पूछता है..
राजेश: रेनू पसंद आया मेरा हथियार..
रेनू डरी सहमी सी राजेश की आँखों मे देखती है. रेनू के मूह से बस इतना ही निकल पाया..
रेनू: इतना बड़ा…..
राजेश: अरे मेरी जान तुझे सिर्फ़ यही खुश कर सकता है.. इसके अलावा दूसरा तुम्हे वो खुशी नहीं दे पाएगा..
रेनू राजेश की ये बात सुन कर फिर से ख्यालों की दुनिया में जाकर सोचने लगती है कि अगर इसे मेने ग़लती से ले भी लिया तो दूसरा लेने के काबिल मे बचूंगी ही कहाँ.. यही मुझे मार डालेगा..
राजेश रेनू का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर हाथ रखता है.. रेनू एक दम स्लो मोशन मे जैसा राजेश कर रहा था वैसे होने देती है. दर असल इस वक़्त रेनू का दिमाग़ सुन्न हो चुका था.
राजेश रेनू के हाथ की मुट्ठी बनाकर रेनू के हाथ मे अपना लंड दे देता है और धीरे-धीरे रेनू के हाथ को हिलाते हुए अपने लंड को रेनू के हाथ से मूठ मरवाता है..
रेनू एक पल को राजेश के चेहरे की ओर देखती है…
राजेश भी मुस्कुराता हुआ रेनू की ओर देखता है और धीरे-धीरे अपनी कमर आगे पीछे करने लगता है. अब राजेश रेनू की मुट्ठी ऐसे चोद रहा था जैसे वो कोई गान्ड मार रहा हो.
रेनू एक बार फिर से राजेश के लंड के सुपाडे को उसके मुट्ठी से बाहर आते और अंदर जाते देखने लगती है.. रेनू को ये राजेश के लंड को ऐसे देखना पसंद आता है. रेनू का ऐसा चेहरा था जैसे वो कोई दुनिया का आठवा (8थ) अजूबा देख रही हो.. राजेश का लाल सुपाडा पूरी तरह से रेनू की आँखो के सामने सिर्फ़ 5-6 इंच की दूरी तय करके फिर से उसकी मुट्ठी मे गुम हो जाता.
लगभग 3-4 मिनिट रेनू की मुट्ठी की चुदाई के बाद राजेश अपनी कमर को आगे की ओर ज़्यादा पुश करने लगता है. माफ़ कीजिएगा अपने लंड को आगे पुश करने लगता है. कुछ ही धक्कों मे राजेश का लंड रेनू के मूह के पास आजाता है.. रेनू राजेश की ओर देखने लगती है. रेनू राजेश की ओर देखते हुए कुछ बोलने को मूह खोलती है कि राजेश अपनी कमर को एक धक्का मारता है. इस धक्के से राजेश के लंड का सुपाडा रेनू के होंटो के बीच घप से घुस जाता है.. राजेश तुरंत ही अपना लंड बाहर निकाल लेता है. राजेश के लंड का सुपाडा जैसे ही रेनू के होंटो को खोल कर उसके मूह मे घुसता है राजेश की एक आह निकल जाती है और रेनू इस अचानक हमले से पीछे की ओर चली जाती है..
रेनू तुरंत फर्श पर थूकने लगती है..
राजेश: जान
रेनू: शट अप… खुद तो गंदे हो मुझे भी गंदा बना दो.. ऐसे कोई भला करता है क्या.
राजेश: मैंने भी तो तुम्हारी चूत चाटी थी और देखो तुम्हे मज़ा भी आया था..
रेनू राजेश के मूह से ऐसे डाइरेक्ट वर्ड सुन कर शर्म से पानी-पानी हो जाती है.
रेनू: (शरमाते हुए) तुम्हारा क्या है तुम तो हो ही गंदे.. छी कहाँ-कहाँ मूह लगाते रहते हो.
राजेश: अच्छा ऐसी बात है..
राजेश आगे बढ़ कर रेनू को उठा कर बेड पर एक बार फिर से लिटा देता है..
