26-02-2019, 09:39 AM
अम्मी कुछ सोचती हुई बोली .…हाँ बडी बी तुम शायद सही कह रही हो । ठीक है तुम लडकिया कान खोल कर सुन लो कि. कोई भी नीचे तहखाने में नहीं जाएगा । अगर किसी ने भी हुक्मबदूली की तो मुझसे बुरा कोई नही होगा और सजा के तौर पर उसे खेत के काम पर लगा दूँगी । सब बैठे हुए लोगों ने सिर हिला कर हामी भर दी ।
....पर अम्मी हमें तहखाने में जाने से क्यो रोक रही हो आखिर क्या आप दोनो उस फौजी की तीमारदारी कर सकेंगी ।
मुझ अकेली से तो हिल भी नहीं पाया था तो क्या आप दोनो सम्भाल पाओगी?....सकीना ने अपनी अम्मी की ओंर देखत हुए कहा ।
सकीना की बात पर सिर हिलाते हुए बड़ी बी समझाने वाले अन्दाज में अम्मी की ओर रुख करके बोली ....बीबी, सकीना ठीक कह रही है । मेंरे ख्याल से हमें जरीना बीबी, आयशा और सलमा की मदद लेनी पडेगी । आफशा बी और तीनो बच्चियों के जाने पर पाबन्दी लया दीजिए । आखिर उनकी नासमझ उम्र है ।
....हाँ ठीक है सुन लिया सबने कडकते स्वर में अम्मी ने सामने बैठी महिलाओं को ताकीद दी और फिर उस फौजी के बारे में बड़ी बी से पूछा... आपने तो उसकी हालत का जायजा लिया है....क्या हाल है? बचेगा या नहीं... ....बच तो जाएगा पर समय लगेगा... धाव गहरे हैं । बीबी मैं आप से कुछ बात अकेले में करना चाहती हूँ।बीबी कुछ बात ऐसी ही है कि सबके सामने नहीं हो सकती ।
बड़ी बी का सहारा ले कर जाते हुए अम्मी बोली....चलो तहखाने ने चलते है रास्ते में बात कर लेंगे । बात करती हुई बड़ी बी और अम्मी कमरे के बाहर निकल गयी । उनके जाते हीं एक बार फिर से दबीदबी आवाज में बाते शुरू हो गई । राशिद के इन्तकाल की खबर से सब लोगों में जैसे एक नयी जान की सा गयी थी । एक और बैठ कर जरीना अपनी बेटियों को कुछ समजाने में लग गयी थी। और दूसरी और सलमा, आयशाऔर आफ़शा बैठ कर सकीना के साथ बात करने में लग गयीं ।
आशफा ने निगाह उठा कर सकीना से पूछा .. सकु बी तुमने तो उस फौजी को देखा था केसा है दिखने में....क्या बडा जालिम दिखता है? ....वाह मेरी बन्नो ... सकीना आँखे मटकाते हुई चिढाने वाले स्वर में बोली....क्या बात है जानना चाह रही हो कि क्या वह फौजी देखने में सुंदर है क्या हा भी आखिर राशिद की जगह तो इसी फौजी ने ही तो लेनी है ।
गम्भीर की दिखने बाली आयशा बीच ने बोल पड़ी... जो बात तुम नहीं देख सकी उसे बात को बड़ी बी ने इतनी आसानी से देख लिया? पप्रश्नवाचक दृष्टि डालते हुए सकीना ने पूछा... कौन सी बात? ....वही कि घायल फौजी हिंन्दुस्तानी पायलट है ।
यह तो मेंरी समझ के बाहर है कि इतने यकीन से कंस कह दिया कि वह एक * है सर हिलाते हुए सकीना ने सब पर नज़र डाली । चारों युवतियों इसी उलझन को सुलझाने में लग पडी थी । उधर जरीना अपनी बच्चियों को समझाने में लगी हुई थी । दबे स्वर में रोते हुए जरीना अपनी बच्चियों को बता रही थी कि उनके अब्बा हुजूर अल्लाह को प्यारे हो गए। सिसकते हुए जरीना ने अपनी को बेटी रुखसार से कहा… तू सबस बड़ी है ।। तुझे अब से अपनी दोनो बहनों का ख्याल रखना है ।
