03-07-2020, 09:40 AM
पिछवाड़ा कोरा
मम्मी के इतना कहने का असर था की वो झुकने वाले ही थे की उन्हें अपनी किसी मायके वाली की सिखाई गयी कोई ट्रिक याद आ गयी , और इतना गरियाने का असर ये हो गया था की अब इनकी जुबान थोड़ी खुलने लगी थी ,
रीतू भाभी जो रस्म करवा रहीं थी , उनसे ये बोले ,
" पहले अपनी ननद को झुकाइये न , ... लेडीज फर्स्ट ,... मैं भी उसके बाद इन कुल देवी के पैर छू लूंगा ,... "
पर उनकी सालिया कम नहीं थी , मंझली ( मुझसे छोटी ) बोली ,
" जीजू , हम लोगन के यहाँ बेटियां घर की देवी होती हैं , तो एक देवी कैसे दूसरी देवी के सामने ,... इसलिए यहाँ अभी आपको ही झुकना पडेगा , ... और देर करियेगा तो घाटा आपको ही होगा , पूरे तीन साल का इंतजार ,... मम्मी ने बोला ही था ,... "
और वो झुक गए ,
सब लड़कियां औरतें हंसने लगी की रीतू भाभी ने सबको मुंह पर ऊँगली का इशारा करके चुप रहने को कहा ,
अभी आठ आने का खेल तो बचा ही था।
" अरे नन्दोई जी तानी और निहुरा , ... हाँ ऐसे , ... "
और रीतू भाभी ने उनका सर पकड़ के उस ' कुल देवी ' के सामने पूरी तरह झुका दिया , ...
तब तक पीछे से गाँव की एक उनकी सलहज ने आवाज लगाई ,
" अरे पिछवाड़ा और उठावा , घोड़ी बन जा घोड़ी , बचपन में जैसे गांड मरवावत क घोड़ी बनते रहे होंगे न एकदम वैसे ही , ... "
उन्होंने पिछवाड़ा और उठा दिया ,
सच में एकदम ,... और मारे हंसी के साली , सलहज , उनकी सास सब , ... नाउन क बहु ( गाँव के रिश्ते से उनकी सलहज ही तो लगती थी ) बोल उठी
" लगता है ननदोई बचपन में खूब गाँड़ मरवाये रहें , ,... और अभी भी ऐसे चिकने , कतौं एहह गाँव के लौण्डेबाजों के चक्कर में पड़ गए , ... तभी अभी तक आदत गयी नहीं है , ... "
" स्साले , गांडू , तभी तो हम लोग मांडव में इन्हे गंडुवा , कह रहे थे "
एक किसी भाभी ने बोला
तो उनकी साली को , छुटकी को थोड़ा अटपटा लगा , पर चंदा ने समझाया ,
" अरे छुटकी भाभी सही तो कह रही हैं , जीजू की सारी बहने , ..हमारे सब भाई लोग अरहर , गन्ने के खेत में उनपर चढ़े होंगे , सब ,... कोई भी बिना चुदे नहीं जाएंगे , ... तो जिस गाँव में जीजू की बहने थोक भाव से चुदवा रही हों , एक एक पे तीन तीन , ...
और जीजू को न बिस्वास हो तो अपने मायके लौट के अपनी बहनन से पूछ लें , ... छिनार लौंड़े क भूखी चाहे जीतनी हो लेकिन बोलती सच हैं , खुदे कबूल देंगी , नाहीं तो सबकी चूँची , गाल पर इनके सालों के दांत क निशान , हफ्ता भर पहले से न जाई ,...
तो जीजू तो आज से इस पूरे गाँव के साले हए न ,...
