17-06-2020, 10:09 AM
(14-06-2020, 05:20 PM)Niharikasaree Wrote:कोमल जी,
आहा ... आपके आने से आनंद कि अनुभूति होती हैं ....
जी सही कहा , कुसुम जी, पूनम जी कि कमी खल रही है ......
ऊम्मीद है कि सब ठीक हो .... सब कुशलता से हो ..... मजे ले रही हो .....
निहारिका जी,कोमल जी मेरा प्यार भरा प्रणाम स्वीकार करें ।।
माफ़ी चाहती हूं थोड़े समय से आप के बीच नियमित रूप से नहीं आ पा रही हूं
आप सोच सकती है मेरा मन कितना बेचेन होता होगा आप से जब नहीं मिल पाती
एक निजी स्कूल में टीचिंग करवाती हूँ अब धीरे धीरे कोरोना का प्रकोप खत्म हो रहा है तो सब कुछ खुलने लगा है तो थोड़ा कार्यालय का इतने समय का काम पड़ा है तो स्कूल वालों ने हम अध्यापिकाओं के जिम्मे डाल के पल्ला जाड़ दिया अब जा के कहीं थोड़ा बहुुुत निपटा है
आज से में नियमित रूप से आप के बीच रहूंगी
निहारिका जी बहुत उम्दा लिख रही हो
अब थोड़ा तड़का लगा ही दो
भाभी, मम्मी,सहेली सब अपने अंदाज में आ जाये
इतने दिनों से जो प्यास जगी हुई है मिट जाए
उम्मीद है सब बातें जो पूर्व में आप ने लिखी है जो अंतरंग दृश्य बातें मम्मी की भाभी की सहेली की सब का विस्तार देखने को मिलेगा
एक मीठी आस में आप की कुसुम