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फिर से नहीं
#16
.

‘‘अगले दिन हम दोनों उस के घर के ड्राइंगरूम में बैठे थे. मैं उस के कहे अनुसार सलवार कमीज में थी और हमेशा की तरह उस ने असहज महसूस कर रही थी. उस में मम्मीपापा सामने बैठे मुझे ऊपर से नीचे तक देख रहे थे.












,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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फिर से नहीं - by neerathemall - 29-05-2020, 11:48 AM
RE: फिर से नहीं - by iknowm - 10-06-2020, 11:12 AM
RE: फिर से नहीं - by harishgala - 11-06-2020, 08:08 PM
RE: फिर से नहीं - by bhavna - 13-06-2020, 10:46 PM
RE: फिर से नहीं - by harishgala - 14-06-2020, 03:40 PM
RE: फिर से नहीं - by neerathemall - 15-06-2020, 04:55 PM
RE: फिर से नहीं - by bhavna - 18-06-2020, 10:31 PM
RE: फिर से नहीं - by rajm50380 - 25-06-2020, 08:26 PM
RE: फिर से नहीं - by harishgala - 26-06-2020, 05:09 PM
RE: फिर से नहीं - by rajm50380 - 04-07-2020, 07:17 PM
RE: फिर से नहीं - by bhavna - 08-07-2020, 11:59 PM
RE: फिर से नहीं - by sri7869 - 14-05-2024, 12:28 PM



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