जरीना की बात सुन कर सहमी हुई तीनो लडकिया अपनी अम्मी से लिपट गयी और पूछने लगी.... अब्बा को क्या हुआ है? वह कब आएँगे?.... तेरे अब्बा अब कभी वापिस नहीं आएँगे ।रुख तू अब तेरह साल की हो गई है इस लिए तुझे अपनी दोनो बहनों का ख्याल रखना है । चिंताग्रस्त जरीना अपनी तीनो बेटियों को अपने सीने से लगा कर बोली... अब तुम्हारा क्या होगा।
सबसे छोटी शीबा हैरानी से जरीना को देखती हुई बोल पडी…अम्मी यह तो अच्छा है कि अब्बा अब कभी वापिस नहीं आएँगे । आपको मारेंगे भी नहीं तभी बीच वाली माहीं शीबा को चुप कराते हुए बोली... ऐसा नहीं बोलते शीबा । अभी जरीना उन्हें अपने से लिपटा कर सात्वना दे रही थी की तभी सलमा की आवाज उसके कान में पडी... जरीना बी, जरा यह आइये । जरीना अपने बहते हुए आसुओं को पोछते हुए खडी हो कर और उनकी और चली गयी । जरीना के पीछे-पीछे तीनो लडकियों भी उनकी और चली गयी ।....जरीनाबी, आप हम सब से बडी है और आपने बहुत दुनिया देखी है । हम लोग एक गुत्थी को नहीं सुलझा पा रहे, क्या आप मदद करेंगी?
....कोने सी गुथ्थी सकीना बीच में बोल पडी... भाभीजान, बड़ी बी को कैसे पता चला कि वह फौजी एक * है । कुवारी
लडकी के मुख से यह सवाल सुन कर जरीना का चेहरा शर्म से लाल हो गया । जरीना के चेहरे पर शर्म की लालिमा को देख कर..........
to be continued......
....पर अम्मी हमें तहखाने में जाने से क्यो रोक रही हो आखिर क्या आप दोनो उस फौजी की तीमारदारी कर सकेंगी ।
मुझ अकेली से तो हिल भी नहीं पाया था तो क्या आप दोनो सम्भाल पाओगी?....सकीना ने अपनी अम्मी की ओंर देखत हुए कहा ।
सकीना की बात पर सिर हिलाते हुए बड़ी बी समझाने वाले अन्दाज में अम्मी की ओर रुख करके बोली ....बीबी, सकीना ठीक कह रही है । मेंरे ख्याल से हमें जरीना बीबी, आयशा और सलमा की मदद लेनी पडेगी । आफशा बी और तीनो बच्चियों के जाने पर पाबन्दी लया दीजिए । आखिर उनकी नासमझ उम्र है ।
....हाँ ठीक है सुन लिया सबने कडकते स्वर में अम्मी ने सामने बैठी महिलाओं को ताकीद दी और फिर उस फौजी के बारे में बड़ी बी से पूछा... आपने तो उसकी हालत का जायजा लिया है....क्या हाल है? बचेगा या नहीं... ....बच तो जाएगा पर समय लगेगा... धाव गहरे हैं । बीबी मैं आप से कुछ बात अकेले में करना चाहती हूँ।बीबी कुछ बात ऐसी ही है कि सबके सामने नहीं हो सकती ।
