21-06-2020, 12:53 PM
(This post was last modified: 27-06-2020, 02:36 PM by badmaster122. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
''आआआआआआआआआअहह ओह... सुमन....भाभी............... बहुत मजाआाआआ.... आ रहा है.............. ज़ोर से सकककककक करूऊऊऊऊओ''
अब दोनो एक दूसरे की चूतें चूसने लगी...और पीछे से राहुल तो अपने हिस्से के मज़े ले ही रहा था..अपनी वाइफ की गाण्डमराई करते हुए उसे लेस्बियन सेक्स का भी मज़ा मिलेगा, ये उसने सोचा नही था.
राहुल के लंड ने फूलना शुरू कर दिया...अब वो किसी भी पल फट सकता था....इसलिए उसने और ज़ोर से सबा की गांड में उंगलियाँ गाड़कर अपनी गाड़ी की स्पीड तेज कर दी...
नीचे लेटी हुई सुमन भी उसकी इस स्पीड को देखकर हैरान रह गयी...अब वो उसकी चूत पर मुँह नही रख पा रही थी...उसे झटके ही इतनी तेज मिल रहे थे की सुमन के होंठों से उसकी चूत फिसल-2 कर कहीं जा रही थी...लेकिन उपर से टपक रहे रस को पीकर और अपनी चूत के उपर लगे सबा के मुँह की वजह से उसको मिल रहे मज़े में कोई कमी नही आई थी...इसलिए वो नीचे लेटकर मिल रहे मज़े को लेती हुई आने वाली बारिश का वेट करने लगी...
और वो बारिश जल्द ही हो गई...राहुल ने आख़िर के 4-5 झटके लगाए और जोरों से काँपते हुए वो बुरी तरह से झड़ने लगा...
गर्म माल का एहसास पहली बार हो रहा था सबा को अपनी गांड के अंदर...और ये एहसास उसे बहुत पसंद आया...वो भी बुरी तरह झड़ते हुए सिसकारियाँ मारने लगी.. उसे अपनी गांड मरवाई में बहुत आनंद मिला था..राहुल ने ज़ोर-2 से झटके मारकर अपना सारा माल उसके अंदर खाली कर दिया...और धीरे-2 अपने सिकुड रहे लंड को बाहर खींच कर निकाल लिया.
और इसी पल की प्रतीक्षा नीचे लेटी हुई सुमन कर रही थी...जैसे ही राहुल का लंड बाहर निकला, सबा की गांड से रिसकर माल बाहर गिरने लगा..और नीचे लेटी हुई सुमन ने अपना मुँह खोल दिया और बूँद-2 करके वहां से बरसी सारी बारिश वो पी गयी..
राहुल एक साइड में लुडक गया और गहरी साँसे लेने लगा...सबा की हालत भी काफ़ी खराब थी..सुमन ने उसकी चूत चूस्कर उसे करीब 2-3 बार झाड़ दिया था...और अंत में सबसे जोरदार तरीके से वो तब झड़ी जब राहुल के माल का गर्म एहसास उसे मिला..
थोड़ी देर में सबा हमेशा की तरह उसके कंधे पर सर रखकर नंगी ही उससे लिपट कर लेट गयी...दोनो की आँखे बंद थी...और तभी राहुल के दूसरे कंधे पर सुमन ने अपना सिर रख दिया और दूसरी तरफ से वो भी उससे लिपट कर लेट गयी..राहुल ने एक नज़र सुमन पर डाली और दूसरी सबा पर...दोनो उसे ही देख रही थी...और फिर अचानक तीनों ज़ोर-2 से हँसने लगे..और सबा के साथ सुमन भी काफ़ी देर तक अपने-2 नंगे जिस्म लिए राहुल को पकड़कर लेते रहे..
शाम हो चुकी थी..कॉलोनी में बच्चो ने पटाखे छुड़ाने शुरू कर दिए थे...उन्हे तैयार भी होना था और रात की पार्टी की तैयारी भी करनी थी..इसलिए तीनों उठे और एक साथ ही बाथरूम में जाकर नहाने लगे..वहां उन्होने कुछ नही किया, क्योंकि वो जानते थे की आज की रात के लिए उन्हे काफ़ी एनर्जी चाहिए..