और गांडू तो जीजू से पूछ लेते हैं न साफ़ साफ़ ,... जीजू साली सलहज से क्या छिपाना , बोलिये न आपने सबसे पहले किस क्लास में गांड मरवाई , बोलिये न ,...कुल देवी के सामने झुके हैं झूठ मत बोलियेगा। "
वो बेचारे क्या बोलते , रीतू भाभी बोलीं ,
" जल्दी बोलिये न वरना मैं चेक कर के देख लुंगी "
उनकी पैंट से बेल्ट तो उनकी सालियों ने गायब कर दी , एक दो बटने भी , और अब एक दो हुक बटन खोल कर , रीतू भाभी ने पैंट के पिछवाड़े दो चार ऊँगली अंदर की ,
" अरे दामाद जी , बता दीजिये न , अगर मरवाया भी होगा तो क्या हुआ ,... "
मम्मी बोलीं ,
पर बुआ ने अपने बहुओं को ललकारा ,
" ई स्साला तो मादरचोद , रंडी का जना , लेकिन तुम सब आधी दर्जन से ऊपर सलहज हो , खोल के ऊँगली डाल के चेक कर लो , अगर ,... "
और मेरी गाँव की भाभी , वही जो रीतू भाभी से आगे थीं और लगती भी उनकी जेठानी थीं , गांव के रिश्ते से , रीतू भाभी को बोला
" देख , जितना टाइम तू दे रही हो न नन्दोई को , ... उतनी देर में तो हम पैंट सरका के गांड में ऊँगली डाल के चेक कर लेते , ... चलो , तू पैंट सरकाओ मैं आती हूँ , "
रीतू भाभी , जब तक कुछ सोचती नाउन की बहु ने उनकी पैंट के सारे बटन खोल दिए
और वो सरकाना शुरू ही कर रही थी की उन्होंने , कबूल दिया
" नहीं नहीं , ... कभी नहीं मरवाया "
सब साली सलहज सास उनकी बात ध्यान से सुन रहे थे , तबतक बुआ ने हड़का लिया ,
" क्या नहीं नहीं बोल रहे हो , साफ़ साफ बोल। वरना ,... "
और नाउन की बहु ने एक बार फिर पैंट सरकाना , और वो जानते थे उनकी सास क्या बात सुनना चाहती हैं उनसे , और उन्होंने बोल दिया ,
" कभी नहीं ,... गाँड़ कभी नहीं मरवाया , सच्ची , जिसकी कसम कहिये उसकी कसम , मेरी गांड , कभी नहीं ,... "
" साफ़ साफ़ बोल न , तो अभी तक पिछवाड़ा कोरा है तेरा "
बुआ ने एकदम साफ़ पूछा और उन्होंने जोर से हाँ बोली।
सब मुस्करा रहे थे लेकिन बिना बोले सुन रहे थे , तब तक मेरी बंबई वाली भाभी बोल पड़ीं ,
" अब नन्दोई जी ये मत कहियेगा की पिछवाड़ा कोरा है तो अगवाड़ा भी कोरा है , अब तक किसी के साथ ,... "
" हाँ , नहीं , मैंने किसी के साथ भी अभी तक किसी के साथ भी नहीं किया , कुछ भी नहीं " वो झुके झुके बोल पड़े।
मम्मी के इतना कहने का असर था की वो झुकने वाले ही थे की उन्हें अपनी किसी मायके वाली की सिखाई गयी कोई ट्रिक याद आ गयी , और इतना गरियाने का असर ये हो गया था की अब इनकी जुबान थोड़ी खुलने लगी थी ,
रीतू भाभी जो रस्म करवा रहीं थी , उनसे ये बोले ,
" पहले अपनी ननद को झुकाइये न , ... लेडीज फर्स्ट ,... मैं भी उसके बाद इन कुल देवी के पैर छू लूंगा ,... "
पर उनकी सालिया कम नहीं थी , मंझली ( मुझसे छोटी ) बोली ,
" जीजू , हम लोगन के यहाँ बेटियां घर की देवी होती हैं , तो एक देवी कैसे दूसरी देवी के सामने ,... इसलिए यहाँ अभी आपको ही झुकना पडेगा , ... और देर करियेगा तो घाटा आपको ही होगा , पूरे तीन साल का इंतजार ,... मम्मी ने बोला ही था ,... "
और वो झुक गए ,
सब लड़कियां औरतें हंसने लगी की रीतू भाभी ने सबको मुंह पर ऊँगली का इशारा करके चुप रहने को कहा ,
अभी आठ आने का खेल तो बचा ही था।
" अरे नन्दोई जी तानी और निहुरा , ... हाँ ऐसे , ... "
और रीतू भाभी ने उनका सर पकड़ के उस ' कुल देवी ' के सामने पूरी तरह झुका दिया , ...
