23-06-2020, 02:35 PM
मनु की बातों में प्यार के साथ साथ शिकायत भी थी । लीला को खुद ही इस बात का हमेशा दुख होता था मनु की तबियत ठीक होने के बाद तुरंत कलकत्ता क्योनहं आ गई । उसने कहा ,
“ मेरी बुद्धि मारी गई थी । उस समय मैं यही समझती थी कि तुम्हें मुझसे कोई प्यार वार नहीं तु मुझे सिर्फ चोदना चाहता है । “
“ पुरानी बातें छोडो भाभी अपनी बेटी के बाप को प्यार करो । “
“ बस ऐसे ही मीठी चुदाई करते रहो , बेकार ना तु तुफानी चुदाई करता है । उस रात अगर तुने अपनी चुदाई से हम दोनों, नीरा और मुझे डरा नही दिया होता तो मैंहमेशा तेरे ही साथ रहती । प्यार कर राजा । “।
प्यार भरी , मस्ती भरी चुदाई और फिर दोनों साथ झडे !
एक दूसरे को चिपकाए हुए एक दीसरे के बदन को सहलाते हुए प्यार कर रहे थे कि करूणा की आवाज सुनाई दी,
“ मनु पौने चार हो रहा है , कार आ गई है , नहीं जाना है तो कार को वापस भेज दूं । “
“ भाभी, कभी मत भुलना कि मनु तुम्हारा है, मेरी जिंदगी में कोई भी आये , जाये लेकिन मेरे दिल और जिंदगी में तुम्हारी जो जगह है वह कोई नहीं ले सकता । आई लव यु भाभी, मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं, बहुत,बहुत , बहुत से भी बहुत ज्यादा । “
“ ताबड तोड भाभी को जगह जगह चूमा और कपडे लेकर बाहर आ गया । मनु के पसंद का दूध का ग्लास लेकर करुणा खडी थी, गटा गट पी गया। कपडे पहनतेहुए बोला ,
“ दीदी, आज समय नहीं है अगली बार आउगॉं तो पहले तुम्हे प्यार करुंगा फिर भाभी को ।”
कपडे पहन, झटके से करुणा को अपने से चिपकाया, गालों को होंठो को चुमा और जोर से बोलते हुए ,
“ आज मैं बहुत खुश हूं, भगवान, बडे गुरु जी मेरी लीला भाभी को दूनिया की सारी खुशियॉं देना, कभी कोई दु:ख मत देना ।”
बाहर भागा । कार में बैठ कॉलेज चलने के लिए कहा । कार गई तब पेटीकोट पहने लीला बाहर आई । मेड ने पुछा , क्या खिलाया दीदी, आपका यार इतना खुशपहले कभी नहीं दिखा ।
“ मेरी बुद्धि मारी गई थी । उस समय मैं यही समझती थी कि तुम्हें मुझसे कोई प्यार वार नहीं तु मुझे सिर्फ चोदना चाहता है । “
“ पुरानी बातें छोडो भाभी अपनी बेटी के बाप को प्यार करो । “
“ बस ऐसे ही मीठी चुदाई करते रहो , बेकार ना तु तुफानी चुदाई करता है । उस रात अगर तुने अपनी चुदाई से हम दोनों, नीरा और मुझे डरा नही दिया होता तो मैंहमेशा तेरे ही साथ रहती । प्यार कर राजा । “।
प्यार भरी , मस्ती भरी चुदाई और फिर दोनों साथ झडे !
एक दूसरे को चिपकाए हुए एक दीसरे के बदन को सहलाते हुए प्यार कर रहे थे कि करूणा की आवाज सुनाई दी,
“ मनु पौने चार हो रहा है , कार आ गई है , नहीं जाना है तो कार को वापस भेज दूं । “
“ भाभी, कभी मत भुलना कि मनु तुम्हारा है, मेरी जिंदगी में कोई भी आये , जाये लेकिन मेरे दिल और जिंदगी में तुम्हारी जो जगह है वह कोई नहीं ले सकता । आई लव यु भाभी, मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं, बहुत,बहुत , बहुत से भी बहुत ज्यादा । “
“ ताबड तोड भाभी को जगह जगह चूमा और कपडे लेकर बाहर आ गया । मनु के पसंद का दूध का ग्लास लेकर करुणा खडी थी, गटा गट पी गया। कपडे पहनतेहुए बोला ,
“ दीदी, आज समय नहीं है अगली बार आउगॉं तो पहले तुम्हे प्यार करुंगा फिर भाभी को ।”
कपडे पहन, झटके से करुणा को अपने से चिपकाया, गालों को होंठो को चुमा और जोर से बोलते हुए ,
“ आज मैं बहुत खुश हूं, भगवान, बडे गुरु जी मेरी लीला भाभी को दूनिया की सारी खुशियॉं देना, कभी कोई दु:ख मत देना ।”
बाहर भागा । कार में बैठ कॉलेज चलने के लिए कहा । कार गई तब पेटीकोट पहने लीला बाहर आई । मेड ने पुछा , क्या खिलाया दीदी, आपका यार इतना खुशपहले कभी नहीं दिखा ।