11-06-2020, 01:04 PM
रेणु , ठीक हैं जेठ , लेकिन अगर इतने बारे कारडीए तो आपके भाई किया सोचेंगे के इन्हें कौन इतना बड़ा कर दिया .
जेठ जी , आज मजा करो भाई को सोधो समझे ना ,
ठीक हैं ,जेठ जी आपके लंड दिखाइए ना , राधा चुत अपने फाड़ दी सुना हैं , मैं भी अच्छा से देखो किस का इतना दम हैं जो मेरे भाभी की चुत पढ़ी हैं आज उसका खैर नहीं उसे आज सजा मिलकर ही रहेगा .
जेठ सजा अगर मिलेगा तो मैं वो सजा अपने मान से लेने के लिए तैयार हूँ , इतने नरम और मुलायम हाथ से सजा डोगी तो कौन लेना नहीं चाहएगा मेरे रेणु ,
रेणु , जेठ जी एक बात बताइए आपने आजतक कितने लरकिया चोदे हैं ,
जेठ जी , मैंने तो इतने नहीं चोदे लेकिन जिनको भी चोदा हैं वो सब अभी भी मुझे बुलाते हैं चोदने को लेकिन अब उन्मन मुझे इतना इंटेरेस्ट नहीं .
रेणु .हम आप तो पक्का खिलाड़ी हो
जेठ जी हम वो तो हूँ , लेकिन एक बात बोलो तुमने कितने लड़कों के साथ चुदाई की हैं ,
रेणु, मैंने सिर्फ़ आपके भाई के साथ किया इसलिए तो मैं इतना खुल नहीं पाया बाकी भाबियों के जैसा , मुझे अब लगता हैं आपके भाई का मुझ मैं इंटेरेस्ट हैं ही नहीं .
जेठ जी , मेरे भाई बुर् का इंटेरेस्ट हो ना हो लेकिन मुझे तुम अच्छी लगती हो बाकी सबसे ,
रेणु , सच जेठ जी मैं आपको अच्छी लगती हूँ , मुझे तो कोई पसंद ही नहीं करता क्यों की मैं तो बुर्बाक हूँ , मुझे उच नीच कुछ समझ नहीं आता ,
जेठ जी , रेणु को अपने गोदी मैं बिता लेता हैं और रेणु की लेफ्ट वाली छोची को हाथ से मसल देता हैं और कहता हैं की , देखो रेणु तुम जैसे हो अच्छे हो , देखो मैं तुम्हें कैसे किया बना देता ये कहकर वो रेणु की ब्लाउज खोलने लगते हैं , ब्लाउज खुलते ही ब्लैक कलर की ब्रा सामने आ गाई , जेठ जी को ये नज़ारा बहुत अच्छा लग रहा था , वो दोनों हाथों से दोनों मुम्मो को दबा रहे थे , इधर एक प्यारी सी सुर सूरी रेणु की बदन मैं दौड़ गयी . श धीरे से आ कर उठी
जेठ जी अब ब्रा के अंदर हाथ डालकर आता घुलने जैसे करके रेणु की मुममे दबा रहे थे , रेणु सिर्फ़ आँखें बंद करके आ श कर रही थी , उसे इस तरह का अहसास आज पहली बार अरहे थे .
जेठ जी बोले , रेणु तुम्हारी ब्रा खोल दम ,
रेणु , शर्माके बोली आपकी मर्जी जेठ जी आप जैसे चाहे कीजिए , मैं आपके साथ हूँ .
जेठ जी , हम लेकिन तुम्हें भी अच्छे से साथ देना होगा , मैं जो बोलूँगा उसका जवाब देना होगा ,
रेणु , ठीक हैं जेठ जी मैं जवाब दूँगा आप पूछिए .
