27-02-2019, 10:21 PM
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नदी नारे न जाओ
![[Image: sixteen-47255b6ae1833abe8b6dc27abfd8dc94.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen-47255b6ae1833abe8b6dc27abfd8dc94.md.jpg)
अठारहवीं फुहार
![[Image: sixteen1.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen1.md.jpg)
अगले दिन जब पूरबी मुझे लेने गयी तो आंगन में काफी धूप निकल चुकी थी। बहुत दिनों के बाद आज मौसम खुला था।
चन्दा के घर कुछ मेहमान आये थे इसलिये वह आज खाली नहीं थी। बसंती और भाभी आंगन में बैठे थे और बसंती मुन्ने को तेल लगा रही थी। तेल लगाते-लगाते, बसंती ने मेरी ओर देखकर, मालिश करते बोला-
आटा पाटा दही का लाटा, मुन्ने की बुआ का लहंगा फाटा।
भाभी ने मजाक में मुझसे धीरे से पूछा- क्यों लहंगे के अंदर वाला अभी फटा की नहीं।
मैंने मुश्कुराकर हामी में सर हिला दिया और उनका चेहरा खिल उठा। थोड़ी देर में, गीता, कजरी और नीरा भी नदी नहाने के लिये इकठ्ठा हो आयीं और हम लोग चल दिये।
मेरी समझ में नहीं आ रहा था की हम लोग नदी में नहायेंगे कैसे… क्योंकी बदलने के लिये कपड़ा हम लोगों ने लिया नहीं था। पर नदी के किनारे पहुँच कर मेरे समझ में आ गया।
सब लड़कियों ने साड़ी चोली उतार दी थी और अपना साया खूब कस के अपने सीने के ऊपर बांध रखा था। नहाने के बाद सिर्फ साड़ी चोली में घर वापस आ जातीं और गीले पेटीकोट साथ ले आतीं।
वह जगह एकदम एकांत में थी और मुझे गीता ने बताया कि औरतों का घाट होने के परण वहां मर्द नहीं आते। सबकी तरह मैंने भी अपने जोबन के ऊपर पेटीकोट बांध लिया और नदी में घुस गयी।
![[Image: sixteen-girls-river-bath-download.jpg]](https://i.ibb.co/TM0D4gZ/sixteen-girls-river-bath-download.jpg)
पर थोड़ी देर में ही छेड़छाड़ शुरू हो गयी। पानी के जोर से सबका पेटीकोट ऊपर हो जाता और पूरा शरीर भीग रहा था। तभी मैंने पाया कि गीता ने पानी के अंदर घुसकर मेरे जोबन पकड़ लिये और मसलने लगी।
मैं क्यों छोड़ती, मैंने भी उसके उभारों को पकड़ के कस के दबा दिया।
तब तक कजरी भी मैदान में आ गयी और वह मेरे जांघों के बीच हाथ रगड़ने लगी। कुछ देर तक मैं और गीता एक दूसरे की चूचियां दबाते रहे पर तभी मैंने देखा कि पूरबी मुझे इशारे से बुला रही है। मैं जैसे ही उसकी ओर मुड़ी, गीता और कजरी एक दूसरे के साथ चालू हो गयीं।
पूरबी नीरा के पास नहा रही थी। उसने मुझसे आँख मारकर इशारे से पूछा-
![[Image: teen-young-19807615.jpg]](https://i.ibb.co/m80zPty/teen-young-19807615.jpg)
“क्यों इस कच्ची कली का मजा लेना है…”
मैंने कहा- “अभी बहुत छोटी है…”
पूरबी बोली- “जरा नीचे का चेक करो, छोटी वोटी कुछ नहीं है…”
जब तक वो बेचारी कुछ समझती, मैंने उसकी जांघों के बीच में हाथ डालकर कस के दबोच लिया था।
उसकी छोटी-छोटी काली झांटें मेरे हाथ में आ गयीं।
जब तक वह कुछ बोलती, पूरबी ने उसके दोनों छोटे छोटे उभरते उभारों को कस के पकड़ लिया था और मजे ले-लेकर दबा रही थी।
