15-07-2020, 09:53 AM
कोरी की कोरी
" क्या नहीं नहीं बोल रहे हो , साफ़ साफ बोल। वरना ,... "
और नाउन की बहु ने एक बार फिर पैंट सरकाना , और वो जानते थे उनकी सास क्या बात सुनना चाहती हैं उनसे , और उन्होंने बोल दिया ,
" कभी नहीं ,... गाँड़ कभी नहीं मरवाया , सच्ची , जिसकी कसम कहिये उसकी कसम , मेरी गांड , कभी नहीं ,... "
" साफ़ साफ़ बोल न , तो अभी तक पिछवाड़ा कोरा है तेरा "
बुआ ने एकदम साफ़ पूछा और उन्होंने जोर से हाँ बोली।
सब मुस्करा रहे थे लेकिन बिना बोले सुन रहे थे , तब तक मेरी बंबई वाली भाभी बोल पड़ीं ,
" अब नन्दोई जी ये मत कहियेगा की पिछवाड़ा कोरा है तो अगवाड़ा भी कोरा है , अब तक किसी के साथ ,... "
" हाँ , नहीं , मैंने किसी के साथ भी अभी तक किसी के साथ भी नहीं किया , कुछ भी नहीं "
वो झुके झुके बोल पड़े।
उनकी बात पूरी होने के साथ साथ , ... मेरी एक सहेली बोल उठी ,
" अरे यार कोमल तुझे जीजू की आगे पीछे दोनों ओर की नथ उतरनी पड़ेगी जीजू की "
पर रीतू भौजी ने उसकी बात काट दी , ...
" नहीं नहीं कल इनकी आगे वाली नथ कोमलिया उतारेगी और जब ये होली में ससुराल आएंगे तो इनकी पीछे वाली हम सब सलहज उतारेंगी , ननदोई जी होली में आइयेगा न , पक्का , वरना अभी , घबड़ाइयेगा मत, शुद्ध गाँव का अपने कोल्हू का सरसों का तेल लगा के ,... सटासट , सटासट , ... आइयेगा न होली में "
और पहले सब सलहजों ने फिर सालियों ने उनसे तीन तिरबाचा भरवाया ,
की वो इसी होली में जरूर आएंगे और पूरी रंग पंचमी होली में रहेंगे ( हमारे गांव में पांच दिन की होली होती है )
और उन्होंने हाँ कर दिया , उसके बाद नाउन की बहू , रीतू भाभी और दो तीन सलहज और मिल के ' कुल देवी ' की पूजा कराने , ...
" ठीक से पूजा करियेगा न तो कुल देवी क बात झूठ नहीं होती , हाँ ऐसे झुक के , मांग ला ,
हे देवी , एंकर कुल बहिनों का यह गाँव का लड़कन क मोट मोट लंड मिले , कुल झांट आवे के पहले से चोदवावे , और बरात में जितना मेहरारू आयल हैं , सब गाभिन होय के जाएँ , नौवें महीना सोहर होय ,... इ मामा बने "
अब हमारी बुआ और मौसी भी आगयी , फिर एक एक कर अपनी समधनों को , इन्हे हर बात पर खाली हाँ हाँ बोलना था , ...
" तू मादरचोद हो "
" हाँ '
" तोहार माई बुआ ,मौसी रंडी छिनार हैं। "
" हाँ "
" तोहार माई बुआ मौसी , चाची , तोहरे मौसिया ससुर , फुफिया ससुर , चचिया ससुर , तोहरे गाँव क कुल मर्दन से चौदवहींये न ,... "
" हाँ "
और उसके बाद साली सलहज ने ,...
कोहबर में शादी में लगे टाइम से भी ज्यादा टाइम लगा , पर बिदाई की रस्म टाइम से हो गयी ,
और सूरज निकलने के पहले ही हम आजमगढ़ के लिए चल दिए , ...
हाँ एक बात में कोहबर मैं मैंने जोड़ी थी ,
कुल सात बार इनकी साली सलहजों ने इनसे तिरबाचा भरवाया था , कसम धरवाई थी , होली में जरूर आएंगे ,
और कम से कम पांच दिन रहेंगे पूरे रंग पंचमी में ,... इनकी सालियों ने जोड़ कर दिन घडी तक बता दी थी , आज से ९४ दिन बाद ,
और वैसे तो कोहबर की बात सच में कोहबर में ही रहती है , वीडियो वाले भी नहीं घुसते , मर्दों में सिर्फ दुलहा ,... लेकिन मेरी बहने , वो तो मोबाइल पर रिकार्ड कर रही थीं , और फिर व्हाट्सऐप , फेसबुक और गूगल ड्राइव का जमाना , ...
