01-03-2019, 05:45 PM
(28-02-2019, 12:14 PM)thyroid Wrote: वसंत की हवा, फागुन की खुमारी, और होली के दंगल।
इसमें आपकी लेखनी का रस न मिले तो सारा फीका ही रहेगा।
होली आई रे.
एकदम सही कहा आपने ,
फागुन हो , ससुराल में होली हो ,
साली का नया नया आता जोबन हो ,
और साथ में रसीली सलहज हो ,
जीजा साली की होली ,
नन्दोई सलहज की होली
ननद भाभी की होली , सब एक साथ