मुझे सुनील की याद गयी कि कल कैसे कस-कस के उसने मेरी चूत फाड़ी थी और आज उसकी बहन…
मैंने अपनी उंगली का टिप उसकी चूत में बिना सोचे डाल दी।
मेरा दूसरा हाथ उसके छोटे-छोटे चूतड़ दबा रहा था।
![[Image: pussy-fingering-CU.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/pussy-fingering-CU.md.jpg)
हम लोग इतनी मस्ती कर रहे थे पर ऊपर से कुछ पता नहीं चलता, क्योंकी हमारे हाथ जो शैतानियां कर रहे थे वो पानी के अंदर थे।
बहुत देर तक उसको छेड़ने मजा लेने के बाद, अचानक पूरबी ने पैंतरा बदलकर मेरे जोबन दबाने चालू कर दिये।
![[Image: lez-boobs-massage.jpg]](https://i.ibb.co/M8C5frc/lez-boobs-massage.jpg)
पर जब मैं उसकी चूचियां पकड़ने लगी तो वो तैरकर दूर निकल गयी।
पर उसे ये नहीं पता था की मैं भी पानी की मछली हूं। मैं इंटर-कॉलेज तैराकी चैम्पियन थी।
मैंने भी उसका पीछा किया। जब मैंने उसे पकड़ा तो वो जगह एकदम एकांत में थी।
नदी में तेज मोड़ आ आया था और वहां से हमारी सहेलियां क्या, कुछ भी नहीं दिख रहा था।
दोनों ओर किनारे खूब ऊँचे और घने लंबे पेड़ थे। पानी की धार भी वहां एकदम कम थी।
पूरबी पानी में खड़ी हो गयी। वहां उसके सीने से थोड़ा ही कम पानी था और पेटीकोट के भीग जाने से, उसके पत्थर से कठोर स्तन एकदम साफ दिख रहे थे।
मैंने पीछे से उसे पकड़कर उसके भरपूर जोबन कस-कस के दबाने शुरू कर दिये।
![[Image: lez-dom-boobs.jpg]](https://i.ibb.co/tJCHtQY/lez-dom-boobs.jpg)
पर वो भी कम नहीं थी।
थोड़ी देर में मेरे हाथ से मछली की तरह वो फिसल गयी और तैर कर सामने आ गयी। जब उसने मेरे सीने की ओर हाथ बढ़ाया, तो मैंने अपने दोनों उभारों को हाथ से छिपा लिया।
पर मुझे क्या मालूम था कि उसका इरादा कुछ और है।
उसने एक झटके में मेरे पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया और जब तक मैं सम्हलूं, पानी के अंदर घुसकर उसने नीचे से उसे खींच लिया और यह जा वह जा।
मैं भी उसके पीछे तैरी।
![[Image: sixteen-girl-river-download.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen-girl-river-download.jpg)
थोड़ी देर मेरा पेटीकोट हाथ में लिये, वो मुझ चैलेंज करती रही पर जब मैं पास में पहुँची तो उसने उसे किनारे पर दूर फेंक दिया।
पहली बार इस तरह खुले आसमान के नीचे, नदी में मैं पूरी तरह निर्वस्त्र तैर रही थी।
नदी का पानी मेरे जोबन, जांघों के बीच सहला रहा था।
जल्द ही मैंने उसे धर पकड़ा, पर पूरबी पहले से तैयार थी और उसने अपने साये का नाड़ा कस के पकड़ रखा था।
काफी देर खींचातानी के बाद भी जब मैं उसका हाथ नहीं हटा पायी तो उसकी जांघों के बीच हाथ डालकर मैंने कसकर उसकी चूत को पकड़कर मसल दिया।
अपने आप उसका हाथ नीचे चला आया और मैंने उसका नाड़ा खोलकर पेटीकोट खींच दिया। जब तक वह मुझे पकड़ती मैंने उसका पेटीकोट भी वहीं फेंक दिया, जहां मेरा पेटीकोट पड़ा था।
अब हम दोनों एक जैसे थे।