सुमन नहा धोकर बाहर आई और कपड़े पहन कर अपने घर चली गयी.
राहुल और सबा कपड़े पहन कर तैयार हो गये और एक-2 करके उन्होने सभी के घर जाकर उन्हे मिठाई दी और वो लोग भी उन्हे मिठाई देकर गये...सभी ने अपने-२ घर पर पूजा की और बाहर निकलकर सबके साथ मिलकर बम पटाखे भी जलाए..
पर ये तो वो काम थे जो हर दीवाली पर हुआ करते है..आज तो सभी को इंतजार था उस पल का जब जुए के साथ-2 सेक्स का नंगा नाच होने वाला था..
राहुल और सबा सबसे ज़्यादा एक्साइटिड थे, राहुल तो सुमन और डिंपल के बाद अब मिसेज़ कपूर और मिसेज़ गुप्ता के बारे में सोच रहा था...दोनो ही मस्त माल थे...अगर वो मान गये तो आज की रात और आने वाले दिनों में हर रात जानदार और शानदार बन सकती थी..
और उन्हे तो मानना ही था, आख़िर शशांक ने योजना ही इस तरह की बनाई थी.
रात को सभी शशांक के घर पहुँच गये...उसके दिए गये निर्देश अनुसार कपड़े पहन कर.
राहुल और सबा जब शशांक के घर पहुँचे तो वहां कपूर साहब अपनी वाइफ के साथ पहले से ही मोजूद थे, सबा ने लौ-नेक के ब्लाउस के साथ नेट वाली साड़ी पहनी हुई थी, जिसका कपड़ा इतना पतला था की अंदर का पेटीकोट तक सॉफ नज़र आ रहा था, ब्लाउस भी डिज़ाइनर था, जिसके पीछे का हिस्सा था ही नही, सिर्फ डोरियों से दोनों किनारे बंधे थे ...और उसकी नंगी पीठ को देखकर कोई भी अंदाज़ा लगा सकता था की उसने अंदर ब्रा नही पहनी हुई है.
सुमन ने भी लगभग वैसी ही साड़ी पहनी हुई थी, और उसके ब्लाउस का गला तो इतना गहरा था की उसकी क्लीव्वेज देखकर कपूर साहब का ध्यान बार-2 उसी तरफ जा रहा था...वो जब स्नैक्स की प्लेट्स लगाने के लिए वो नीचे झुकी तो उसकी मोटी छातियाँ लगभग बाहर ही आ गयी थी...सिर्फ़ उस नन्हे दाने को छोड़कर कपूर साहब को अपना सब कुछ दिखा दिया था सुमन ने...
कपूर साहब की तो समझ में नही आ रहा था की आज इन दोनो को हुआ क्या है, इतने सैक्सी कपड़े पहने हुए है और वो भी त्योहार के दिन....बेचारे कपूर साहब ये नही जानते थे की अगर कल रात वो अगर उनके ग्रूप में होते तो इन कपड़ो के बिना भी वो उन्हे देख चुके होते..उनकी मिसेस, नीरू, तो प्रॉपर पंजाबी सूट पहन कर आई हुई थी...भले ही वो काफ़ी महँगा सूट था,पर उनके शरीर को पूरी तरह से ढका हुआ था वो..
थोड़ी देर मे सरदारजी और डिंपल के साथ-2 गुप्ता जी भी अपनी बीबी काजल को लेकर पहुँच गये..
एक तरफ गुप्ता जी की बीबी काजल थी,जो भारी साड़ी को संभाले चली आ रही थी और दूसरी तरफ डिंपल सरदारनी थी जिसने सिर्फ़ साटन के कपड़े की लुन्गी और उपर शॉर्ट कुर्ती पहनी हुई थी...और उसके मोटे मुम्मो के उपर चमक रही टिक्कियां देखकर सॉफ कहा जा सकता था की उसने भी अंदर ब्रा नही पहनी हुई है..