तब तक पीछे से गाँव की एक उनकी सलहज ने आवाज लगाई ,
" अरे पिछवाड़ा और उठावा , घोड़ी बन जा घोड़ी , बचपन में जैसे गांड मरवावत क घोड़ी बनते रहे होंगे न एकदम वैसे ही , ... "
उन्होंने पिछवाड़ा और उठा दिया ,
सच में एकदम ,... और मारे हंसी के साली , सलहज , उनकी सास सब , ... नाउन क बहु ( गाँव के रिश्ते से उनकी सलहज ही तो लगती थी ) बोल उठी
" लगता है ननदोई बचपन में खूब गाँड़ मरवाये रहें , ,... और अभी भी ऐसे चिकने , कतौं एहह गाँव के लौण्डेबाजों के चक्कर में पड़ गए , ... तभी अभी तक आदत गयी नहीं है , ... "
" स्साले , गांडू , तभी तो हम लोग मांडव में इन्हे गंडुवा , कह रहे थे "
एक किसी भाभी ने बोला
तो उनकी साली को , छुटकी को थोड़ा अटपटा लगा , पर चंदा ने समझाया ,
" अरे छुटकी भाभी सही तो कह रही हैं , जीजू की सारी बहने , ..हमारे सब भाई लोग अरहर , गन्ने के खेत में उनपर चढ़े होंगे , सब ,... कोई भी बिना चुदे नहीं जाएंगे , ... तो जिस गाँव में जीजू की बहने थोक भाव से चुदवा रही हों , एक एक पे तीन तीन , ...
और जीजू को न बिस्वास हो तो अपने मायके लौट के अपनी बहनन से पूछ लें , ... छिनार लौंड़े क भूखी चाहे जीतनी हो लेकिन बोलती सच हैं , खुदे कबूल देंगी , नाहीं तो सबकी चूँची , गाल पर इनके सालों के दांत क निशान , हफ्ता भर पहले से न जाई ,...
तो जीजू तो आज से इस पूरे गाँव के साले हए न ,...
और गांडू तो जीजू से पूछ लेते हैं न साफ़ साफ़ ,... जीजू साली सलहज से क्या छिपाना , बोलिये न आपने सबसे पहले किस क्लास में गांड मरवाई , बोलिये न ,...कुल देवी के सामने झुके हैं झूठ मत बोलियेगा। "
वो बेचारे क्या बोलते , रीतू भाभी बोलीं ,
" जल्दी बोलिये न वरना मैं चेक कर के देख लुंगी "
उनकी पैंट से बेल्ट तो उनकी सालियों ने गायब कर दी , एक दो बटने भी , और अब एक दो हुक बटन खोल कर , रीतू भाभी ने पैंट के पिछवाड़े दो चार ऊँगली अंदर की ,
" अरे दामाद जी , बता दीजिये न , अगर मरवाया भी होगा तो क्या हुआ ,... "
मम्मी बोलीं ,
पर बुआ ने अपने बहुओं को ललकारा ,
" ई स्साला तो मादरचोद , रंडी का जना , लेकिन तुम सब आधी दर्जन से ऊपर सलहज हो , खोल के ऊँगली डाल के चेक कर लो , अगर ,... "
और मेरी गाँव की भाभी , वही जो रीतू भाभी से आगे थीं और लगती भी उनकी जेठानी थीं , गांव के रिश्ते से , रीतू भाभी को बोला
" देख , जितना टाइम तू दे रही हो न नन्दोई को , ... उतनी देर में तो हम पैंट सरका के गांड में ऊँगली डाल के चेक कर लेते , ... चलो , तू पैंट सरकाओ मैं आती हूँ , "
रीतू भाभी , जब तक कुछ सोचती नाउन की बहु ने उनकी पैंट के सारे बटन खोल दिए
और वो सरकाना शुरू ही कर रही थी की उन्होंने , कबूल दिया
" नहीं नहीं , ... कभी नहीं मरवाया "
सब साली सलहज सास उनकी बात ध्यान से सुन रहे थे , तबतक बुआ ने हड़का लिया ,
" क्या नहीं नहीं बोल रहे हो , साफ़ साफ बोल। वरना ,... "
और नाउन की बहु ने एक बार फिर पैंट सरकाना , और वो जानते थे उनकी सास क्या बात सुनना चाहती हैं उनसे , और उन्होंने बोल दिया ,
" कभी नहीं ,... गाँड़ कभी नहीं मरवाया , सच्ची , जिसकी कसम कहिये उसकी कसम , मेरी गांड , कभी नहीं ,... "
" साफ़ साफ़ बोल न , तो अभी तक पिछवाड़ा कोरा है तेरा "
बुआ ने एकदम साफ़ पूछा और उन्होंने जोर से हाँ बोली।
सब मुस्करा रहे थे लेकिन बिना बोले सुन रहे थे , तब तक मेरी बंबई वाली भाभी बोल पड़ीं ,
" अब नन्दोई जी ये मत कहियेगा की पिछवाड़ा कोरा है तो अगवाड़ा भी कोरा है , अब तक किसी के साथ ,... "
" हाँ , नहीं , मैंने किसी के साथ भी अभी तक किसी के साथ भी नहीं किया , कुछ भी नहीं " वो झुके झुके बोल पड़े।