![[Image: sixteen-47255b6ae1833abe8b6dc27abfd8dc94.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen-47255b6ae1833abe8b6dc27abfd8dc94.md.jpg)
अठारहवीं फुहार
![[Image: sixteen1.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen1.md.jpg)
अगले दिन जब पूरबी मुझे लेने गयी तो आंगन में काफी धूप निकल चुकी थी। बहुत दिनों के बाद आज मौसम खुला था।
चन्दा के घर कुछ मेहमान आये थे इसलिये वह आज खाली नहीं थी। बसंती और भाभी आंगन में बैठे थे और बसंती मुन्ने को तेल लगा रही थी। तेल लगाते-लगाते, बसंती ने मेरी ओर देखकर, मालिश करते बोला-
आटा पाटा दही का लाटा, मुन्ने की बुआ का लहंगा फाटा।
भाभी ने मजाक में मुझसे धीरे से पूछा- क्यों लहंगे के अंदर वाला अभी फटा की नहीं।
मैंने मुश्कुराकर हामी में सर हिला दिया और उनका चेहरा खिल उठा। थोड़ी देर में, गीता, कजरी और नीरा भी नदी नहाने के लिये इकठ्ठा हो आयीं और हम लोग चल दिये।
मेरी समझ में नहीं आ रहा था की हम लोग नदी में नहायेंगे कैसे… क्योंकी बदलने के लिये कपड़ा हम लोगों ने लिया नहीं था। पर नदी के किनारे पहुँच कर मेरे समझ में आ गया।
सब लड़कियों ने साड़ी चोली उतार दी थी और अपना साया खूब कस के अपने सीने के ऊपर बांध रखा था। नहाने के बाद सिर्फ साड़ी चोली में घर वापस आ जातीं और गीले पेटीकोट साथ ले आतीं।
वह जगह एकदम एकांत में थी और मुझे गीता ने बताया कि औरतों का घाट होने के परण वहां मर्द नहीं आते। सबकी तरह मैंने भी अपने जोबन के ऊपर पेटीकोट बांध लिया और नदी में घुस गयी।
![[Image: sixteen-girls-river-bath-download.jpg]](https://i.ibb.co/TM0D4gZ/sixteen-girls-river-bath-download.jpg)
पर थोड़ी देर में ही छेड़छाड़ शुरू हो गयी। पानी के जोर से सबका पेटीकोट ऊपर हो जाता और पूरा शरीर भीग रहा था। तभी मैंने पाया कि गीता ने पानी के अंदर घुसकर मेरे जोबन पकड़ लिये और मसलने लगी।
मैं क्यों छोड़ती, मैंने भी उसके उभारों को पकड़ के कस के दबा दिया।
तब तक कजरी भी मैदान में आ गयी और वह मेरे जांघों के बीच हाथ रगड़ने लगी। कुछ देर तक मैं और गीता एक दूसरे की चूचियां दबाते रहे पर तभी मैंने देखा कि पूरबी मुझे इशारे से बुला रही है। मैं जैसे ही उसकी ओर मुड़ी, गीता और कजरी एक दूसरे के साथ चालू हो गयीं।
पूरबी नीरा के पास नहा रही थी। उसने मुझसे आँख मारकर इशारे से पूछा-
![[Image: teen-young-19807615.jpg]](https://i.ibb.co/m80zPty/teen-young-19807615.jpg)
“क्यों इस कच्ची कली का मजा लेना है…”
मैंने कहा- “अभी बहुत छोटी है…”
पूरबी बोली- “जरा नीचे का चेक करो, छोटी वोटी कुछ नहीं है…”
जब तक वो बेचारी कुछ समझती, मैंने उसकी जांघों के बीच में हाथ डालकर कस के दबोच लिया था।
उसकी छोटी-छोटी काली झांटें मेरे हाथ में आ गयीं।
जब तक वह कुछ बोलती, पूरबी ने उसके दोनों छोटे छोटे उभरते उभारों को कस के पकड़ लिया था और मजे ले-लेकर दबा रही थी।
मुझे सुनील की याद गयी कि कल कैसे कस-कस के उसने मेरी चूत फाड़ी थी और आज उसकी बहन…
