03-07-2020, 09:33 AM
एक खास रसम
अब रीतू भाभी मैदान में आ गयीं , साथ में मम्मी और बुआ भी , रीतू भाभी ने शुरू की ,
" नन्दोई जी बस अब दो चार रसम बची हैं , कोहबर की , उहो खतम कर दीजिये , ... बस सुबह सबेरे बिदायी और हमारी ननद आप के हवाले है न , "
इन्होने मुस्करा के सर हिलाया पर मैं जानती थी अपनी रीतू भाभी को ,
कोई बड़ा विस्फोट होने वाला है ,
और उनकी बात खतम होने के पहले ही , बुआ ने नाउन को रवाना होने का हुक्म दे दिया ,
" सुन सिवपूजन बहू , तानी जाय के दुलहा क छुटकी बहिनिया , अरे काव नाम है , हाँ गुड्डी , अरे वही जउन जुतवा छिपाये थी , हाँ , ... तानी बोलय लावा ओके , ... बोल दिहा एक रसम में ओकर जरूरत हाउ और नेग अच्छा मिली ,... जल्दी "
उनके कुछ समझ में नहीं आया , तो रीतू भाभी ने उन्हें प्यार से धीमे धीमे समझाया ,
' असल में हमारे गाँव में एक बड़ी पुरानी रस्म है , ... अब अच्छा बुरा नहीं , बस रस्म है तो हर इस गाँव के दूल्हे को करनी पड़ती है , तभी लड़की मिलती है उसे इस गाँव की ,... "
" अरे तो जीजू करेंगे न , आपने समझा क्या है हमारे जीजू को , दीदी के लिए तो ये कुछ भी , .. अभी देखिये अपनी माँ बहन सब का सच सच हाल सुनाया की नहीं , और वादा भी किया की हमारे घर के सब मर्दों के साथ ,... मैंने तो रिकार्ड भी कर लिया है ,... आप भाभी बोलिये तो "
मेरी एक छोटी बहन अपने जीजू का साथ देती बोली .
" वो तो मुझे मालूम है , इसलिए तो कह रही हूँ , ...नन्दोई जी से , तो नन्दोई जी रसम ये है की , दूल्हे को अपनी बहन के साथ , ..सगी तो कोई आपकी है नहीं तो ममेरी ही सही , ... और दूसरी शर्त वह बहन कुँवारी हो , कुँवारी का मतलब ये नहीं की शादी नहीं हुयी , इसका मतलब की ,... "
पर रीतू भाभी की लम्बी चौड़ी बातें बुआ जी को नागवार गुजरीं ,
वो साफ़ साफ़ बोलीं ,
" अरे तूँहूँ , अरे साफ़ साफ़ बोल न , कुँवारी मतलब जउन चोदवाये न हो , जेकर बुर फटी न हो , .. वइसन बहिन , ... तोहार बाकी बहिन तोह यह टाइम घरातिन क लड़कन मरदन के साथ चोदवाय रही होंगी , बल्कि एक राउंड तो ,...
इहे तोहार ममेरी बहिन बची हैं , तो बस इन्ही कोहबर में , सबके सामने ओके चोदना होगा , बस ओकर बुरिया फाड़ दा , खून खच्चर होय जाए सबके सामने बस ,... "
" खाली खून खच्चर काहें , अरे जीजू आपन गाढ़ी रबड़ी मलाई भी खिलाएंगे उसे सबके सामने , और हम लोग उस साली छिनार की बुर में ऊँगली डाल डाल कर उसकी बुर में से मलाई निकाल के दिखाएंगी , देखिये जीजू ने कोहबर में सब बात मानी है अबतक तो ये भी ,...
आखिर सब के सामने माने हैं की वो , वो एकदम नंबरी बहनचोद है , मादरचोद हैं , ...
और उनकी बहने सब नंबरी छिनार , रंडी नंबर वन है , ...
तो जीजू बहनचोद , जब इनको बहनचोद होने में सरम नहीं तो बहन चोदने में काहें सरम होगी , ...
बुआ बोलाइये उसको , जीजू से उस छिनार को चुदवाने की गारंटी मेरी , ... "
ये चंदा थी , मेरी सहेली से ज्यादा बहन और इनकी साली।
तब तक , मम्मी मैदान में आ गयीं अपने दामाद का साथ देने के लिए ,
" तुम सब भी न इनकी सालिया मेरे सीधे सादे दामाद का , अरे ये बहन चोद , मादरचोद अपने से थोड़े हुए ,
ये सब तेरी ननदें , सासें , खुद आ के खोल के खड़ी हो जाती हैं , भइया चोद दो न बहुत मन कर रहा है , तो ये बेचारा चोद देता है ,
अरे कतौं गदहन से , कुत्ता से ,... तो, दामाद जी , असल में ई रस्म अजीब तो है , लेकिन उसका एक मतलब भी है , ..