बड़ी बी का सहारा ले कर जाते हुए अम्मी बोली....चलो तहखाने ने चलते है रास्ते में बात कर लेंगे । बात करती हुई बड़ी बी और अम्मी कमरे के बाहर निकल गयी । उनके जाते हीं एक बार फिर से दबीदबी आवाज में बाते शुरू हो गई । राशिद के इन्तकाल की खबर से सब लोगों में जैसे एक नयी जान की सा गयी थी । एक और बैठ कर जरीना अपनी बेटियों को कुछ समजाने में लग गयी थी। और दूसरी और सलमा, आयशाऔर आफ़शा बैठ कर सकीना के साथ बात करने में लग गयीं ।
आशफा ने निगाह उठा कर सकीना से पूछा .. सकु बी तुमने तो उस फौजी को देखा था केसा है दिखने में....क्या बडा जालिम दिखता है? ....वाह मेरी बन्नो ... सकीना आँखे मटकाते हुई चिढाने वाले स्वर में बोली....क्या बात है जानना चाह रही हो कि क्या वह फौजी देखने में सुंदर है क्या हा भी आखिर राशिद की जगह तो इसी फौजी ने ही तो लेनी है ।
गम्भीर की दिखने बाली आयशा बीच ने बोल पड़ी... जो बात तुम नहीं देख सकी उसे बात को बड़ी बी ने इतनी आसानी से देख लिया? पप्रश्नवाचक दृष्टि डालते हुए सकीना ने पूछा... कौन सी बात? ....वही कि घायल फौजी हिंन्दुस्तानी पायलट है ।
यह तो मेंरी समझ के बाहर है कि इतने यकीन से कंस कह दिया कि वह एक * है सर हिलाते हुए सकीना ने सब पर नज़र डाली । चारों युवतियों इसी उलझन को सुलझाने में लग पडी थी । उधर जरीना अपनी बच्चियों को समझाने में लगी हुई थी । दबे स्वर में रोते हुए जरीना अपनी बच्चियों को बता रही थी कि उनके अब्बा हुजूर अल्लाह को प्यारे हो गए। सिसकते हुए जरीना ने अपनी को बेटी रुखसार से कहा… तू सबस बड़ी है ।। तुझे अब से अपनी दोनो बहनों का ख्याल रखना है ।
जरीना की बात सुन कर सहमी हुई तीनो लडकिया अपनी अम्मी से लिपट गयी और पूछने लगी.... अब्बा को क्या हुआ है? वह कब आएँगे?.... तेरे अब्बा अब कभी वापिस नहीं आएँगे ।रुख तू अब तेरह साल की हो गई है इस लिए तुझे अपनी दोनो बहनों का ख्याल रखना है । चिंताग्रस्त जरीना अपनी तीनो बेटियों को अपने सीने से लगा कर बोली... अब तुम्हारा क्या होगा।
सबसे छोटी शीबा हैरानी से जरीना को देखती हुई बोल पडी…अम्मी यह तो अच्छा है कि अब्बा अब कभी वापिस नहीं आएँगे । आपको मारेंगे भी नहीं तभी बीच वाली माहीं शीबा को चुप कराते हुए बोली... ऐसा नहीं बोलते शीबा । अभी जरीना उन्हें अपने से लिपटा कर सात्वना दे रही थी की तभी सलमा की आवाज उसके कान में पडी... जरीना बी, जरा यह आइये । जरीना अपने बहते हुए आसुओं को पोछते हुए खडी हो कर और उनकी और चली गयी । जरीना के पीछे-पीछे तीनो लडकियों भी उनकी और चली गयी ।....जरीनाबी, आप हम सब से बडी है और आपने बहुत दुनिया देखी है । हम लोग एक गुत्थी को नहीं सुलझा पा रहे, क्या आप मदद करेंगी?
....कोने सी गुथ्थी सकीना बीच में बोल पडी... भाभीजान, बड़ी बी को कैसे पता चला कि वह फौजी एक * है । कुवारी
लडकी के मुख से यह सवाल सुन कर जरीना का चेहरा शर्म से लाल हो गया । जरीना के चेहरे पर शर्म की लालिमा को देख कर..........
to be continued......