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अम्मी का प्यार .......
#12
बेथ गया और कुछ देर बाद अम्मी मुझे कपड़े पहनती दिखी तो मैं बी मुस्कराते होअय उठ खरा होआ और यूनिफार्म पहन'ने लग प्र बी अब थोड़ा खिली खिली सी नज़र आ रही थी उन् की सीक्रेट फंतासी जो पूरी कर दी में थोड़ा दर मुझे बी लगा था क परसई जगह पे अपनी माँ को इतनी बेदर्दी से छोड़ना ब्रा रिस्क है इस में पर फिर अम्मी की ख़ुशी क लिए मैं बी बेखोफ होगया दोनों माँ बेटे जब हुलिया ठीक कर बाहिर निकले तो लड़की बेचारी हमे हैरानी से देखने लग पारी ने उस से काफी स्टफ खरीदा तब और कुछ एक्स्ट्रा पैसे और दिए और उसे सेमि शॉक चोर हम दोनों मॉल से बाहिर आगये कोई और नै था आया उस टाइम शॉप पे वर्ण पक्का आवाज़ें सुन लेता आज का एक्सपीरियंस कमल का था चुप क रिस्क में छोड़ने का अपना हे मज़ा है...अम्मी को बाइक पे बिठाया और अम्मी मेरी कमर में हाथ डाले पूरा साथ जुड़ कर बेथ गयी और हम दोनों माँ बेटे घर की और चल परे... हम दोनों माँ बेटे घर पोहंचे तो अहमद भाई ने दूर खोला से नज़रे चुराए वो अपने रूम में चले गए बी थका होआ था तो अपने रूम में जाते हे सोग्य से मैं ४ बरी चुदाई कर चूका था तो थकावट में सोग्य का सोया सुबह ७ बजे अम्मी ने आकर उठाया तो मैं उन्हें बाहों में लेकर प्यार से चूमा तो वो बी मुस्करा दी ने शलवार कमीज पहनी थी थोड़ी खुली वाली जैसे वो नोर्मल्ली घर में पहनती थी बीएड से उठ कर उन्हें अपनी बाहों में लिए खरा होगया अपने साथ लगाए की आँखों में देख मैं उन्हें फिर से एक होंटो पे किश की और बोलै अम्मी कैसी हैं मेरे यौम पोछने से थोड़ा लाल होगयी और बोली सुबह सुबह हे शुरू होगया जा कर फ्रेश हो जा फिर कॉलेज बी जाना है तो मेरा ब्रा किया क अम्मी को न चोरु पर अहमद भाई घर पर हे थे जल्दी से वाशरूम घुसा फ्रेश होआ यूनिफार्म पहना और बैग पाकर नीचे आज्ञा बारे ज़ोरो की लगी थी तो डाइनिंग टेबल पे बैठते हे मैं अम्मी से बोलै जल्दी से नाश्ता ले आये शायद अभी तक उठे नै थे तो मैं पेट भर नाश्ता किया जाते होअय अम्मी को कस क बाहों में लेकर एक ज़ोरदार किश किया उनकी मोती गांड दबायी और कॉलेज क लिए निकल प्र क खिलखलाता चेहरा मेरी नज़रो क सामने आ रहा था और मैं ब्रा खुशगवार मूड में था क बाद छुट्टी होते हे मैं जब कॉलेज गेट से बाहिर निकला तो सामने अहमद भाई खरे थे बोले अली तुम से बात करनी है चलो साथ वाली पार्क चलते है बिना कुछ बोले चल दिया का टाइम था तो पार्क में िका दुका लोग हे थे दोनों भाई एक साइड पे टेबल पे जा बैठे देर ख़ामोशी रही और फिर भाई को शर्मिंदा देख मुझे अफ़सोस होआ तो मैं खुदी बात शुरू की क भाई आप परेशां न हो मैं किसी को कुछ नै बताऊंगा एक दम्म ऊपर नज़रे की और मेरी और देखे बोले सुछ में तू किसी को जय बताये गए बोलै घर की इज़्ज़त का मामला है मैं थोड़ी उचलू गए थोड़ा रिलैक्स होते बोले अब्बू को बी नै न में सर हिलाया एक डैम से खुश होते होअय मुझे गले लगा कर बोले ठंकु यार मैं तो परेशां हे होगया था सुच में मेरा भाई है तुझे क्या चाहिए अब जैसे मुझे रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे उन् क ख्याल में मैं छोटा बच्चा हूँ मुस्कराते होअय बोलै भाई आओ परेशां न हो मुझे कुछ नै चाहिए अगर कुछ करना हे है मेरे लिए तो मेरी सब से बरी उलझन दूर कर दो बोले कहो क्या उलझन है थोड़े राज़ उगलवाना चाहता था लिए थोड़ा नाटक करते होअय बोल कल से जब से आप को और अम्मी को वो करते देखा है मुझे ब्रा अजीब सा फील होरहा है बी क अम्मी जैसी मज़हबी और सख्त औरत आप साथ करने क लिए कैसे राज़ी होगयी बोले तुझे सुच में जान'न है मैं हाँ में सर हिलाया तो भाई बोले प्रॉमिस कर ये बात हमारे बीच रहे गई प्रॉमिस किया तो भाई एक लम्बी सांस लेते होअय बोले तुम पहले इंसान हो जिसे बता रहा हूँ ये सब तक़रीबन ७ साल पहले की है...