15-07-2020, 09:57 AM
कोहबर की शर्त ,
होली का वादा
कुल सात बार इनकी साली सलहजों ने इनसे तिरबाचा भरवाया था , कसम धरवाई थी , होली में जरूर आएंगे ,
और कम से कम पांच दिन रहेंगे पूरे रंग पंचमी में ,...
इनकी सालियों ने जोड़ कर दिन घडी तक बता दी थी , आज से ९४ दिन बाद ,
और वैसे तो कोहबर की बात सच में कोहबर में ही रहती है , वीडियो वाले भी नहीं घुसते , मर्दों में सिर्फ दुलहा ,...
लेकिन मेरी बहने , वो तो मोबाइल पर रिकार्ड कर रही थीं , और फिर व्हाट्सऐप , फेसबुक और गूगल ड्राइव का जमाना , ...
छुटकी ने हमारी बिदाई के घंटे भर के अंदर ही सब का सब जेठानी जी को ,
वैसे भी मेरे रिश्ते से मेरी बहनो की बड़ी बहन ही लगती थीं ,
और वो दोनों , मंझली और छुटकी उन्हें बड़ी दी ही कहती थीं ,
वो दोनों मेरी बहने , बचपन से उन्होंने मेरी कोई बात नहीं मानी तो अब क्या मानती लेकिन मेरी जेठानी की एक एक बात ,
और जेठानी जी को कोहबर की एक एक बात वीडियो स्टिल सब , और ये भी की सात बार उनके देवर ने कहा है की वो पहली होली में ससुराल जाएंगे , ...
इसलिए शायद उन्होंने सास जी को समझाया हो , ... कि इस बार होली में हम लोग मायके चले जाएँ ,...
और सासू वैसे भी , मुझसे ज्यादा मेरा ख्याल करती थीं।
और यह बात पक्की भी हो गयी , जब हम लोग शॉपिंग से लौटे तो जेठानी जी अकेले बाहर बरामदे में खड़ी थी , इन्हे चिढ़ाते बोलीं ,
गाँव की होली , रगड़ायी तो तेरी खूब होगी , लेकिन चलो तेरी कोहबर की शर्त तो पूरी होगी ,
और जब हम दोनों ऊपर कमरे में चढ़ रहे थे तो उन्होंने अपने देवर को वार्न भी कर दिया ,
" ये मत सोचो यहाँ बच जाओगे , मुझसे , ... ससुराल तो होली में जाओगे , यहाँ तो फागुन लगते ही ,... पहले दिन से ही और अबकी तो मेरे साथ कम्मो भी है।"
होली का वादा
कुल सात बार इनकी साली सलहजों ने इनसे तिरबाचा भरवाया था , कसम धरवाई थी , होली में जरूर आएंगे ,
और कम से कम पांच दिन रहेंगे पूरे रंग पंचमी में ,...
इनकी सालियों ने जोड़ कर दिन घडी तक बता दी थी , आज से ९४ दिन बाद ,
और वैसे तो कोहबर की बात सच में कोहबर में ही रहती है , वीडियो वाले भी नहीं घुसते , मर्दों में सिर्फ दुलहा ,...
लेकिन मेरी बहने , वो तो मोबाइल पर रिकार्ड कर रही थीं , और फिर व्हाट्सऐप , फेसबुक और गूगल ड्राइव का जमाना , ...
छुटकी ने हमारी बिदाई के घंटे भर के अंदर ही सब का सब जेठानी जी को ,
वैसे भी मेरे रिश्ते से मेरी बहनो की बड़ी बहन ही लगती थीं ,
और वो दोनों , मंझली और छुटकी उन्हें बड़ी दी ही कहती थीं ,
वो दोनों मेरी बहने , बचपन से उन्होंने मेरी कोई बात नहीं मानी तो अब क्या मानती लेकिन मेरी जेठानी की एक एक बात ,
और जेठानी जी को कोहबर की एक एक बात वीडियो स्टिल सब , और ये भी की सात बार उनके देवर ने कहा है की वो पहली होली में ससुराल जाएंगे , ...
इसलिए शायद उन्होंने सास जी को समझाया हो , ... कि इस बार होली में हम लोग मायके चले जाएँ ,...
और सासू वैसे भी , मुझसे ज्यादा मेरा ख्याल करती थीं।
और यह बात पक्की भी हो गयी , जब हम लोग शॉपिंग से लौटे तो जेठानी जी अकेले बाहर बरामदे में खड़ी थी , इन्हे चिढ़ाते बोलीं ,
गाँव की होली , रगड़ायी तो तेरी खूब होगी , लेकिन चलो तेरी कोहबर की शर्त तो पूरी होगी ,
और जब हम दोनों ऊपर कमरे में चढ़ रहे थे तो उन्होंने अपने देवर को वार्न भी कर दिया ,
" ये मत सोचो यहाँ बच जाओगे , मुझसे , ... ससुराल तो होली में जाओगे , यहाँ तो फागुन लगते ही ,... पहले दिन से ही और अबकी तो मेरे साथ कम्मो भी है।"