01-03-2019, 10:21 AM
मुझे लगा मम्मी मुझे कह रही है ये कविता ,
पापा घर पर नहीं होते तो मुझे लगता है की
मम्मी मुझे अपने पति जैसा व्यवहार करेगी
मम्मी तुम कब मुझसे प्यार करोगी
मम्मी तुम कब मुझसे इकरार करोगी
मम्मी मैं तो हूँ तुम्हारा दीवाना
मेरे लंड और तुम्हारी चूत का
मिलन करवा कर ,
मम्मी कब मुझे निहाल करोगी
(माँ का दीवाना - सुनील पण्डित )
पापा घर पर नहीं होते तो मुझे लगता है की
मम्मी मुझे अपने पति जैसा व्यवहार करेगी
मम्मी तुम कब मुझसे प्यार करोगी
मम्मी तुम कब मुझसे इकरार करोगी
मम्मी मैं तो हूँ तुम्हारा दीवाना
मेरे लंड और तुम्हारी चूत का
मिलन करवा कर ,
मम्मी कब मुझे निहाल करोगी
(माँ का दीवाना - सुनील पण्डित )
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!