अब स्टोरी में थोड़ा चेंज आये गए में जा रहे तो अहमद भाई की ज़ुबानी स्टोरी चले गई...****** मेरा नाम अहमद है और मैं १०थ क्लास में पढ़ता हूँ गाओं क हे एक कॉलेज में आर्मी में थे एपीआई की शादी होअय २ साल हो चुके थे और उन से छोटी एपीआई की शादी २ महीने बाद तेह पायी थी में मेरा एक छोटा भाई बी था जो मेरे साथ हे कॉलेज जाया करता था एक घर में हे रहती थी...मुझे तब अब्बू ने न्य न्य टच फ़ोन ले कर दिया होआ था ९थ पास होने क बाद और इस फ़ोन की वजह से मेरी ज़िन्दगी टोटली चेंज्ड होगयी पे पोर्न वीडियोस का इस एक साल में इतना एडिक्ट होगया क मुझे और कुछ दीखता हे नै था क बग़ैर रहा नै जाता था घंटों तक मैं अपने रूम में बेथ वीडियोस देखता रहता नयी जवानी चारि थी तो जोश ब्रा था मैं बुहत दुबला पतला था बी कम् थी तब तक़रीबन ५ फ़ीट थी की यही रूटीन होती थी क कॉलेज से आते हे मैं अपने रूम में लॉक होजाता और बाहिर की दुनिआ से अंजना होआ वीडियोस की दुनिआ में घुमा रहता था का महीना था गर्मी ज़ोरो पर थी १०थ क फाइनल एक्साम्स देकर फ्री होआ था और दिन बार आवारागर्दी करता और रात को फ़ोन पे वीडियोस...उन् दिनों अम्मी एक माह क लिए हज पे गयी होइ थी हमारी एक फीमेल रिलेटिव क साथ घर में होती थी और छोटे भाई को संभालती थी एक दिन जब अम्मी को लेने एयरपोर्ट गया मैं तो अम्मी ने मुझे देखा तो वो तो जैसे हैरान होगयी और एपीआई से बोली इस को कुछ खाने को नै देती क्या दिन मैं खुद को घोर से देखा सुच में मैं पहले से काफी वीक होगया होआ था पीना टाइम पे न खाने का नतीजा था अम्मी को लेकर घर आये को मेरी बरी फ़िक्र लाहक़ होगयी को बरी बातें सुनाई बोली मेरी कहाँ सुनता है पूरा पूरा दिन अपने रूम में होता है पता नै क्या करता रहता है और एक इस को फ़ोन ले कर दे दिया होआ है मना बी किया था अभी छोटा है...अम्मी अब मेरे खाने का ख्याल तो रखने लगी पर मेरा खाने में मैं हे नै लगता था सी बेचैनी रहती थी बी ये बात नोटिस की दिन की बात है अम्मी सुबह सुबह मेरे रूम में गंदे कपड़े लेने आगयी क धोने है ने जब सब कपड़े अकथाय किये और ले गयी धोने ुंडेरवेअर्स में अक्सर लूँ का पानी छूट जाता या उस से लूँ को साफ़ करता था तो उस वजह से पानी कब सूख जाता तो अंडरवियर का कपड़ा करक होजाता और साफ़ स्मेल बी आती ने शायद कपड़े धोते वक़्त ये बात जान ली थी और अब उन्ह्र बी समझ आ रही थी क मैं वीक क्यों होते जा रहा हूँ उन्हों ने बुहत समझाया क अहमद सेहत का ख्याल रखा करो उलटे काम न किया करो पर नतीजा कोई नै निकला...फिर एक दिन दोपहर का टाइम था और मैं अपने रूम में बैठा पोर्न वीडियोस देखते हाथ चला रहा था और मेरा पानी निकलने हे वाला था और तभी एक डैम से मेरे रूम का दूर खुला में मैं दूर लॉक करना भूल गया पीठ दूर की और थी एक डैम से गर्दन घुमा कर पीछे देखा तो अम्मी का ग़ुस्से से लाल चेहरा देखा और उन्हों ने बास इतना हे कहा Ahmadddddddddd,aur मेरे मौन से अम्म्मम्मीय निकला और साथ हे एक पिचकारी निकली मेरे लूँ से जो सीधे सामने देवर पे जा गिरी और मेरी हालत ख़राब थी बंद किसी चरसी की तरह मैं खलास होगया था सेकण्ड्स हे