08-07-2020, 01:27 AM
(This post was last modified: 08-07-2020, 01:29 AM by Rishu. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
वो दोनों जब अंदर पहुचे तो देखा की केवल १०-१२ मेहमान ही थे. मनीष ने दिव्या से पुछा "अरे भाभी लोग आये नहीं या वापस चले गए"
"तुम्हारे भाई साहब ने बुलाये ही नहीं. और जो बुलाये गए हैं ये भी जाने को बेताब है इसलिए माई डिअर हस्बैंड जल्दी से केक काटो" दिव्या ने हँसते हुए जवाब दिया.
राजेश ने भी फौरन केक काटा और दिव्या के साथ साथ मनीष और रेनू को भी अपने हाथो से केक खिलाया. केक कटने के बाद सब लोग खाने में लग गए और मनीष रेनू को लेकर बार की तरफ आ गया.
मनीष खुद तो स्कॉच पीने लगा और रेनू को उसने जिन का गिलास पकड़ा दिया. रेनू कभी कभार पीने वालों में थी लेकिन यहाँ वो पति के साथ थी तो पीने लगी. उसने देखा की राजेश आज उसका ज्यादा ही ख्याल रख रहा है. मनीष ने भी ये बात नोटिस की और रेनू से हँसते हुए कहा "राजेश भाई तो लट्टू हो गए हैं आज तुम्हारे ऊपर"
वो कुछ जवाब देती तब तक राजेश खुद उसके लिए एक पेग बनवा कर ले आया और उसे देते हुए बोला "आज तो आप बहुत खूबसूरत लग रही है"
"थैंक्स. अब मैं और नहीं लूंगी. पहले ही ३ हो गए है" रेनू ने शर्माते हुए जवाब दिया.
"अरे ये स्पेशल बनवाया है आपके लिए. बस लास्ट. पीकर तो देखिये मैडम." राजेश ने जबरदस्ती गिलास रेनू को पकड़ा दिया और मनीष से कुछ बात करने लगा. एक सिप लेने पर रेनू को ड्रिंक अच्छा लगा और वो धीरे धीरे उसे पीने लगी लेकिन ड्रिंक ख़तम होते होते रेनू को काफी नशा हो गया. उसे तबियत ख़राब लगने लगी.
उसने इशारे से मनीष को अपने पास बुलाया और घर चलने को बोला. उसने कहा "देखो कई लोग तो चले गए अब गिनती के ४-५ लोग रह गये हैं. अब हमे भी चलना चाहिए. मेरी तबियत भी कुछ भारी हो रही है. सर दर्द कर रहा है"
"तुम्हारे भाई साहब ने बुलाये ही नहीं. और जो बुलाये गए हैं ये भी जाने को बेताब है इसलिए माई डिअर हस्बैंड जल्दी से केक काटो" दिव्या ने हँसते हुए जवाब दिया.
राजेश ने भी फौरन केक काटा और दिव्या के साथ साथ मनीष और रेनू को भी अपने हाथो से केक खिलाया. केक कटने के बाद सब लोग खाने में लग गए और मनीष रेनू को लेकर बार की तरफ आ गया.
मनीष खुद तो स्कॉच पीने लगा और रेनू को उसने जिन का गिलास पकड़ा दिया. रेनू कभी कभार पीने वालों में थी लेकिन यहाँ वो पति के साथ थी तो पीने लगी. उसने देखा की राजेश आज उसका ज्यादा ही ख्याल रख रहा है. मनीष ने भी ये बात नोटिस की और रेनू से हँसते हुए कहा "राजेश भाई तो लट्टू हो गए हैं आज तुम्हारे ऊपर"
वो कुछ जवाब देती तब तक राजेश खुद उसके लिए एक पेग बनवा कर ले आया और उसे देते हुए बोला "आज तो आप बहुत खूबसूरत लग रही है"
"थैंक्स. अब मैं और नहीं लूंगी. पहले ही ३ हो गए है" रेनू ने शर्माते हुए जवाब दिया.
"अरे ये स्पेशल बनवाया है आपके लिए. बस लास्ट. पीकर तो देखिये मैडम." राजेश ने जबरदस्ती गिलास रेनू को पकड़ा दिया और मनीष से कुछ बात करने लगा. एक सिप लेने पर रेनू को ड्रिंक अच्छा लगा और वो धीरे धीरे उसे पीने लगी लेकिन ड्रिंक ख़तम होते होते रेनू को काफी नशा हो गया. उसे तबियत ख़राब लगने लगी.
उसने इशारे से मनीष को अपने पास बुलाया और घर चलने को बोला. उसने कहा "देखो कई लोग तो चले गए अब गिनती के ४-५ लोग रह गये हैं. अब हमे भी चलना चाहिए. मेरी तबियत भी कुछ भारी हो रही है. सर दर्द कर रहा है"