11-06-2020, 01:00 PM
राधा लंड चूस रही थी और उम्म्म , उम्म्म कर रही थी , जेठ जी ने पूछा राधा किया तुम ऐसे ही मेरे भाई कीलुंद चूसते थे , राधा ने की कहाँ भैया मैं ऐसे करने के लिए एक मस्त और तगड़ा लंड चाहिए , लेकिन आपके भैइके लंड तो कान भी ठीक से नहीं खुज़ाया जा सकता , इतना सोता लंड अपने मुझे दिया था , उसी का बदला मैं आपसे लूँगी ठीक से चुदाया के .
जेठ जी मजे मैं थी , वो भी आ उहह कर रहे थे , और राधा से कह रहे थे के , उहह राधा ये लंड आज से तेरे हैं लेले ठीक से , मैंने ही तुझे पसंद किया था , अब से तू मेरी बीवी हैं , तू ही मेरे बच्चे की मां बनेगी , आ राधा चूस मेरी रानी , आ
राधा ने चूसना सोधा और बिस्तर पर सीधे पीठ के बाल लाइट गयी और जेठ जी को इशारे से अपने पाअस बुलाया , जेठ जी वही किया , अपना लंड राधा की चुत के पाअस ले गयी , राधा ने हाथ आगे बढ़ाया और लंड के टोपा को चुत मुहाने पर सटा दिया ,
और जेठ जी को आँखों के इशारे से धक्का लगाकर को कहाँ , जेठ जी धीरे से एक धक्का लगाया तो राधा की आँख बाहर आ गाई , सिर्फ़ टोपा ही अंदर चला गया था , इसमें ही राधा किन आ सहम करने वाली चेहरा बन गयी ,
जेठ जी उसे किस कर रहे थे कभी लिप्स पर तो कभी गर्दन पर , राधा की आँखों से आँसू आ गाए थे , राधा ने धीरे से कहाँ जेठ जी ये मेरे अंदर नहीं जाएगा , मैं कुंवारी हूँ , आपके भाई ने कभी मेरा नाथ नहीं उतरा था , उसके सोते से लंड से सिर्फ़ उप्पर तक ही होपाया था ,
जेठ जी मजे मैं थी , वो भी आ उहह कर रहे थे , और राधा से कह रहे थे के , उहह राधा ये लंड आज से तेरे हैं लेले ठीक से , मैंने ही तुझे पसंद किया था , अब से तू मेरी बीवी हैं , तू ही मेरे बच्चे की मां बनेगी , आ राधा चूस मेरी रानी , आ
राधा ने चूसना सोधा और बिस्तर पर सीधे पीठ के बाल लाइट गयी और जेठ जी को इशारे से अपने पाअस बुलाया , जेठ जी वही किया , अपना लंड राधा की चुत के पाअस ले गयी , राधा ने हाथ आगे बढ़ाया और लंड के टोपा को चुत मुहाने पर सटा दिया ,
और जेठ जी को आँखों के इशारे से धक्का लगाकर को कहाँ , जेठ जी धीरे से एक धक्का लगाया तो राधा की आँख बाहर आ गाई , सिर्फ़ टोपा ही अंदर चला गया था , इसमें ही राधा किन आ सहम करने वाली चेहरा बन गयी ,
जेठ जी उसे किस कर रहे थे कभी लिप्स पर तो कभी गर्दन पर , राधा की आँखों से आँसू आ गाए थे , राधा ने धीरे से कहाँ जेठ जी ये मेरे अंदर नहीं जाएगा , मैं कुंवारी हूँ , आपके भाई ने कभी मेरा नाथ नहीं उतरा था , उसके सोते से लंड से सिर्फ़ उप्पर तक ही होपाया था ,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.