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Adultery बेशरम
#2
लेकिन  फिल्मो में तो कॅरियर  ख़तम  होने  से इस  हीरोइन बालो को केया  हल होता है  ,अधिक से  अधिक  हीरोइन  जिन्दगी के  अंधरे में  गुम  हो जाते है।  कुछ हीरोइन  जिसका  ईगो काम है  उस  हीरोइन  बालो  वैम्प का रोले बा साइड एक्ट्रेस का रोल के  लिये  राजी हो जाता है। लकिन ज्यादा  से ज्यादा हीरोइन  ईगो के कारन ओस टाइप का रोल  अवॉयड  करते थे , सोचता  था  फिर भी उसका दिन आएगी।  लेकिंन सोचना गलत था , इंतजार की घोड़ी  कभी खोतम नहीं  होती।इन्तेजार  करने से कोई फ़ायदा तो नहीं होता , सुन्दरी  बालो और तकलीफ में  फाश  जाते है. . सुरु हो जाता हई  फिनान्सिअल  प्रॉब्लम , हीरोइन का चकाचक जीबन का सरे पैसे तो  आते  तो  प्रोडूसर का  जेब से  , अब तो उस प्रोडूसर बालो  तो उस सुन्दरी बालो  का  मुख देखना  बांध कर दिए, अब  चकाचक जीवन का पैसे कहा से आएगा.  उश  टाइम  में एक  श्रेणी  का लोक  उश  सुन्दरी  हीरोइन  बालो  का  पीछे  पर  जाते  है  ,जिस  लोको को बोलता है  रंडी का  दलाल।इस  टाइप बॉलीवुड में काम न पाने बाला हीरोइन बालो  रंडी  दलाल  लोको का नोटों का  आमदानी  का  रास्ता . है   हीरोइन का जिसम  बचके  इस दलाल लोको मोटा  माल कामाता  है।  बॉलीवुड अंदर बालो का खबर   इस  जिस्म का धंदा बॉलीवुड का  मैन  इनकम है , मूवी का इनकम से कोएक गुण ज्यादा।  बॉलीवुड में  सब डायरेक्टर ,प्रोडूसर , फिनान्सिअर  को रंडी को धंदा है. उशसे  अंडरवर्ल्ड  और  पोलटिशन भी जोड़ा है. .  प्रत्येक साल कोयेक  हज़ार करोड़   रण्डी का जिस्म का धंदा होता है  और काज न पाने   बाला  बॉलीवुड को  उस  हीरोइन बालो  का जिस्म  इस  रंडी   का धंदा का सबसे बड़ा  उपकरण।  बहार का लोको सोचता है बॉलीवुड में स नयी लड़की  आता  है  उसको    सोशन  होता  है।  हां  उन लड़की को भी शोसन  होता  है  किन्तु उससे ज्यादा शोसन होता  है िश काम न  पनेबला  हेरोइनो  बालो को .नए लड़की लेने से रंडी का बाबसाये  का कोई फ़ायदा भी नहीं होता।  फिर झमेला में फाश  जाना पोरता  हैं , मीडिया का झमेला में  फाश  जाता है , उसकी चक्कर में   कानून  का सामना  भी  करना  पोरता  है  . लेकिन आर्थिक बारे में कोई   फ़ायदा नहीं  होता।  नए लड़की  तो हीरोइन बन नयी पाई।  क्लाइंट सूरत की माफिक  उनलोको  को  प्राइस देता है  साधारण रंडी की माफिक  . लेकिन बॉलीवुड में काम ना  पाने बाला हेरोईन को क्लाइंट बालो हीरोइन हिसाब से जनता है ,उसका पॉश  काम है की नहीं इतना  खबर  नहीं  रहता है, तो क्लाइंट का चाहिदा  माफिक  हेरोइए के साथ मौजमस्ती करने के लिए रेट दे देते है। किन्तु दलाल बालो उस  रंडी बोना हीरोइन को ज्यादा  पैसा नहीं देता।  उस  हीरोइन उस रकम  से काम करने की राजी हो जाते है. और राजी भी क्यों नहीं  होगा ,रंडी का काम सीबाई उसके पास कोई    काम भी नहीं र दलाल लोके जो भी देता है ो रकम भी कम  नहीं.
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बेशरम - by rambo786 - 10-07-2020, 03:04 AM
RE: बेशरम - by rambo786 - 11-07-2020, 03:02 AM
RE: बेशरम - by rambo786 - 15-07-2020, 02:48 AM



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