अब दोनो एक दूसरे की चूतें चूसने लगी...और पीछे से राहुल तो अपने हिस्से के मज़े ले ही रहा था..अपनी वाइफ की गाण्डमराई करते हुए उसे लेस्बियन सेक्स का भी मज़ा मिलेगा, ये उसने सोचा नही था.
राहुल के लंड ने फूलना शुरू कर दिया...अब वो किसी भी पल फट सकता था....इसलिए उसने और ज़ोर से सबा की गांड में उंगलियाँ गाड़कर अपनी गाड़ी की स्पीड तेज कर दी...
नीचे लेटी हुई सुमन भी उसकी इस स्पीड को देखकर हैरान रह गयी...अब वो उसकी चूत पर मुँह नही रख पा रही थी...उसे झटके ही इतनी तेज मिल रहे थे की सुमन के होंठों से उसकी चूत फिसल-2 कर कहीं जा रही थी...लेकिन उपर से टपक रहे रस को पीकर और अपनी चूत के उपर लगे सबा के मुँह की वजह से उसको मिल रहे मज़े में कोई कमी नही आई थी...इसलिए वो नीचे लेटकर मिल रहे मज़े को लेती हुई आने वाली बारिश का वेट करने लगी...
और वो बारिश जल्द ही हो गई...राहुल ने आख़िर के 4-5 झटके लगाए और जोरों से काँपते हुए वो बुरी तरह से झड़ने लगा...
गर्म माल का एहसास पहली बार हो रहा था सबा को अपनी गांड के अंदर...और ये एहसास उसे बहुत पसंद आया...वो भी बुरी तरह झड़ते हुए सिसकारियाँ मारने लगी.. उसे अपनी गांड मरवाई में बहुत आनंद मिला था..राहुल ने ज़ोर-2 से झटके मारकर अपना सारा माल उसके अंदर खाली कर दिया...और धीरे-2 अपने सिकुड रहे लंड को बाहर खींच कर निकाल लिया.
और इसी पल की प्रतीक्षा नीचे लेटी हुई सुमन कर रही थी...जैसे ही राहुल का लंड बाहर निकला, सबा की गांड से रिसकर माल बाहर गिरने लगा..और नीचे लेटी हुई सुमन ने अपना मुँह खोल दिया और बूँद-2 करके वहां से बरसी सारी बारिश वो पी गयी..
राहुल एक साइड में लुडक गया और गहरी साँसे लेने लगा...सबा की हालत भी काफ़ी खराब थी..सुमन ने उसकी चूत चूस्कर उसे करीब 2-3 बार झाड़ दिया था...और अंत में सबसे जोरदार तरीके से वो तब झड़ी जब राहुल के माल का गर्म एहसास उसे मिला..
थोड़ी देर में सबा हमेशा की तरह उसके कंधे पर सर रखकर नंगी ही उससे लिपट कर लेट गयी...दोनो की आँखे बंद थी...और तभी राहुल के दूसरे कंधे पर सुमन ने अपना सिर रख दिया और दूसरी तरफ से वो भी उससे लिपट कर लेट गयी..राहुल ने एक नज़र सुमन पर डाली और दूसरी सबा पर...दोनो उसे ही देख रही थी...और फिर अचानक तीनों ज़ोर-2 से हँसने लगे..और सबा के साथ सुमन भी काफ़ी देर तक अपने-2 नंगे जिस्म लिए राहुल को पकड़कर लेते रहे..
शाम हो चुकी थी..कॉलोनी में बच्चो ने पटाखे छुड़ाने शुरू कर दिए थे...उन्हे तैयार भी होना था और रात की पार्टी की तैयारी भी करनी थी..इसलिए तीनों उठे और एक साथ ही बाथरूम में जाकर नहाने लगे..वहां उन्होने कुछ नही किया, क्योंकि वो जानते थे की आज की रात के लिए उन्हे काफ़ी एनर्जी चाहिए..