रेनू… आउच.. क्या कर रहे हो.. हटो.
राजेश रेनू की कोई भी बात नहीं सुनता और रेनू की टांगे खोल कर रेनू की टाँगों के बीच मे आजाता है. रेनू के लिए ये सब बहुत जल्दी हो रहा था हालाँकि रेनू सेक्स की आग में जल रही थी लेकिन अभी भी वो बहुत थोड़ा ही सही लेकिन विरोध कर रही थी. उसे लगा राजेश उसके साथ सेक्स करने वाला है..
राजेश रेनू के विरोध को देख कर रेनू से बोलता है..
राजेश: तुम्हारी सारी जान तुम्हारी चूत में है ना जान. आज में तुम्हारी सारी जान तुम्हारी चूत से कैसे निचोड़ लूँगा तुम देखना.
राजेश मन मे सोचता है की ये तो अब भी शरमा रही है अच्छा है. शर्म तो औरत का गहना होती है. तू शरमाती रहना और मैं तेरी मारता रहूँगा. धीरे-धीरे राजेश रेनू के बदन के उपर जाने लगता है एक बार फिर से रेनू राजेश के लंड को नहीं देख पाती वो चुपके चुपके कोशिश तो कर रही थी लेकिन राजेश उसे दिखा नहीं रहा था. तभी राजेश रेनू की गर्दन को किस करते हुए.
राजेश: मेरी जान अब तेरी बारी है मुझे प्यार करने की. मेरे हथियार को खड़ा करने की. ताकि ये तुझे बेपनाह प्यार कर सके और तेरी चूत की कुटाई करके तेरे बदन को ठंडा कर सके.
रेनू राजेश की ये बात सुन कर बिल्कुल शरमा जाती है लेकिन अगले ही पल राजेश रेनू को बिस्तर पर बिठा देता है और खुद उसके सामने खड़ा हो जाता है. रेनू की आँखों के सामने राजेश का मोटा तगड़ा लंड था जिसे देख कर रेनू शॉक में आ जाती है और उसका दिल दुगुनी स्पीड से दौड़ने लगता है.
इतना भयानक हथियार रेनू ने पहले कभी नहीं देखा था. ना ही उसके पति के पास ऐसा हथियार था और न ही उसके शादी के पहले के बॉय फ्रेंड के पास. उन दोनों का लंड भी आम लोगो की तरह 5 या 5.5 इंच का रहा होगा लेकिन राजेश अपने 8-8.5 इंच के लंड को लेकर खड़ा था.
रेनू अपनी आँखों के सामने भयानक दिख रहे राजेश के लंड को देख कर शॉक रह जाती है. रेनू अभी अपने ख्यालों मे ही गुम थी कि राजेश की आवाज़ रेनू को उसके ख्यालों से बाहर निकाल लाती है..
राजेश: पसंद आया तुम्हे
राजेश रेनू से ऐसे पूछते हुए अपने लंड को अपने हाथों से मसल्ने लगता है..
रेनू राजेश की आवाज़ ठीक से सुन नहीं पाई वो तो बस राजेश की अचानक आवाज़ सुन कर अपने ख्यालों से बाहर निकली थी. रेनू राजेश को अपना लंड मसल्ते देख रही थी.
राजेश एक बार फिर से रेनू से सवाल पूछता है..
राजेश: रेनू पसंद आया मेरा हथियार..
रेनू डरी सहमी सी राजेश की आँखों मे देखती है. रेनू के मूह से बस इतना ही निकल पाया..
रेनू: इतना बड़ा…..
राजेश: अरे मेरी जान तुझे सिर्फ़ यही खुश कर सकता है.. इसके अलावा दूसरा तुम्हे वो खुशी नहीं दे पाएगा..
रेनू राजेश की ये बात सुन कर फिर से ख्यालों की दुनिया में जाकर सोचने लगती है कि अगर इसे मेने ग़लती से ले भी लिया तो दूसरा लेने के काबिल मे बचूंगी ही कहाँ.. यही मुझे मार डालेगा..
