01-03-2019, 12:10 AM
मेरा लौड़ा तो बिल्कुल तन गया था मेरी पैंट के अंदर ही अपनी सगी बहन की कामुक सिसकियां सुन के और उनकी चूचियों को एक गैर मर्द द्वारा चूस चूस के दूध नेछोड़े जाते हुए देख कर.... मैं अंदर ही अंदर ग्लानि का अनुभव कर रहा था पर मेरा लौड़ा मेरे काबू में नहीं था.... जुनैद का 10 इंच का मोटा काला लंड उसके अंडरवियर से बाहर आ चुका था.... जो मेरी रूपाली दीदी के कुल्हों और जांघों के जोड़ों के बीच जा घुसा…! दीदी की पेंटी अभी भी उनकी योनि की रक्षा कर रही थी भले ही बेहद छोटी थी... पर वह छोटी सी पैंटी रूपाली दीदी की लाज की कब तक रक्षा करती... मेरी दीदी की पेंटी को अपने हाथों में ले कर दो टुकड़े कर दिए जालिम जुनैद ने.... जुनेद मेरी रूपाली दीदी की योनि को घूर घूर के देख रहा था...
असलम भाई ऐसी तो आज तक नहीं देखी ... जुनैद के मुंह से लार टपक रही थी मेरी दीदी की योनि को देख.. जुनैद का मस्त घोड़ा मेरी रूपाली दीदी का अस्तबल पाकर हिनहिनने लगा…! जुनैद का लोड़ा 180 डिग्री पे तन के खड़ा हो गया था.... वह मेरी दीदी की योनि को भूखे कुत्ते की तरह देख रहा था.... जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी योनि असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि को देखा.. जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी योनि असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि को देखा.. मेरी रूपाली दीदी की योनि बिल्कुल चिकनी थी... उनकी योनि पर एक भी बाल नहीं था... दीदी ने आज ही शायद अपनी योनि को साफ किया होगा... गुलाबी योनि की पंखुड़ियां खुली हुई थी..... दीदी की योनि बिल्कुल साफ चिकनी लग रही थी.... रक्त रंजित योनि का लाल हिस्सा बंद था... पर दीदी की योनि की दोनों लाल पंखुड़ियां जो आपस में चिपकी हुई थी पर बेहद गीली हो चुकी.... अपने ही मदन रस से.... दीदी की योनि की गुलाबी पंखुड़ियां फड़क रही थी.... जुनैद का मोटा काला लोड़ा मेरी दीदी की गांड के छेद के साथ साथ मेरी दीदी की योनि की पंखुड़ियों पर भी रगड़ खा रहा था.... जुनैद का लोड़ा मेरी दीदी की गहरी घाटियों के अंदर समाने को पूरी तरह तैयार था.... पर जुनैद अभी भी मेरी दीदी की योनि पर अपने बड़े लोड़े को रगड़ रहा था.... अपनी मुनिया पर लोहे जैसे लोड़े का एहसास पाकर मेरी रूपाली दीदी जोर जोर से सीसीआने लगी... मेरी दीदी तड़प उठी थी....
असलम भाई ऐसी तो आज तक नहीं देखी ... जुनैद के मुंह से लार टपक रही थी मेरी दीदी की योनि को देख.. जुनैद का मस्त घोड़ा मेरी रूपाली दीदी का अस्तबल पाकर हिनहिनने लगा…! जुनैद का लोड़ा 180 डिग्री पे तन के खड़ा हो गया था.... वह मेरी दीदी की योनि को भूखे कुत्ते की तरह देख रहा था.... जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी योनि असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि को देखा.. जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी योनि असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि को देखा.. मेरी रूपाली दीदी की योनि बिल्कुल चिकनी थी... उनकी योनि पर एक भी बाल नहीं था... दीदी ने आज ही शायद अपनी योनि को साफ किया होगा... गुलाबी योनि की पंखुड़ियां खुली हुई थी..... दीदी की योनि बिल्कुल साफ चिकनी लग रही थी.... रक्त रंजित योनि का लाल हिस्सा बंद था... पर दीदी की योनि की दोनों लाल पंखुड़ियां जो आपस में चिपकी हुई थी पर बेहद गीली हो चुकी.... अपने ही मदन रस से.... दीदी की योनि की गुलाबी पंखुड़ियां फड़क रही थी.... जुनैद का मोटा काला लोड़ा मेरी दीदी की गांड के छेद के साथ साथ मेरी दीदी की योनि की पंखुड़ियों पर भी रगड़ खा रहा था.... जुनैद का लोड़ा मेरी दीदी की गहरी घाटियों के अंदर समाने को पूरी तरह तैयार था.... पर जुनैद अभी भी मेरी दीदी की योनि पर अपने बड़े लोड़े को रगड़ रहा था.... अपनी मुनिया पर लोहे जैसे लोड़े का एहसास पाकर मेरी रूपाली दीदी जोर जोर से सीसीआने लगी... मेरी दीदी तड़प उठी थी....