25-02-2019, 11:09 PM
...........अरी सकीना....कहीं तु पागल तो नहीं हो गई है…अगर इमरान को राशिद के इन्तकाल की भनक भी लग गयी... तो वह इसी वक्त आकर घर और घरवालों पर कब्जा कर लगा....मेंरी तो सोच कर रूप जाती है कि हम बेचारी लडकियों का क्या हश्र होगा… ।
....अम्मी तुम्हारे फ़र्ज़न्द ने कौन सी कमी छोड़ी थी ।यह बेचरिया तो पहले से ही राशिद भाई के जुल्म का शिकार हैं इनका और क्या बुरा होगा....बेचारी त्तेरह साल की आशफ़ा को दो महीने पहले अगवा कर लाया और उसके साथ जबरदस्ती निकाह पढवा लिया
और उसके पहले सलमा और आयशा को जाने कहाँ से जबरदस्ती उठा लाया था और क्या क्या गिनाऊं.... मेरा भाई था परन्तु मेरा बस चलता तो मैं खुद ही उसे गोली मार देती जरीना भाभी को तो जैसे बच्चा जनने की मशीन बना दिया था ।तीन लडकयों का बाप होने के बाद भी उसके अन्दर रहम नाम की कोई चीज नही थी ।
....रहने दे सकीना... मरे हुए को नहीं कोसना चाहिए... और तू आते हुए साथ किसको उठा लायी... पहनावे से तो फोजी लगता है । कौन है....?
अम्मी कांई एयरफोर्स का पायलट है । अम्मी ने धीमे स्वर ने पूछा....क्या पाकिस्तानी है?
पता नहीं... अम्मी जिस हेलीकॉप्टर का क्रेश हुआ था ....जब तक मैं वहाँ पहुंची तब तक उसमें पूरी तरह आग लग चुकी थी और वह नजदीक हीं बेहोश पडा हुआ था।बडी मुश्किल से उसे खींचकर दूर ले गई , और जब तक में संभलती तब तक टंकी में आग लग गयी और सब कुछ खत्म हो गया था । जिन्दा बच गया था तो में यहॉ है आयी ।
बीच में बात को काटती हुई बड़ी बी बोली कि ....हुजूर, मेरा ख्याल है कि वह हिन्दुस्तानी है ।
अम्मी चौंकती हुहुँ बडी बी की और देखते हुए बोल पडी....तुम्हें कैसे पता? तो बी झिझकती हुई अम्मी के पास गयी और उनके कान में दबी हुई आवाज ने कहा....उसका खतना नहीं हुआ है । वह * है।
अम्मी सिर हिलाती हुई बोली... अच्छा यह हिन्दुस्तानी पायलट है । अब तो हमारे लिए और भी ज्यादा खतरा बढ गया है । एक तरफ़ तालिबानी हमारी जान के दुश्मन बने हुए हैं और दूसरी तरफ पाकिस्तानी फौज़ इसको दूँढ रही होगी सकीना की और देखते हुए ....अब क्या करें।....अम्मी कोई भी हो है तो एक इंसान ही। ओर मेने वही कीया जी किया जो सही लगा... कहते हुए सकीना अपनी
अम्मी से लिपट मयी ।
..,..हुजूर अगर इजाज़त दें तो कुछ बोलूँ। मेंरे ख्याल से यहीं अच्छा रहेगा की हम राशिद मियाँ के इन्तकाल की खबर किसी को न दें और बाहरयह खबर फैला दें कि इमरान ने राशिद मियाँ पर जानलेवा हमला करवाया था पर किसी तरह बच गए । अब वह अपने जख्म का इलाज करा रहे हैं । इसकी वज़ह से यह फौजी भी बच जाएगा और इमरान हाफिज भी एकदम हमला करने से डरेगा । साय बैठी हुई सभी स्त्रियां ने बडो बी की बात पर हामी भरते हुए सिर हिला कर अपनी सहमति दी ।
....बडी बी, राशिद की खबर कैसे छिपेगी ।आखिर हमारे यहाँ काम करने लोगों से यह राज कैसे छिपा सकतें हैं ।
सकीना बीच में बात काट कर बोली.…अम्मी मेने उस फौजी को तहखाने में रखवा दिया है । मुझे उसे यहाँ लाते हुए उस वक्त किसी ने नहीं देखा है । ओर बड़ी बी ने दो नौकरों बुला कर उस फौजी को तहखाने में रखवा दिया था । चेहरा देखने का सवाल हीं नहीं होता क्योकि मैंने अपने चेहरे पर बाँधा सुती कपडा उस फौजी के उपर डाल दिया था ।
....बीबी आप ज्यादा न सोचें, अब इस घर में कोई मर्द तो नहीं बचा है । अगर यह पाकिस्तानी होता तो वह अपने वतन आसानी से चला जाता लेकिन यह चूँकि हिन्दुस्तानी है तो बेचारा कहीँ भी नहीं जा सकेगा तो यहीं पडा रहेगा । जब तक इस बात का हल नहीं निकलता तब तक इसको ही राशिद भाई बना कर दुनिया के सामने रखेंगे.… आखिर अकेली सकिना बेगम से घर नहीं चल सकेगा ........
to be continue.....