अब देखो शादी तो हो गयी तो बिदाई होगी ही ,आज नहीं होगी तो तीन साल बाद होगी ,
इनकी सास एक मिनट के लिए रुकीं , फिर अरथा अरथा कर समझाया
लेकिन रस्म का मतलब है कहीं दूल्हे में। ..असल में, कसी कुँवारी बिन चुदी चूत वो चोद सकता है की नहीं , तो सबसे अच्छा टेस्ट है की एक कुँवारी बिन चुदी चूत हम लोग अपने सामने चोदवा के देख लेंगे , तोहार सास , सलहज ,... कउनो परेशानी होई अगर छेद ढूंढने में , सटाने में , तोहार सास सलहज है न मदद कराये देंगी।
तो एक बार बस सबके सामने चोद दोगे उसको न , ... तो तोहार भी पक्की प्रैक्टिस हो जाएगी , हम लोगों को भी बिस्वास हो जाएगा , और सबेरे दुल्हिन बिदा कराय के ले जाओ , ... "
" और ई मत डरियेगा की कतौं गाभिन हो जाएगी , ... बारात क कुल लौंडियन को आते ही पिल दे दिया गया है , अब चाहे जिससे चाहे चोदवाये गाभिन हो ने का खतरा नहीं है "
रीतू भाभी , उनकी सलहज ने उन्हें आश्वस्त किया
लेकिन चंदा उनकी साली ने तुरंत शुद्धि पत्र जारी किया ,
" हाँ भौजी , हमहि तो खिलाये हैं सबों को , लेकिन खाली उन्ही को जेनकर शादी नहीं हुयी , और जीजू के जेतन शादी शुदा बहिन हैं , उनको नहीं , ... ठीक नौ महीने बाद जीजू मामा बनेंगे , उनकी ससुरारी क निशानी। :
" और नन्दोई जी ये मत सोचियेगा , की वो छिनरपना करेगी , ... तोहार बहिन , बस आने दीजिये , उसका कपडा उतारने की निहुराने की , टाँगे फ़ैलाने की जिम्मेदारी सलहज लोगों की है , और साली सलहज कस के पकड़ के दबोच के रखेंगी , चिचियाने दीजियेगा उसको , बस पकड़ के चोद दीजियेगा , रस्म पूरी। "
उनकी सलहज बोली।
चंदा थी न उनकी साली अपने जीजू का साथ देने वाली , उसने अपने कान इनके होंठों के पास लगाए , थोड़ी देर मुस्कराहट बिखेरी , ...
फिर बोली
अब रीतू भाभी मैदान में आ गयीं , साथ में मम्मी और बुआ भी , रीतू भाभी ने शुरू की ,
" नन्दोई जी बस अब दो चार रसम बची हैं , कोहबर की , उहो खतम कर दीजिये , ... बस सुबह सबेरे बिदायी और हमारी ननद आप के हवाले है न , "
इन्होने मुस्करा के सर हिलाया पर मैं जानती थी अपनी रीतू भाभी को ,
कोई बड़ा विस्फोट होने वाला है ,
और उनकी बात खतम होने के पहले ही , बुआ ने नाउन को रवाना होने का हुक्म दे दिया ,
" सुन सिवपूजन बहू , तानी जाय के दुलहा क छुटकी बहिनिया , अरे काव नाम है , हाँ गुड्डी , अरे वही जउन जुतवा छिपाये थी , हाँ , ... तानी बोलय लावा ओके , ... बोल दिहा एक रसम में ओकर जरूरत हाउ और नेग अच्छा मिली ,... जल्दी "
उनके कुछ समझ में नहीं आया , तो रीतू भाभी ने उन्हें प्यार से धीमे धीमे समझाया ,
' असल में हमारे गाँव में एक बड़ी पुरानी रस्म है , ... अब अच्छा बुरा नहीं , बस रस्म है तो हर इस गाँव के दूल्हे को करनी पड़ती है , तभी लड़की मिलती है उसे इस गाँव की ,... "
" अरे तो जीजू करेंगे न , आपने समझा क्या है हमारे जीजू को , दीदी के लिए तो ये कुछ भी , .. अभी देखिये अपनी माँ बहन सब का सच सच हाल सुनाया की नहीं , और वादा भी किया की हमारे घर के सब मर्दों के साथ ,... मैंने तो रिकार्ड भी कर लिया है ,... आप भाभी बोलिये तो "
मेरी एक छोटी बहन अपने जीजू का साथ देती बोली .
