30-06-2020, 01:41 PM
मुझे याद आया कि मुझे उठने के बाद मौका ही नहीं दिया था साला हरामी। तभी आसिफ़ लौट आया एक बड़ा सा पैकेट ले कर और हम दोनों को नंगा देख पूछा- चोद लिया इसको अब्बू?
वकार बोला-“हाँ बच्चे, गीले खेत में बीज डाल दिया इस बार।
यह सुन मैं मस्त हो गई, और थोड़ी चिंतित भी। मैं बाथरुम में चली गई।
मैं जब नहा कर आई तो आसिफ़ मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार था। एक बार मुझे उसने अपने अब्बू के सामने चोदा और फ़िर मुझे वो पैकेट दे दिया कि अब मैं ये कपड़े उन बाप-बेटों के सामने पहनूँ।
मैं नंगी ही उठी और बाथरुम में जा कर अपने आप को साफ़ किया फ़िर नंगी ही लौटी और पैकेट खोला। उसमें एक खूबसूरत सा गुलाबी सिल्क का जरी-काम वाला डिजायनर सलवार-सूट था और एक लाल रेशमी धागे से काम किया हुआ मैरून रंग का ब्रा-पैन्टी का सेट।
मैंने एक-एक कर के कपड़े पहने और आसिफ़ सामने खड़ा हो कर मेरे बदन और मुझे कपड़ों को एक-एक कर पहनते हुए अपने मोबाईल फ़ोन से वीडियो बनाता रहा। हम सबने रात का खाना खाया। वो दोनों भी थक गये थे, सो अब हम सब बैठ कर टीवी देखने लगे और इधर-उधर की बातें करने लगे। हम सब सो गये और अगले दिन करीब 8 बजे सुबह सूरी आ गया। हम सबने साथ में चाय पी और फ़िर सूरी मुझे ले कर आ गया।
वकार बोला-“हाँ बच्चे, गीले खेत में बीज डाल दिया इस बार।
यह सुन मैं मस्त हो गई, और थोड़ी चिंतित भी। मैं बाथरुम में चली गई।
मैं जब नहा कर आई तो आसिफ़ मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार था। एक बार मुझे उसने अपने अब्बू के सामने चोदा और फ़िर मुझे वो पैकेट दे दिया कि अब मैं ये कपड़े उन बाप-बेटों के सामने पहनूँ।
मैं नंगी ही उठी और बाथरुम में जा कर अपने आप को साफ़ किया फ़िर नंगी ही लौटी और पैकेट खोला। उसमें एक खूबसूरत सा गुलाबी सिल्क का जरी-काम वाला डिजायनर सलवार-सूट था और एक लाल रेशमी धागे से काम किया हुआ मैरून रंग का ब्रा-पैन्टी का सेट।
मैंने एक-एक कर के कपड़े पहने और आसिफ़ सामने खड़ा हो कर मेरे बदन और मुझे कपड़ों को एक-एक कर पहनते हुए अपने मोबाईल फ़ोन से वीडियो बनाता रहा। हम सबने रात का खाना खाया। वो दोनों भी थक गये थे, सो अब हम सब बैठ कर टीवी देखने लगे और इधर-उधर की बातें करने लगे। हम सब सो गये और अगले दिन करीब 8 बजे सुबह सूरी आ गया। हम सबने साथ में चाय पी और फ़िर सूरी मुझे ले कर आ गया।