मैंने अपनी उंगली का टिप उसकी चूत में बिना सोचे डाल दी।
मेरा दूसरा हाथ उसके छोटे-छोटे चूतड़ दबा रहा था।
![[Image: pussy-fingering-CU.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/pussy-fingering-CU.md.jpg)
हम लोग इतनी मस्ती कर रहे थे पर ऊपर से कुछ पता नहीं चलता, क्योंकी हमारे हाथ जो शैतानियां कर रहे थे वो पानी के अंदर थे।
बहुत देर तक उसको छेड़ने मजा लेने के बाद, अचानक पूरबी ने पैंतरा बदलकर मेरे जोबन दबाने चालू कर दिये।
![[Image: lez-boobs-massage.jpg]](https://i.ibb.co/M8C5frc/lez-boobs-massage.jpg)
पर जब मैं उसकी चूचियां पकड़ने लगी तो वो तैरकर दूर निकल गयी।
पर उसे ये नहीं पता था की मैं भी पानी की मछली हूं। मैं इंटर-कॉलेज तैराकी चैम्पियन थी।
मैंने भी उसका पीछा किया। जब मैंने उसे पकड़ा तो वो जगह एकदम एकांत में थी।
नदी में तेज मोड़ आ आया था और वहां से हमारी सहेलियां क्या, कुछ भी नहीं दिख रहा था।
दोनों ओर किनारे खूब ऊँचे और घने लंबे पेड़ थे। पानी की धार भी वहां एकदम कम थी।
पूरबी पानी में खड़ी हो गयी। वहां उसके सीने से थोड़ा ही कम पानी था और पेटीकोट के भीग जाने से, उसके पत्थर से कठोर स्तन एकदम साफ दिख रहे थे।
मैंने पीछे से उसे पकड़कर उसके भरपूर जोबन कस-कस के दबाने शुरू कर दिये।
![[Image: lez-dom-boobs.jpg]](https://i.ibb.co/tJCHtQY/lez-dom-boobs.jpg)
पर वो भी कम नहीं थी।
थोड़ी देर में मेरे हाथ से मछली की तरह वो फिसल गयी और तैर कर सामने आ गयी। जब उसने मेरे सीने की ओर हाथ बढ़ाया, तो मैंने अपने दोनों उभारों को हाथ से छिपा लिया।
पर मुझे क्या मालूम था कि उसका इरादा कुछ और है।
उसने एक झटके में मेरे पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया और जब तक मैं सम्हलूं, पानी के अंदर घुसकर उसने नीचे से उसे खींच लिया और यह जा वह जा।
मैं भी उसके पीछे तैरी।
![[Image: sixteen-girl-river-download.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/25/sixteen-girl-river-download.jpg)
थोड़ी देर मेरा पेटीकोट हाथ में लिये, वो मुझ चैलेंज करती रही पर जब मैं पास में पहुँची तो उसने उसे किनारे पर दूर फेंक दिया।
पहली बार इस तरह खुले आसमान के नीचे, नदी में मैं पूरी तरह निर्वस्त्र तैर रही थी।
नदी का पानी मेरे जोबन, जांघों के बीच सहला रहा था।
जल्द ही मैंने उसे धर पकड़ा, पर पूरबी पहले से तैयार थी और उसने अपने साये का नाड़ा कस के पकड़ रखा था।
काफी देर खींचातानी के बाद भी जब मैं उसका हाथ नहीं हटा पायी तो उसकी जांघों के बीच हाथ डालकर मैंने कसकर उसकी चूत को पकड़कर मसल दिया।
अपने आप उसका हाथ नीचे चला आया और मैंने उसका नाड़ा खोलकर पेटीकोट खींच दिया। जब तक वह मुझे पकड़ती मैंने उसका पेटीकोट भी वहीं फेंक दिया, जहां मेरा पेटीकोट पड़ा था।
अब हम दोनों एक जैसे थे।
![[Image: sixteen-girl-in-river-22-download.jpg]](https://i.ibb.co/HHvZLT2/sixteen-girl-in-river-22-download.jpg)