जेठ जी ये मैं तुम्हारी मुम्मा दबा रहा हूँ , तुम्हें कैसा लग रहा हैं ,
रेणु , किया बताऊं जेठ जी मुझे बहुत अच्छा लग रहा हैं , ऐसा तो आपके भैने कभी नहीं किया ,
जेठ , श तो ये लो , ये कहकर वो और ज़ोर से मुममे दबाने लगे ,
रेणु , आह उहह किए बिना रही नहीं पा रही थी , ऐसा लग रहा था जैसे हो पानी की नादिया बहन दिया हो , लेकिन अभी खेल बाकी था ,
जेठ जी , आज मजा करो भाई को सोधो समझे ना ,
ठीक हैं ,जेठ जी आपके लंड दिखाइए ना , राधा चुत अपने फाड़ दी सुना हैं , मैं भी अच्छा से देखो किस का इतना दम हैं जो मेरे भाभी की चुत पढ़ी हैं आज उसका खैर नहीं उसे आज सजा मिलकर ही रहेगा .
जेठ सजा अगर मिलेगा तो मैं वो सजा अपने मान से लेने के लिए तैयार हूँ , इतने नरम और मुलायम हाथ से सजा डोगी तो कौन लेना नहीं चाहएगा मेरे रेणु ,
रेणु , जेठ जी एक बात बताइए आपने आजतक कितने लरकिया चोदे हैं ,
जेठ जी , मैंने तो इतने नहीं चोदे लेकिन जिनको भी चोदा हैं वो सब अभी भी मुझे बुलाते हैं चोदने को लेकिन अब उन्मन मुझे इतना इंटेरेस्ट नहीं .
रेणु .हम आप तो पक्का खिलाड़ी हो
जेठ जी हम वो तो हूँ , लेकिन एक बात बोलो तुमने कितने लड़कों के साथ चुदाई की हैं ,
रेणु, मैंने सिर्फ़ आपके भाई के साथ किया इसलिए तो मैं इतना खुल नहीं पाया बाकी भाबियों के जैसा , मुझे अब लगता हैं आपके भाई का मुझ मैं इंटेरेस्ट हैं ही नहीं .
जेठ जी , मेरे भाई बुर् का इंटेरेस्ट हो ना हो लेकिन मुझे तुम अच्छी लगती हो बाकी सबसे ,
रेणु , सच जेठ जी मैं आपको अच्छी लगती हूँ , मुझे तो कोई पसंद ही नहीं करता क्यों की मैं तो बुर्बाक हूँ , मुझे उच नीच कुछ समझ नहीं आता ,
जेठ जी , रेणु को अपने गोदी मैं बिता लेता हैं और रेणु की लेफ्ट वाली छोची को हाथ से मसल देता हैं और कहता हैं की , देखो रेणु तुम जैसे हो अच्छे हो , देखो मैं तुम्हें कैसे किया बना देता ये कहकर वो रेणु की ब्लाउज खोलने लगते हैं , ब्लाउज खुलते ही ब्लैक कलर की ब्रा सामने आ गाई , जेठ जी को ये नज़ारा बहुत अच्छा लग रहा था , वो दोनों हाथों से दोनों मुम्मो को दबा रहे थे , इधर एक प्यारी सी सुर सूरी रेणु की बदन मैं दौड़ गयी . श धीरे से आ कर उठी
जेठ जी अब ब्रा के अंदर हाथ डालकर आता घुलने जैसे करके रेणु की मुममे दबा रहे थे , रेणु सिर्फ़ आँखें बंद करके आ श कर रही थी , उसे इस तरह का अहसास आज पहली बार अरहे थे .
जेठ जी बोले , रेणु तुम्हारी ब्रा खोल दम ,
रेणु , शर्माके बोली आपकी मर्जी जेठ जी आप जैसे चाहे कीजिए , मैं आपके साथ हूँ .
जेठ जी , हम लेकिन तुम्हें भी अच्छे से साथ देना होगा , मैं जो बोलूँगा उसका जवाब देना होगा ,
रेणु , ठीक हैं जेठ जी मैं जवाब दूँगा आप पूछिए .
जेठ जी ये मैं तुम्हारी मुम्मा दबा रहा हूँ , तुम्हें कैसा लग रहा हैं ,
रेणु , किया बताऊं जेठ जी मुझे बहुत अच्छा लग रहा हैं , ऐसा तो आपके भैने कभी नहीं किया ,
जेठ , श तो ये लो , ये कहकर वो और ज़ोर से मुममे दबाने लगे ,
रेणु , आह उहह किए बिना रही नहीं पा रही थी , ऐसा लग रहा था जैसे हो पानी की नादिया बहन दिया हो , लेकिन अभी खेल बाकी था ,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.