" वो तो मुझे मालूम है , इसलिए तो कह रही हूँ , ...नन्दोई जी से , तो नन्दोई जी रसम ये है की , दूल्हे को अपनी बहन के साथ , ..सगी तो कोई आपकी है नहीं तो ममेरी ही सही , ... और दूसरी शर्त वह बहन कुँवारी हो , कुँवारी का मतलब ये नहीं की शादी नहीं हुयी , इसका मतलब की ,... "
पर रीतू भाभी की लम्बी चौड़ी बातें बुआ जी को नागवार गुजरीं ,
वो साफ़ साफ़ बोलीं ,
" अरे तूँहूँ , अरे साफ़ साफ़ बोल न , कुँवारी मतलब जउन चोदवाये न हो , जेकर बुर फटी न हो , .. वइसन बहिन , ... तोहार बाकी बहिन तोह यह टाइम घरातिन क लड़कन मरदन के साथ चोदवाय रही होंगी , बल्कि एक राउंड तो ,...
इहे तोहार ममेरी बहिन बची हैं , तो बस इन्ही कोहबर में , सबके सामने ओके चोदना होगा , बस ओकर बुरिया फाड़ दा , खून खच्चर होय जाए सबके सामने बस ,... "
" खाली खून खच्चर काहें , अरे जीजू आपन गाढ़ी रबड़ी मलाई भी खिलाएंगे उसे सबके सामने , और हम लोग उस साली छिनार की बुर में ऊँगली डाल डाल कर उसकी बुर में से मलाई निकाल के दिखाएंगी , देखिये जीजू ने कोहबर में सब बात मानी है अबतक तो ये भी ,...
आखिर सब के सामने माने हैं की वो , वो एकदम नंबरी बहनचोद है , मादरचोद हैं , ...
और उनकी बहने सब नंबरी छिनार , रंडी नंबर वन है , ...
तो जीजू बहनचोद , जब इनको बहनचोद होने में सरम नहीं तो बहन चोदने में काहें सरम होगी , ...
बुआ बोलाइये उसको , जीजू से उस छिनार को चुदवाने की गारंटी मेरी , ... "
ये चंदा थी , मेरी सहेली से ज्यादा बहन और इनकी साली।
तब तक , मम्मी मैदान में आ गयीं अपने दामाद का साथ देने के लिए ,
" तुम सब भी न इनकी सालिया मेरे सीधे सादे दामाद का , अरे ये बहन चोद , मादरचोद अपने से थोड़े हुए ,
ये सब तेरी ननदें , सासें , खुद आ के खोल के खड़ी हो जाती हैं , भइया चोद दो न बहुत मन कर रहा है , तो ये बेचारा चोद देता है ,
अरे कतौं गदहन से , कुत्ता से ,... तो, दामाद जी , असल में ई रस्म अजीब तो है , लेकिन उसका एक मतलब भी है , ..
अब देखो शादी तो हो गयी तो बिदाई होगी ही ,आज नहीं होगी तो तीन साल बाद होगी ,
इनकी सास एक मिनट के लिए रुकीं , फिर अरथा अरथा कर समझाया
लेकिन रस्म का मतलब है कहीं दूल्हे में। ..असल में, कसी कुँवारी बिन चुदी चूत वो चोद सकता है की नहीं , तो सबसे अच्छा टेस्ट है की एक कुँवारी बिन चुदी चूत हम लोग अपने सामने चोदवा के देख लेंगे , तोहार सास , सलहज ,... कउनो परेशानी होई अगर छेद ढूंढने में , सटाने में , तोहार सास सलहज है न मदद कराये देंगी।
तो एक बार बस सबके सामने चोद दोगे उसको न , ... तो तोहार भी पक्की प्रैक्टिस हो जाएगी , हम लोगों को भी बिस्वास हो जाएगा , और सबेरे दुल्हिन बिदा कराय के ले जाओ , ... "
" और ई मत डरियेगा की कतौं गाभिन हो जाएगी , ... बारात क कुल लौंडियन को आते ही पिल दे दिया गया है , अब चाहे जिससे चाहे चोदवाये गाभिन हो ने का खतरा नहीं है "
रीतू भाभी , उनकी सलहज ने उन्हें आश्वस्त किया
लेकिन चंदा उनकी साली ने तुरंत शुद्धि पत्र जारी किया ,
" हाँ भौजी , हमहि तो खिलाये हैं सबों को , लेकिन खाली उन्ही को जेनकर शादी नहीं हुयी , और जीजू के जेतन शादी शुदा बहिन हैं , उनको नहीं , ... ठीक नौ महीने बाद जीजू मामा बनेंगे , उनकी ससुरारी क निशानी। :
" और नन्दोई जी ये मत सोचियेगा , की वो छिनरपना करेगी , ... तोहार बहिन , बस आने दीजिये , उसका कपडा उतारने की निहुराने की , टाँगे फ़ैलाने की जिम्मेदारी सलहज लोगों की है , और साली सलहज कस के पकड़ के दबोच के रखेंगी , चिचियाने दीजियेगा उसको , बस पकड़ के चोद दीजियेगा , रस्म पूरी। "
उनकी सलहज बोली।
चंदा थी न उनकी साली अपने जीजू का साथ देने वाली , उसने अपने कान इनके होंठों के पास लगाए , थोड़ी देर मुस्कराहट बिखेरी , ...
फिर बोली