....अम्मी तुम्हारे फ़र्ज़न्द ने कौन सी कमी छोड़ी थी ।यह बेचरिया तो पहले से ही राशिद भाई के जुल्म का शिकार हैं इनका और क्या बुरा होगा....बेचारी त्तेरह साल की आशफ़ा को दो महीने पहले अगवा कर लाया और उसके साथ जबरदस्ती निकाह पढवा लिया
और उसके पहले सलमा और आयशा को जाने कहाँ से जबरदस्ती उठा लाया था और क्या क्या गिनाऊं.... मेरा भाई था परन्तु मेरा बस चलता तो मैं खुद ही उसे गोली मार देती जरीना भाभी को तो जैसे बच्चा जनने की मशीन बना दिया था ।तीन लडकयों का बाप होने के बाद भी उसके अन्दर रहम नाम की कोई चीज नही थी ।
....रहने दे सकीना... मरे हुए को नहीं कोसना चाहिए... और तू आते हुए साथ किसको उठा लायी... पहनावे से तो फोजी लगता है । कौन है....?
अम्मी कांई एयरफोर्स का पायलट है । अम्मी ने धीमे स्वर ने पूछा....क्या पाकिस्तानी है?
पता नहीं... अम्मी जिस हेलीकॉप्टर का क्रेश हुआ था ....जब तक मैं वहाँ पहुंची तब तक उसमें पूरी तरह आग लग चुकी थी और वह नजदीक हीं बेहोश पडा हुआ था।बडी मुश्किल से उसे खींचकर दूर ले गई , और जब तक में संभलती तब तक टंकी में आग लग गयी और सब कुछ खत्म हो गया था । जिन्दा बच गया था तो में यहॉ है आयी ।
बीच में बात को काटती हुई बड़ी बी बोली कि ....हुजूर, मेरा ख्याल है कि वह हिन्दुस्तानी है ।
अम्मी चौंकती हुहुँ बडी बी की और देखते हुए बोल पडी....तुम्हें कैसे पता? तो बी झिझकती हुई अम्मी के पास गयी और उनके कान में दबी हुई आवाज ने कहा....उसका खतना नहीं हुआ है । वह * है।
अम्मी सिर हिलाती हुई बोली... अच्छा यह हिन्दुस्तानी पायलट है । अब तो हमारे लिए और भी ज्यादा खतरा बढ गया है । एक तरफ़ तालिबानी हमारी जान के दुश्मन बने हुए हैं और दूसरी तरफ पाकिस्तानी फौज़ इसको दूँढ रही होगी सकीना की और देखते हुए ....अब क्या करें।....अम्मी कोई भी हो है तो एक इंसान ही। ओर मेने वही कीया जी किया जो सही लगा... कहते हुए सकीना अपनी
अम्मी से लिपट मयी ।
..,..हुजूर अगर इजाज़त दें तो कुछ बोलूँ। मेंरे ख्याल से यहीं अच्छा रहेगा की हम राशिद मियाँ के इन्तकाल की खबर किसी को न दें और बाहरयह खबर फैला दें कि इमरान ने राशिद मियाँ पर जानलेवा हमला करवाया था पर किसी तरह बच गए । अब वह अपने जख्म का इलाज करा रहे हैं । इसकी वज़ह से यह फौजी भी बच जाएगा और इमरान हाफिज भी एकदम हमला करने से डरेगा । साय बैठी हुई सभी स्त्रियां ने बडो बी की बात पर हामी भरते हुए सिर हिला कर अपनी सहमति दी ।
....बडी बी, राशिद की खबर कैसे छिपेगी ।आखिर हमारे यहाँ काम करने लोगों से यह राज कैसे छिपा सकतें हैं ।
सकीना बीच में बात काट कर बोली.…अम्मी मेने उस फौजी को तहखाने में रखवा दिया है । मुझे उसे यहाँ लाते हुए उस वक्त किसी ने नहीं देखा है । ओर बड़ी बी ने दो नौकरों बुला कर उस फौजी को तहखाने में रखवा दिया था । चेहरा देखने का सवाल हीं नहीं होता क्योकि मैंने अपने चेहरे पर बाँधा सुती कपडा उस फौजी के उपर डाल दिया था ।
....बीबी आप ज्यादा न सोचें, अब इस घर में कोई मर्द तो नहीं बचा है । अगर यह पाकिस्तानी होता तो वह अपने वतन आसानी से चला जाता लेकिन यह चूँकि हिन्दुस्तानी है तो बेचारा कहीँ भी नहीं जा सकेगा तो यहीं पडा रहेगा । जब तक इस बात का हल नहीं निकलता तब तक इसको ही राशिद भाई बना कर दुनिया के सामने रखेंगे.… आखिर अकेली सकिना बेगम से घर नहीं चल सकेगा ........
to be continue.....