गुज़रे होंगे क मेरी मस्ती उत्तरी तो मैं अम्मी की और देख जल्दी से अपना लूँ पाजामे में डाला तो अम्मी तेज़ी से चलती मेरी और आयी और आते हे मुझे मेरे बालो से पाकर मरने लग पारी पहले से थका होआ था पानी निकलने की वजह से चीख निकली आआह अम्मम्मि मुझे ग़ुस्से से चिलाती थापर मर रही थी अरसे बाद अम्मी की मर पर रही थी बरी सख्ती होआ करती थी तो हाइट अछि खासी थी और ऊपर से इतनी हेअल्थी बी थी तो मुझे बी दर लगता था मुझे मरती जा रही थी क कमीने ये काम करता है तो अपने रूम में बंद होकर ज़रा शर्म नै आती पता नै क्या कुछ बोलते मुझे मरी जा रही थी तक्क क मेरे गाल लाल होगये मार से अम्मी आगे कही जा रहा था क आंकी चोर दे मैं आइंदा कभी ऐसा नै करूँगा देर बाद अम्मी मुझे मरना बंद किया और वही बीएड पे अपना सर पाकर बेथ गयी मेरे खुदाया मई क्या करूँ मैं इस लड़के का क्या करूँ नीचे बैठा था फर्श पे और अम्मी क घुटने पाकर बोलै अम्मी मुआफ कर दे आइंदा नै करूँगा फिर से एक थापर दे मारा मेरे मौन पर तो मैं रोना शुरू कर दिया और उठ कर वाशरूम में चला गया तक मैं वाशरूम में खुद को बंद किये रखा फिर थक हर कर बाहिर आया और अपना फ़ोन ढूंढ़ने लगा तो नै मिला उसे ले गयी थी...मैं अपना सर पाकर बैठा रहा...ये नशा बी ऐसा था क मेरे सर पर चढ़ा होआ था जितना चाहता क अब नै करूँगा दोबारा फिर से दिल करने लग परता तो अम्मी बी जान गयी थी मई क्या मौन दिखाओं गए उन्हें सब बातें मेरे ज़ेहन में चल रही थी और मैं खुद को कोसते होअय और अपने दोस्तों को जिन से मुझे ये शोक प्र रट रट सोग्य को ऐसा लगा जैसे कोई मुझे झगा रहा हो मन उठा तो वो अम्मी क शफ़क़त भरे हाथ थे को अपने बीएड पे बैठे देख मैं एक डैम से सेहम गया क शायद अम्मी अब दोबारा मुझे मरे गई और मैं बोलै बी क अम्मी मुझे मैट मारिये गए मैं नै करूंगा जो कहेगी वो करूँगा सेहमा देख अम्मी की आँखें बी नाम होगयी और प्यार से मुझे गले लगते बोली मैं नै मृगी अपने बेटे को मुझे प्यार करने लग पारी बी थोड़ा सकूं मिला ने तभी मुझे पीछे कर बोली ये खाना खा ले दोपहर से कुछ नै खाया चुप कर खाने लग प्र बीच में अम्मी को देखता तो उनको अपनी और प्यार से देखता पता फिनिश कर साइड रखा और अम्मी मुझे दूध का गिलास दिया और मेरे सर पे हाथ फेरती बोली मेरा सोना बीटा क बाद से कोई उलटे काम नै करेगा हाँ में सर हिलाया से मैं बी पूरी निय्यत की होइ थी क आइंदा नै करूँगा ढूढ़ पी कर अम्मी की घोड़ में सर रख लेत गया और किसी बचे क जैसे अपने दिल का हाल अम्मी सामने बिना किसी शर्म क रख दिया हर बरी मैं इरादा करता हूँ क नै करूँगा और फिर से दिल करने लग परता से कण्ट्रोल नै हो पता बोली बेटे अब मैं आगयी हूँ न अब मैं अपने प्यारे बेटे का पूरा ख्याल राखु गई मुझ से वडा कर पूरी कोशिश करे गए इस काम से दूर होने की मैं हाँ में सर हिलाया मेरे साथ हे लेत गयी और मुझे सुला कर चली गयी दिन मैं उठा तो एक नयी निय्यत से उठ कर फ्रेश होआ क आज क बाद कोई वीडियो वग़ैरा नै दिन बारे अचे गुज़रे बी खुश थी क मैं टाइम पे खाना बी खाने लग प्र था और ज़्यादा टाइम अम्मी साथ हे बीतता क अकेले में उलटे ख्याल आने...३र्ड डे था क मुझे फिर से बेचैनी होने लग पारी वीडियोस देखने का मन करने लग प्र ब्रा कण्ट्रोल किया पर आखिर मैं अम्मी पास चला गया
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RE: अम्मी का प्यार ....... - by Boob420 - 27-02-2019, 06:53 PM



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