राजेश रेनू का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर हाथ रखता है.. रेनू एक दम स्लो मोशन मे जैसा राजेश कर रहा था वैसे होने देती है. दर असल इस वक़्त रेनू का दिमाग़ सुन्न हो चुका था.
राजेश रेनू के हाथ की मुट्ठी बनाकर रेनू के हाथ मे अपना लंड दे देता है और धीरे-धीरे रेनू के हाथ को हिलाते हुए अपने लंड को रेनू के हाथ से मूठ मरवाता है..
रेनू एक पल को राजेश के चेहरे की ओर देखती है…
राजेश भी मुस्कुराता हुआ रेनू की ओर देखता है और धीरे-धीरे अपनी कमर आगे पीछे करने लगता है. अब राजेश रेनू की मुट्ठी ऐसे चोद रहा था जैसे वो कोई गान्ड मार रहा हो.
रेनू एक बार फिर से राजेश के लंड के सुपाडे को उसके मुट्ठी से बाहर आते और अंदर जाते देखने लगती है.. रेनू को ये राजेश के लंड को ऐसे देखना पसंद आता है. रेनू का ऐसा चेहरा था जैसे वो कोई दुनिया का आठवा (8थ) अजूबा देख रही हो.. राजेश का लाल सुपाडा पूरी तरह से रेनू की आँखो के सामने सिर्फ़ 5-6 इंच की दूरी तय करके फिर से उसकी मुट्ठी मे गुम हो जाता.
लगभग 3-4 मिनिट रेनू की मुट्ठी की चुदाई के बाद राजेश अपनी कमर को आगे की ओर ज़्यादा पुश करने लगता है. माफ़ कीजिएगा अपने लंड को आगे पुश करने लगता है. कुछ ही धक्कों मे राजेश का लंड रेनू के मूह के पास आजाता है.. रेनू राजेश की ओर देखने लगती है. रेनू राजेश की ओर देखते हुए कुछ बोलने को मूह खोलती है कि राजेश अपनी कमर को एक धक्का मारता है. इस धक्के से राजेश के लंड का सुपाडा रेनू के होंटो के बीच घप से घुस जाता है.. राजेश तुरंत ही अपना लंड बाहर निकाल लेता है. राजेश के लंड का सुपाडा जैसे ही रेनू के होंटो को खोल कर उसके मूह मे घुसता है राजेश की एक आह निकल जाती है और रेनू इस अचानक हमले से पीछे की ओर चली जाती है..
रेनू तुरंत फर्श पर थूकने लगती है..
राजेश: जान
रेनू: शट अप… खुद तो गंदे हो मुझे भी गंदा बना दो.. ऐसे कोई भला करता है क्या.
राजेश: मैंने भी तो तुम्हारी चूत चाटी थी और देखो तुम्हे मज़ा भी आया था..
रेनू राजेश के मूह से ऐसे डाइरेक्ट वर्ड सुन कर शर्म से पानी-पानी हो जाती है.
रेनू: (शरमाते हुए) तुम्हारा क्या है तुम तो हो ही गंदे.. छी कहाँ-कहाँ मूह लगाते रहते हो.
राजेश: अच्छा ऐसी बात है..
राजेश आगे बढ़ कर रेनू को उठा कर बेड पर एक बार फिर से लिटा देता है..
रेनू… आउच.. क्या कर रहे हो.. हटो.
राजेश रेनू की कोई भी बात नहीं सुनता और रेनू की टांगे खोल कर रेनू की टाँगों के बीच मे आजाता है. रेनू के लिए ये सब बहुत जल्दी हो रहा था हालाँकि रेनू सेक्स की आग में जल रही थी लेकिन अभी भी वो बहुत थोड़ा ही सही लेकिन विरोध कर रही थी. उसे लगा राजेश उसके साथ सेक्स करने वाला है..
राजेश रेनू के विरोध को देख कर रेनू से बोलता है..
राजेश: तुम्हारी सारी जान तुम्हारी चूत में है ना जान. आज में तुम्हारी सारी जान तुम्हारी चूत से कैसे निचोड़ लूँगा तुम देखना.