सुमन नहा धोकर बाहर आई और कपड़े पहन कर अपने घर चली गयी.
राहुल और सबा कपड़े पहन कर तैयार हो गये और एक-2 करके उन्होने सभी के घर जाकर उन्हे मिठाई दी और वो लोग भी उन्हे मिठाई देकर गये...सभी ने अपने-२ घर पर पूजा की और बाहर निकलकर सबके साथ मिलकर बम पटाखे भी जलाए..
पर ये तो वो काम थे जो हर दीवाली पर हुआ करते है..आज तो सभी को इंतजार था उस पल का जब जुए के साथ-2 सेक्स का नंगा नाच होने वाला था..
राहुल और सबा सबसे ज़्यादा एक्साइटिड थे, राहुल तो सुमन और डिंपल के बाद अब मिसेज़ कपूर और मिसेज़ गुप्ता के बारे में सोच रहा था...दोनो ही मस्त माल थे...अगर वो मान गये तो आज की रात और आने वाले दिनों में हर रात जानदार और शानदार बन सकती थी..
और उन्हे तो मानना ही था, आख़िर शशांक ने योजना ही इस तरह की बनाई थी.
रात को सभी शशांक के घर पहुँच गये...उसके दिए गये निर्देश अनुसार कपड़े पहन कर.
राहुल और सबा जब शशांक के घर पहुँचे तो वहां कपूर साहब अपनी वाइफ के साथ पहले से ही मोजूद थे, सबा ने लौ-नेक के ब्लाउस के साथ नेट वाली साड़ी पहनी हुई थी, जिसका कपड़ा इतना पतला था की अंदर का पेटीकोट तक सॉफ नज़र आ रहा था, ब्लाउस भी डिज़ाइनर था, जिसके पीछे का हिस्सा था ही नही, सिर्फ डोरियों से दोनों किनारे बंधे थे ...और उसकी नंगी पीठ को देखकर कोई भी अंदाज़ा लगा सकता था की उसने अंदर ब्रा नही पहनी हुई है.
सुमन ने भी लगभग वैसी ही साड़ी पहनी हुई थी, और उसके ब्लाउस का गला तो इतना गहरा था की उसकी क्लीव्वेज देखकर कपूर साहब का ध्यान बार-2 उसी तरफ जा रहा था...वो जब स्नैक्स की प्लेट्स लगाने के लिए वो नीचे झुकी तो उसकी मोटी छातियाँ लगभग बाहर ही आ गयी थी...सिर्फ़ उस नन्हे दाने को छोड़कर कपूर साहब को अपना सब कुछ दिखा दिया था सुमन ने...
कपूर साहब की तो समझ में नही आ रहा था की आज इन दोनो को हुआ क्या है, इतने सैक्सी कपड़े पहने हुए है और वो भी त्योहार के दिन....बेचारे कपूर साहब ये नही जानते थे की अगर कल रात वो अगर उनके ग्रूप में होते तो इन कपड़ो के बिना भी वो उन्हे देख चुके होते..उनकी मिसेस, नीरू, तो प्रॉपर पंजाबी सूट पहन कर आई हुई थी...भले ही वो काफ़ी महँगा सूट था,पर उनके शरीर को पूरी तरह से ढका हुआ था वो..
थोड़ी देर मे सरदारजी और डिंपल के साथ-2 गुप्ता जी भी अपनी बीबी काजल को लेकर पहुँच गये..
एक तरफ गुप्ता जी की बीबी काजल थी,जो भारी साड़ी को संभाले चली आ रही थी और दूसरी तरफ डिंपल सरदारनी थी जिसने सिर्फ़ साटन के कपड़े की लुन्गी और उपर शॉर्ट कुर्ती पहनी हुई थी...और उसके मोटे मुम्मो के उपर चमक रही टिक्कियां देखकर सॉफ कहा जा सकता था की उसने भी अंदर ब्रा नही पहनी हुई है..