" क्या नहीं नहीं बोल रहे हो , साफ़ साफ बोल। वरना ,... "
और नाउन की बहु ने एक बार फिर पैंट सरकाना , और वो जानते थे उनकी सास क्या बात सुनना चाहती हैं उनसे , और उन्होंने बोल दिया ,
" कभी नहीं ,... गाँड़ कभी नहीं मरवाया , सच्ची , जिसकी कसम कहिये उसकी कसम , मेरी गांड , कभी नहीं ,... "
" साफ़ साफ़ बोल न , तो अभी तक पिछवाड़ा कोरा है तेरा "
बुआ ने एकदम साफ़ पूछा और उन्होंने जोर से हाँ बोली।
सब मुस्करा रहे थे लेकिन बिना बोले सुन रहे थे , तब तक मेरी बंबई वाली भाभी बोल पड़ीं ,
" अब नन्दोई जी ये मत कहियेगा की पिछवाड़ा कोरा है तो अगवाड़ा भी कोरा है , अब तक किसी के साथ ,... "
" हाँ , नहीं , मैंने किसी के साथ भी अभी तक किसी के साथ भी नहीं किया , कुछ भी नहीं "
वो झुके झुके बोल पड़े।
उनकी बात पूरी होने के साथ साथ , ... मेरी एक सहेली बोल उठी ,
" अरे यार कोमल तुझे जीजू की आगे पीछे दोनों ओर की नथ उतरनी पड़ेगी जीजू की "
पर रीतू भौजी ने उसकी बात काट दी , ...
" नहीं नहीं कल इनकी आगे वाली नथ कोमलिया उतारेगी और जब ये होली में ससुराल आएंगे तो इनकी पीछे वाली हम सब सलहज उतारेंगी , ननदोई जी होली में आइयेगा न , पक्का , वरना अभी , घबड़ाइयेगा मत, शुद्ध गाँव का अपने कोल्हू का सरसों का तेल लगा के ,... सटासट , सटासट , ... आइयेगा न होली में "
और पहले सब सलहजों ने फिर सालियों ने उनसे तीन तिरबाचा भरवाया ,
की वो इसी होली में जरूर आएंगे और पूरी रंग पंचमी होली में रहेंगे ( हमारे गांव में पांच दिन की होली होती है )
और उन्होंने हाँ कर दिया , उसके बाद नाउन की बहू , रीतू भाभी और दो तीन सलहज और मिल के ' कुल देवी ' की पूजा कराने , ...
" ठीक से पूजा करियेगा न तो कुल देवी क बात झूठ नहीं होती , हाँ ऐसे झुक के , मांग ला ,
हे देवी , एंकर कुल बहिनों का यह गाँव का लड़कन क मोट मोट लंड मिले , कुल झांट आवे के पहले से चोदवावे , और बरात में जितना मेहरारू आयल हैं , सब गाभिन होय के जाएँ , नौवें महीना सोहर होय ,... इ मामा बने "
अब हमारी बुआ और मौसी भी आगयी , फिर एक एक कर अपनी समधनों को , इन्हे हर बात पर खाली हाँ हाँ बोलना था , ...
" तू मादरचोद हो "
" हाँ '
" तोहार माई बुआ ,मौसी रंडी छिनार हैं। "
" हाँ "
" तोहार माई बुआ मौसी , चाची , तोहरे मौसिया ससुर , फुफिया ससुर , चचिया ससुर , तोहरे गाँव क कुल मर्दन से चौदवहींये न ,... "
" हाँ "
और उसके बाद साली सलहज ने ,...
कोहबर में शादी में लगे टाइम से भी ज्यादा टाइम लगा , पर बिदाई की रस्म टाइम से हो गयी ,
और सूरज निकलने के पहले ही हम आजमगढ़ के लिए चल दिए , ...
हाँ एक बात में कोहबर मैं मैंने जोड़ी थी ,
कुल सात बार इनकी साली सलहजों ने इनसे तिरबाचा भरवाया था , कसम धरवाई थी , होली में जरूर आएंगे ,
और कम से कम पांच दिन रहेंगे पूरे रंग पंचमी में ,... इनकी सालियों ने जोड़ कर दिन घडी तक बता दी थी , आज से ९४ दिन बाद ,
और वैसे तो कोहबर की बात सच में कोहबर में ही रहती है , वीडियो वाले भी नहीं घुसते , मर्दों में सिर्फ दुलहा ,... लेकिन मेरी बहने , वो तो मोबाइल पर रिकार्ड कर रही थीं , और फिर व्हाट्सऐप , फेसबुक और गूगल ड्राइव का जमाना , ...