24-06-2020, 11:29 AM
चंदा
मंझली ( मेरी मंझली बहन , दसवें में पढ़ती थी , मुझसे ठीक छोटी ) ,
ने अब आलमोस्ट धक्का देकर अपनी छोटी बहन को हटा दिया और खुद ' सिंहासन ' पर बैठ गयी
और मेरी सहेली , पक्की दोस्त , चंदा थी न बगल में उकसाने को , बोली ,
" कभी कभी अँधेरे में अंधे के हाथ बटेर लग जाती है , अब इसकी नाप के सही साइज बताइये जीजू तब मानूंगी आप को। "
" और अब की चूं चूं किये न , तो बस ,... कोहनी तक गांड में पेल दूंगी , मायके में महतारी बहन सब कर चूँची दबाते होंगे यहाँ आयके ,... "
बुआ ने उन्हें जोर से हड़काया
और अबकी उन्होंने बिना देर किये , ... थोड़ी देर तक नाप जोख की ,
और बोल दिया
३२ सी।
उसके बाद तो करीब आधी दर्जन सालिया हर उम्र की , गाँव की ,
छुटकी और मंझली की सहेलियां , हर शेप और साइज की , लेकिन सबकी नाप जोख उन्होंने एकदम सही सही की
और सब से अंत में चंदा , ..
लेकिन उसके पहले चंदा ने पहले तो छुटकी और मंझली का झगड़ा सुलझाया ,
छुटकी का कहना तो सिन्दूर दान उसने किया , इसलिए जब जीजू होली में आएंगे , तो सुहागरात उसके साथ ,
लेकिन मंझली का कहना था वो वो बड़ी है , इसलिए पहले उसके साथ , ...
वो बेचारे अपनी दोनों सालियों के बीच फंसे मुस्करा रहे थे ,
मेरी बम्बई वाली भाभी ने मेरी दोनों छोटी बहनों को छेड़ा ,
" हे तेरे जीजू मारे डर के देखना , होली में ससुराल आएंगे ही नहीं , अपनी बहनों के साथ होली मनाएंगे ,... "
अब दोनों अपना झगड़ा भूल के इनके पीछे पड़ गयीं ,
साथ में मेरी मौसी भी मेरी बहनों का साथ दे रही थीं और चंदा भी ,
" अरे ऐसे कैसे नहीं आएंगे होली में , एक बार बोल दिए हैं तो , अपंनी महतारी के भोंसडे में जा के छिपेंगे तो वहां से भी खींच लाएंगे हाथ डाल के ,... "
मौसी बोलीं
वो दोनों एक साथ इनके पीछे पड़ गयीं , ... जीजू प्रॉमिस प्रॉमिस , होली का प्रॉमिस
और फिर चंदा भी ,
" अरे जीजू , लोग सालियों के लिए क्या नहीं कर देते आप जरा सा होली में आने से , बोल दीजिये न , मैं बोल रही हूँ एकदम फायदे का सौदा है प्लीज जीजू।"
और इन्होने मेरी दोनों बहनों से भी प्रॉमिस किया ,
मंझली ( मेरी मंझली बहन , दसवें में पढ़ती थी , मुझसे ठीक छोटी ) ,
ने अब आलमोस्ट धक्का देकर अपनी छोटी बहन को हटा दिया और खुद ' सिंहासन ' पर बैठ गयी
और मेरी सहेली , पक्की दोस्त , चंदा थी न बगल में उकसाने को , बोली ,
" कभी कभी अँधेरे में अंधे के हाथ बटेर लग जाती है , अब इसकी नाप के सही साइज बताइये जीजू तब मानूंगी आप को। "
" और अब की चूं चूं किये न , तो बस ,... कोहनी तक गांड में पेल दूंगी , मायके में महतारी बहन सब कर चूँची दबाते होंगे यहाँ आयके ,... "
बुआ ने उन्हें जोर से हड़काया
और अबकी उन्होंने बिना देर किये , ... थोड़ी देर तक नाप जोख की ,
और बोल दिया
३२ सी।
उसके बाद तो करीब आधी दर्जन सालिया हर उम्र की , गाँव की ,
छुटकी और मंझली की सहेलियां , हर शेप और साइज की , लेकिन सबकी नाप जोख उन्होंने एकदम सही सही की
और सब से अंत में चंदा , ..
लेकिन उसके पहले चंदा ने पहले तो छुटकी और मंझली का झगड़ा सुलझाया ,
छुटकी का कहना तो सिन्दूर दान उसने किया , इसलिए जब जीजू होली में आएंगे , तो सुहागरात उसके साथ ,
लेकिन मंझली का कहना था वो वो बड़ी है , इसलिए पहले उसके साथ , ...
वो बेचारे अपनी दोनों सालियों के बीच फंसे मुस्करा रहे थे ,
मेरी बम्बई वाली भाभी ने मेरी दोनों छोटी बहनों को छेड़ा ,
" हे तेरे जीजू मारे डर के देखना , होली में ससुराल आएंगे ही नहीं , अपनी बहनों के साथ होली मनाएंगे ,... "
अब दोनों अपना झगड़ा भूल के इनके पीछे पड़ गयीं ,
साथ में मेरी मौसी भी मेरी बहनों का साथ दे रही थीं और चंदा भी ,
" अरे ऐसे कैसे नहीं आएंगे होली में , एक बार बोल दिए हैं तो , अपंनी महतारी के भोंसडे में जा के छिपेंगे तो वहां से भी खींच लाएंगे हाथ डाल के ,... "
मौसी बोलीं
वो दोनों एक साथ इनके पीछे पड़ गयीं , ... जीजू प्रॉमिस प्रॉमिस , होली का प्रॉमिस
और फिर चंदा भी ,
" अरे जीजू , लोग सालियों के लिए क्या नहीं कर देते आप जरा सा होली में आने से , बोल दीजिये न , मैं बोल रही हूँ एकदम फायदे का सौदा है प्लीज जीजू।"
और इन्होने मेरी दोनों बहनों से भी प्रॉमिस किया ,